चलते चलते आज के दिन हुई दूसरी अहम घटनाओं पर भी नजर डाल लेते हैं
Partition of India: विभाजन रेखा खींचने वाले Radcliffe को क्यों था फैसले पर अफसोस? | Jharokha 17 Aug
सिरिल जॉन रैडक्लिफ ही वह शख्स थे जिन्होंने भारत विभाजन की रेखाएं खींची. आइए जानते हैं भारत विभाजन के तथ्य को और समझते हैं कैसे 1947 में दो देश, भारत और पाकिस्तान बनाए गए थे.
15 अगस्त (India Independence Day) को आजादी का जश्न मनाने के बाद करोड़ों भारतीय वापस अपनी डेली रूटीन पर लौट जाते हैं. ऐसे भारतीय जो स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबते हैं, उनमें से ज्यादातर 17 अगस्त की अहमियत से अंजान हैं. 17 अगस्त की तारीख की अहमियत आजाद भारत के इतिहास में इसलिए है क्योंकि इसी दिन रैडक्लिफ लाइन को भारत और पाकिस्तान के बीच एक सीमा रेखा माना गया था. आज हम जानेंगे इसी रैडक्लिफ लाइन के बनने और इसे बनाने वाले के बारे में और साथ ही रोशनी डालेंगे रैडक्लिफ लाइन (Radcliffe Line) बनाने के दौरान हुई गलतियों पर भी.
सिरिल जॉन रैडक्लिफ को मिला भारत विभाजन का जिम्मा
ब्रिटिश काउंसलर सिरिल जॉन रैडक्लिफ (Cyril John Radcliffe) को भारत को बांटने का जिम्मा सौंपा गया था. तब भारत आए रैडक्लिफ का दफ्तर दिल्ली में रायसीना रोड पर था. बाद में ये दफ्तर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के नाम से पहचाना गया. यही जगह रैडक्लिफ का दफ्तर और घर दोनों था. इसलिए यही वह जगह बन गया जहां से भारतीय उपमहाद्वीप को दो देशों में बांटने की पटकथा लिखी गई. रैडक्लिफ का घर एक छोटा सा केबिन था, जिसका इस्तेमाल दूसरे विश्वयुद्ध में भी किया गया था. भारत के विभाजन (Partition of India) की रेखा खींचने वाले रैडक्लिफ का जन्म 1899 में हुआ था. वह ट्रेंड लाइन्स खींचना इंग्लैंड में एक नामचीन वकील थे. वह ब्रिटेन से बाहर सिर्फ इटली ही गए थे वह भी छुट्टियां बिताने. एक तथ्य ये भी है कि जिस शख्स को भारत के विभाजन की जिम्मेदारी दी गई थी, उसने दक्षिण एशिया को सिर्फ 5 हफ्ते पहले ही समझना शुरू किया था.
अंग्रेजी हुकूमत ने बनाया था बाउंड्री कमीशन
ब्रिटिश पार्लियामेंट ने इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट, 1947 (Indian Independence Act 1947) बनने के साथ ही बाउंड्री कमीशन बनाया था और इस कमीशन के ऐडमिनिस्ट्रेटर थे सिरील रैडक्लिफ. इस कमीशन में 4 और लोग थे, इनके नाम थे मेहर चंद महाजन, जो आगे चलकर भारत के मुख्य न्यायाधीश बने, दूसरे थे तेजा सिंह. इस कमीशन के दो सदस्य पाकिस्तान के थे - दीन मोहम्मद और मोहम्मद मुनीर. कमिटी दो हिस्सों में बटी थी इसलिए रैडक्लिफ ने ही रेखा के सीमांकन पर फैसला लिया था. ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस सोच के साथ चुना ट्रेंड लाइन्स खींचना था कि उनका भारत से कोई संबंध नहीं है. मोहम्मद अली जिन्ना ने भी उनके नाम को मंजूरी दी थी.
अंग्रेजी हुकूमत ने अंतिम वायसराय लॉर्ड लुइस माउंटबेटन (Lord Louis Mountbatten) को 'भारत' की स्थिति समझने का संवेदनशील काम सौंपा था. एक आकर्षक और व्यवहारकुश मीडिएटर, माउंटबेटन नेहरू और जिन्ना को बातचीत के मेज पर लाने में सक्षम थे. उन्होंने तय किया कि पंजाब और बंगाल के क्षेत्र पश्चिम और पूर्वी पाकिस्तान में शामिल होंगे और प्रिंसली स्टेट के पास भारत या पाकिस्तान के क्षेत्र में शामिल होने का फैसला लेने की आजादी होगी.
भारत विभाजन से लगभग 9 करोड़ लोग प्रभावित हुए
रैडक्लिफ की रिपोर्ट पेश की गई, अगस्त 1947 में विभाजन का नक्शा पेश किया गया, और रॉयल इंडिया को 'रैडक्लिफ लाइन' ने स्वतंत्र भारत और पाकिस्तान में विभाजित कर दिया. इसने सीमाओं पर रह रहे लगभग 9 करोड़ आबादी को भी एक झटके में अपनी जमीन से हटने के लिए मजबूर कर दिया था. 175,000 वर्ग मील (450,000 किमी) के क्षेत्र का विभाजन किया गया.
