Updated on: December 12, 2022 17:06 IST
Reliance-SBI ने निवेशकों को दिवाली से पहले किया मालामाल, HDFC और Bajaj Finance ने लगाया चूना
पिछले हफ्ते शीर्ष 10 कंपनियों में शामिल एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस के पूंजीकरण में गिरावट दर्ज की गई।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: October 23, 2022 12:13 IST
Photo:FILE Share Market
Reliance-SBI ने निवेशकों को दिवाली से पहले मालामाल कर दिया है। दरअसल, पिछले हफ्ते शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। इस तेजी का सबसे अधिक फायदा रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ। बाजार में तेजी से ग्रुप के पूंजीकरण में जबरदस्त उछाल आया है। इसका फायदा रिलायंस के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों को मिला। इसके बाद भारतीय स्टेट बैंक ने अपने निवेशकों को फायदा पहुंचाया। वहीं, एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस ने मार्केट में तेजी के बावजूद निवेशकों को नुकसान कराया।
आठ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बढ़ा
बीते सप्ताह इक्विटी बाजारों में रहे सकारात्मक रुझान के बीच देश की शीर्ष 10 मूल्यवान कंपनियों में से आठ का बाजार पूंजीकरण कुल मिलाकर 2,03,335.28 करोड़ रुपये बढ़ गया। इनमें सर्वाधिक फायदा रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) को हुआ। पिछले सप्ताह बीएसई के मानक सूचकांक सेंसेक्स में कुल 1,378.18 अंकों यानी 2.39 प्रतिशत की तगड़ी बढ़त दर्ज की गई थी। देश की 10 सर्वाधिक मूल्यवान कंपनियों में से एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस को छोड़कर बाकी आठों कंपनियों का बाजार पूंजीकरण इस दौरान बढ़ गया। देश की सर्वाधिक मूल्यवान कंपनी के रूप में शुमार रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बीते हफ्ते अपने मूल्यांकन में 68,296.41 करोड़ रुपये जोड़ा। इसके साथ ही उसका कुल पूंजीकरण बढ़कर 16,72,365.60 करोड़ रुपये हो गया। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का पूंजीकरण इस दौरान 30,120.57 करोड़ रुपये बढ़कर 5,00,492.23 करोड़ रुपये हो गया।
आईसीआईसीआई बैंक का पूंजीकरण भी बढ़ा
आईसीआईसीआई बैंक का पूंजीकरण भी इस अवधि में 25,946.89 करोड़ रुपये बढ़कर 6,32,264.39 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) का मूल्यांकन 18,608.76 करोड़ रुपये बढ़कर 6,23,828.23 करोड़ रुपये हो गया। भारती एयरटेल का इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल मूल्यांकन 17,385.1 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 4,43,612.09 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आईटीसी के मूल्यांकन में इस दौरान 16,739.62 करोड़ रुपये की बढ़त के साथ 4,28,453.62 करोड़ रुपये हो गया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार पूंजीकरण 15,276.54 करोड़ रुपये बढ़कर 11,48,722.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं इंफोसिस का पूंजीकरण 10,961.39 करोड़ रुपये बढ़कर 6,31,216.21 करोड़ रुपये हो गया।
सिर्फ दो कंपनियों के Market Cap में गिरावट
हालांकि पिछले हफ्ते शीर्ष 10 कंपनियों में शामिल एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस के पूंजीकरण में गिरावट दर्ज की गई। एचडीएफसी बैंक की पूंजी इस दौरान 4,878.68 करोड़ रुपये घटकर 4,35,416.70 करोड़ रुपये रह गया। इसी तरह एचडीएफसी बैंक के पूंजीकरण में भी 1,503.89 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 8,01,182.91 करोड़ रुपये पर आ गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर कायम
