क्रिप्टो या एनएफटी वॉलेट बनाना चाहते हैं? यहां जानिए तरीका
क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल आर्टवर्क (एनएफटी) के लिए वॉलेट बनाना जरूरी है। क्योंकि यह सॉफ्टवेयर का उपयोग कर यूजर को क्रिप्टो करेंसी भेजने या प्राप्त करने के लिए ब्लॉकचेन नेटवर्क तक सुरक्षित पहुंच प्रदान करता है। क्रिप्टो या एनएफटी वॉॅलेट के लिए कस्टोडियल वॉलेट्स काफी लोकप्रिय हैं। लेकिन एनएफटी में डील करने के लिए नॉॅन-कस्टोडियल वॉलेट्स की जरुरत पड़ती है। अपना वॉलेट बनाने के लिए सबसे पहले MetaMask.io पर जाएं और क्रॉम से मेटामास्क डाउनलोड कर इंस्टॉल करें। क्रॉम में इसे एड करें और अपना अकाउंट बनाएं और पासवर्ड कन्फर्म करें। स्क्रीन शॉट्स न लें। पासवर्ड्स को लिखकर रखें। आप वॉॅलेट को रीनेम कर सकते हैं।
क्रिप्टो पर टैक्स कैसे वसूलेगी सरकार? आपको क्या अब पूरे क्रिप्टो निवेश पर देना होगा कर? जानिए हर सवाल का जवाब
क्रिप्टोकरेंसी समेत डिजिटल ऐसेट पर अब क्रिप्टो कैसे बनाते हैं भारत में 30 प्रतिशत का कर लगाने की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने अपने बजट भाषणा में की है। क्रिप्टो पर टैक्स की घोषणा का क्या है मतलब और ये कैसे लगाया जाएगा, जानें हर सवाल का जवाब-
क्रिप्टो पर भारत में लगेगा टैक्स (फाइल फोटो)
Highlights बजट में सभी क्रिप्टो ऐसेट से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत टैक्स की हुई है घोषणा। गिफ्ट में क्रिप्टोकरेंसी लेने पर भी टैक्स देना होगा, डिजिटल संपत्ति के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस भी देना होगा।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भारत में अब डिजिटल ऐसेट (इसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल) पर भी टैक्स लगेगा। क्रिप्टोबाजार में दिलचस्पी दिखाने वाले लोगों ने इस कदम का स्वागत किया क्योंकि यह देश में लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य को एक तरह से कानूनी दर्जा देता है।
हालांकि, इसके बाद वित्त मंत्री ने जब कहा कि सभी क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत तक का भारी कर लगेगा, तो ये कई लोगों को निराश कर गया। दरअसल यह म्युचुअल फंड या यहां तक कि शेयरों से होने वाली आय पर आप जितना भुगतान करते हैं, उससे भी कहीं अधिक क्रिप्टो कैसे बनाते हैं है।
यह नहीं, बजट भाषण के बाद सरकार की ओर से ये भी साफ किया गया कि क्रिप्टो पर नुकसान होता है तो अन्य ऐसेट के जरिए भरपाई की कोई व्यवस्था नहीं है। वित्त मंत्री ने डिजिटल संपत्ति के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव किया।
सीतारमण ने लोकसभा में वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए कहा कि क्रिप्टो और डिजिटल संपत्तियों में उपहार पर कर लगेगा। संसद में बजट पारित होने के बाद कर प्रस्ताव एक अप्रैल से अमल में आएगा। निर्मला सीतारमण की ओर से क्रिप्टो पर लगाए गए टैक्स को लेकर घोषणाओं के बाद अब भी कई सवाल इसका इस्तेमाल कर रहे लोगों के मन में घूम रहे हैं। आइए आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश करते हैं-
क्रिप्टोकरेंसी पर कर कैसे लगेगा, ये कैसे काम करेगा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट किया है कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत कर लगाया जाएगा। उदाहरण के लिए यदि आप अपने बिटकॉइन बेचकर 100 रुपये कमाते हैं, तो आपको सरकार को क्रिप्टो टैक्स के रूप में 30 रुपये का भुगतान करना होगा।
इंडिया टुडे के अनुसार सेबी के पंजीकृत वित्तीय सलाहकार जितेंद्र सोलंकी का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी पर 30 प्रतिशत कर लगाकर सरकार क्रिप्टो निवेश को संभवत: हतोत्साहित करना चाहती है।
क्या मुझे अपने पूरे क्रिप्टो निवेश पर टैक्स का भुगतान करना होगा?
