आज के समय में हर राष्ट्र, राज्य, देश विकास करना चाहता है । विकास एक बहुआयामी (Manifold) प्रकिया है । जिसके द्वारा अनेक स्तरों पर विकास होता है । यह निश्चित लक्ष्यों के साथ एक विशिष्ट दिशा में परिवर्तन की ओर ले जाती है । एक शब्द के रूप में सामाजिक प्रक्रिया के किसी भी पहलू के बेहतर प्रगति या परिवर्तन के बारे में बताती है ।
राजनीतिक विकास क्या है
Hello दोस्तों ज्ञानउदय में आपका एक बार फिर स्वागत है और आज हम बात करते हैं, राजनीति विज्ञान में राजनीतिक विकास की । इस Topic के अंदर हम जानेंगे राजनीतिक विकास का अर्थ, परिभाषा, लक्षण और उसकी प्रकृति के बारे में । राजनीति विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए यह महत्वपूर्ण विषय है ।
राजनीतिक विकास का अर्थ
राजनीति विज्ञान के क्षेत्र में 1960 के दशक में यह एक अवधारणा थी, जिसमें राजनीति में होने वाले बदलाव को विश्लेषण के रूप में देखा आधारभूत विश्लेषण क्या है गया । इसका उद्देश्य नवोदित एवं विकासशील देशों की राजनीतिक प्रक्रिया का विश्लेषण करना था । राजनीतिक विकास को राजनीतिक परिवर्तन के नाम से भी जाना जाता है । दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यह राजनीतिक चिंतन के क्षेत्र में विकसित अवधारणाओं में से एक है । राजनीतिक विकास की अवधारणा का संबंध नए बने और विकासशील राष्ट्रों की संस्थागत प्रक्रियाओं, स्थिति, आधारभूत विश्लेषण क्या है लक्ष्य और गतिविधियों से है । अगर देखा जाए तो यह राजनीतिक आधुनिकीकरण का एक रूप है ।
Data Analysis in Hindi,डाटा एनालिसिस क्या है।
Data Analysis शब्द का अर्थ है,डाटा का विश्लेषण करना यानि डाटा को परखना। यह डाटा किसी भी प्रकार का और किसी भी क्षेत्र से हो सकता है,जैसे की मेडिकल का डाटा ,कंस्ट्रक्शन का डाटा या फिर किसी बड़ी संस्था या रिटेल का डाटा। लेकिन अब सवाल उठता है,की डाटा का विशेलषण आंखिर क्यों किया जाता है,और इसकी क्या प्रक्रिया है,तो आइये समझते हैं।
डाटा एनालिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है,जिसके द्वारा Raw और Unstructured डाटा में से उपयोगी जानकारियाँ निकाली जाती हैं, ताकि निकाली गई इन जानकारियों के आधार पर प्रभावी निर्णय लिए जा सकें।
Data Analysis प्रक्रिया में डाटा का निरीक्षण उसकी प्रोसेसिंग,क्लीनिंग,ट्रांसफॉर्मिंग और मॉडलिंग शामिल होती है,और इन सभी प्रक्रियाओं का इस्तेमाल कर Raw डाटा में से अपने काम की जानकारी निकाल ली जाती है,ताकि इस जानकारी के आधार पर बेहतर निर्णय लिए जा सकें।
डाटा एनालिसिस क्यों किया जाता है।
डाटा एनालिसिस करने के पीछे का कारण सीधे तोर पर उपयोगी जानकारियाँ जुटाना है,ताकि जुटाई गई जानकारी के अनुसार आगे की प्रभावी रणनीति तैयार की जा सके और उपयुक्त कदम उठाए जा सके।
data एनालिसिस आज किसी भी बिज़नेस का एक प्रमुख हिस्सा है,जहाँ पर बिज़नेस के पिछले सारे डाटा का डाटा साइंटिस्ट या डाटा एनालिस्ट के द्वारा विश्लेषण किया जाता है,और एनालिसिस की एक तय प्रक्रिया के द्वारा डाटा को प्रोसेस किया जाता है,जिसके बाद बिज़नेस से जुड़ी उपयोगी जानकारियाँ प्राप्त होती है,जिन्हे Processed Data भी कहा जाता है।
इन उपयोगी जानकारियों से बिज़नेस की पिछली पूरी रिपोर्ट मिल जाती है,उदाहरण के तोर पर जैसे बिज़नेस को डेवलप करने के लिए क्या कदम उठाए गए थे,उनसे बिज़नेस को क्या फायदा या नुकसान हुवा इत्यादि और फिर इन्ही आंकड़ों के अनुसार आगे के लिए उचित निर्णय लिए जाते हैं।
डाटा एनालिसिस की प्रक्रिया। Method of Data Analysis in Hindi.
