क्या भारत में बिटकॉइन वैध है?

किसी भी देश में बिटकॉइन की वैधता का पता लगाना बहुत मुश्किल है। लेकिन जब आप पहली बार इसमें कदम रख रहे हों तो कुछ ऐसे काम होते हैं जो इसमें कोई भी निवेश करने से पहले किए जाना जरूरी है। हो सकता है ये आपके देश में कानूनी हो, लेकिन मुद्दा केवल बिटकॉइन के वैद्य होने का नहीं है, बल्की यह भी पता होना चाहिए कि आपके देश में बिटकॉइन को कौन से नियम नियंत्रित करते हैं।

नीचे कुछ अहम प्रश्न दिए गए हैं जो भारत में बिटकॉइन के व्यापार से संबंधित हैं:

क्या बिटकॉइन भारत में वैद्य/legal है?

भारत में बिटकॉइन का विनियमन उद्यमियों और निवेशकों के लिए अभी भी एक संदिग्ध क्षेत्र है। लेकिन यह सच है कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपने नागरिकों को बिटकॉइन में लेनदेन करने पर चेतावनी दे रखी है। इसने आगाह क्या है कि बिटकॉइन या कोई अन्य आभासी मुद्रा कानूनी निविदा नहीं है और इसे एक मुद्रा के रूप में संचालित करने के लिए कोई नियामक अनुमति नहीं है।

क्या आप भारत में बिटकॉइन खरीद सकते हैं?

यदि आप भारत में बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं, तो आपको बिटकॉइन एक्सचेंज पर अपना पंजीकरण कराना होगा। ये एक्सचेंज आपको भारतीय रुपये के साथ बिटकॉइन खरीदने/बेचने की अनुमति देते हैं।

अभी तक, WazirX सबसे लोकप्रिय एक्सचेंजों में से एक है जहाँ आप INR के साथ बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हैं।

भारत में बिटकॉइन बेचने का क्या तारीका है?

यदि आप भारत में बिटकॉइन बेचना चाहते हैं, तो आपको अपने बिटकॉइन को बिटकॉइन एक्सचेंज पर जमा करके इसे INR में परिवर्तित करना होगा। ऐसा करने के लिए आप रूपया अपने बैंक खाते में भी जमा कर सकते हैं।

क्या भारत में Bitcoin ATM मौजूद है?

भारत में बिटकॉइन ATM के बारे में जानकारी के लिए ज्यादा विश्वसनीय स्रोत नहीं मिलते। लेकिन यह कहना सुरक्षित होगा कि अभी तक ऐसे कोई ATM यहाँ मौजूद नहीं हैं।

क्या भारत में बिटकॉइन खरीदना या बेचना सुरक्षित है?

हालांकि बिटकॉइन का समर्थन करने वाला कोई प्राधिकरण नहीं है, बिटकॉइन का व्यापार करने के लिए किसी भी तारीके का उपयोग करने से पहले उस पर शोध करना चाहिए और सावधान रहना चाहिए क्योंकि आपके ऑनलाइन खाते पर किसी भी हैकिंग घटना के लिए एक्सचेंज जिम्मेदार नहीं होगा।

अगर इसके लिए कानून हैं, तो उन्हें लागू कौन करता है?

एक नई वास्तविकता होने के नाते अभी तके बिटकॉइन को नियंत्रित करने वाला कोई कानून नहीं है।

बिटकॉइन पर करों या कानूनी निविदा के बारे में खबर क्या है?

हालांकि बिटकॉइन के लिए कोई कानूनी निविदा नहीं है, आप जो लाभ कमाएं, उस पर आपको कर देना होगा। इसके अलावा, हमें बिटकॉइन को पूंजीगत संपत्ति के रूप में देखना चाहिए, जिसपे विभिन्न देशों में अलग-अलग कर लगाया जा सकता है।

चूंकि RBI ने सार्वजनिक रूप से घोषित किया है कि किसी भी एक्सचेंज या आभासी मुद्राओं के व्यापारियों को संचालन के लिए कोई नियामक अनुमति या license नहीं दिए गऐ हैं, इस वक्त किसी के लिए भी क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन पर कर चुकाना बहुत मुश्किल होगा।

क्या भारत में बिटकॉइन एक्सचेंज हैं?