नहीं। आपको केवल अपनी आय या क्रिप्टोकरेंसी से लाभ पर ही कर का भुगतान करना होगा। उदाहरण के लिए यदि आपने 5,000 रुपये की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी है और 5,500 रुपये में बेचते हैं तो केवल 500 रुपये पर 30 प्रतिशत कर लगेगा, न कि पूरे निवेश पर ये लागू होगा।
लॉन्ग टर्म लॉस के खिलाफ सेट ऑफ का क्या मतलब है?
मौजूदा आयकर कानून करदाताओं को लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ में अपने दीर्घकालिक नुकसान को समायोजित करने की अनुमति देते हैं। दूसरे शब्दों में यह करदाताओं क्रिप्टो कैसे बनाते हैं को उनके दीर्घकालिक लाभ पर कर का भुगतान करने से छूट देता है। हालांकि, क्रिप्टो आय के मामले में ऐसा संभव नहीं होगा।
अगर मैंने किसी को बिटकॉइन गिफ्ट क्रिप्टो कैसे बनाते हैं किया है, तो क्या मुझे टैक्स देना होगा?
नहीं, वित्त मंत्री ने साफ किया है कि केवल क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करने वाले व्यक्ति पर कर लगाया जाएगा। इसलिए अगर आप अपने दोस्त को 1 बिटकॉइन गिफ्ट कर रहे हैं तो उसे उस ट्रांजैक्शन पर टैक्स देना होगा।
कौन से लेनदेन पर 1 प्रतिशत टीडीएस लगेगा?
अपने बजट भाषण के तुरंत बाद वित्त मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए स्पष्ट किया कि होने वाले सभी क्रिप्टो लेनदेन पर 1 प्रतिशत कर कटौती होगी।
क्या टैक्स का मतलब है कि क्रिप्टो करेंसी को सरकार ने मान्यता दे दी?
नहीं, भारत में अभी भी कोई क्रिप्टो को लेकर कोई कानून नहीं है। टैक्स लगाने का मतलब है कि यह क्रिप्टो लेनदेन को वैधता देता है और सरकार ऐसे में सभी लेनदेन की निगरानी कर सकती है। आसान शब्दों में, यह भारत में क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाता है।
क्या बिटकॉइन अब एक मुद्रा है?
नहीं। वित्त मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि केवल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में मान्यता दी जाएगी। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को केवल डिजिटल संपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसका मतलब है कि जब आप उनमें निवेश कर सकते हैं, तो उनका उपयोग चीजों को खरीदने के लिए नहीं किया जा सकता है।
क्रिप्टो पर टैक्स कैसे वसूलेगी सरकार? आपको क्या अब पूरे क्रिप्टो निवेश पर देना होगा कर? जानिए हर सवाल का जवाब
क्रिप्टोकरेंसी समेत डिजिटल ऐसेट पर अब भारत में 30 प्रतिशत का कर लगाने की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने अपने बजट भाषणा में की है। क्रिप्टो पर टैक्स की घोषणा का क्या है मतलब और ये कैसे लगाया जाएगा, जानें हर सवाल का जवाब-
क्रिप्टो पर भारत में लगेगा टैक्स (फाइल फोटो)
Highlights बजट में सभी क्रिप्टो ऐसेट से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत टैक्स की हुई है घोषणा। गिफ्ट में क्रिप्टोकरेंसी लेने पर भी टैक्स देना होगा, डिजिटल संपत्ति के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस भी देना होगा।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भारत में अब डिजिटल ऐसेट (इसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल) पर भी टैक्स लगेगा। क्रिप्टोबाजार में दिलचस्पी दिखाने वाले लोगों ने इस कदम का स्वागत किया क्योंकि यह देश में लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य को एक तरह से कानूनी दर्जा देता है।
हालांकि, इसके बाद वित्त मंत्री ने जब कहा कि सभी क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत तक का भारी कर लगेगा, तो ये कई लोगों को निराश कर गया। दरअसल यह म्युचुअल फंड या यहां तक कि शेयरों से होने वाली आय पर आप जितना भुगतान करते हैं, उससे भी कहीं अधिक है।
यह नहीं, बजट भाषण के बाद सरकार की ओर से ये भी साफ किया गया कि क्रिप्टो पर नुकसान होता है तो अन्य ऐसेट के जरिए भरपाई की कोई व्यवस्था नहीं है। वित्त मंत्री ने डिजिटल संपत्ति के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव किया।