इस उतार-चढ़ाव के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज सर्वाधिक मूल्यवान कंपनी के शीर्ष पर कायम है। टीसीएस को दूसरा और इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल एचडीएफसी बैंक को तीसरा स्थान हासिल है। इनके साथ आईसीआईसीआी बैंक, इंफोसिस, एचयूएल, एसबीआई, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस और आईटीसी का स्थान आता है।
भारतीय चाय की दिवानी हुई दुनिया, निर्यात में आया जबरदस्त उछाल
”अंग्रेज आए और अंग्रेजी छोड़ गए”, ये कहावत गांव में दादी-नानी के मुंह से आज भी सुनी जा सकती है। दरअसल, उनकी इन कहावतों से प्रतीत होता है कि अंग्रेज आए और लोगों को चाय की लत लगाकर चले गए जबकि आज के समय में गंगा उल्टी बह रही है। जी हां, आज भारत ने पूरी दुनिया को अपनी चाय का दीवाना बना दिया है।
आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा चाय उत्पादक देश
गौरतलब हो, चाय दुनिया में सबसे अधिक खपत वाला खुशबूदार पेय है। चाय का वानस्पतिक (बॉटेनिकल) नाम कैमलिया साइनिस है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा चाय उत्पादक देश है, जबकि केवल भारत में ही अन्य देशों के मुकाबले लगभग 70 प्रतिशत चाय का उपभोग किया जाता है। भारत में वर्ष 2022 में ₹2,532 करोड़ से अधिक की चाय का निर्यात हुआ है।
निश्चित रूप से इसकी खास वजह भारत में उगने वाली चाय की खास किस्मों में छिपी है जो पूरी दुनिया में और कहीं नहीं मिलती। तभी तो भारतीय चाय का स्वाद चख लेने वाले कहते हैं कि इस जैसी पेय और कहीं नहीं। यही कारण है कि भारत की चाय के निर्यात में जबरदस्त उछाल आया है।
पूरी दुनिया में भारतीय चाय की डिमांड बड़ी तेज
इसी के चलते पूरी दुनिया में भारतीय चाय की डिमांड भी तेजी से बढ़ी है। वहीं दूसरी ओर चाय की बढ़ती डिमांड को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार चाय के उत्पादन को और अधिक बढ़ावा देने में लगी है। देश में चाय के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार द्वारा चाय बोर्ड भी गठित किया गया है। चाय बोर्ड के बारे में बताने से पहले हमारे लिए यह जान लेना दिलचस्प होगा कि आखिर भारतीय चाय के निर्यात में कितनी तेजी आई है ?
चाय के निर्यात में 96.9 मिलियन किलोग्राम का उछाल
दरअसल, भारतीय चाय के निर्यात में 96.9 मिलियन किलोग्राम का उछाल देखा जा रहा है। इस क्रम में सरकार के प्रयासों से साल 2022 में ₹2,532 करोड़ से अधिक की चाय का निर्यात हुआ। वहीं 2021 में ₹2,306 करोड़ से अधिक की चाय का हुआ निर्यात हुआ। ये आलम तब है जब दुनिया की सबसे अधिक चाय की खपत केवल भारत में ही होती है। जी हां, देश में लोग चाय कल्चर में जी रहे हैं। तभी तो दिन की शुरुआत चाय से होती है। बेड टी हो या शाम की चाय, अगर लोगों को चाय न मिले तो उन्हें कुछ अधुरा सा लगने लगता है। अब इसमें चाहे घर पर चाय बनाकर पीना हो या किसी चाय की दुकान पर जाकर चाय पीना, इनका एक अलग ही आनंद है।
उच्च गुणवत्ता की श्रेणी में आती है भारत की चाय
ऐसा नहीं है कि चाय के दीवाने सिर्फ भारतीय ही हैं बल्कि भारतीय चाय की चुस्की लेना विदेशियों को भी खूब पसंद है। इसकी वजह भारतीय चाय की उच्च इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल गुणवत्ता है। भारतीय चाय दुनिया की सबसे बेस्ट चाय समझी जाती है। इसकी गुणवत्ता को कायम रखने के लिए भारत सरकार ने चाय बोर्ड का गठन किया है। आइए अब विस्तार से जानते हैं इसके बारे में…
चाय बोर्ड की स्थापना
