Jibe at Centre: केंद्र पर बरसीं महुआ मोइत्रा, पूछा- डूब रही अर्थव्यवस्था. बताइए कौन है 'असली पप्पू' ?
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने कहा अर्थव्यवस्था (Economy) संभालने में केंद्र सरकार विफल हो रही है. महुआ बोलीं कि जहां एक ओर औद्योगिक उत्पादन में कमी आ रही है वहीं विदेशी मुद्रा भंडार में भी गिरावट देखी जा रही है.
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने मंगलवार को सदन में अर्थव्यवस्था (Economy) के मुद्दे विदेशी मुद्रा शिक्षा पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. इस दौरान महुआ मोइत्रा ने अर्थव्यवस्था संभालने के तौर-तरीकों पर सवाल उठाते हुए पूछा कि बताइए असली पप्पू (Pappu) कौन है. NSO आंकड़ों का हवाला देते हुए मोइत्रा बोलीं कि अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन (Industrial Production) में चार प्रतिशत की कमी आई, जो 26 महीने के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंचा है. वहीं विदेशी मुद्रा भंडार में भी करीब एक साल में 72 अरब डॉलर की गिरावट देखी गई है.
Parliament Winter Session: तवांग झड़प पर सरकार-विपक्ष में रार, हंगामेदार रहा सदन
'ED का हो रहा गलत इस्तेमाल'
महुआ ने कहा कि बीते नौ सालों में लाखों लोग भारत छोड़कर जा चुके हैं, ऐसा क्यों हो रहा है कि भारत के नागरिक विदेशों में जाकर शिफ्ट हो रहे हैं. महुआ ने ये भी कहा कि केंद्र सरकार विपक्षी दलों के नेताओं को परेशान करने के लिए ही ईडी समेत अन्य सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि लोगों का प्रतिनिधित्व करते हुए हमारी ये जिम्मेदारी बनती है कि हम सरकार की अक्षमता को लेकर सवाल उठाएं.
अप नेक्स्ट
Jibe at Centre: केंद्र पर बरसीं महुआ मोइत्रा, पूछा- डूब रही अर्थव्यवस्था. बताइए कौन है 'असली पप्पू' ?
UP News: 'साइकिल' पर चढ़ने को फिर तैयार राजभर और मौर्य, बोले- BJP का कर सकते हैं उलटफेर
Kolkata International Film Festival: अमिताभ बच्चन को मिले भारत रत्न- ममता बनर्जी
Kiren Rijiju: संसद में कानून विदेशी मुद्रा शिक्षा मंत्री किरेन रिजिजू बोले- जजों की नियुक्ति में केंद्र सरकार का सीमित रोल
AgniV Missiles Test: विदेशी मुद्रा शिक्षा दुश्मन को मिलेगा करारा जवाब, अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण
Parliament Winter Session Full Day Update: केंद्र ने पिछले 5 सालों में विज्ञापनों पर खर्च किए 3,723 करोड़
और वीडियो
Winter Session: संसद में टीवी पर भड़काऊ बहस का मुद्दा गूंजा, सरकार ने दिया ये जवाब
Rahul Gandhi: जब संसद का सेक्योरिटी गार्ड राहुल गांधी से बोला. 'बहुत मजा आ रहा, अडानी के स्टॉक खरीदे हैं
Evening News Brief: नीरव मोदी की भारत वापसी का रास्ता साफ, अमीरी का ताज छिनने के बाद मस्क का बड़ा फैसला
UP News: महिला कॉन्सटेबल से फोन छीना, कमिश्नर ने SHO को फोन पर कर दिया सस्पेंड
Nirav Modi: अब भारत लाया जाएगा नीरव मोदी, ब्रिटेन में कोई कानूनी विकल्प नहीं बचा
Supreme Court: गोधरा कांड के दोषी को 17 साल बाद जमानत, उम्रकैद की है सजा
UP News: बाहुबली मुख्तार अंसारी को 10 साल की सजा, जानें क्या है पूरा मामला?
Delhi News: महिला आयोग ने फ्लिपकार्ट और अमेजन को भेजा नोटिस, क्या है तेजाब कांड का कनेक्शन?