भारत में कुछ शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंज हैं – WazirX, Zebpay, CoinDCX, Coinswitch Kuber और Unocoin– उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी के साथ साइन अप करना होगा, ऐप डाउनलोड करना होगा और क्रिप्टोकरेंसी खरीदना होगा।

ध्यान रहे कि बिटकॉइन बहुत जोखिम भरे और अस्थिर आभासी वस्तुएं हैं जो भारत में अनियमित हैं।

आइये कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार करते हैं:

1. भारत में बिटकॉइन कानूनी निविदा नहीं हैं। यह किसी भी कर प्राधिकरण या बैंक द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता है।

2. बिटकॉइन एक अनियमित मुद्रा है जिसका RBI जैसी किसी भी सरकारी एजेंसी द्वारा बीमा नहीं किया जाता है। इस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।

3. किसी भी बैंक के प्राधिकारी का क्रिप्टो मार्केट में आने वाले पैसे पर कोई नियंत्रण नहीं होता है।

4. RBI ने चेतावनी दी है की बिटकॉइन उनके या किसी वित्तीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं है। यह बिटकॉइन के व्यापार में शामिल लोगों के लिए एक जोखिम होगा।

5. हालांकी RBI ने हमें 2018 से पहले से कई बार इसके बारे में चेतावनी दी है, इसके बावजूद भारत में अभी तक निजी मुद्राओं के संबंध में कोई कानून नहीं है।

6. भारत सरकार ने 2017 से अबतक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है कि बिटकॉइन भारत में वैध है या अवैध।

7. भारत के किसी भी जगह बिटकॉइन के उपयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

8. भारत में कोई भी व्यक्ति किसी भी विकेंद्रीकृत मुद्रा के साथ या उसके बिना बिटकॉइन का उपयोग कर सकता है।

9. हाल की खबरों के अनुसार, भारती सरकार बिटकॉइन को विनियमित करने के लिए कुछ सटीक नियमों की तलाश कर रही है। इस पर अभी विभिन्न सरकारी अधिकारियों के बीच कई बैठकें हो रही हैं।

10. सरकार अभी भी इस बात से चिंतित है कि अपराधी अपना धन शोधन करने के लिए कई तारीकों से बिटकॉइन का उपयोग कर सकते हैं।

11. इस के बावजूद कि आपको भारत में बिटकॉइन खरीदने या बेचने की अनुमति नहीं है, उन्हें एक्सचेंज के माध्यम के रूप में उपयोग करना अवैध नहीं है।

12. भारत में बिटकॉइन को कानूनी रूप से प्राप्त करने का भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है एकमात्र तरीका क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के माध्यम से है। कई कंपनियां ऐसी सेवाएं प्रदान करती हैं जैसे आपकी स्थानीय मुद्रा को बिटकॉइन में परिवर्तित करना, अन्य क्रिप्टोकरेंसी के साथ विनिमय करना या इन डिजिटल मुद्राओं का उपयोग करके बैंकिंग की सेवाएं प्रदान करना।

13. धन शोधन और आतंकवादियों की मदद के लिए बिटकॉइन का उपयोग होना शायद जल्द ही सरकार के बिटकॉइन दृष्टिकोण को बदल देगा।

निष्कर्ष

ऐसे कई देश हैं जिन्होंने अभी तक बिटकॉइन के बारे में कोई बयान नहीं दिया है। वे अभी भी इस पर सोच विचार कर रहे हैं। इसका उपयोग करने वाले लोग भी अभी ज्यादा नहीं हैं। लेकिन आने वाले दिनों में यह और अधिक लोकप्रिय होगा, इसलिए भी की इसे कुछ देशों में वैधीकरण हासिल हो चुकी है। किसी भी संजीदा निवेश करने से पहले अपने देश के कानूनों के बारे में सब कुछ जानना महत्वपूर्ण है।

बिटकॉइन कैसे काम करता है, इसके बारे में अधिक पढ़ने के लिए आप यह लेख देख सकते हैं । आशा है कि पाठक अब इसकी वैधता के साथ स्पष्ट हैं। और अगर आप बिटकॉइन में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए मददगार होगा।

Author

रोहित कुमार onastore.in के लेखक और संस्थापक हैं। इन्हे इंटरनेट पर ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीकों और क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित जानकारियों के बारे में लिखना अच्छा लगता है। जब वह अपने कंप्यूटर पर नहीं होते हैं, तो वह बैंक में नौकरी कर रहे होते हैं। वैकल्पिक रूप से [email protected] पर उनके ईमेल पर संपर्क करने की कोशिश करें।

क्या भारत में क्रिप्टो करेंसी बेस्ड MLM प्लान लीगल है?