चाय अधिनियम 1953 की धारा (4) के अनुसार 1 अप्रैल, 1954 को एक सांविधिक निकाय के रूप में चाय बोर्ड की स्थापना की गई थी। शीर्ष निकाय के रूप में, यह चाय उद्योग के समग्र विकास का ध्यान रखता है। बोर्ड की अध्यक्षता एक अध्यक्ष द्वारा की जाती है और इसमें भारत सरकार द्वारा नियुक्त 30 सदस्य होते हैं जो कि चाय उद्योग के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं। बोर्ड का प्रधान कार्यालय कोलकाता में स्थित है और दो क्षेत्रीय कार्यालय उत्तर-पूर्व क्षेत्र में असम के जोरहाट में और तमिलनाडु में कुन्नूर में दक्षिण क्षेत्र में है। इसके अलावा, सभी प्रमुख चाय उत्पादक राज्यों और चार महानगरों में 18 क्षेत्रीय कार्यालय फैले हुए हैं।
चाय के प्रचार के लिए विदेशी कार्यालय भी किए स्थापित
चाय के प्रचार के उद्देश्य से, तीन विदेशी कार्यालय लंदन, दुबई और मास्को में स्थित है। छोटे क्षेत्र की विकासात्मक जरूरतों को पूरा करने के लिए जिसमें राष्ट्रीय चाय उत्पादन का एक तिहाई से अधिक हिस्सा होता है, रिपोर्ट के तहत वर्ष के दौरान अलग निदेशालय की स्थापना की गई है। इस निदेशालय के तहत सभी क्षेत्रों में 71 उप क्षेत्रीय कार्यालय खोले गए हैं, जहां छोटे उत्पादकों को उत्पादकों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखने और छोटे क्षेत्र से उत्पादित चाय की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में उत्पादकों को विकास और विस्तार सेवाएं प्रदान करने के लिए केंद्रित किया गया है।
चाय बोर्ड के कार्य और जिम्मेदारियां
चाय बोर्ड के कार्यों और जिम्मेदारियों में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाना, चाय की गुणवत्ता में सुधार लाना, बाजार संवर्धन और बागान श्रमिकों के लिए कल्याणकारी उपाय और अनुसंधान और विकास का समर्थन करना शामिल है। सभी हितधारकों के लिए सांख्यिकी जानकारी का संग्रह, एकत्रीकरण और प्रसार अभी तक बोर्ड का एक और महत्वपूर्ण कार्य है। नियामक निकाय होने के नाते, बोर्ड उत्पाद अधिनियम के तहत अधिसूचित विभिन्न नियंत्रण आदेशों के माध्यम से उत्पादकों, निर्माताओं, निर्यातकों, निर्यातकों, चाय दलालों, नीलामी आयोजकों और गोदाम के रखवालों पर पर नियंत्रण रखता है।
Yes Bank के शेयर में बंपर उछाल आना अभी बाकी, जानें बजट तक क्या होगा Stock का भाव
शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, बैंक द्वारा निजी इक्विटी से फंड जुटाने और मजबूत तिमाही परिणाम के कारण निवेशकों का भरोसा फिर से बहाल हुआ है।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: December 12, 2022 17:06 IST
Photo:FILE यस बैंक
Yes Bank बैंक के शेयर में जबरदस्त तेजी का दौर जारी है। आज दूसरे दिन बैंक के शेयर में शानदार तेजी दर्ज की गई और शेयर 6.85% की बड़ी तेजी के साथ 21.05 रुपये पर बंद हुआ। कारोबाार के दौरान शेयर 10 फीसदी तक उछला था। ऐसे में क्या आगे भी यस बैंक के शेयर में तेजी जारी रहेगी या गिरावट आएगी? इस पर शेयर बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि यस बैंक के शेयर में यह तेजी कार्लाइल ग्रुप और वेरवेंटा होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा नए निवेश की सूचना शेयर बाजार को भेजने के बाद आई है। इससे निवेशकों का भरोसा बैंक पर बढ़ा है। हाल के दिनों में नए निवेशकों की ओर से शेयर की खरीदारी बढ़ी है। इसके चलते यस बैंक के शेयर की कीमत ने चार्ट पैटर्न पर साइडवेज ट्रेंड ब्रेकआउट दिया है। यानी आगे शेयर में बंपर उछाल देखने को मिल सकता है। निवेशक शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म के लिए पैसा लगा सकते हैं।
बजट तक 50 रुपये का भाव संभव