रैडक्लिफ लाइन के नाम से जानी गई इस नई सीमा से कोई भी खुश नहीं था. पाकिस्तान को बॉर्डर पर कुछ मुस्लिम बहुल इलाकों से भी हाथ धोना पड़ा था. लाहौर लगभग भारत के ट्रेंड लाइन्स खींचना पास आने ही वाला था लेकिन हिंदुओं और सिखों की घनी आबादी के ट्रेंड लाइन्स खींचना बावजूद वह पाकिस्तान के पास गया. रैडक्लिफ ने यह निर्णय अंतिम पलों में इसलिए लिया ताकि पाकिस्तान के पास कोई एक बड़ा शहर रह जाए. वह कलकत्ता को पहले ही भारत के हिस्से में दे चुके थे.
Matak Matak Full ट्रेंड लाइन्स खींचना Lyrics in Hindi: सपना चौधरी के गाने 'मटक-मटक' के गाने के हिंदी लिरिक्स
भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) और हरियाणवी स्टार सपना चौधरी (Sapna Choudhary) का एक गाना वायरल हो रहा है. यूट्यूब म्यूजिक पर इनका गाना 'मटक मटक' ट्रेंडिंग है. अगर आपको हरियाणवी गाने 'मटक-मटक' के गाने के हिंदी लिरिक्स (Matak Matak Full Lyrics in Hindi) चाहिए तो ये बिल्कुल सही जगह है.
वाट्स रिकॉर्ड्स के यूट्यूब चैनल पर 19 अगस्त को अपलोड हुए गाने 'मटक मटक' गाने को खबर लिखे जाने तक 2,738,897 लोगों ने देख लिया. ये गाना यूट्यूब म्यूजिक पर 8वें नंबर पर ट्रेंड कर रहा है. इस गाने को भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव और हरियाणवी स्टार सपना चौधरी पर फिल्माया गया है. इस गाने को विश्वजीत चौधरी ने गाया है.
मुख्यमंत्री धामी ने दी खुशखबरी, बोले टनकपुर बागेश्वर रेलवे लाइन के लिए स्वीकृत हुई 29 करोड़ रुपए की धनराशि, अब अल्मोड़ा पौड़ी (Almora Pauri Train) रेलवे लाइन पर गंभीरता से विचार कर रही है सरकार….
बीते दिनों अपने अल्मोड़ा दौरे पर पहुंचे राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनसभा को संबोधित करते हुए पहाड़ के वाशिंदों को बहुत बड़ी खुशखबरी दी है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं पहाड़ पर बिछने वाली रेलवे लाइन की, जहां एक ओर राज्य के गढ़वाल मंडल में कुछ ही वर्षों में पहाड़ तक रेल यात्रा का सपना हकीकत में बदलने जा रहा है वहीं अब कुमाऊं मंडल के वाशिंदों के लिए भी सुखद खबर सामने आ रही है। बीते रोज अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी जानकारी दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जहां एक ओर वर्षों से लंबित टनकपुर बागेश्वर रेलवे लाइन की दिशा में केन्द्र सरकार ने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं और इसके लिए 29 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है वहीं अल्मोड़ा और पौड़ी को रेलवे (Almora Pauri Train) लाइन से जोड़ने पर भी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है।
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15 अगस्त से दो फेरों रही ट्रेन: रेलवे लाइन पर विद्युतीकऱण का काम जोरों पर, ट्रेन की स्पीड बढ़ने के साथ समय की होगी बचत
बड़ीसादड़ी मावली रेल मार्ग का विद्युतीकरण का काम गति पकड़ने लगा है। पहले चरण में रेलवे ट्रेक के पास सीमेंट के बॉक्स बनाकर केबल बिछाने का काम पूरा हो गया है। अब टे्रक के समीप बॉक्स में बिजली के खंभे लगाए जाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। विद्युत खंभों पर केबल खींचने के बाद जल्दी की काम पूरा हो सकेगा। गौरतलब है कि कुछ ही दिनों में विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद बड़ीसादड़ी मावली रेल मार्ग विद्युतीकृत हो जाएगा। इससे ट्रेनों की स्पीड बढऩे के साथ ही समय की बचत भी हो सकेगी। 31 जुलाई को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा बड़ीसादड़ी वाया मावली उदयपुर से ब्रॉड गेज ट्रेन का शुभारंभ किया था। पहले केवल यह 1 फेरे में चल रही थी। सभी की मांग को देखते हुए रेल मंत्री द्वारा शुभारंभ के अवसर पर ही ट्रेन को 15 अगस्त से दो फेरों में चलाने की घोषणा कर दी थी। जिसके चलते 15 अगस्त से बड़ी सादड़ी से उदयपुर ट्रेन दो फेरो चलने लगी।
Indian Railways: प्लेटफॉर्म पर क्यों बनाई जाती है पीले रंग की पट्टी, जानिये इसके पीछे की बड़ी वजह
Why is there a yellow stripe on the railway platform (Pic: Social Media)
Indian Railways: भारतीय रेल को देश की जीवन रेखा कहा जाता है। देश भर में लाखों लोग प्रतिदिन ट्रेनों से यात्रा करते हैं। जहां एक तरफ रेलवे ट्रेन यात्रा को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए सभी सुरक्षा उपायों का पालन करता है। वहीं रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी तरह-तरह के सिग्नल का इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानें रेलवे प्लेटफॉर्म पर पीली पट्टी क्यों होती है? ट्रेन से सफर करने के लिए जब आप रेलवे प्लेटफॉर्म पर पहुंचते हैं तो आपने देखा होगा कि प्लेटफॉर्म पर रेलवे लाइन के समानांतर एक पीली पट्टी बनी रहती है।
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