सीतारमण ने लोकसभा में वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए कहा कि क्रिप्टो और डिजिटल संपत्तियों में उपहार पर कर लगेगा। संसद में बजट पारित होने के बाद कर प्रस्ताव एक अप्रैल से अमल में आएगा। निर्मला सीतारमण की ओर से क्रिप्टो पर लगाए गए टैक्स को लेकर घोषणाओं के बाद अब भी कई सवाल इसका इस्तेमाल कर रहे लोगों के मन में घूम रहे हैं। आइए आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश करते हैं-
क्रिप्टोकरेंसी पर कर कैसे लगेगा, ये कैसे काम करेगा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट किया है कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत कर लगाया जाएगा। उदाहरण के लिए यदि आप अपने बिटकॉइन बेचकर 100 रुपये कमाते हैं, तो आपको सरकार को क्रिप्टो टैक्स के रूप में 30 रुपये का भुगतान करना होगा।
इंडिया टुडे के अनुसार सेबी के पंजीकृत वित्तीय सलाहकार जितेंद्र सोलंकी का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी पर 30 प्रतिशत कर लगाकर सरकार क्रिप्टो निवेश को संभवत: हतोत्साहित करना चाहती है।
क्या मुझे अपने पूरे क्रिप्टो निवेश पर टैक्स का भुगतान करना होगा?
नहीं। आपको केवल अपनी आय या क्रिप्टोकरेंसी से लाभ पर ही कर का भुगतान करना होगा। उदाहरण के लिए यदि आपने 5,000 रुपये की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी है और 5,500 रुपये में बेचते हैं तो केवल 500 रुपये पर 30 प्रतिशत कर लगेगा, न कि पूरे निवेश पर ये लागू होगा।
लॉन्ग टर्म लॉस के खिलाफ सेट ऑफ का क्या मतलब है?
मौजूदा आयकर कानून करदाताओं को लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ में अपने दीर्घकालिक क्रिप्टो कैसे बनाते हैं नुकसान को समायोजित करने की अनुमति देते हैं। दूसरे शब्दों में यह करदाताओं को उनके दीर्घकालिक लाभ पर कर का भुगतान करने से छूट देता है। हालांकि, क्रिप्टो आय के मामले में ऐसा संभव नहीं होगा।
अगर मैंने किसी को बिटकॉइन गिफ्ट किया है, तो क्या मुझे टैक्स देना होगा?
नहीं, वित्त मंत्री ने साफ किया है कि केवल क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करने वाले व्यक्ति पर कर लगाया जाएगा। इसलिए अगर आप अपने दोस्त को 1 बिटकॉइन गिफ्ट कर रहे हैं तो उसे उस ट्रांजैक्शन पर टैक्स देना होगा।
कौन से लेनदेन पर 1 प्रतिशत टीडीएस लगेगा?
अपने बजट भाषण के तुरंत बाद वित्त मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए स्पष्ट किया कि होने वाले सभी क्रिप्टो लेनदेन पर 1 प्रतिशत कर कटौती होगी।
क्या टैक्स का मतलब है कि क्रिप्टो करेंसी को सरकार ने मान्यता दे दी?
नहीं, भारत में अभी भी कोई क्रिप्टो को लेकर कोई कानून नहीं है। टैक्स लगाने का मतलब है कि यह क्रिप्टो लेनदेन को वैधता देता है और सरकार ऐसे में सभी लेनदेन की निगरानी कर सकती है। आसान शब्दों में, यह भारत में क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाता है।
क्या बिटकॉइन अब एक मुद्रा है?
नहीं। वित्त मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि केवल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में मान्यता दी जाएगी। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को केवल डिजिटल संपत्ति के क्रिप्टो कैसे बनाते हैं रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसका मतलब है कि जब आप उनमें निवेश कर सकते हैं, तो उनका उपयोग चीजों को खरीदने के लिए नहीं किया जा सकता है।
ये है क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने का सही तरीका | क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें
अगर आप जान्ना चाहते हैं क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें, और आपको इसमें निवेश करने का तरीका नही पता तो अब आपको चिन्ता करने की ज़रुरत नहीं. क्योंकि इस लेख में आपको क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने का सरल क्रिप्टो कैसे बनाते हैं तरीका बताऊंगा. साथ ही क्रिप्टो करेंसी कहाँ से खरीदनी चाहिए और क्रिप्टो एक्सचेंज पर अकाउंट केसे बनाते हैं इसके बारे में भी पूरी जानकारी दूंगा.
