उन्होंने यह भी कहा, "एक ऐसी मुश्किल घड़ी में हमारे सम्माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का समर्थन करने के लिए मैं प्रधानमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये की राशि दान करूंगा. उनका अनुकरणीय और प्रेरणादायक नेतृत्व वास्तव में हमारे देश को इस कोरोना महामारी से बाहर निकालेगा."

Coronavirus Pandemic से लड़ने के लिए 'बाहुबली' प्रभास ने दान की है इतनी बड़ी रकम, कई और सेलेब आए आगे

By: एबीपी न्यूज़, एजेंसी | Updated at : 27 Mar 2020 06:23 AM (IST)

कोरोना वायरस से फैली महामारी से लड़ने के लिए पूरा देश एकजुट है और सभी लोग अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार इसमें सहयोग दे रहे हैं. खासतौर पर अगर हम साउथ फिल्म इंडस्ट्री की बात करें तो कई नामी चेहरों ने इस मु्श्किल घड़ी में मदद का हाथ आगे बढ़ाया हेडगे कोष क्या है है.

हाल ही में 'बाहुबली' स्टार प्रभास ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए एक बड़ी धनराशि दान दी है. प्रभास ने 4 करोड़ रुपये की ब़ड़ी रकम दान में दी है. प्रभास ने गुरुवार को 3 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में और 50-50 लाख रुपये आंध्र प्रदेश व तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किए.

प्रभास हाल ही में जॉर्जिया से लौटे हैं, जहां उनकी अगली फिल्म 'प्रभास 20' की शूटिंग चल रही थी. वहां उनके साथ पूजा हेगड़े भी थीं. वहां से लौटने के बाद दोनों ने एहतियातन खुद को 14 दिनों तक स्व-एकांतवास में रखा.

Better Cotton Council and Governance

बेटर कॉटन का भविष्य बेटर कॉटन काउंसिल द्वारा आकार हेडगे कोष क्या है दिया गया है, जो एक निर्वाचित बोर्ड है जो कॉटन को वास्तव में स्थायी भविष्य की ओर ले जाता है। परिषद संगठन के केंद्र में बैठती है और हमारी रणनीतिक दिशा के लिए जिम्मेदार है। साथ में, 12 परिषद के सदस्य उस नीति को आकार देते हैं जो अंततः हमारे मिशन को पूरा करने में मदद करती है: कपास समुदायों को जीवित रहने और पनपने में मदद करने के लिए, जबकि पर्यावरण की रक्षा और बहाल करना।

हमारी परिषद किसी भी समूह या समितियों की भी स्थापना करती है जो हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं। दो स्थायी समितियाँ हैं: कार्यकारी समिति और वित्त समिति। निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावों की निगरानी के लिए प्रत्येक चुनाव दौर के दौरान एक नामांकन समिति भी स्थापित की जाती है।

परिषद का गठन कैसे किया जाता है?

परिषद में निर्वाचित और नियुक्त सदस्य होते हैं। 2,100+ बेहतर कॉटन सदस्यों से बनी महासभा, परिषद के लिए प्रत्येक सदस्यता श्रेणी से दो प्रतिनिधियों का चुनाव करती है। काउंसिल के सदस्यों को उन संगठनों और कंपनियों से लिया जाता है जो चार प्रमुख बेटर कॉटन सदस्यता श्रेणियों का प्रतिनिधित्व करते हैं: खुदरा विक्रेता और ब्रांड, आपूर्तिकर्ता और निर्माता, निर्माता संगठन और नागरिक समाज।

प्रत्येक श्रेणी में अधिकतम तीन सीटें हेडगे कोष क्या है होती हैं, दो निर्वाचित और एक मौजूदा परिषद द्वारा नामित। यह हमें यह सुनिश्चित करने में सक्षम बनाता है कि हमारे पास नौकरी के लिए सही लोग हैं और यह सुनिश्चित करता है कि हम विविध प्रतिभाओं का समावेशी तरीके से उपयोग कर रहे हैं। एक बार निर्वाचित और मनोनीत सदस्यों हेडगे कोष क्या है हेडगे कोष क्या है का निर्धारण हो जाने के बाद, परिषद एक विशेषज्ञ बाहरी दृष्टिकोण के लिए तीन अतिरिक्त स्वतंत्र परिषद सदस्यों को नियुक्त कर सकती है।

