हम आपके दिए सुझावों को अपने पोस्ट में जोड़ कर जानकारी को संपूर्ण बनाने का प्रयत्न ज़रूर करेंगे।धन्यवाद

Cryptocurrency क्या है ?यह कैसे काम करती है ? | What is Cryptocurrency ?

Cryptocurrency क्या है? | क्रिप्टोकोर्रेंसी का मतलब क्या होता है ?

Cryptocurrency (क्रिप्टो करेंसी) एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है जिसे सामान और सेवाएं खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता है| क्रिप्टो करेंसी स्ट्रांग क्रिप्टोग्राफी और ऑनलाइन लेजर का इस्तेमाल करता है।

क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करता है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी है जिसका ट्रांज़ैक्शन इंटरनेट पर मौजूद बहुत सारे कंप्यूटर्स में रिकॉर्ड किया जाता है जो उसे मैनेज करते हैं| जिससे इसके डाटा में हेरफेर नहीं किया जा सकता है|

क्रिप्टो करेंसी सामान्यत: सरकार द्वारा जारी नहीं की जाती है जिससे इस पर सरकार का हस्तक्षेप नहीं होता है।बहुत सारी कंपनियों ने अपना करेंसी क्रिप्टो करेंसी जारी किया है जिसे टोकन कहते हैं इस टोकन को कंपनी द्वारा कंपनी के सामान और सेवाएं खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

क्रिप्टो करेंसी को संपदा (एसेट) के रूप में रखा जाता है| इसकी ट्रेडिंग की जाती है क्रिप्टो करेंसी ने निवेश करने वालों को बहुत ही अच्छा रिटर्न दिया है|

क्रिप्टो करेंसी कितने प्रकार का होता है ? Types of Crypto Currency

पहला ब्लॉक चेन आधारित क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन है जो कि आज भी सबसे ज्यादा लोकप्रियऔर बहुमूल्य है। आज हजारों की संख्या में क्रिप्टो करेंसी है जिनका विशेषताएं और फंक्शन अलग-अलग है | इनमें से कुछ क्लोन करेंसी हैं जोकि बिटकॉइन पर आधारित है और कुछ मूल रूप से बनाए गए हैं।

क्रिप्टो करेंसी तीन प्रकार के होते हैं

  1. बिटकॉइन Bitcoin
  2. अल्टकोइंस Alt Coins
  3. टोकेंस/ डी ऐप्स Tokens/dApps

Bitcoin | बिटकॉइन्स

2008 में सतोशी नाकामोतो ने बिटकॉइन का अपना वाइट पेपर ऑनलाइन जारी किया था| प्रारंभ में इसे डार्क वेब पर गुड्स और सर्विस ट्रेड करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था|

2013-14 से इसकी लोकप्रियता और इसका मूल्य बढ़ना प्रारंभ हुआ| आज इसका मूल्य Rs 3565942 तक पहुंच गया है|

बिटकॉइन ने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी लोगों के सामने लाया जिससे बिना थर्ड पार्टी के बिटकॉइन को रिसीव करना और दूसरे Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है को भेजना संभव हुआ | यह पूरी तरह डिसेंट्रलाइज है इसका मतलब है कि या किसी भी थर्ड पार्टी या बैंक पर निर्भर नहीं है ||

बिटकॉइन के द्वारा प्रत्येक ट्रांजैक्शन डायरेक्टली यूजर्स के बीच में होता है इसे पियर टू पियर नेटवर्क कहते हैं| इससे अपना पहचान बताएं बिना पेमेंट कर सकते हैं|

Bitcoin कैसे काम करता है?