क्या भारत में क्रिप्टो करेंसी बेस्ड मलम प्लान लीगल है?

Cryptocurrency network marketing is legal in India in Hindi

Is cryptocurrency MLM Network Marketing Legal in India Hindi

क्या भारत में क्रिप्टो करेंसी बेस्ड MLM प्लान लीगल है?

(Content: – Cryptocurrency network marketing legal in India in Hindi)

अगर आप क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क मार्केटिग को लेकर कन्फ्यूजन में हो कि ये भारत में लीगल है या नही, तो ये लेख खास आपके लिए है। इस लेख में हम आपको Cryptocurrency network marketing के बारे में विस्‍तार से जानकारी देने वाले है। क्रिप्‍टोकरेंगी नेटवर्क मार्कटिंग (Cryptocurrency network marketing) भारत में लीगल है या नही। इस सवाल का जवाब जानने के लिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।

क्रिप्टोकोर्रेंसी क्या है ? Cryptocurrency kya hai

Cryptocurrency network marketing भारत में लीगल है या नही। ये जानने से पहले आपको ये जानना बहुत जरूरी है कि Cryptocurrency kya hai। cryptocurrency blockchain technology पर बेस एक digital curency है जो 2009 में शुरू हुई थी। 2009 में पहली बार bitcoin cryto बनाया गया था। Cryptocurrency की कोई फिजिकल form नही होती। इसको आप सिर्फ अपने digital wallet में रख सकते है जिसको digital assets भी कहा जाता है। cryptocurrency पूरी तरह से blockchain technology पर depent करती है जिसका prize लगातार घटता और बढ़ता रहता है।

पिछले कुछ सालो में क्रिप्‍टोकरेंसी का चलन दुनिया भर काफी ज्‍यादा बढ़ गया है। दुनिया भर के कई ऐसे देश है जिन्‍होने क्रिप्‍टोकरेंसी को अपने देश में लीगल कर दिया है। क्रिप्‍टोकरेंसी को अपने यहां लीगल करने वाले देशो में बेल्जियम, चिली, जर्मनी, जापान, न्‍यूजीलैंड और स्‍वीडन जैसे देश आते है। दुनिया में कई देश ऐसे भी है जहा क्रिप्‍टोकरेंसी पूरी तरह से गैरकानूनी है।

वही अगर भारत की बात करे तो भारत सरकार ने Cryptocurrency को एक virtual assset माना है। इस virtual asset को आप अपने पास तो रख सकते लेकिन भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है इससे होने वाली कमाई पर आपको भारत सरकार को 30 परसेंट टैक्स देना पड़ेगा। भारत सरकार के cryptocurrency को लेकर उठाये गए इस कदम का मतलब ये नही है सरकार ने Cryptocurrency को देश मे लीगल कर दिया है। इस बात को आप ऐसे समझ सकते है कि भारत सरकार सिर्फ उस करेंसी को ही लीगल मानती है जो रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया जारी करता है। इसका सीधा सा मतलब है कि cryptocurrency भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है जैसे बिटकॉइन, इथिरियम भारत मे लीगल नही है। भारत सरकार ने जो 30 पेसेंट का टैक्स लगाया है वो इस डिजिटल एसेट से होने वाली कमाई पर लगाया है।

क्या है भारत में क्रिप्टो करेंसी बेस्ड MLM प्लान के लीगल पैमाने?

