NSE ने निवेशकों को चेताया, जानें क्यों स्टॉक एक्सचेंज को जारी करनी पड़ी एडवाइजरी
स्टॉक एक्सचेंज ने निवेशकों से कहा है वे गारंटीड रिटर्न के लालच में किसी अरेंजमेंट में न फंसे और न ही एश्योर्ड रिटर्न के वादे पर किसी स्टॉक ब्रोकर को फंड या सिक्योरिटी ट्रांसफर करें.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE ने शुक्रवार को निवेशकों को कहा कि वो भारी रिटर्न का लालच देने वालों से सावधान रहें. स्टॉक एक्सचेंज ने कहा कि कुछ गैर रजिस्टर्ड निकाय सीधे-सादे निवेशकों को बहुत ज्यादा अपने ब्रोकर को जानें रिटर्न का लालच देकर ठग रहे हैं. स्टॉक एक्सचेंज ने निवेशकों से कहा है वे गारंटीड रिटर्न के लालच में किसी अरेंजमेंट में न फंसे और न ही एश्योर्ड रिटर्न के वादे पर किसी स्टॉक ब्रोकर को फंड या सिक्योरिटी ट्रांसफर करें.
‘सिर्फ सेबी से रजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर्स के साथ ही डील करें’
एनएसई ने गौर किया कि कुछ गैर रजिस्टर्ड निकाय और गैर रेगुलेटेड इंटरनेट-बेस्ड प्लेटफार्म सीधे-सादे निवेशकों को आसमानी रिटर्न का लालच देकर फंसा रहे हैं. वे अपने इनवेस्टमेंट स्कीमों और प्रोडक्ट्स पर निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न का लालच दे रहे हैं. एनएसई ने कहा, ” निवेशकों को सलाह दी जाती है वे सिर्फ सेबी से रजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर्स के साथ ही डील करें और उनकी रजिस्ट्रेशन डिटेल्स चेक करें . खास कर उन एंटिटी का रजिस्ट्रेशन चेक करना जरूरी है, जिनके साथ वो डील कर रहे हों.
गैर रजिस्टर्ड निकाय से सावधान रहने की अपील
एनएसई ने कहा कि सेबी से रजिस्टर्ड ब्रोकर के अलावा वे किसी भी ब्रोकर या उनके अधिकृत व्यक्ति या एसोसिएट को कोई फंड ट्रांसफर न करें. सेबी ने कहा कि निवेशक ऐसे सौदे से पैदा निवेश और डिलिंग से बचें, जो नियमों के तहत मान्य न हों. साथ ही उसने ऐसे फर्जीवाड़ा करने वाले एंटिटी से भी बचने के लिए कहा है जो निवेशकों को लुभावने वादे वाले एसएमएस और ई-मेल भेजते हैं. इस सप्ताह की शुरुआत में बीएसई और एनएसई दोनों ने इंटरनेट बेस्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की ओर से किए जाने वाले गैर रेगुलेटेड डेरेवेटिव प्रोडक्ट जैसे कॉन्ट्रैक्ट फॉर डिफरेंस और बाइनरी ऑप्शन में निवेश से बचने को कहा था. दोनों एक्सचेंजों ने कहा कि निवेशक फर्जीवाड़ा करने वाले एंटिटी के झांसे में फंस कर अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैं.
Bharat Bond ETF में फिर आया निवेश करने का सुनहरा मौका, जानें आप कैसे लगा सकते हैं पैसा
इस एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के जरिए केवल सरकारी कंपनियों अपने ब्रोकर को जानें के AAA-रेटेड बॉन्ड में निवेश किया जाता है।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: December 02, 2022 12:32 IST
Photo:FILE भारत बॉन्ड ईटीएफ
सरकार की Bharat Bond ETF की चौथी किस्त आज से निवेश अपने ब्रोकर को जानें के लिए खुल गई है। इसमें आप 2 दिसंबर यानी आज से लेकर 8 दिसंबर तक निवेश कर सकते हैं। आपको बता दें कि पिछले तीन किस्त में निवेशकों को भारत बॉन्ड ईटीएफ से अच्छा रिटर्न मिला है। इस एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के जरिए केवल सरकारी कंपनियों के AAA-रेटेड बॉन्ड में निवेश किया जाता है। इस बार इस बॉन्ड के जरिये केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (सीपीएसई) की करीब 1000 करोड़ अपने ब्रोकर को जानें रुपये का कोष जुटाने की योजना है। आपको बता दें कि साल 2019 में पहला ईटीएफ बॉन्ड लॉन्च किया गया था।
किस तरह से कर सकते हैं निवेश
भारत बॉन्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट खाता होना जरूरी है। आम निवेशक इस बॉन्ड में कम से कम 1,001 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। वहीं, संस्थागत निवेशक को कम से कम 2,00,001 रुपये का निवेश इसमें करना होगा। आप यह निवेशक अपने ब्रोकर के जरिये या एडलवीज के जरिये भी कर सकते हैं। भारत बॉन्ड ईटीएफ की इस सीरीज में आपका किया गया निवेश अप्रैल 2033 में मैच्योर हो जाएगा।