अगर आपको क्रिप्टो क्रिप्टो कैसे बनाते हैं में निवेश करना है तो मेरी राय आपके लिए ये है की इसमें केवल उतना ही पैसा डालें, जिसके खो जाने से आपकी जेब पर कोई फर्क न पड़ता हो. क्योंकि क्रिप्टो मार्केट के अन्दर उतार चढ़ाव बहुत अधिक होता है, अभी अगर किसी कॉइन का प्राइस १० रुपए है तो कुछ ही दिनों के भीतर उसकी कीमत 1 रुपया भी हो सकती है और 100 रुपए भी हो सकती है.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने का सही तरीका जान्ने से पहले ये जान्ना बहुत ज़रूरी है, की क्रिप्टो में सिर्फ तब ही निवेश करें जब क्रिप्टो मार्केट कम से कम 70% गिर चूका है. बढती हुई करेंसी को कभी न खरीदें, क्योंकि वो पहले ही बढ़ चुकी होती है, और निवेश करने के बाद कम से कम 3 साल तक खरीदी हुई करेंसी को ना बेंचे. क्योंकि क्रिप्टो को दोबारा रिकवर करने में इतना समय लगता ही है. अगर 3 साल से पहले आपके निवेश किये हुए पेसे पर अच्छा प्रॉफिट हो रहा हो तब आप उसे बेंचने के बारे में सोच सकते हो.
क्रिप्टो करेंसी कहां से खरीदें
किसी भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के लिए आपके पास क्रिप्टो एक्सचेंज का अकाउंट होना आवश्यक है, बिना अकाउंट खोले आप किसी भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश नहीं कर सकते. वेसे तो भारत में क्रिप्टो एक्सचेंज के बहुत सरे ऐप मोजूद हैं, लेकिन मेरी नज़र में इनमे सबसे बेहतर ऐप WazirX है, क्योंकि इस पर अकाउंट बनाना और क्रिप्टो खरीदना वे बेंचा बेहद आसान है.
वजीर-एक्स पर अकाउंट बनाने के लिए आपको 5 चीज़ों की आवश्यकता होती है, इसके लिए आपके पास मोबाइल नंबर, ई-मेल आई-डी, पेनकार्ड, आधार कार्ड और बेंक अकाउंट नंबर का होना ज़रूरी है. क्योंकि बिना इनके KYC कम्पलीट नहीं हो पाती, और किसी भी क्रिप्टो को खरीदने से पहले KYC का होना ज़रूरी होता है.
अकाउंट बनाना शुरू करने से पहले इन सभी चीज़ों को अपने पास रखलें, और इस लिंक से WazirX ऐप को डाउनलोड कर के KYC कम्प्लीट करलें. अब आपके पास क्रिप्टो करंसी में निवेश करने के लिए अकाउंट मोजूद है, अब बस आप किसी भी क्रिप्टो को चुने और निवेश करना शुरू कर दें.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने का सही तरीका
किसी भी क्रिप्टो में निवेश करने से पहले उस करेंसी के बारे में एक बार पूरी जानकारी ज़रूर पढ़ लेनी चाहिए. इसमें धियान देने वाली बात ये होती है, की उस करेंसी को किसने बनाया था, और क्या उस क्रिप्टो कैसे बनाते हैं के डेवेलपर ने पहले भी कोई कॉइन बनाया है. अगर बनाया है तो उसका पिछला कॉइन कितना सफल रहा, इसके अलावा आप जिस क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना चाहते हो, उसका पास्ट केसा रहा ये भी देखना ज़रूरी है.
मतलब जिस करेंसी में आप निवेश करना चाहते हो, वो कॉइन अगर 2014 में मार्केट में आया था, तो तब उसकी कीमत कितनी थी. 2014 के बाद 2017 में उस कॉइन का प्राइस कितना बढ़ा और 2018 में कितना घटा.