इस लेख को यहा तक पढ़ने के बाद आपको ये तो समझ में आ गया होगा कि क्रिप्‍टोकरेंसी क्‍या है। आइये हम आपको ये बताते है कि क्‍या भारत में Cryptocurrency network marketing bharat me legal hai । तो इस सवाल का जवाब है नही। Cryptocurrency network marketing भारत में लीगल नही है।

कारण 1 : सबसे पहले तो हमें ये समझना होगा कि साल 2021 में भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ़ कंस्यूमर अफेयर्स ने डायरेक्ट सेलिंग गाइडलाइन्स निकाली | इसमें पोंजी स्कीम को सिरे से ख़ारिज किया गया है और कहा गया है की सिर्फ किसी की जॉइनिंग करवाने के आधार पर नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में पैसा नहीं बंटेगा |

कारण 2: डायरेक्ट सेलिंग गाइडलाइन्स 2021 में साफ़ तौर पर कहा गया है कि MLM बिज़नेस सर्विस और प्रोडक्ट पर आधारित होगा.

कारण 3: डायरेक्ट सेलिंग गाइडलाइन्स 2021 में यह भी कहा गया है की किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस को बेचने के लिए कंपनी को उसके एक्सक्लूसिव राइट्स लेना होंगे |

कारण 4: Cryptocurrency को लीगल टैन्‍डर के तौर पर इस्‍तेमाल नही कर सकते। दुनिया के कई अन्‍य देशो ने भले ही Cryptocurrency को लीगल कर दिया हो लेकिन भारत सरकार ने अब तक Cryptocurrency को लीगल टैन्‍डर नही माना है। तो अगर Cryptocurrency अभी भारत में लीगल नही हुई है तो Cryptocurrency network marketing भारत में लीगल कैसे हो सकती है।

कारण 5: क्रिप्टोकरंसी बेस्ट नेटवर्क मार्केटिंग भारत में इसलिए भी लीगल नहीं है क्योंकि 2021 में जो भारत सरकार की गाइडलाइंस आई है उसके हिसाब से किसी भी नेटवर्क मार्केटिंग को ज्वाइन करने के लिए कोई भी फीस नहीं होनी चाहिए |

कारण 6: इसके अलावा नेटवर्क मार्के‍टिग को लेकर बनाये गये रूल्‍स के मुताबिक किसी भी नेटवर्क मार्कटिग की कम्‍पनी को अपनी कम्‍पनी को लेकर पूरी जानकारी अपनी वेबसाइड पर देनी होती है। नेटवर्क मार्केटिग करने के लिए एक आफिस का होना जरूरी है, उस कम्‍पनी के एक ओनर का होना जरूरी है।

जरा सोचिए अगर किसी को स्‍कैम करना है तो क्या वो अपना नाम अपनी वेबसाइट पर दिखाएगा? अधिकतर स्कैम बेस्ट कंपनी अपने ओनर का नाम वेबसाइट पर बिल्कुल भी नहीं दिखाती है | यह कंपनियां कहती हैं कि हम ब्लॉकचेन है, हम डिसेंट्रलाइज्ड है और इस भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है कारण हम किसी को भी अपनी डिटेल्स नहीं दिखाएंगे जबकि ऐसा नहीं हैं | अगर Bitcoin को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर बड़े बड़ी कंपनियां या जो कॉइन है उनके ऑनर्स की संपूर्ण जानकारी उनकी वेबसाइट में होती है | स्‍कैम कंपनी बिना नाम के या फेक नाम से अपना बिजनेस चलाते हैं लोगों को बरगलाते हैं, कहते हैं कि आपका बिजनेस बहुत तेजी से बढ़ेगा और लालच में लोग इन कंपनियों से जुड़कर अपना काफी पैसों का नुकसान करवा लेते हैं|

क्रिप्टो करेंसी बेस्ड MLM – बड़ा स्‍कैम

भारत समेत दुनिया भर में Cryptocurrency network marketing को लेकर एक बड़ा स्‍कैम चल रहा है।

अभी कुछ सालो पहले भारत और पूरी दुनिया में onecoin नाम की कम्‍पनी ने कमाई के नाम पर लगभग 4 बिलियन डॉलर का स्‍केम किया था। OneCoin कम्‍पनी ये दावा किया करती थी कि ये bitcoin जैसी Cryptocurrency को लिजिट करेंसी में बदलकर लेन देन करती है।

इस समय फॉरसेज Forsage नाम की कंपनी भारत में तेजी से चल रही है लाखो लोग इस पोंज़ी के हिस्से है। इस कंपनी के ओनर भी अब पकड़े जा चुके है।