किसी Raw डाटा में से उपयोगी जानकारी निकालने के आधारभूत विश्लेषण क्या है लिए Data Analysis Process का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक प्रक्रिया है जिसका पालन करने के बाद ही एनालिसिस पूरी हो पाती है और उपयोगी जानकारी सामने निकल कर आती है।
डाटा एनालिसिस प्रोसेस के अंतर्गत निम्नलिखित चरण शामिल हैं।
यह डाटा एनालिसि का सबसे पहला और मुख्य चरण है,जिसमे आपको अपनी जरुरत को समझना होता है,यानि किस प्रकार का डाटा एनालिसिस आप चाहते हैं,और उससे क्या परिणाम की इच्छा रखते हैं। इस चरण का उद्देश्य आपकी डाटा एनालिसिस की जरुरत को समझना होता है,जैसे क्या,कैसे और क्यों ताकि स्पष्टता रहे।
Data Collection:-
पहले चरण के बाद आपके सामने स्पष्टता आ जाएगी और इसका अगला चरण है डाटा कलेक्शन का। यह एक महत्वपूर्ण चरण होता है क्योंकि इसमें सही डाटा श्रोतों के चुनाव पर ही एनालिसिस का परिणाम निर्भर करता है।डाटा कलेक्शन में सबसे पहले Internal Sources से डाटा जुटाया जाता है,
Contractual staff आधारभूत विश्लेषण क्या है with salary
Ans: The monthly payment towards the contractual teachers and the pro rata payment to the teachers may be regulated as follows.
SI. No | Designation | Station | Consolidated Pay |
---|---|---|---|
1 | PGT All Subject | Normal | Rs. 27500/- |
2 | Hard | Rs. 32500/- | |
3 | Very Hard | Rs. 35000/- | |
4 | TGT All Subject | Normal | Rs. 26250/- |
5 | Hard | Rs. 31250/- | |
6 | Very Hard | Rs. 33750/- | आधारभूत विश्लेषण क्या है|
7 | PRT | Normal | Rs.2,1250/- |
8 | Hard | Rs. 26250/- | |
9 | Very Hard | Rs. 28750/- | |
10 | Computer Instructor (Teaching in classes Ill to V) | Normal | Rs. 21250/- |
11 | Hard | Rs. 26250/- | |
12 | . Very Hard | Rs. 28750/- | |
13 | Computer Instructor (teaching classes VI onwards) | Normal | Rs. 26250/- |
14 | Hard | Rs. 31250/- | |
15 | Very Hard | Rs. 33750/- | |
16 | Vocational Instructor for craft/dance musk/art/sports etc. | Normal | Rs. 21250/- |
17 | Hard | Rs. 26250/- | |
18 | Very Hard | Rs. 28750/- | |
19 | Spoken English Teacher | Normal | Rs.18750/- |
20 | Hard | Rs. 23750/- | |
21 | Very Hard | Rs. 26250/- |
संगठन से आप क्या समझते हैं
उत्तर -संगठन लोक प्रशासन का सबसे महत्त्वपूर्ण तत्त्व है। सामान्य बोलचाल की भाषा में हम कह सकते हैं कि किसी कार्य को योजनाबद्ध ढंग से करना ही संगठन है। दूसरे शब्दों में , कोई कार्य प्रारम्भ करने से पहले उसको भली प्रकार से नियोजित कर लिया जाए , इसी को संगठन कहते हैं।
ऑक्सफोर्ड शब्दकोश के अनुसार ' संगठन ' शब्द का अर्थ है -किसी वस्तु का व्यवस्थित ढाँचा बनाना अथवा किसी वस्तु का आकार निश्चित करना तथा उसको कार्य करने की स्थिति में लाना।
संगठन में तीन तत्त्व निहित हैं
संगठन के आधार
लूथर गुलिक ने संगठन के निम्न चार आधार बतलाए हैं Purpose, Process, Persons तथा Place, जिन्हें ' चार पी ' (Four 'P's) के नाम से जाना जाता है। इनका विवरण निम्न प्रकार है ___
सरकार विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करने के लिए अनेक कार्य करती है। जैसे — प्रतिरक्षा , शिक्षा की व्यवस्था , यातायात का प्रबन्ध , जन-स्वास्थ्य की व्यवस्था , पेयजल की पूर्ति , अपराधों पर नियन्त्रण आदि। इन कार्यों को करने के लिए विभिन्न संगठनों का निर्माण किया जाता है। आधारभूत विश्लेषण क्या है उदाहरण के लिए , प्रतिरक्षा हेतु सेना और पुलिस विभाग , शिक्षा हेतु विद्यालय तथा महाविद्यालय , यातायात व्यवस्था हेतु परिवहन विभाग आदि स्थापित किए जाते हैं
