यदि आप भी करते हैं शेयर ट्रेडिंग तो रहें सावधान
Gurugram News Network - यदि आप भी शेयर ट्रेडिंग करते हो और डीमेट अकाउंट खुलवाना चाहते हो तो सावधान हो जाओ। ऐसा न हो कि डीमेट अकाउंट खुलवाने के नाम पर आपको ठग अपना शिकार बना सकते हैं। ऐसा ही एक मामला अंसल एसेंशिया सोसाइटी में सामने आया है। साइबर थाना साउथ पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में अंसल एसेंशिया सोसाइटी के रहने वाले जतिन जुनेजा ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग करने के लिए मोतिलाल ओसवाल कंपनी से संपर्क किया था। कुछ देर बाद उन्हें एक अज्ञात का फोन आया जिसने स्वयं को उक्त कंपनी से बात करना बताया। डीमेट अकाउंट खोलने के नाम पर उसने आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत कुछ अन्य दस्तावेज लिए। इसके बाद डीमेट अकाउंट खोलने के लिए उनसे ओटीपी वैरिफाई कराया और राशि की मांग की।
उन्होंने बताया कि उन्होंने डीमेट अकाउंट के लिए अलग-अलग समय में उन्हें 25 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद वह डीमेट अकाउंट खोलने में साॅफ्टवेयर की दिक्कत होने की बात कही। करीब दो घंटे बाद उनके ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी बैंक खाते से रुपए निकल गए। इस पर उन्होंने साइबर थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कहीं देर ना हो जाए! फेस्टिव सीजन में आपको ठगने निकले हैं साइबर ठग- ऑनलाइन शॉपिंग से पहले जरा गौर करें
Festive Fraud: इस मौसम का मजा किरकिरा करने के लिए साइबर ठग भी लोगों को ठगने के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी नए-नए तरीके आजमाने के लिए तैयार हो गए हैं. इससे बचने के लिए साइबर एक्सपर्ट ने ये राय दी है.
Festive Fraud: त्योहारों का सीजन यानी खरीदारी करने का मौसम और घूमने का मौसम, लेकिन इस मौसम में अगर आप ऑनलाइन ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी खरीदारी कर रहे हैं या फिर घूमने का प्लान भी ऑनलाइन बुकिंग के जरिए कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए. ऐसा इसलिए क्योंकि कई साइबर क्रिमिनल इस त्यौहार के समय का ही फायदा उठाते हैं. बता दें कि पूरे देश में नवरात्रि का त्यौहार शुरू हो गया है, जिसे बड़ी धूमधाम से देशवासी मना रहे हैं और इसी के साथ बाकी त्योहारों का मौसम भी शुरू हो चुका है. लेकिन इस मौसम का मजा किरकिरा करने के लिए साइबर ठग भी लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके आजमाने के लिए तैयार हो गए हैं.
खाली हो सकता है बैंक अकाउंट!
सबसे ज्यादा साइबर ठग लोगों को खरीदारी पर भारी डिस्काउंट का लालच देकर लुभाने की कोशिश करते हैं. वही बाहर घूमने जा रहे लोगों की ऑनलाइन बुकिंग पर भी इन साइबर ठगों की नजर रहती है. अगर इंटरनेट पर सर्च करते वक्त आप इन भारी डिस्काउंट के झांसे में फंसे तो यह ठग आपको अपनी बातों में फंसा कर आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकते हैं.
ऑनलाइन ठगी से ऐसे बचें
साइबर एक्सपर्ट प्रशांत माली का कहना है लोगों को लुभाने के लिए यह ठग इंटरनेट पर रातों-रात वेबसाइट बना लेते हैं और लोगों को भरोसा दिलाने के लिए यह विज्ञापनों को भी खरीदते है लेकिन इन सब से बचने के लिए आपकी सतर्कता जरूरी है.
साइबर ठगो से इन त्योहारों के मौसम में सतर्क रहने के लिए मुंबई पुलिस ने भी आम लोगों को कहा है. मुंबई पुलिस का कहना है कि पिछले दिनों उनके पास ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी इसी तरह के कुछ मामले सामने आए. जिनमें से एक मामले में फाइव स्टार होटल बुकिंग के नाम पर एक ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी शख्स के साथ ठगी कर ली गई. वही दूसरे मामले में नवरात्रि में सस्ते दामों में इलेक्ट्रॉनिक सामान देने के नाम पर ठगी कर ली गई. पुलिस इन ठगों की तलाश कर रही है और पैसे को वापस रिकवर करने की कोशिश भी कर रही है.
त्यौहारी सीजन में ज्यादा बढ़ता है खतरा!
पुलिस का कहना है कि आजकल साइबर क्राइम की संख्या काफी बढ़ गई है. ये क्राइम भी किसी खास समय पर ज्यादा बढ़ता है जैसे त्योहारों का सीजन. ऐसे समय में हमें और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है और किसी भी नई या लोक लुभावनी वेबसाइट या फिर फोन पर आने वाले मैसेज से बचने की जरूरत है.