जब कोई बिटकॉइन भेजता है तो उसके ट्रांजैक्शन को वेरीफाई किया जाता है और ब्लॉकचेन में स्टोर कर लिया जाता है। ब्लॉकचेन में जो सूचनाएं होती हैं इंक्रिप्टेड होती हैं जिसे सब देख सकते हैं लेकिन उसे डिक्रिप्ट केवल उसका मालिक कर सकता है| सभी कार्नर के पास अपना एक प्राइवेट की होता है जिससे वे बिटकॉइन को डिक्रिप्ट कर सकते हैं।

बिटकॉइन ट्रांजैक्शन को वेरीफाई कौन करता है

बिटकॉइन ब्लॉकचेन अलग-अलग लोग और कंपनियां अपने कंप्यूटर पर चलाती हैं। वह लोग अपने कंप्यूटर में एक विशेष सॉफ्टवेयर चलाते हैं जो प्रत्येक ट्रांजैक्शन को वेरीफाई करता है | इसे नोड Node /Miner कहा जाता है |

Nodes /Miners को ट्रांजैक्शन वेरीफाई करने के लिए नया बिटकॉइन मिलता है|

जब एक नया ट्रांजैक्शन ब्लॉक, ब्लॉक चेन में भेजा जाता है तो Node /Miners एक स्पेशल एल्गोरिदम जिसे प्रूफ ऑफ वर्क(Proof of Work) कहते हैं के द्वारा वेरीफाई करते हैं| जो पहला माइनर उसे वेरीफाई करता है उसे नया कॉइन मिलता है |

Alt Coins | अल्ट कॉइन

बिटकॉइन के बाद बहुत सारे ने ब्लॉक चेंज बनाए गए जिन्हें अल्टकोइंस कहा जाता है| जैसे -NEO, Litecoin, Cardano…… आज के समय में 1000 से भी ज्यादा अल्टकोइंस है इसमें अधिकतर कॉइन बिटकॉइन में मामूली बदलाव करके बनाए गए हैं। जबकि

कुछ Alt Coins बिटकॉइन से बिल्कुल अलग है और उनका लक्ष्य और उपयोग भी अलग है| जैसे Factom Coin प्रूफ-ऑफ़-स्टेक (PoS -Proof of Stake) का उपयोग करता है | PoS में Miners नहो होते है | इसमें Stakers होते है |

Ethereum और NEO बिटकॉइन से बिलकुल अलग है | बिटकॉइन डिजिटल करेन्सी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है जबकि Ethereum और NEO को डिजिटल करेंसी के तौर पर नहीं बनाया गया है | ये block chain apps के लिए एक बहुत बड़ा प्लेटफार्म है | Ethereum और NEO पर आप अपना एप्लीकेशन बना सकते है | इसी से कई नए क्रिप्टो कर्रेंसी बने है |

Tokens/dApps | टोकंस

तीसरी प्रकार की क्रिप्टो करेंसी टोकन है। पहली दोनों क्रिप्टो करेंसी से यह बिल्कुल अलग है इसका अपना कोई ब्लॉकचेन नहीं होता है| यह एथेरियम और नियों (Ethereum और NEO) ब्लॉकचेन को यूज करके बनाए जाते हैं| इनको dApps (Decentralised Application) के द्वारा यूज किया जाता है| dApps स्मार्ट कांट्रैक्ट को यूज करके बनाए जाते हैं|

dApps किसी और का ब्लॉक चेंज जैसे कि Ethereum और NEO का इस्तेमाल करके बनाए जाते हैं इसलिए किसी भी प्रकार का टोकन ट्रांजैक्शन Ethereum और NEO ब्लॉकचेन नोड द्वारा ही वेरीफाई किया जाता है। इसका मतलब Ethereum और NEO ट्रांजैक्शन चार्ज देना होता है। इसलिए dApps ट्रांजैक्शन के लिए आपके पास आपका Ether या NEO होना चाहिए|

क्रिप्टोकरंसी के फायदे और नुकसान

क्रिप्टो करेंसी के फायदे

क्रिप्टो करेंसी आपको बहुत ही आसानी से बिना किसी थर्ड पार्टी के शामिल हुए बिना दो लोगों के बीच पैसे ट्रांसफर की सुविधा देता है| ट्रांजैक्शन पब्लिक की और प्राइवेट की का इस्तेमाल करके बहुत ही सुरक्षित होता है| इसमें बैंक और अन फाइनेंसियल कंपनियों के चार्जर से बहुत ही मिनिमम प्रोसेसिंग चार्ज लगता है। इसमें डाटा में कोई छेड़-छाड़ नहीं कर सकता |

