जैसा कि ऊपर बताया गया है कि विभिन्न प्रकार की कंपनियों के संघीय तथा राज्य स्तर पर भिन्न भिन्न प्रकार के कर दायित्व होया करेंगे । बकाया करों की वास्तविक राशि की गणना पीबीटी के द्वारा होगी।

PBT(profit before tax) क्या है? - PBT Meaning in hindi

ओमेगा-3 के सेवन से होंगे यह चमत्कारी लाभ, आप भी करें अपनी डाइट में शामिल

Omega-3 aapki diet ka important hissa hai

ओमेगा-3 आपकी डाइट का महत्वपूर्ण हिस्सा है। चित्र:शटरस्टॉक

एक संतुलित आहार (balanced diet) कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आम विटामिन और मिनरल्स पर आपका ध्यान जाना स्वाभाविक है। लेकिन ओमेगा- 3 (omega-3) को अक्सर नजरंदाज कर दिया जाता है। यह तत्व आपकी डाइट का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे आपके शरीर में किसी एक अंग पर असर नहीं पड़ता। यह समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। त्वचा की परेशानियों से लेकर वजन को नियंत्रित करने तक, ओमेगा- 3 अपना काम करता है। इतना ही मैं यह कैंसर जैसी भयानक बीमारी से बचाने का काम करता है।

चूंकि इसपर विशेष रूप से ध्यान नहीं दिया जाता, यह आप में से कई लोगों के डाइट से गायब (omega-3 deficiency) होगा। इसलिए हम विस्तार से इसके फायदे और आसानी से मिलने वाले स्रोतों की बात कर रहें हैं।

ओमेगा- 3 समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है (Health benefits of omega-3)

1. यह अवसाद और चिंता से लड़ सकता है (Fights depression and stress)

डिप्रेशन दुनिया में सबसे आम मानसिक विकारों में से एक है। इसके लक्षणों में उदासी, सुस्ती और जीवन में रुचि की कमी शामिल हैं। चिंता भी एक सामान्य विकार है, जो लगातार घबराहट होने की विशेषता है। दिलचस्प बात यह है कि अध्ययनों से संकेत मिलता है कि जो लोग नियमित रूप से ओमेगा -3 का सेवन करते हैं, उनके उदास होने की संभावना कम होती है।

Depression ko dur kar sakta hai omega-3

जब अवसाद या चिंता से ग्रस्त लोग ओमेगा -3 की खुराक लेना शुरू करते हैं, तो उनके लक्षणों में सुधार होता है। NCBI के अध्ययन में पाया गया कि ओमेगा 3 अवसाद के खिलाफ एक सामान्य अवसादरोधी दवा के रूप में प्रभावी है।

DBMS क्या है इसके प्रकार, लाभ, हानि, उपयोग और विशेषताएं | What is DBMS in Hindi?

इस article में आपको DBMS से जुड़े कई सारे सवालों के जवाब मिलेंगे जैसे DBMS क्या है? इसका क्या इतिहास है? इसका कहाँ-कहाँ उपयोग होता है? डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली के फायदे और नुकसान, डीबीएमएस सॉफ्टवेयर के नाम, डीबीएमएस के लाभ और हानि आदि।

आजकल की टेक्निकल दुनिया में डेटाबेस का हर जगह उपयोग होता आपके मोबाइल में ही कई सारे डेटाबेस होते हैं, ईमेल, ऑनलाइन एप्प, गेम्स जैसे सभी सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए डाटाबेस की जरुरत पड़ती है और उन्हें मैनेज करने के लिए डीबीएमएस का उपयोग किया जाता है। चलिए डीबीएमएस के बारे में विस्तार से जानते लाभ और हानि की गणना का उदाहरण हैं।

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DBMS क्या है? (What is DBMS in Hindi?)