10वीं फेल ने पढ़े-लिखे लोगों को लगाया करोड़ों का चूना, काम पर रखे थे इंजीनियर
गूगल प्ले स्टोर पर आईटीसी ट्रेड नाम की फर्जी एप्लीकेशन तैयार कर रखी है जिसके द्वारा लोगों से ठगी की जाती है
राजस्थान के जयपुर में राजसमन्द के मार्बल व्यवसायी के साथ फोरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 4 ठगों को गुजरात से गिरफ्तार किया गया है. इस गिरोह का मास्टर माइंड खुद 10वीं फेल है, जबकि गिरोह में बीई व बीटेक किए हुए लोगों को रखा गया था. गूगल प्ले स्टोर पर आईटीसी ट्रेड नाम की फर्जी एप्लीकेशन तैयार कर लोगों से ठगी की जा रही थी .
एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी रेहान खान (19) सूरत, गुजरात का रहने वाला है. इसके साथ रोहताश, बिहार निवासी अमीश दुबे (28) जिला , मोहम्मद जेद (23) एवं मदनी (20) को भी गिरफ्तार किया गया है. इस गिरोह द्वारा राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, मुंबई व अन्य राज्यों ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी के कई लोगों को फोरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का शिकार बना करोड़ों रूपयों की ठगी की जा चुकी ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी है.
ठगी का अनूठा तरीका, ट्रेड नाम की फर्जी एप्लीकेशन से करते हैं ठगी
गिरोह के मास्टर माइंड रेहान द्वारा गूगल प्ले स्टोर पर आईटीसी ट्रेड नाम की फर्जी एप्लीकेशन बनाई गई है. इसमें फोरेक्स ट्रेडिंग की मार्केटिंग में उतार चढाव को दर्शाया जाता है. लेकिन यह खुद रिहान के हाथ में रहता है कि कब कितना दिखाना है. सबसे पहले अपने दोस्तों के परिचितों को निशाना बनाया जाता है जो पैसो की तंगी से जूझ रहे हों और उनके बैंक खातें खुलवाकर उनके चैक बुक, एटीएम कार्ड , ऑनलाइन बैंकिंग के लाॅग इन आईडी पासवर्ड ले लेता है, जिसके बदले में उन्हें कुछ पैसे दे देता है.
MP: 10वीं पास 'नटवरलाल' ने 26 देशों के लोगों से करोड़ों ठगे, कोर्ट में किया सरेंडर
एसटीएफ के लगातार दबाव बनने के बाद आरोपी रुपेश राय ने जिला कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
कोर्ट में सरेंडर करने वाले 'नटवरलाल' की पहचान जबलपुर (Jabalpur) निवासी रुपेश राय के तौर पर की गई है. उसपर 26 देशों के ल . अधिक पढ़ें
- News18 Madhya Pradesh
- Last Updated : September 08, 2019, 09:01 IST
भोपाल. 26 देशों के लोगों से ऑनलाइन ट्रेडिंग (online trading) में निवेश करने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला 'नटवरलाल' अब सलाखों के पीछे पहुंच गया है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) का रहने वाला यह नटवरलाल सिर्फ 10वीं पास है. एमपी एसटीएफ (MP Special Task Force) ने जब इस पर शिकंजा कसा तो इसने ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
इस नटवरलाल पर 10 हजार रुपए का था इनाम
इस नटवरलाल ने 26 देशों के लोगों को 'क्रिप्टो करेंसी' (Cryptocurrency) के नाम पर करोड़ों रुपये की चपत लगाई है. बता दें कि क्रिप्टो करेंसी वर्चुअल करेंसी है. 'क्रिप्टो-करेंसी' को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. इस नटवरलाल की पहचान जबलपुर निवासी रुपेश राय के रूप में हुई है. इससे पहले एसटीएफ (STF) ठगी के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी. आरोपी रुपेश के लंबे समय से फरार होने की वजह से उस पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था.
एसटीएफ को शिकायत मिल रही थी कि ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर ठगी की जा रही है. इन शिकायतों की जांच के बाद नवंबर 2018 में आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471, 120बी और आईटी एक्ट के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज की गई. जांच में खुलासा हुआ कि ऑनलाइन ट्रेडिंग में लोगों को ज्यादा कमीशन देने का लालच देकर उनसे करोड़ों रुपये की ठगी की गई.
STF को एमपी में ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर लोगों से ठगी की शिकायत मिल रही थी.
रुपेश राय ने सिर्फ भारत के लोगों को ही चूना नहीं लगाया, उसने विदेशी नागरिकों के साथ भी ठगी की. तीन महीने पहले ही एसटीएफ ने दिल्ली से ठगी से जुड़े बृजेश रायकवार और उसकी पत्नी सीमा को गिरफ्तार किया था. इसके बाद तीन और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. इसमें मुख्य आरोपी रुपेश राय की गिरफ्तारी के लिए जबलपुर और मुंबई में दबिश दी गई, लेकिन उसका कहीं सुराग नहीं मिला था.
