इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव और म्यूचुअल फंड में से चुनें.

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पारदर्शिता और विश्वास के साथ, वैल्यू-आधारित प्रोडक्ट प्रदान किए जाते हैं.

डीमैट अकाउंट डिजिटल मोड पर ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करता है. यह स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने का पहला कदम है, विशेषकर अगर आप बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में ट्रेड करना चाहते हैं. डीमैट अकाउंट के साथ, आप कमोडिटी, इक्विटी और म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करके फाइनेंशियल वेरिएबल के दौरान भी पैसे बना सकते हैं और उसे बढ़ा सकते हैं.

बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड आपको मुफ्त में अकाउंट खोलने की सुविधा देता है और किफायती सब्सक्रिप्शन प्लान में उपलब्ध कई ट्रेडिंग विकल्प प्रदान करता है. बीएफएसएल सुविधाजनक ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए पेपरलेस और आसान अकाउंट रजिस्ट्रेशन की सुविधा प्रदान करता है.

डीमैट अकाउंट में डिजिटल मोड में शेयर, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) आदि जैसी फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ होती हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए, डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना पहला चरण है. समय के साथ, महंगाई निवेशित पैसे की कीमत को कम करती है. स्टॉक मार्केट में शेयर बाज़ार में कम ब्रोकरेज शुल्क इन्वेस्ट करने से आपको अपने पैसे को काम पर लगाने का और उसे सही तरीके से बढ़ाने का अनुकूल अवसर मिलता है. बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ लिमिटेड के साथ आप ऑनलाइन मुफ्त* डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं.

Stock Market Trading: इन तरीकों से बढ़ा सकते हैं स्टॉक मार्केट से कमाई, जानिए कैसे घट जाता है वास्तविक मुनाफा

Stock Market Trading: इन तरीकों से बढ़ा सकते हैं स्टॉक मार्केट से कमाई, जानिए कैसे घट जाता है वास्तविक मुनाफा

स्टॉक मार्केट में जब आप पैसे लगाते हैं तो ब्रोकरेज, एसटीटी (सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन फीस), एक्सचेंज ट्रांजैक्शन चार्ज, जीएसटी, सेबी चार्ज, स्टांप ड्यूटी जैसे टैक्स व चार्जेज चुकाने होते हैं और इन्हें काटकर ही शुद्ध मुनाफा या नुकसान आपको हासिल होता है. (Image- Pixabay)

Stock Market Trading: अगर आप स्टॉक मार्केट शेयर बाज़ार में कम ब्रोकरेज शुल्क में कारोबार करते हैं और शेयरों की सक्रिय रूप से खरीद-बिक्री करते हैं तो इससे जुड़े चार्जेज के बारे में पहले से कैलकुलेशन कर लेना चाहिए. यह कैलकुलेशन इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे मुनाफा बढ़ाने में मदद मिलती है. इक्विटी में जब आप पैसे लगाते हैं तो यह इंट्रा-डे होता है या डिलीवरी या फ्यूचर या ऑप्शंस, इन सभी तरीकों में पैसे लगाने पर मुनाफा अलग-अलग हासिल होता है. स्टॉक मार्केट में जब आप पैसे लगाते हैं तो ब्रोकरेज, एसटीटी (सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन फीस), एक्सचेंज ट्रांजैक्शन चार्ज, जीएसटी, सेबी चार्ज, स्टांप ड्यूटी जैसे टैक्स व चार्जेज चुकाने होते हैं और इन्हें काटकर ही शुद्ध मुनाफा या नुकसान आपको हासिल होता है.

इन चार तरीकों से होती है ट्रेडिंग

  • Intra-Day Equity: जब आप शेयर की खरीद-बिक्री यानी लांग या शॉर्ट पोजिशन सिर्फ एक ही दिन के लिए लेते हैं यानी कि आज ही खरीदकर बेच दिया तो यह इंट्रा-डे के तहत माना जाता है. इसमें इक्विटी की होल्डिंग नहीं मिलती है.
  • Delivery Equity: इंट्रा-डे के विपरीत डिलीवरी ट्रेडिंग में आप जो शेयर खरीदते हैं, उसे डीमैट खाते में रखा जाता है और इसकी होल्डिंग कुछ समय के लिए मिलती है. इंट्रा-डे में चाहे घाटा हो या फायदा, पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ करना जरूरी होता है, जबकि डिलीवरी इक्विटी ट्रेडिंग में अपने हिसाब से जब चाहें किसी भी कारोबारी समय पर शेयरों की बिक्री कर सकते हैं.
  • Future: यह खरीदार और विक्रेता के बीच एक वायदा है जिसके तहत एक खास दिन निश्चित प्राइस पर स्टॉक्स का लेन-देन होता है. सौदा हो जाने के बाद दोनों ही पार्टियों को इस सौदे शेयर बाज़ार में कम ब्रोकरेज शुल्क को पूरा करना अनिवार्य है और कोई भी पक्ष मुकर नहीं सकता है.
  • Options: ऑप्शंस के तहत किसी खास दिन निश्चित प्राइस शेयर बाज़ार में कम ब्रोकरेज शुल्क पर लेन-देन के लिए एक सौदा होता है जिसमें कुछ प्रीमियम चुकाना होता है. ऑप्शंस के तहत कॉल और पुट दो विकल्प मिलते हैं. कॉल ऑप्शंस के तहत खरीदार को खरीदने का अधिकार मिलता है और पुट ऑप्शंस के तहत बेचने का.