क्रिप्टो करेंसी के नुकसान

क्रिप्टो करेंसी ट्रांज़ैक्शन को ट्रेस करना बहुत ही मुश्किल होता है इसलिए इसके द्वारा गैर क़ानूनी कार्य जैसे मनी लॉन्डरिंग और टैक्स चोरी किया जा सकता है | इसलिए दुनिया भर की सरकारे चिंतित है | हालाँकि इसका समर्थन करने वाले लोगो का कहना है की इससे प्राइवेसी सुरक्षित रहती है जो व्हिस्टलब्लोवर और एक्टिविस्ट को सुरक्षा प्रदान करता है |

क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी ?(What is Cryptocurrency) || 2022

आज के समय में क्रिप्टो करेंसी काफी चर्चा में है। बिटकॉइन (Bitcoin) की Price में हुयी अपार वृद्धि के कारण आज सभी लोग यह जानना चाहते हैं की आखिर (What is Crypto Currency) क्रिप्टोकोर्रेंसी क्या है ? ( How Cryptocurrency works) यह कैसे काम करती है ? (What is Bitcoin) बिटकॉइन(BTC) क्या है ? (What is Bitcoin mining)बिटकॉइन माइनिंग क्या है?

आप भी इन सवालो का जवाब ढूंढ रहे हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं। इस पोस्ट में हमारे द्वारा क्रिप्टोकोर्रेंसी से सम्बंधित सभी जानकारी प्रदान करने की कोशिश की गयी है।

क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी? (What is Cryptocurrency)

Table of Contents

Cryptocurrency दो शब्दों से मिलकर बना शब्द है – Crypto जोकि लैटिन भाषा का शब्द है जो cryptography से बना है और जिसका मतलब होता है – छुपा हुआ/हुई | जबकि Currency भी लैटिन के currentia से आया है, जो कि रुपये-पैसे के लिए इस्तेमाल होता है |

तो क्रिप्टोकरेंसी का मतलब हुआ छुपा हुआ पैसा या गुप्त पैसा या डिजिटल रुपया | आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का डिजिटल पैसा है, जिसे आप छू तो नहीं सकते, लेकिन रख सकते हैं यानी यह मुद्रा का एक डिजिटल रूप है | यह किसी सिक्के या नोट की तरह ठोस रूप में आपकी जेब में नहीं होता है | यह पूरी तरह से ऑनलाइन होता है |

इसे आसान भाषा में ऐसे समझिए कि हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) है | जैसे कि भारत के पास रुपया, अमेरिका के पास डॉलर, सउदी अरब के पास रियाल, इंग्लैंड के पास यूरो है | हर देश की अपनी-अपनी करेंसी हैं | यानी एक ऐसी धन-प्रणाली , जो किसी देश द्वारा मान्य हो और वहां के लोग इसके इस्तेमाल से जरूरी चीजें खरीद सकते हों | यानी जिसकी कोई वैल्यू हो, करेंसी (Currency) कहलाती है |

कैसे काम करती है क्रिप्टोकरेंसी ? (How Cryptocurrency works)

पिछले कुछ सालों से क्रिप्टोकरेंसी मुद्राओं की लोकप्रियता बढ़ी है | इन्हें ब्लॉकचेन सॉफ़्टवेयर के ज़रिए इस्तेमाल किया जाता है| ये डिजिटल मुद्रा इनक्रिप्टेड यानी कोडेड होती हैं | इसे एक डिसेंट्रेलाइज्ड सिस्टम (Decentralized System) के जरिए मैनेज किया जाता है | इसमें प्रत्येक लेन-देन का डिजिटल सिग्नेचर द्वारा वेरिफिकेशन होता है | क्रिप्टोग्राफी की मदद से इसका रिकॉर्ड रखा जाता है | इसके जरिए खरीदने को क्रिप्टो माइनिंग (Cryptocurrency Mininig) कहा जाता है क्योंकि हर जानकारी का डिजिटल रूप से डेटाबेस तैयार करना पड़ता है | जिनके द्वारा यह माइनिंग की जाती है, उन्हें माइनर्स कहा जाता है.