इन दोनों कंपनियों ने Cryptocurrency network marketing करने का दावा किया था लेकिन ऐसा कुछ भी नही था क्‍योकि ऐसा कोई रूल अभी भारत में नही बना है जो किसी को भी Cryptocurrency network marketing में बदलने की इजाजत देता है।

जहा तक बात Cryptocurrency की है तो भारत सरकार ने भले ही Cryptocurrency को कानूनी मान्‍यता नही दी हो लेकिन ये अभी भारत में गैरकानूनी भी नही है। आप भारत में रहकर अभी भी Cryptocurrency को खरीद और बेच सकते है लेकिन इसकी सुरक्षा की जिम्‍मेदारी आपकी है क्‍योकि भारत में इसकी अब तक कोई गवर्निग बाडी नही है।

भारत सरकार क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर एक नया कानून बनाने पर भी विचार कर रही है। Cryptocurrency को लेकर कोई नया कानून लाकर भारत सरकार आरबीआई से मान्‍यता प्राप्‍त कोई अपनी Cryptocurrency लांच कर सकती है। अगर भारत सरकार अपनी Cryptocurrency ले आती है तो वो भारत में पूरी तरह से लीगल मानी जायेगी।

इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आपको इस बात का जवाब मिल गया होगा कि Cryptocurrency network marketing भारत में legal है या नही। हमे पूरी उम्‍मीद है कि आपको हमारा ये लेख पसन्‍द आया होगा। हमारे इस लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्‍यवाद

Cryptocurrency: भारत में कैसे होगा क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल?

सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने का फैसला किया था.

February 8, 2022

Crypto

नई दिल्ली. क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) देश में निवेश के रूप में एक बड़ा आप्शन सामने आया है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों की भरमार सी आ गई है. जब बजट 2022 के अपने भाषण में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जिक्र किया. तब से देश में क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानने और यह कैसे काम करती है, इस बारे में लोगों जानने के लिए बड़े ही उत्सुक हो रहे हैं. सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने का फैसला किया था.

  • डिजिटल लेनदेन बढ़ा
  • ये क्रिप्टोकरेंसी चलन में
  • क्रिप्टोकरेंसी के चयन पर सावधानी की जरूरत
  • 30 फीसदी लगेगा टैक्स

डिजिटल लेनदेन बढ़ा

डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया पिछले काफी समय से बढ़ी है. लोग लगातार डिजिटल लेनदेन में अपनी रुचि भी दिखा रहे हैं. कई विशेषज्ञ का मानना है कि दुनिया भर में अक्सर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का सहारा ले रहे हैं. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर विशेषज्ञ बहुत ही आशा लगाए बैठे हैं. चूंकि बिटकॉइन में बिचौलियों जैसी कोई समस्या नहीं है, इसलिए यह मुद्राओं के लिए लेनदेन की लागत को कम कर सकता है, जैसे कि पारंपरिक मुद्राएं, मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए भी इस्तेमाल की जा सकती हैं.

ये क्रिप्टोकरेंसी चलन में

जब भी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की बात आती है, तो सबसे पहला नाम बिटक्वाइन का आता है. दुनिया भर में बिटक्वाइन के अलावा और भी क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं- Ethereum (ETH), Litecoin (LTC), Cardano (ADA), Polkadot (DOT), Stellar (XLM) और Dogecoin (DOGE).

क्रिप्टोकरेंसी के चयन पर सावधानी की जरूरत

क्रिप्टोकरेंसी के चयन पर बहुत ही सावधानी की जरूरत होती है, क्योंकि डिजिटल करेंसी का बाजार अस्थिर होता है. यह पूरी तरह से बाजारी की स्थिति पर निर्भर करता है. दुनिया भर में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी का चलन है. लेकिन जरूरी नहीं कि सभी क्रिप्टोकरेंसी सभी देश में इस्तेमाल हो. हर देश में अलग-अलग तरीके से लेनदेन की प्रक्रिया होती है.