एसटीएफ के दबाव के कारण आरोपी रुपेश राय ने जिला कोर्ट में सरेंडर कर दिया. एसटीएफ ने गिरोह के मास्टरमाइंड को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. पूछताछ में आरोपी की जबलपुर और मुंबई में करोड़ों की संपत्ति होने का खुलासा हुआ है. मामले की जानकारी एसटीएफ डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने दी है.
26 देशों के 8327 लोगों से जालसाजी
एसटीएफ डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि आरोपी ने ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कोलंबिया, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, इंडोनेशिया, ईटली, जापान, मलेशिया, पाकिस्तान, फिलीस्तीन, पौलेंड, रूस, सिंगापुर, स्विटजरलैंड, इंग्लैंड, तुर्की, अमेरिका, बैंकॉक, चीन समेत 26 देशों के करीब 8327 लोगों के साथ करोड़ों की ठगी की है. रुपेश राय ने ऑनलाइन ट्रेडिंग का सिस्टम तैयार किया था. उसने हांगकांग से ली गई तकनीक के आधार पर क्रिप्टो करेंसी के तहत गोल्ड यूनियन कॉइन का ईजाद किया था. इस तरह करीब एक साल से ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था.
ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के जरिए दिया मोटे-मुनाफे का लालच, युवक के अकाउंट से निकाले 13 लाख रुपए
शुरुआत में युवक ने 10 हजार रुपए निवेश किए और ऐप में तुरंत 10 के 18 हजार रुपए दिखने शुरू हो गए। इतना मुनाफा देखने के बाद उसके मन में और लालच आ गया। युवक से इसके बाद तीन लाख रुपए निवेश करने के लिए कहा गया और उसने बैंक से लोन लेकर एक लाख रुपए पहले जमा कर दिए।
ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के जरिए युवक के अकाउंट से उड़ाए 13 लाख रुपए ( फोटो- QQCR.COM)
दिल्ली में ठगों ने एक युवक के अकाउंट से 13 लाख रुपए उड़ा दिए और युवक ने इसमें से कुछ पैसे बैंक से लोन लेकर भी दिए थे। दरअसल ठगों ने युवक को लालच दिया था कि वह उसे मुनाफा कमाने में मदद करेंगे और इसके लिए उसे अपने अकाउंट में एक ऐप इंस्टॉल करनी होगी। युवक उनकी बातों में आ गया और अगले दिन से इन्होंने युवक से निवेश के नाम पर पैसे डालने के लिए कहा।
युवक ने इस मामले में दिल्ली के जगतपुरी थाने में शिकायत भी दी है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है। युवक ने बताया, ‘वह पैसे कमाने के कुछ अवसर खोज रहा था और इस बीच वह सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव था। एक दिन फेसबुक पर उसके पास मैसेज आया कि थोड़ा सा निवेश करके अच्छे पैसे कमा सकता है और ये ऑनलाइन ट्रेडिंग होगी।’
शिकायत में बताया गया कि ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी इसके बाद युवक ने निवेश करना शुरू कर दिया। शुरुआत में उसने 10 हजार रुपए निवेश किए और ऐप में तुरंत 10 के 18 हजार रुपए दिखने शुरू हो गए। इतना मुनाफा देखने के बाद उसके मन में और लालच आ ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी गया। युवक से इसके बाद तीन लाख रुपए निवेश करने के लिए कहा गया और उसने बैंक से लोन लेकर एक लाख रुपए पहले जमा कर दिए। जब युवक को पैसों की तंगी हुई तो उसने उन्हें निकालने का प्रयास किया।
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ऐप में नोटिफिकेशन आने लगा कि पैसे निकालने के लिए उसे तीन लाख रुपए डालने पड़ेंगे। ऐसे करते-करते युवक ने 13 लाख रुपए उस ऐप में जमा कर दिए। इससे पहले की कुछ संभव हो पाता युवक को ये पता चल गया कि उसके साथ ठगी हो गई है।
हालांकि बाद में उसने नंबर पर भी प्रयास करने का प्रयास किया जोकि एक फ्रॉड कॉल निकली। इसके बाद युवक ने इसकी जानकारी पुलिस को देने का फैसला किया। जिसके बाद उसने दिल्ली के जगतपुरी थाने में इसकी शिकायत दे दी है।
अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि इसकी जांच कौन करेगी? क्योंकि मामला ऑनलाइन फ्रॉड का है ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी तो इसे साइबर क्राइम की जांच करने वाली एजेंसी को भी ट्रांसफर किया जा सकता है। पुलिस आरोपियों की जांच में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ठगी भी जुट गई है।
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