आसान भाषा में और समझें तो क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारिक एक वर्चुअल करेंसी है जो क्रिप्टोग्राफी Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है द्वारा सुरक्षित है | यह सारा काम पावरफुल कंप्यूटर्स के जरिए होता है | इसके कोड को कॉपी करना लगभग नामुमकिन है|

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे ( Cryptocurrency ke fayde)

विकेंद्रीकरण यानि की Decentralized होने के कारण, Cryptocurrency को न ही कोई देश, न ही कोई सरकार और न ही कोई Organisation कंट्रोल करती है।

बल्कि ये सभी लोगों के जरिये कण्ट्रोल किया जा रहा है। इसमें सभी को सबसे बड़ा फायदा ये नज़र आता है की, उनके देश या सरकार के फैसलों की वजह से उनके पैसे की वैल्यू पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

  • कोई इसे कण्ट्रोल नहीं करता।
  • एकसमान करेंसी की वैल्यू सभी देशों में।
  • कोई भी इसे हैक नहीं कर सकता क्योंकि ब्लॉकचैन का इस्तेमाल होता है।

क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान ( Cryptocurrency ke Nuksan)

अगर इस करेंसी से बहुत सारे फायदे हैं तो कई सारे नुकसान भी हैं । क्योंकि जब कोई सरकार या कोई organisation इसे कंट्रोल नहीं कर रही है, तो आप अपनी समस्या को लेकर किसके पास जाओगे? क्योंकि जब इसे कोई कण्ट्रोल ही नहीं कर रहा है, तो आप अपनी कम्प्लेन कैसे करेंगे |

और क्योंकि ये एक Secret Currency है, तो इसका उपयोग गैरकानूनी Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है कामो में भी किया जाता है। जैसे की हैकर्स आजकल क्रिप्टोकोर्रेंसी का ही डिमांड करते है। और DARK WEB पर क्रिप्टोकोर्रेंसी का उपयोग काफी पहले से ही होता आ रहा है। तो इसी तरह कई Unethical कामो में इसका उपयोग किया जाता है और क्योंकि इसके प्रोसेस में स्पेशल कम्प्यूटर्स का उपयोग होता है। जो काफी ऊर्जा की खपत करता हैं। और ये पर्यावरण के लिए हानिकारक है।

  • किसी के कण्ट्रोल में ना होने के कारण यूजर अपनी समस्या को कहीं नहीं ले जा सकता।
  • गैरकानूनी कामो में इस्तेमाल।
  • अत्यधिक ऊर्जा की खपत।

हमने अपनी तरफ से सारी जानकरी प्रस्तुत करने की कोशिश की है , फिर भी अगर कोई कमी रह गयी हो तो ,आप लोग कमेंट के माध्यम से हमे बता सकते हैं।

हम आपके दिए सुझावों को अपने पोस्ट में जोड़ कर जानकारी को संपूर्ण बनाने का प्रयत्न ज़रूर करेंगे।

धन्यवाद

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Cryptocurrency क्या है ? और कैसे काम करता है ?

Cryptocurrency Kya Hai

इस तेज़ी से आगे बढ़ते डिजिटल वर्ल्ड मैं करेंसी ने भी डिजिटल रूप ले लिया है और इस डिजिटल करेंसी को ही क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है जैसे कि बिटकॉइन, जिसका नाम आपने बहुत बार सुना है। क्रिप्टो करेंसी क्या है और इसे कैसे यूज़ किया जाता है इसका बेनिफिट क्या-क्या है ? आज के पोस्ट में इसकी पूरी जानकारी आपको मिल जाएगी तो पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें।

क्रिप्टो करेंसी क्या है ? What is Cryptocurrency ?