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में रिसर्च के वाइस इस शेयर में आया जबरदस्त उछाल प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि लंबे समय के बाद यस बैंक के शेयर ने ब्रेकआउट दिया है। ऐसे में यह शॉर्ट टर्म यानी इस महीने के अंत तक 30 रुपये और आम बजट तक 50 रुपये के भाव दिखा सकता है। 1 फरवरी को आम बजट पेश होने की उम्मीद है। वहीं, 25 रुपये पर एक बार मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। शेयर का बड़ा सपोर्ट 18 रुपये पर बन गया है। यानी अगर शेयर इस भाव पर खरीदने के लिए मिलता है तो नए निवेशकों को जरूर एंट्री करनी चाहिए। यहां से यह शेयर एक बार फिर लंबी चाल के लिए तैयार हो जाएगा।
आगे क्यों आएगी शेयर में तेजी
शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, बैंक द्वारा निजी इक्विटी से फंड जुटाने और मजबूत तिमाही परिणाम के कारण निवेशकों का भरोसा फिर से बहाल हुआ है। आगे भी बैंक की वित्तीय स्थिति और मजबूत होने की उम्मीद है। वहीं, दूसरी ओर तमाम सरकारी और निजी बैंकों का प्रदर्शन में सुधार आया है। सरकारी बैंकों के शेयर में अच्छी तेजी दर्ज की गई है। उस अनुपात में यस बैंक ने अभी तक रिटर्न नहीं दिया है। अब एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि शेयर में आगे अभी अच्छी तेजी की पुरी गुंजाइश है।
शुगर कंपनियों के शेयर में इस वजह से आया तेज उछाल
शुगर कंपनियों के शेयरों में मंगलवार को जबरदस्त तेजी आई है . चीनी कंपनियों के शेयर 20 पर्सेंट तक चढ़ गए . शुगर स्टॉक्स में यह तेजी उस समाचार के बाद आई है, जिसमें बोला गया है कि इस वर्ष अब तक राष्ट्र के शुगर आउटपुट (चीनी के प्रॉडक्शन) में 7 पर्सेंट की गिरावट आई है . प्रतिकूल मौसम के कारण गन्ने की पैदावार पर असर पड़ा है . चीनी का आउटपुट घटने से इसके एक्सपोर्ट में और गिरावट आ सकती है .
इस शुगर कंपनी के शेयरों में 20% की तेजी
एसबीईसी शुगर (Sbec Sugar) के शेयर मंगलवार को 20 पर्सेंट की तेजी के साथ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 39.75 रुपये के स्तर पर बंद हुए हैं . कंपनी के शेयर सोमवार को 33.15 रुपये पर बंद हुए थे . उगर शुगर वर्क्स लिमिटेड (Ugar Sugar Works) के शेयर मंगलवार को कारोबार के दौरान 10 पर्सेंट की तेजी के साथ 99 रुपये पर पहुंच गए . हालांकि, कारोबार के आखिर में उगर शुगर के शेयर 93.25 रुपये के स्तर पर बंद हुए .
इन शुगर स्टॉक्स में आई 5 पर्सेंट तक की तेजी
बजाज भारत शुगर के शेयरों में मंगलवार को करीब 4 पर्सेंट की तेजी आई है . कंपनी के शेयरों ने पिछले एक सप्ताह में निवेशकों को 45 पर्सेंट से अधिक रिटर्न दिया है . श्री रेणुका शुगर्स के शेयर 3 पर्सेंट की तेजी के साथ 61.25 रुपये के स्तर पर बंद हुए . डालमिया हिंदुस्तान शुगर के शेयर 2 पर्सेंट के उछाल के साथ 374.20 रुपये पर बंद हुए हैं . अवध शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड के शेयर मंगलवार को 5 पर्सेंट की तेजी के साथ 546.85 रुपये पर बंद हुए .
महाराष्ट्र में 13.8 मिलियन टन रह सकता है शुगर प्रॉडक्शन
महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों में कमजोर पैदावार के कारण शुगर आउटपुट में गिरावट आई है . रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों का बोलना है कि गन्ने की पैदावार में औसतन 15-35 पर्सेंट की गिरावट आई है . राष्ट्र के शुगर आउटपुट में एक तिहाई से अधिक हिस्सेदारी रखने वाले महाराष्ट्र में करेंट मार्केटिंग ईयर के दौरान शुगर प्रॉडक्शन 13.8 मिलियन टन रह सकता है .
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