रोहतक PGI में जमकर चले लात-घूंसे, नर्सिंग भर्ती के दौरान हुए हंगामें का वीडियो वायरल
Shraddha Walkar murder case: श्रद्धा की ही थीं जंगल से मिली हड्डियां, पिता के DNA से हुआ मिलान
विदेशी मुद्रा भंडार 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.2 अरब डॉलर पर पहुंचा
मुंबई। विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति, स्वर्ण भंडार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास आरक्षित निधि में जबरदस्त बढ़ोतरी होने की बदौलत देश का विदेशी मुद्रा भंडार 02 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया वहीं इसके पिछले सप्ताह यह 2.9 अरब डॉलर बढ़कर 550.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
रिजर्व बैंक की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, 02 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 9.7 अरब डॉलर की बढ़ोतरी लेकर 496.98 अरब डॉलर हो गयी।
इसी तरह इस अवधि में स्वर्ण भंडार में 1.09 अरब डॉलर की बढ़त आई और यह बढ़कर 41.03 अरब डॉलर हो गया।
आलोच्य सप्ताह विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) में 16.4 करोड़ डॉलर की तेजी आई और यह बढ़कर 18.05 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
इसी तरह इस अवधि में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास आरक्षित निधि 7.5 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी लेकर 5.12 अरब डॉलर हो गई।
Related Posts
अमेठी: बाइक सवार को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर मौत, कुंडा चौराहे के पास हुई घटना
UP Weather: सर्द हवाओं से यूपी में बढ़ने वाली है ठिठुरन, कई जगहों पर रहेगा घना कोहरा
निकाय चुनाव : अधिसूचना जारी होते ही लगेगी आरओ-एआरओ की ड्यूटी
बहराइच: संदिग्ध परिस्थितियों में चीनी मिल परिसर में गन्ना किसान की मौत, भाई ने जताई हत्या की आशंका
विदेशी मुद्रा भंडार 14 महीनों के सबसे कम स्तर पर
पिछले कुछ महीनों से विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट आ रही है। अगस्त 2021 के अंत में रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के पास 640.70 अरब डालर विदेशी मुद्रा भंडार था जो कि जून 2022 के अंत में घटकर कर 588.31 अरब डॉलर हो गया है।
देश के पास विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहा है। रुपये की कीमत में गिरावट आ रही है। साथ ही देश का व्यापार घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। यह विदेशी मुद्रा शिक्षा सभी बातें आपस में कैसे जुडी हुई हैं? इनमें परिवर्तन होने पर हमारी अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ता है? चलिए इस पूरे मुद्दे को समझते हैं।
विदेशी मुद्रा भंडार
दरअसल विदेशी मुद्रा भंडार में केंद्रीय बैंक, रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा रखी गई धनराशि या अन्य परिसंपत्तियां होती हैं। इनमें विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियाँ(FCA), स्वर्ण भंडार, विशेष आहरण अधिकार (SDR) और विदेशी मुद्रा शिक्षा विदेशी मुद्रा शिक्षा अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ रिज़र्व ट्रेंच शामिल होती हैं। जरूरत पड़ने पर विदेशी मुद्रा भंडार से विदेशी ऋण का भुगतान आसानी से किया जा सकता है।
पिछले कुछ महीनों से विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट पिछले 10 महीनों से आ रही है। अगस्त 2021 के अंत में हमारे केंद्रीय बैंक के पास 640.70 अरब डालर विदेशी मुद्रा भंडार था, जोकि जून 2022 के अंत में गिर कर 588.31 अरब डॉलर हो गया है। विदेशी मुद्रा भंडार पिछले 14 महीनों के निम्न स्तर पर है। जैसा कि निचे चित्र दिखया गया है।
देश के पास ज्यादातर विदेशी मुद्रा शिक्षा विदेशी मुद्रा भंडार, विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति(FCA) के रूप में ही होता है। यह परिसंपत्तियां एक या एक से अधिक मुद्रा के रूप में भी हो सकती है। लेकिन इन विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों का मूल्यांकन डॉलर में ही किया जाता है। अगस्त 2021 के अंत में देश के पास 578.41 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां थी जोकि मौजूदा समय में घटकर 524.74 अरब डॉलर हो गयी है।
विदेशी मुद्रा भंडार के घटने का असर रुपये की कीमत पर पड़ता है। विदेशी मुद्रा भंडार कम होने पर डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में भी कमी आएगी जैसा कि मौजूदा समय में देखा जा रह है। कल सोमवार को रुपये की कीमत गिर कर 79.43 रुपये प्रति डॉलर के निम्न स्तर पर आ गयी है। रुपये के गिरने पर भारत द्वारा किये जाने वाले वस्तुओं के आयात मूल्य में वृद्धि हो जाएगी और निर्यात मूल्य में कमी आएगी क्योंकि रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले कम हो रही है। जिसके कारण व्यापार घाटा बढ़ेगा जैसा कि मौजूदा समय में देखा गया है। जून के महीने में व्यापार घाटा बढ़कर अब तक के रिकार्ड स्तर 25.6 अरब डॉलर हो गया है।
हालांकि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने सोमवार को रुपये की कीमत को स्थिर रखने के लिए कुछ देशों जैसे रूस और श्रीलंका के साथ व्यापार रुपये में करने की अनुमति दे दी है, जिससे काफी हद तक रुपये की कीमत पर असर पड़ेगा। क्योंकि भारत सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात करता है। रूस तेल का सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
भारत तेल की कुल आपूर्ति का बड़ा हिस्सा रूस से आयात करता है। ऐसा संभव हो सकता है कि रूस के साथ रुपये में व्यापार करने पर रुपये की कीमत में और गिरावट न आए और विदेशी मुद्रा भंडार पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़े। लेकिन भारत को अब भी यूरोप और एशिया के कई देशों के साथ डॉलर में ही व्यापार करना होगा।
विदेशी मुद्रा भंडार के बढ़ने पर रुपये की कीमत में मजबूती आती है। जिसके परिणामस्वरूप देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और रुपये की कीमत में स्थिरता बनी रहती है। साथ ही विदेश में निवेश करने वाले लोगों को भी बहुत ज्यादा फायदा पहुँचता है।
अपने टेलीग्राम ऐप पर जनवादी नज़रिये से ताज़ा ख़बरें, समसामयिक मामलों की चर्चा और विश्लेषण, प्रतिरोध, आंदोलन और अन्य विश्लेषणात्मक वीडियो प्राप्त करें। न्यूज़क्लिक के टेलीग्राम चैनल की सदस्यता लें और हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित हर न्यूज़ स्टोरी का रीयल-टाइम अपडेट प्राप्त करें।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने जोर देकर कहा-रुपया हर दूसरी मुद्रा के मुकाबले मजबूत
वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने आज लोकसभा में कहा कि भारतीय रूपया अन्य मुद्राओं के मुकाबले मजबूत स्थिति में है। उन्होंने कहा कि डॉलर और विदेशी मुद्रा शिक्षा रूपये में उतार-चढाव का असर अर्थव्यवस्था पर न पडे इसके लिए रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भण्डार का इस्तेमाल किया है। वित्तमंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भारत में हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत सबसे तेज गति से बढती अर्थव्यवस्था वाला देश है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 383