DBMS का full form Database Management System है। इसके नाम से ही पता चल रहा है की इसका उपयोग डेटाबेस को manage करने के लिए किया जाता है।

दरअसल यह एक प्रकार का software होता है जिसकी मदद से database को create किया जाता है और उस डेटाबेस में data insert, update और delete जैसे task इसी सॉफ्टवेर की मदद से ही perform किये जाते हैं।

यह एक interface provide करता है जिसके जरिये user उस डेटाबेस में data insert और modify भी कर सकता है।

इसके अलावा किसी application द्वारा जरुरत पड़ने पर डेटाबेस को access किया जा सकता है।

उदाहरण के लिए जब आप फेसबुक पर अपना account बनाते हैं तो आपके द्वारा enter की गयी सारी जानकारियाँ Facebook के database में store हो जाती हैं। इन जानकारियों को देखने के लिए आप Facebook के application या website का उपयोग कर सकते हैं जो की उस database से linked होते हैं।

Database Management System की विशेषताएं

किसी भी तरह के डेटा को स्टोर कर सकता है: एक डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम किसी भी तरह के डेटा को स्टोर करने में सक्षम होता है। यह नाम, और पते तक सीमित नहीं है। वास्तविक दुनिया में मौजूद किसी भी प्रकार के डेटा को DBMS में संग्रहित किया जा सकता है।

ACID Properties का support करना: कोई भी DBMS ACID (Atomicity, Consistency, Isolation, and Durability) जैसे गुणों का समर्थन करने में सक्षम है।

Data Redundancy को कम करना: यह normalization के नियमो का पालन करती है जिससे data redundancy यानि डाटा का बिना वजह दोहराव कम हो जाता है।

Backup और Recovery: Database Failure जैसी समस्याएं कभी भी आ सकती हैं। ऐसे समय में यदि डाटा को रिकवर नहीं किया जा सका तो निश्चित रूप से एक बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। इसलिए सभी डेटाबेस backup और recovery की विशेषता होनी चाहिए।

PBT(कर से पहले लाभ )को समझना:-

कर पूर्व अर्थात पीबीटी माप कर से पहले कंपनी के सभी मुनाफे को दर्शाता है। आय स्टेटमेंट के एक कथन के माध्यम से हमें पता चलता है कि परिचालन लाभ कैलकुलेशन के लिए किसी भी कंपनी को अनेक प्रकार के करों को चुकाना पड़ता लाभ और हानि की गणना का उदाहरण है।

जो बस्ती में शक्ल आप में बेची जाती है वह वस्तुओं की लागत सीओजीएस को घटा देती है।सीओजीएस तथा सभी ऑपरेटिंग व्यय दोनों में ऑपरेटिंग प्रॉफिट कारक है।

परिचालन लाभ को Earning before interest and tax (EBIT) ब्याज तथा कर से पहले की कमाई भी कहा जाता है। EBIT के पश्चात सही रेट पर पहुंचने से पूर्व ब्याज तथा कर केवल कटौती के लिए होते हैं।

PBT(कर से पहले लाभ) की गणना:-

आय विवरण को समझने से एक विश्लेषक को पीबीटी, इसकी गणना तथा इसके उपयोगों की अच्छी समझ रखने में सहायता मिल सकी है। आय विवरण का तीसरा जो खंड है वह ब्याज तथा लाभ और हानि की गणना का उदाहरण कर के उपर केंद्रित होती है। यह कटौती दूसरे खंड के योग से ली जाती है, जिसके फलस्वरूप ओपरेटिंग प्रॉफिट ( ईबीआईटी ) होता है। ब्याज एक प्रकार से एक महत्वपूर्ण मीट्रिक है जिसके अंतर्गत निवेश से कंपनी के हित के साथ-साथ उत्तोलन के लिए भुगतान किए जाने वाले ब्याज दोनों ही शामिल हैं।

टैक्स कट्स एंड जॉब्स एक्ट (टीसीजेए) के कार्यान्वयन के पश्चात सभी सी-निगमों की संघीय कर दर 21% है। अन्य सभी कंपनियां पास-थ्रू हैं, जिसका अर्थ यह है कि उन पर व्यक्तिगत करदाता की दर से कर लगता है।

कोई भी संस्था हो उसको भी राज्य करों का भुगतान करना होता है। राज्य कर की जो दरें होती है वह राज्य और इकाई तरह के अनुसार व्यापक रूप से अलग-अलग हो सकती हैं।

PBT की उपयोगिता :-

प्रॉफिट बिफोर टैक्स सामान्य रूप से आय विवरण पर एक मुख्य प्रदर्शन संकेतक नहीं होता है। ये आमतौर पर सकल लाभ, ऑपरेटिंग प्रॉफिट तथा शुद्ध लाभ पर केंद्रित होते हैं। माना कि ब्याज की तरह ही कंपनी के कर भुगतान का अलगाव लागत दक्षता प्रबंधन हेतु एक दिलचस्प और महत्वपूर्ण मीट्रिक होता है।