क्रिप्टो करेंसी एक वर्चुअल करेंसी होती है जिसे 2009 में इंट्रोड्यूस किया गया था और पहले क्रिप्टो करेंसी मोस्ट पॉपुलर बिटकॉइन ही थी। क्रिप्टो करेंसी कोई असली सिक्के या नोट जैसी नहीं होती है यानी हम इस करेंसी को नोट की तरह हाथ में तो नहीं ले सकते। अपनी जेब में भी नहीं रख सकते लेकिन यह हमारे डिजिटल वॉलेट में सेव रहती है। इसलिए आप इन्हें ऑनलाइन करेंसी भी कह सकते हैं क्योंकि यह केवल ऑनलाइन एक्जिस्ट करती है बिटकॉइन से होने वाला पेमेंट बिटकॉइन के थ्रू होते हैं।

वैसे दोस्तों यह तो आप जानते हैं कि एक इंडियन रुपीस और इसी तरह यूरो, डॉलर जैसी करेंसी पर गवर्मेंट का पूरा कंट्रोल होता है। लेकिन बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी पर कोई कंट्रोल नहीं होता है। इस वर्चुअल करेंसी पर गवर्नमेंट अथॉरिटी जैसे कि सेंट्रल बैंक या किसी देश और एजेंसीज का कंट्रोल नहीं होता है।

यानी बिटकॉइन ट्रेडिशनल बैंकिंग सिस्टम को फॉलो नहीं करती बल्कि एक कंप्यूटर वॉलेट से दूसरे वॉलेट तक ट्रांसफर होता रहता है। ऐसा नहीं है कि केवल बिटकॉइन ही क्रिप्टो करेंसी है बल्कि ऐसी 5000 से भी ज्यादा क्रिप्टो करेंसी मौजूद है और कुछ पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसीज है Ethereum , Ripple लाइट कॉइन , Tether और लिब्रा इनमें आप इन्वेस्ट कर सकते हैं और बिटकॉइन के तरह आसानी से खरीद और बेच सकते हैं।

हां यह बात अलग है कि फिलहाल सबसे पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन ही है और यह कितनी पॉपुलर करेंसी है इसका अंदाजा आपको इस बात से लग जाएगा कि दुनिया की बहुत सी कंपनी बिटकॉइन पेमेंट एक्सेप्ट करने लगी है। और आगे इन कंपनीज खेल नंबर तेजी से बढ़ेगी ऐसे में बिटकॉइन का यूज करके शॉपिंग ,फूडिंग , ट्रैवलिंग सब कुछ किया जा सकता है।

इंडिया में धीरे-धीरे ही सही लेकिन बिटकॉइन पेमेंट का पॉपुलर फॉर्म बनती जा रही है इंडिया में क्रिप्टो करेंसी का स्लो स्पीड का रीजन इसका इल-लीगल होना था क्योंकि क्रिप्टो करेंसी को आरबीआई के द्वारा बैन किया गया था। लेकिन अब मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने इस बैन को हटा दिया है। यानी आप इंडिया में क्रिप्टो करेंसी का यूज करना लीगल हो गया है और इंडिया में भी क्रिप्टो करेंसी लीगल यूज की संख्या बढ़ने लगी है।

इंडिया में बाकी देशों की तरह बिटकॉइन Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है क्रिप्टो करेंसी का पॉपुलर नहीं होने का दूसरा इंपॉर्टेंट रीजन हमारा यह कंसेप्ट है कि इन्वेस्टमेंट करना हो तो एफडी में ही करना चाहिए और शेयर्स और गोल्ड में भी जो गलत तो नहीं है। लेकिन नए जमाने की इस नई करेंसी में इन्वेस्ट करने की अपनी अलग ही फायदे होते हैं जैसे कि इसमें आप और आसानी से फटाफट ट्रांजैक्शन कर सकते हैं इससे इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन चुटकियों में पूरा किया जा सकता है

आपको ना के बराबर इसमें ट्रांजैक्शन फी देनी होती है कोई मिडिलमैन भी नहीं होता है और यह ट्रांजैक्शन ज्यादा सिक्योर और कॉन्फिडेंशियल होते हैं। अब बताइए है ना बिटकॉइन एक फायदे का इन्वेस्टमेंट और बिटकॉइन कोई नया कांसेप्ट तो है नहीं।