मुनाफे पर ऐसे पड़ता है असर

ऊपर चार तरीकों के बारे में जानकारी दी गई जिससे आप शेयर शेयर बाज़ार में कम ब्रोकरेज शुल्क मार्केट के जरिए पैसे कमाते हैं. अब नीचे देखते हैं कि आपको सभी तरीके से कितना मुनाफा हो रहा है-

  • मान लेते हैं कि आप किसी कंपनी के 1 हजार रुपये के 400 शेयरों को खरीदकर इंट्रा-डे में ही 1100 रुपये में बेच देते हैं तो कुल टर्नओवर 8.40 लाख रुपये का हुआ. इस पर ब्रोकरेज, एसटीटी, एक्सचेंज ट्रांजैक्शन फीस, जीएसटी, सेबी शुल्क और स्टांप ड्यूटी मिलाकर करीब 202.24 रुपये टैक्स व चार्जेज के रूप में चुकाने होंगे. इस ट्रेडिंग में आपको 39795.76 रुपये का मुनाफा होगा.
  • अगर आप 1 हजार रुपये के 400 शेयरों को खरीदकर डिलीवरी लेते हैं यानी कि उनकी बिक्री किसी और दिन 1100 रुपये के भाव पर करते हैं तो कुल टर्नओवर 8.40 लाख रुपये का हुआ लेकिन टैक्सेज व चार्जेज के रूप में 935.04 रुपये चुकाने होंगे. इसमें 39064.96 रुपये का मुनाफा हुआ जो इंट्रा-डे ट्रेडिंग से कम है. हालांकि इंट्रा-डे में बहुत रिस्क है क्योंकि इसमें मुनाफा हो या नुकसान, पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ करना ही होगा.

Paytm का तोहफा, अब केवल 10 रुपए की मामूली शुल्क देकर शेयर बाजार में करें निवेश

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भारत के घरेलू डिजिटल वित्तीय सेवा प्लेटफॉर्म पेटीएम ने गुरुवार को घोषणा की कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पेटीएम मनी ने फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (एफ एंड ओ) ट्रेडिंग को सभी के लिए खोल दिया है। इसका उद्देश्य एक महत्वपूर्ण धन प्रबंधन उत्पाद (वेल्थ मैनेजमेंट प्रॉडक्ट) के रूप में एफ एंड ओ ट्रेडिंग के साथ जनता को सशक्त बनाना है.

कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसे अपने अर्ली एक्सेस प्रोग्राम के लिए 1 लाख से अधिक अनुरोधों के साथ अपने प्लेटफॉर्म पर एफएंडओ ट्रेडिंग के लिए जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। ट्रेडिंग अब सभी के लिए पेटीएम मनी एप और वेबसाइट पर लाइव है.

शेयर में निवेश करने में कितने तरह के खर्च होते हैं?

shareinvestment

  • शेयर खरीदने या बेचने के हर ट्रांजेक्शन (transaction) पर कई तरह के खर्च शामिल होते हैं।
  • इन खर्चों के चलते शेयर ट्रांजेक्शन की लागत (cost) बढ़ जाती है।
  • ब्रोकरेज फर्म भी हर ट्रांजेक्शन के लिए अपनी फीस (Fees) वसूलते हैं

सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स
यह अनिवार्य चार्ज है, जो फीसदी के रूप में लगता है। शेयरों की डिलीवरी (delivery) वाले ट्राजेक्शन पर सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) की दर 0.1 फीसदी है।

स्टैंप ड्यूटी और जीएसटी
स्टैंप ड्यूटी राज्य सरकार वसूलता है,क्योंकि शेयरों के ट्रांजेक्शन में सिक्योरिटी (security) एक पार्टी से दूसरे पार्टी को ट्रांसफर (transfer) होती है। जीएसटी (सेंट्रल एंड स्टेट जीएसटी) ट्रांजेक्शन के लिए ब्रोकरेज चार्ज के फीसदी के रूप में लगता है। इसकी मौजूदा दर सीजीएसटी (CGST) के लिए 9 फीसदी और एसजीसीटी (SGST) के लिए 9 फीसदी है।

Paytm Money के जरिए भी शेयर बाजार में कर सकेंगे निवेश; जानें क्या है ट्रेडिंग चार्ज, अकाउंट खुलवाने का प्रोसेस

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नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर शेयर बाज़ार में कम ब्रोकरेज शुल्क बाजार में ट्रेडिंग के इच्छुक लोग अब Paytm Money के जरिए भी शेयर बाजार में निवेश कर सकेंगे। वर्तमान में कंपनी ने बीटा वर्जन के जरिए सीमित यूजर्स के जरिए इस सुविधा की शुरुआत की है। इसका मतलब है कि अब आप पेटीएम मनी पर भी अपना डिमैट अकाउंट ओपन करा सकते हैं और निवेश कर सकते हैं। पेटीएम मनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कंपनी आपसे 10 रुपये का शुल्क लेगी। इसके अलावा कंपनी ने अकाउंट खोलने के लिए केवाईसी की पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल रखी है।

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