पूर्व-कर लाभ के द्वारा यह भी निर्धारित किया जाता है कि लाभ और हानि की गणना का उदाहरण कंपनी के द्वारा भुगतान किए जाने वाला जो कर है उसकी राशि क्या होगी? किसी भी प्रकार के क्रेडिट को पूर्व-कर लाभ से कम न करके किसी भी प्रकार की बाध्यता से संपन्न कर लिया जाएगा।

इनके अतिरिक्त कर को छोड़कर प्रबंधकों तथा हितधारकों को मार्जिन का विश्लेषण करने हेतु एक अन्य तरीका प्रदान किया जाता है। एक प्रॉफिट बिफोर टैक्स मार्जिन शुद्ध आय मार्जिन से ज्यादा होगा क्योंकि कर शामिल नहीं होता है। प्रॉफिट बिफोर टैक्स मार्जिन अर्थात शुद्ध मार्जिन में अंतर भुगतान किए गए करों की राशि होगी उन पर निर्भर करता है।

निष्कर्ष:-

प्रॉफिट बिफोर टैक्स शुद्ध लाभ की गणना के अंतर्गत आख़िरी चरणों का एक हिस्सा होता है । आज हमने बात की कि प्रॉफिट बिफोर (टैक्स कर से पूर्व लाभ) क्या है? यह क्यो महत्वपूर्ण है? आज हमने PBT की उपयोगिता के बारे मे जाना तथा साथ ही कर से पहले लाभ की गणना के बारे में भी जाना।

मुझे पूर्ण उम्मीद है कि इन सभी पॉइंट्स को पढ़ने के बाद आपके मन की सारी आशंका दूर हो गयी होगी। यदि आपको इसके बारे मे और भी अधिक जानकारी चाहिए तो आप हमें कॉमेंट के माध्यम से बता सकते हैं। और हम भी इसकी जानकारी आपको उपलब्ध करवाएंगे।

इस अर्टिकल मे किसी भी प्रकार की त्रुटि के लिए मैं आपसे माफी चाहता हूँ। तथा शेयर बाजार से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें फॉलो करना ना भूले।

Profit and Loss Account (लाभ-हानि खाता )

किसी कंपनी में वर्ष के अंत में सभी खर्चो की आपूर्ति के बाद होने वाले profit या loss को निर्धारित करने के लिए जो account तैयार किया जाता है उसे Profit And Loss Account कहा जाता है। profit and loss account बनाने का प्रमुख उद्देश्य व्यवसाय के शुद्ध लाभ या शुद्ध हानि की जानकारी प्राप्त करना है। क्योंकि लाभ और हानि की गणना का उदाहरण व्यापारी का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना होता है |

Table of Contents

Profit and loss अकाउंट में दो पक्ष होते है एक डेबिट पक्ष और दूसरा क्रेडिट पक्ष | डेबिट पक्ष में व्यापार के सभी अप्रयक्ष व्यय (Indirect expenses) लिखे जाते है तथा क्रेडिट पक्ष में समस्त अप्रत्यक्ष आय (Indirect income) लिखी जाती है | इसके बाद दोनों पक्षों का योग लगाया जाता है,अगर डेबिट साइड का योग क्रेडिट से कम होता है तो लाभ होता है, जिसे शुद्ध लाभ (Net Profit) कहा जाता है। और यदि क्रेडिट साइड का योग कम होता है तो हानि होती है, जिसे शुद्ध हानि (Net Loss) कहा जाता है।

Profit And Loss Account के Debit Side में निम्नलिखित मदों को लिखा जाता है-

1. Office Expense (कार्यालय व्यय ) :कार्यालय से सम्बंधित खर्चों को Office Expense कहा जाता है। Office Expense में निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया जाता है –

  • Salaries (वेतन)
  • Office Rent (कार्यालय का किराया )
  • Office Lighting (कार्यालय का रौशनी)
  • Printing Charges (छपाई व्यय)
  • Stationery ( लेखन सामग्री)
  • Telephone Expenses ( दूर भाष व्यय )
  • Audit Fees (अंकेक्षण शुल्क)