निवेशकों को इतना रिटर्न मिला
पिछले एक साल में इन ईटीएफ का रिटर्न 2 से 4 फीसदी (30 नवंबर तक) के बीच रहा है। फंड मैनेजर्स ने कहा है कि इस साल डेट स्कीमों के रिटर्न पर RBI के लगातार इंटरेस्ट रेट बढ़ाने का असर पड़ा है। सरकार ने पिछले साल दिसंबर में 1,000 करोड़ रुपये का तीसरा चरण पेश किया था। इसमें 6,200 करोड़ रुपये की बोलियों के साथ 6.2 गुना अधिक अभिदान मिला था।
Career in Share Market: बेस्ट करियर ऑप्शन है स्टॉक मार्केट, ब्रोकर बनकर करें मोटी कमाई, जॉब के हैं ढेरों विकल्प
Career In Share Market: लगातार ग्रोथ कर रहे शेयर मार्केट में युवाओं के लिए करियर की अपार संभावनाएं हैं। यहां पर युवा स्टॉक ब्रोकर बनकर लाखों से करोड़ों रुपये तक की कमाई कर सकते हैं। अगर आप भी अपना करियर इस क्षेत्र में बनाना चाहते हैं तो आपको यहां पर पूरी जानकारी मिलेगी।
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में युवा ऐसे बनाएं शानदार करियर   |  तस्वीर साभार: Representative Image
- स्टॉक ब्रोकर के बिना स्टॉक मार्केट को समझ पाना मुश्किल
- स्टॉक ब्रोकर को इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स जानकारी जरूरी
- स्टॉक ब्रोकर अनुभव के बाद कर सकता है करोड़ों में कमाई
Career in Share Market: शेयर मार्केट लगातार और तेजी से बढ़ता जा रहा है। ट्रेडिंग इंडस्ट्री में हो रहे इस विस्तार के साथ यहां पर रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। अगर आप भी स्टॉक एक्सचेंज, स्टॉक ब्रोकर, निफ्टी और सेंसेक्स में दिलचस्पी रखते हैं तो आप भी यहां पर शानदार करियर बना सकते हैं। आज के समय में हर कोई शेयर बाजार में पैसा लगाकर जल्द से जल्द अमीर बनना चाहता है, लेकिन शेयर बाजार कोई बच्चों का खेल नहीं है। यहां पर पैसा लगाने के लिए मार्केट की अच्छी जानकारी होनी चाहिए, नहीं तो भारी नुकसान हो सकता है। शेयर मार्केट के इस खेल को समझने में मदद करते हैं स्टॉक ब्रोकर। ये इन्वेस्टर और शेयर मार्केट के बीच की कड़ी होते हैं। ब्रोकर के बिना इन्वेस्टर के लिए स्टॉक मार्केट को समझ पाना मुश्किल है।
जानें, स्टॉक ब्रोकर को
स्टॉक ब्रोकर दो तरह के होते हैं। एक फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर होते हैं तो अपने क्लाइंट्स को स्टॉक एडवाइजरी, मार्जिन मनी की सुविधा, ट्रेडिंग सुविधा और आईपीओ में इन्वेस्टमेंट की फैसिलिटी देते हैं। इनकी कस्टमर सर्विस काफी अच्छी मानी जाती है। वहीं, दूसरे होते हैं डिस्काउंट ब्रोकर। ये क्लाइंट के साथ बहुत कम ब्रोकरेज पर काम करते हैं। डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट को स्टॉक एडवाइजरी और रिसर्च की सुविधा नहीं देते हैं। ये अकाउंट खोलने से लेकर ट्रेडिंग में मदद करते हैं।
स्टॉक ब्रोकर के लिए जरूरी योग्यता
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, एकाउंटेंसी, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की नॉलेज होना जरूरी है। इसलिए इन विषयों में ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं। स्टॉक मार्केट की बेहतर नॉलेज के लिए शनल स्टॉक एक्सचेंज का ‘एनसीएफएम कोर्स’ ऑनलाइन सर्टिफिकेशन प्रोग्राम भी उपलब्ध है।
स्टॉक ब्रोकर करियर ऑप्शन व सैलरी
युवा कोर्स पूरा करने के बाद इस फील्ड में कई तरह से करियर बना सकते हैं। युवाओं के लिए स्टॉक एक्सचेंज के अलावा रेगुलेशन अथॉरिटी, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी, म्यूचुअल फंड कंपनी, फॉरेन इन्वेस्टमेंट फर्म्स, ब्रोकर फर्म्स और बैंक व इंश्योरेंस एजेंसी में जॉब की अच्छी संभावना होती है। उम्मीदवार अपने एक्सपीरियंस के आधार पर इक्विटी ट्रेडर, इक्विटी एडवाइजर, इक्विटी डीलर, स्टॉक एडवाइजर, वेल्थ मैनेजर, फाइनेंशियल एनालिस्ट, इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, सिक्योरिटी एनालिस्ट और रिस्क मैनेजर जैसे पदों पर कार्य कर सकते हैं। एक स्टॉक ब्रोकर की शुरुआती सालाना सैलरी 4 से 8 लाख रुपये तक हो सकती है। वहीं, एक्सपीरियंस के बाद स्टॉक ब्रोकर करोड़ों तक में कमाई कर सकते हैं।