महाराष्ट्र : निर्भया फंड के 'दुरुपयोग' पर विवाद जारी, हेडगे कोष क्या है हेडगे कोष क्या है विपक्ष लगातार उठा रहा जांच की मांग

Click to Expand & Play

महाराष्ट्र : निर्भया फंड के

‘निर्भया कोष' (निर्भया फंड) के तहत मुंबई पुलिस द्वारा खरीदे गए कुछ वाहनों का उपयोग महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों की सुरक्षा के लिए किए जाने के मामले पर विवाद जारी है. विपक्ष जहां इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है. वहीं, सरकार तर्क देकर अपने बचाव में लगी हुई है. सरकार का कहना है कि महाविकास अघाड़ी के कार्यकाल में महिलाओं के प्रति अपराध बहुत ज्यादा बढ़ गए थे.

यह भी पढ़ें

एनडीटीवी से बात करते हुए शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा कि केंद्र सरकार ने 5 हजार 800 करोड़ रुपये दिए, उसमें से 3 हजार 700 करोड़ सभी राज्यों को एलोकेट किया. महाराष्ट्र में निर्भया फंड का 0.1 परसेंट फंड यूज हुआ है. इसके लिए वो हेडगे कोष क्या है हहाकार मचा रहे हैं. इनकी सरकार में लगभग 8 लाख मामले महिलाओं के प्रति अपराध के दर्ज हुए. उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

हेगड़े ने कहा, " उन्होंने एक पैसे निर्भया फंड का इस्तेमाल नहीं किया. जब सरकार जाने वाली थी तब उन्होंने वाहनों की खरीद की. जांच तो होनी ही चाहिए. लेकिन हमारी नहीं उनकी. मंत्रियों के लिए गाड़ी का इस्तेमाल इसलिए किया गया, क्योंकि उनके ऊपर हमला हुआ था."

वहीं, सराकर में उनके सहयोगी बीजेपी के नेता आलोक वत्स ने कहा कि मेरा मानना है कि किसी खास काम के लिए अगर कोई सामान दिया गया है, उसका इस्तेमाल किसी और काम के लिए नहीं होना चाहिए. फंड का दुरुपयोग हेडगे कोष क्या है नहीं हुआ है, क्योंकि पैसे तो गाड़ियां खरीदने के लिए ही दिए गए थे. लेकिन खरीद के बाद इसका काम दूसरे हेडगे कोष क्या है मकसद से हुआ ये गलत है. बीजेपी बेटियों को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं कर सकती है. इस काम को कोई आदमी ऐप्रीसिएट नहीं करेगा.

कोरोना लॉकडाउन के बीच भोजपुरी हेडगे कोष क्या है एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने मुख्यमंत्री राहत कोष में डोनेट किए एक लाख रुपये

कोरोना लॉकडाउन के बीच भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने मुख्यमंत्री राहत कोष में डोनेट किए एक लाख रुपये

कोरोना वायरस महामारी को लेकर दुनियाभर में लड़ाई जारी है। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई लोग इससे लड़ने के लिए आर्थिक मदद कर रहे हैं। इसी कड़ी में अक्षरा सिंह का नाम भी जुड़ गया है। अक्षरा सिंह ने हेडगे कोष क्या है बिहार मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपये देने की घोषणा की है।

अक्षरा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने कई जिंदगियों को रोक कर रख दिया है। इस मुश्किल दौर में वह बिहार के लोगों के लिए एक लाख रुपये डोनेट कर रही हूं। मेरी ओर से यह एक छोटी मदद है। उन्होंने कहा कि बिहार में हालांकि अभी मामले कम हैं, लेकिन सरकार पूरी तरह से सजग है। मैं भी अपने लोगों के लिए कुछ करना चाहती हूं, इसलिए मैं अपनी ओर से छोटी सी मदद भेज रही हूं। मैं आशा करती हूं कि हम मिलकर लड़ेंगे और इस महामारी को जल्द ही खत्म कर देंगे।

Related News

Whatsapp share

All content © The Wire, unless otherwise noted or attributed.

The Wire is published by the Foundation for Independent Journalism, a not-for-profit company registered under Section 8 of the Company Act, 2013.

रेटिंग: 4.96
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 562