अब आप शेयर बाजार की तरह मुद्रा को खर्च करने या धारण करने का निर्णय लेते हैं. चाहे आप पोर्टफोलियो बनाएं. ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं से खरीदारी के लिए क्रिप्टोकुरेंसी का उपयोग करें या क्रिप्टोकुरेंसी स्वीकार करने वाले स्थानीय व्यापारियों से सामान या सेवाएं खरीदें.

विशेषज्ञ का मानना है कि डिजिटल करेंसी का उपयोग आने वाले भविष्य बहुत तेजी के साथ बढ़ेगा. क्योंकि इसका उपयोग अन्य तरीकों की तरह दिन-प्रतिदिन की भुगतान आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया जा सकता है.

क्रिप्टोक्यूरेंसी दुनिया भर में न्यूनतम लागत पर भुगतान के किसी भी अन्य तरीके की तुलना में बहुत तेजी से सुविधा प्रदान करती है. क्रिप्टोक्यूरेंसी (Cryptocurrency) के उपयोगकर्ता का मानना है कि अगर सरकार कार्ड और दूसरे डिजिटल वॉलेट की इजाजत दे तो, तो एक दिन ऐसा भी आएगा कि क्रिप्टोक्यूरेंसी पारंपरिक भुगतान प्रणाली की जगह ले लेगी. अगर ऐसा होता है तो क्रिप्टोकरेंसी राष्ट्रीय कानूनी मुद्रा और सोने जैसी पारंपरिक वस्तुओं के विकल्प के रूप में कार्य कर सकती है.

केंद्रीय बजट 2022-23 के भाषण में वित्त मंत्री ने उल्लेख किया कि डिजिटल या क्रिप्टो से होने वाली आय पर कर लगाया जाएगा. इस घोषणा ने क्रिप्टोक्यूरेंसी (Cryptocurrency) निवेशकों के बीच एक निश्चित डिग्री की आशा जगाई, क्योंकि उनका मानना ​​​​है कि उन पर कर लगाने का यह कदम स्पष्ट रूप से भविष्य में वैधीकरण का एक स्पष्ट संकेत है.

30 फीसदी लगेगा टैक्स

सरकार क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन पर कमाई पर 30 प्रतिशत का टैक्स लगाएगी. ऐसे लेन-देन पर नजर रखने के लिए 1 प्रतिशत की दर से टीडीएस का प्रावधान है. सेंट्रल बैंक के द्वारा डिजिटल करेंसी (CBDC) की शुरुआत से डिजिटल अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा मिलेगा. डिजिटल करेंसी एक अधिक कुशल और सस्ती मुद्रा प्रबंधन प्रणाली को भी बढ़ावा देगी. इसलिए, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 2022-23 से जारी किए जाने वाले ब्लॉकचेन और अन्य तकनीकों का उपयोग करते हुए, डिजिटल मुद्रा पेश करने का प्रस्ताव है.

DNA एक्सप्लेनर: क्या Cryptocurrency को मिली भारत सरकार से कानूनी मान्यता?

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डीएनए हिंदी: केंद्रीय बजट 2022 (Union Budget 2022) को भविष्य का बजट (Futuristic Budget) कहा जा रहा है. केंद्र सरकार के मुताबिक जब भारत 2047 में अपने स्वतंत्रता के 100 साल पूरे करेगा तब इस बजट के दूरगामी परिणाम नजर आएंगे. यह 2047 तक का आर्थिक रोडमैप तैयार करने वाला बजट है. बजट भारत को डिजिटल सुपर पॉवर बनाने की दिशा में उठाया गया एक कदम है.

बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बजट पेश करने के दौरान मंगलवार को डिजिटल करेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने की घोषणा की है. बजट में यह भी घोषणा की गई है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस साल भारत की नई डिजिटल मुद्रा लॉन्च करेगा. इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य और रक्षा के क्षेत्र में डिजिटल सेवाओं के विस्तार के लिए भी कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं. बैंकों को डाकघर से भी डिजिटल तौर पर जोड़ा जाएगा.

बजट 2022 में सबसे ज्यादा चर्चा डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी (crypto currency) पर हो रही है. सरकार ने डिजिटल और क्रिप्टो करेंसी पर नया टैक्स लगाया है. भारत में डिजिटल करेंसी से होने वाली कमाई पर अब 30 फीसदी टैक्स लगेगा. इसका मतलब है कि अगर कोई व्यक्ति अब डिजिटल मुद्रा में 100 रुपये का निवेश करता है और उसे 10 रुपये का लाभ होता है तो इस लाभ में से 3 रुपये कर के तौर पर सरकार को देना होगा.