राष्टीय और स्थानीय सरकारों के प्रमुख विभाग भी उद्देश्य के आधार पर ही होते हैं। निजी प्रशासन की बड़ी-बड़ी इकाइयों में भी प्रमुख विभाग उद्देश्य के आधार पर ही होते हैं। उद्देश्य के आधार पर संगठन बनाने का तात्पर्य यह है कि वे सभी लोग जो किसी एक उद्देश्य की प्राप्ति के लिए काम करते हैं , चाहे उनकी प्रक्रिया कुछ भी क्यों न हो , एक ही विभाग के अंग होंगे।
(2) प्रक्रिया-
प्रक्रिया के आधार पर विभागीय संगठन करने का अभिप्राय व्यावसायिक अथवा विशिष्ट योग्यता के आधार पर सेवाओं का वर्गीकरण करना है। प्रक्रिया के आधार पर संगठित विभागों के कर्मचारी विशेषज्ञ होते हैं। इस पद्धति में एक-सी पद्धति से कार्य करने वाली तथा एक-सी सामग्री का उपयोग करने वाली सेवाओं को एक विभाग के अन्तर्गत संगठित किया जाता है। भारत में परमाणु ऊर्जा विभाग , विधि कार्य विभाग , न्याय विभाग , रसायन तथा पेट्रो रसायन विभाग , विज्ञान एवं तकनीकी विभाग , इस्पात विभाग इस प्रकार के विभाग हैं।
व्यक्ति समूह अथवा प्रभावित हितों के आधार पर विभागीय संगठन का अर्थ यह है कि सेवा किए जाने वाले व्यक्तियों के आधार पर प्रशासनिक इकाइयों को एक ही विभाग में संगठित कर लिया जाए। ऐसे विभाग होंगे — बाल विभाग , वृद्ध विभाग , कृषक विभाग , बेरोजगारी विभाग आधारभूत विश्लेषण क्या है आदि। इनमें से प्रत्येक विभाग अनेक प्रकार के कार्यों का प्रबन्ध करेगा। भारत में महिला कल्याण तथा बाल विकास विभाग , पेंशन तथा पेंशनभोगी कल्याण विभाग इस प्रकार के विभागों के उदाहरण हैं।
आधारभूत विश्लेषण क्या है
अस्वीकरण :
इस वेबसाइट पर दी की गई जानकारी, प्रोडक्ट और सर्विसेज़ बिना किसी वारंटी या प्रतिनिधित्व, व्यक्त या निहित के "जैसा है" और "जैसा उपलब्ध है" के आधार पर दी जाती हैं। Khatabook ब्लॉग विशुद्ध रूप से वित्तीय प्रोडक्ट और सर्विसेज़ की शैक्षिक चर्चा के लिए हैं। Khatabook यह गारंटी नहीं देता है कि सर्विस आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, या यह निर्बाध, समय पर और सुरक्षित होगी, और यह कि त्रुटियां, यदि कोई हों, को ठीक किया जाएगा। यहां उपलब्ध सभी सामग्री और जानकारी केवल सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए है। कोई भी कानूनी, वित्तीय या व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए जानकारी पर भरोसा करने से पहले किसी पेशेवर से सलाह लें। इस जानकारी का सख्ती से अपने जोखिम पर उपयोग करें। वेबसाइट पर मौजूद किसी भी गलत, गलत या अधूरी जानकारी के लिए Khatabook जिम्मेदार नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने के हमारे प्रयासों के बावजूद कि इस वेबसाइट पर निहित जानकारी अद्यतन और मान्य है, Khatabook किसी भी उद्देश्य के लिए वेबसाइट की जानकारी, प्रोडक्ट, सर्विसेज़ या संबंधित ग्राफिक्स की पूर्णता, विश्वसनीयता, सटीकता, संगतता आधारभूत विश्लेषण क्या है या उपलब्धता की गारंटी नहीं देता है।यदि वेबसाइट अस्थायी रूप से अनुपलब्ध है, तो Khatabook किसी भी तकनीकी समस्या या इसके नियंत्रण से परे क्षति और इस वेबसाइट तक आपके उपयोग या पहुंच के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 307