Ratlam Crime News : गिरवी वाहन के दस्तावेज के लिए की थी प्रापर्टी ब्रोकर की हत्या, दो गिरफ्तार
प्रापर्टी ब्रोकर राजेश वासन की हत्या की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाई, मुख्य आरोपित अभी भी फरार, हत्या करके एलसीडी, गेस टंकी, आर्टिफिशल ज्वेलरी व वाहन के दस्तावेज अपने ब्रोकर को जानें लूट कर ले गए थे आरोपित, मुख्य आरोपित की तलाश में दबिश।
रतलाम (नईदुनिया प्रतिनिधि)। औद्योगिक थाना क्षेत्र के राजीव नगर (इंद्रलोक नगर) में हुए प्रापर्टी ब्रोकर राजेश वासन के सनसनीखेज अंधेकत्ल की पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गुत्थी सुलझा ली। उसकी हत्या गिरवी रखे टवेरा वाहन के दस्तावेज लूटने के लिए तीन युवकों ने की थी। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपितों के पास से लूटी गई दो एलसीडी, एक गैस टंकी व आर्टिफिशयल ज्वेलरी के पांच बाक्स बरामद किए गए हैं।
एसपी अभिषेक तिवारी ने सोमवार दोपहर पत्रकारवार्ता में मामले का राजफाश किया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि राजेश की हत्या मुख्य आरोपित विजय उर्फ ब्रजेश पुत्र बाबूलाल सोलंकी निवासी न्यू अलकापुरी, जगन्नाथ डाबिया पुत्र भूरालाल निवासी मोतीनगर व कमल राठौर पुत्र शांतिलाल राठौर निवासी धीरजशाह नगर ने की थी। आरोपित जगन्नाथ व कमल को गिरफ्तार कर लिया गया है। विजय अभी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है।
शराब पीने के बाद पहुंचे राजेश के घर
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि राजेश ब्याज पर रुपया देकर वाहन व अन्य संपत्ति गिरवी रखता था। विजय अपनी निजी एंबुलेंस चलाता था। उसने एंबुलेंस बांसवाड़ा में किसी को गिरवी रखी है। उसके पास एक टवेरा वाहन भी था जो उसने चार-पांच लाख रुपये में राजेश के पास गिरवी रखा था। राजेश उससे रुपयों की मांग कर रहा था, लेकिन विजय के पास रुपयों की व्यवस्था नहीं थी। विजय ने राजेश से अपने वाहन के दस्तावेज लूटने की साजिश रची। वह 10 नवंबर की रात दोस्त जगन्नाथ के घर पहुंचा। जहां जगन्नाथ व कमल मिले। तीनों ने मिलकर शराब पी। इसके बाद रात करीब 9:30 बजे विजय दोनों दोस्तों को साथ लेकर राजेश के घर पहुंचा। राजेश से दस्तावेज मांगे, नहीं देने पर राजेश पर कड़ा व फरसे से वार कर उसके दोनों हाथ बांध दिए। उसके मुंह पर टेप भी चिपका दी। इसके बाद अलमारियां खोलकर दस्तावेज ढूंढे और दस्तावेज निकालकर अन्य सामान भी लूट कर भाग निकले थे।
यह है मामला
45 वर्षीय प्रापर्टी ब्रोकर राजेश वासन पुत्र इंद्रजीत वासन निवासी राजीव नगर अविवाहित था और घर में अकेला रहता था। उसका बड़ा भाई सतीश वासन व छोटा भाई संदीप वासन पीएंडटी कालोनी में मां दर्शना के साथ रहते हैं। अज्ञात लोगों ने 10 नवंबर की रात राजेश की उसके ही घर की तीसरी मंजिल स्थित कमरे में हत्या कर दी थी। राजेश के सिर पर कड़ा व फरसा मारा गया था। उसके मुंह पर टेप चिपकाई गई थी। उसके दोनों हाथ उसकी ही लुंगी व केबल से बांधे गए थे। हत्या करके आरोपित उसके घर से दस्तावेज, एलसीडी, गैस टंकी, ज्वेलरी आदि लूटकर ले गए थे।
मां से मिलने नहीं पहुंचा तो हुआ शक
राजेश अपने घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित पीएंडटी कालोनी में रह रही मां दर्शना से मिलने रोज जाता था। दो दिन से वह मां से मिलने नहीं गया तो मां को चिंता हुई। उन्होंने 12 नवंबर की शाम विनोबा नगर में रह रही अपनी बेटी सीमा को फोन कर बताया कि राजेश दो दिन से नहीं आया है, अपने ब्रोकर को जानें उसकी तलाश कराओ। सीमा ने अपने पति कृष्णमोहन शर्मा को फोन कर जानकारी दी। शाम करीब 7:15 कृष्णमोहन शर्मा राजेश के घर पहुंचे तो राजेश तीसरी मंजिल के कमरे में निर्वस्त्र अवस्था में मृत पड़ा था।
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