2. Selling Expenses (विक्रय व्यय ) : विक्रय से सम्बंधित खर्चों को Selling Expenses कहा जाता है। Selling Expenses में निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया जाता है –

  • Carriage Out Ward (वाहरी भाड़ा)
  • Advertising Expense(विज्ञापन व्यय)
  • Commission (कमीशन)
  • Sales Tax (विक्रय कर)

Profit And Loss Account के Credit Side में निम्नलिखित मदों को लिखा जाता है –

1. Gross Profit ( सकल लाभ)
2. Incomes (आमदनी )

Incomes में निम्नलिखित मदों लाभ और हानि की गणना का उदाहरण को शामिल किया जाता है :

  • Rent Received (प्राप्त किराया )
  • Interest Received (प्राप्त ब्याज)
  • Discount Received ( प्राप्त छुट )
  • Commission (प्राप्त कमीशन)
  • Apprentice Premium (नवसिखिया प्रब्याज)

Profit and loss account in Tally

Tally में profit and loss account को देखने के लिए gateway of tally के अंतर्गत profit and loss option display होता है। इस option को “P ” शॉर्टकट के द्वारा open भी कर सकते है या फिर भी profit and loss option को select करके enter करते है ,जिससे profit and loss statement display होता है।

Profit and loss statement को डिटेल में देखने के लिए Alt+F1 शॉर्टकट की का इस्तेमाल करते है।profit and loss के द्वारा opening stock, closing stock, sales, purchase, gross profit ,gross loss ,indirect expense ,Direct expense ,Net profit ,net loss etc. की information प्राप्त की जा सकती है |

इस statement के द्वारा व्यापारी व्यापार में profit and loss की जानकारी और स्टॉक की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकता है। इस statement में हम यदि किसी special period के लिए profit and loss देखना चाहते है तो F12 option के द्वारा profit and loss को vertical profit format में show कर सकते है।

लाभ तथा हानि Profit and Loss Questions Formula

4. एक व्यक्ति a रुपया प्रति किग्रा की दर से A किग्रा तथा b रुपया प्रति किग्रा की दर से B किग्रा कोई कोई वस्तु खरीदता है। यदि वह संपूर्ण वस्तु को C रुपया प्रति किग्रा की दर से बेचता है।,तो उसे हुआ

लाभ (या हानि ) = A [ c-a] + B [c-b] ….(11)

टीप -परिणाम के धनात्मक आने पर लाभ तथा ऋणात्मक होने पर हानि होती है।

5 दो समानो में से प्रत्येक को M रु में बेचा जाता है। यदि पहले पर x % का लाभ तथा दूसरे पर % की हानि होती है तो

profit and loss question (11

profit and loss question formula (7)

2 धनात्मक परिणाम वृद्धि तथा ऋणात्मक परिणाम कमी दर्शाता है .

8. यदि एक रुपया में M वास्तु बेचने पर x % का लाभ या हानि हो तो एक रुपया में खरीदी गयी

profit and loss question formula (1)

9. एक रुपया में M वस्तु खरीदने के बाद उन्हें बेचने पर x % लाभ या हानि होती है तो 1 रूपए में बेचीं गयी

लाभ तथा हानि profit and loss question formula (2)

10 यदि A रु में b वस्तु खरीदी जाए तथा b रु में a वस्तुएँ बेचीं जाये तो

लाभ तथा हानिprofit and loss question formula (3)

उदाहरण-Profit and Loss Questions

उदाहरण 1. एक स्कूटर 7,500 रु.में खरीदा गया तथा कुछ समय बाद 6,250 रु. बेच दिया गया। कितने प्रतिशत हानि होगी?

हल: हानि = क्रय मूल्य-विक्रय मूल्य
= 7,500-6,250 = 1,250 रु.

लाभ तथा हानिprofit and loss question formula (6)

उदाहरण 2. एक घड़ी को 792 रु. में बेचने पर 12% की हानि हुई। 7% लाभ प्राप्त करने के लिए उसे कितने रुपये में बेचा जाना चाहिए?

हल : संक्षिप्त विधि के सूत्र (8) से, यहाँ x = 12, y = 7 तथा N = 792

लाभ तथा हानि profit and loss question formula (4)

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