क्या है Crypto Currency पर टैक्स का फॉर्मूला?

डिजिटल करेंसी के हर एक ट्रांजेक्शन (Transaction) पर सरकार को अलग से एक फीसदी टीडीएस (TDS) देना होगा. अगर किसी शख्स ने डिजिटल मुद्रा में निवेश किया है तो यह निवेश उसकी संपत्ति है. अब अगर यह शख्स इस संपत्ति को किसी और को ट्रांसफर करता है तो उसे उस संपत्ति की कुल लागत पर एक प्रतिशत की दर से अलग से टीडीएस देना होगा. TDS का मतलब सोर्स पर टैक्स कटौती है. यानी वह कर जो किसी सोर्स पर लगाया जाता है. सरकार आपसे हर महीने मिलने वाली सैलरी पर जो टैक्स लेती है, वह टीडीएस है. यानी कुल मिलाकर सरकार डिजिटल करेंसी को आय का जरिया मान रही है और इसकी कमाई पर 30 फीसदी टैक्स भी लगाया गया है.

क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगाकर इसे लीगल कर दिया है?

मौजूदा कानून के मुताबिक इस सवाल का जवाब हां या न में देना मुश्किल है. दरअसल सरकार सिर्फ उन्हीं डिजिटल करेंसी को लीगल मान रही है जिन्हें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जारी करेगा. इसका मतलब यह है कि फिलहाल मौजूद क्रिप्टोकरेंसी, जैसे कि बिटकॉइन को डिजिटल मुद्रा नहीं माना जाएगा. इसे डिजिटल एसेट माना जाएगा. अगर आपको यह सब जटिल लगता है तो इसे ऐसे समझें जैसे आप जो सोना खरीदते हैं या जो आपका घर है वह आपकी संपत्ति है. यह आपकी संपत्ति है, मुद्रा नहीं. इसी तरह, क्रिप्टो करेंसी भारत सरकार के लिए एक संपत्ति होगी और लोगों पर टैक्स लगाया जाएगा. इसलिए अगर आप सोच रहे हैं कि बिट कॉइन जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो यह तकनीकी रूप से सही नहीं होगा. हालांकि लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.


अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में डिजिटल करेंसी पर वहां की सरकारों द्वारा इसी तरह से टैक्स लगाया जाता है. यही वजह है कि इन देशों में इस मुद्रा को वैध माना जाता है. कुछ देश इस नियम का अपवाद भी माने जाते हैं.

कब लॉन्च होगी भारत की डिजिटल करेंसी?

2023 तक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी डिजिटल करेंसी को अलग से लॉन्च करेगा जो बाकी मुद्राओं की तुलना में अधिक सुरक्षित और स्थिर होगी. आसान भाषा में कहें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कागजी करेंसी छापता है, ठीक उसी तरह उसकी सील वाली डिजिटल करेंसी भी आएगी, जिससे लोग उसमें निवेश कर सकेंगे. अगर कोई व्यक्ति उपहार में डिजिटल करेंसी दूसरे व्यक्ति को भेजता है तो ऐसे में जिस व्यक्ति को यह करेंसी मिलती है उसे 30 फीसदी टैक्स देना होगा.

क्यों सरकार ने टैक्स लगाने का लिया फैसला?

सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ा कारण यह हो सकता है कि हमारे देश में क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों की संख्या आबादी का लगभग 8 प्रतिशत है. ये लोग इस समय डिजिटल करेंसी के तौर पर अपने 70,000 करोड़ रुपये का दांव लगा रहे हैं. पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने में भारतीय सबसे आगे हैं. सीधे शब्दों में कहें तो यह 30 फीसदी टैक्स सीधे तौर पर 70,000 करोड़ रुपये के निवेश की गारंटी देगा. भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ा सकता है. सरकार जानती है कि इस फैसले के बाद लोगों को डिजिटल करेंसी में निवेश के लिए प्रोत्साहन मिलेगा.

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