अगर उस कॉइन का प्राइस 2017 में 1,000% बढ़ा और 2018 में 9,00% गिरा तो आपको 2022, 23 या 24 में उसमे निवेश करने से पहले देखना होगा, उसका प्राइस 2021 में कितनी प्रतिशत बढ़ा था, और क्या उस कोइन के बढ़ने और घटने का प्रतिशत एक जेसा रहता है. इसके अलावा वो कॉइन कितने साल बाद अपने पिछले हाई प्राइस के पास आता है. इस्से आपको ये समझने में आसानी होगी की उस कॉइन में कब निवेश करना सही रहेगा और कब उस कॉइन को बेंचना सही रहेगा.
उदाहरण के तोर पर अगर 2017 में उस कॉइन का प्राइस अपने निचले स्तर से अपने हाई प्राइस तक 1,000% बढ़ा, और 2021 में 2018 के निचले स्तर से 1,100% बढ़ा, इसका मतलब वो कॉइन 1,000 से 1,100% तक बढ़ता है. बिलकुल एसे ही ये भी देखना है की 2018 में 2017 के टॉप प्राइस से कितने पर्तिशत प्राइस गिरा, और क्या 2021 में भी उतना ही गिर चूका है. अगर उसका प्राइस उतना ही गिर चूका है तो आपको उसमे निवेश करना शुरू कर देना चाहिए.
आखरी शब्द:-
मुझे लगता है ये लेख पढने के बाद आपको क्रिप्टो करेंसी में कैसे निवेश करें, इस सवाल का जवाब मिल गया होगा, इसके अलावा आपको निवेश करने का सही तरीका भी समझ आगया होगा. अगर अब भी आपका कोई सवाल है तो आप बिना झिझक मुझसे कमेन्ट के ज़रिये पूछ सकते हैं और कांटेक्ट पर क्लिक करके भी इसके बारे में सवाल पूछ सकते हैं.
अगर आपको मेरा ये लेख पसंद आया तो इसे शेयर ज़रूर करदें आपके क्रिप्टो कैसे बनाते हैं शेयर करने से मुझे बहुत अधिक ख़ुशी मिलती है.
Cryptocurrency kya hai hindi mein. How to invest in cryptocurrency in Hindi
हेलो दोस्तों और एक नया लेख में आपका स्वागत है. आजकल जहां भी आप आंख डालोगे तो हर कोई क्रिप्टोकरंसी के बात कर रहे हैं. जो लोग कभी इस आभासी मुद्रा पर विश्वास ही नहीं कर रहे क्रिप्टो कैसे बनाते हैं थे उन लोगों ने भी आज बहुत सारे क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बात कर रहे हैं. आज हम आपको बताने वाले है Cryptocurrency kya hai
पहले पहले लोगों को यह लगता था कि क्रिप्टोकरंसी ऐसा कुछ भी नहीं है जहां से हम कुछ अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं. परंतु समय बदलता रहता है इसके साथ-साथ सारे चीजें भी बदलता रहता है. आज का समय में बिटकॉइन का वैल्यू बहुत ही बढ़ चुका है. जिन लोगों ने पहले से ही बिटकॉइन खरीद के रखा था आज की तारीख में उन लोगों ने एक तरीके का वित्तीय व्यक्ति हो चुके हैं. बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का हिस्सा है जोकि दुनिया में पहले आया था. मतलब आप यह बोल सकते हैं कि बिटकॉइन दुनिया का सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी है और अभी के टाइम पर सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है.
अभी हम जितना भी बात किए आप यही सोच रहे होंगे कि आखिर यह cryptocurrency kya hai. आज हम आपको यह बताने वाले हैं कि cryptocurrency kya hai hindi mein. तो बिना समय वेस्ट किए यह देख लेते हैं क्रिप्टोकरंसी क्या होता है.
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क्रिप्टोकरेंसी को हिंदी में आभासी मुद्रा बोला जाता है. दुनिया का कोई भी व्यक्ति आज तक इसी को फिजिकली नहीं देखा है. जैसे कि हर देश के पास अपना-अपना मुद्रा होती है. जैसे इंडिया में रुपया चलता है, अमेरिका में डॉलर चलता है वैसे ही क्रिप्टोकरंसी एक तरह का मुद्राएं होती है. परंतु जिससे कि आप पैसा को देख सकते हैं छू सकते हैं परंतु क्रिप्टोकरंसी को आप वैसे नहीं कर सकते. फिर भी उसी का बहुत ही ज्यादा value है. डॉलर से भी ज्यादा !
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