फेसबुक पर पाल ऐमेज़ॉन वॉलमार्ट जैसी बड़ी-बड़ी कंपनी क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी हुई है और तो और एलोन मस्क जो आज दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति है जैक डोर्सी माइक टाइसन और कैन ई वेस्ट जैसे पर्सनालिटी भी क्रिप्टो करेंसी का यूज करती है यूएसए चीन जापान स्पेन जैसे देशों में तो क्रिप्टो करेंसी के यूजर सबसे ज्यादा है अब इतना जान लेने के बाद हो सकता है कि आप भी बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के बारे में सोच रहे हो तो आपको बता दें कि क्रिप्टो करेंसी का यूज़ करना भी बहुत ही आसान होता है।

मतलब यह कि (CoinSwitch: Bitcoin, Crypto Trading Exchange India) कॉइनस्विच कुबेर एप्लीकेशन Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है का यूज़ करके आप 1 मिनट में बिटकॉइन में इन्वेस्ट कर सकते हैं इसे बाय ओर सेल कर सकते हैं। यह आपको उतना ही आसान लगेगा जितना आप अपने अमेजॉन से फेवरेट प्रोडक्ट को परचेज करते हैं इस ऐप की पूरी दुनिया में मिलियंस यूजर है लेकिन आपके मन में यह सवाल आ सकता है कि बिटकॉइन तो महंगा होगा। ऐसे में मैं इसे कैसे खरीद सकता हूं तो दोस्तों अच्छी बात यह है कि भले ही एक बिटकॉइन का प्राइस अभी 3200000 रुपए यह लगातार तेजी से बढ़ रहा है।

लेकिन इस ऐप का यूज करके आप सिर्फ ₹100 से इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं और इसमें आपको कोई ट्रांजैक्शन फीस भी नहीं देनी होगी यहां पर आपको यह भी पता होना चाहिए कि बिटकॉइन का प्राइस तेजी से बदलता रहता है और इसके डिमांड के अकॉर्डिंग इसके प्राइस में उतार चढ़ाव होते रहते हैं। आपको कॉइनस्विच कुबेर आपको डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा। जिसको आप इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं और साइन अप पर आपको ₹50 वार्थ का बिटकॉइन मिलेगा और अपने दोस्तों को रेफर करने पर भी आपको यही बेनिफिट मिलेगा।

इसलिए नीचे दिये गये लिंक से App को डाउनलोड कर लीजिए

Download App

इसमें साइन अप करना भी बहुत आसान है जिसके लिए आपको अपना मोबाइल नंबर डालना होगा और ओटीपी का यूज करके प्रोसेस को आगे बढ़ाना होगा।

इसके बाद आपको 4 डिजिट का पिन सेट करना है। नेक्स्ट स्टेप में आपको केवाईसी करना होगा जिससे आप इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकेंगे। केवाईसी के लिए आपको पूरा नाम डेट ऑफ बर्थ और ईमेल आईडी डालनी होगी और ईमेल पर रिसीव होने वाले ओटीपी का यूज करना है।

इसके बाद अगले स्टेट में आपको पैन कार्ड वेरिफिकेशन करना होगा जिसके बाद आपको नेशनल आईडेंटिफई करने के लिए आधार कार्ड या पासपोर्ट वोटर आईडी में से किसी एक का भी वेरिफिकेशन करना होगा और आपके सेल्फी क्लिक करके इस प्रोसेस को पूरा करना है।

अगले स्टेट में आप अपने बैंक अकाउंट की डिटेल मेंशन करेंगे ताकि आप इस डिजिटल करेंसी को बाय ओर सेल कर सके इसके बाद आप आपको कॉइनस्विच कुबेर पर आपको मनी डिपॉजिट करनी होगी और आप फिर इस मनी कॉइन या कोई भी क्रिप्टो करेंसी खरीद सकेंगे स्क्रिप्ट ओं करेंसी को सेल करना भी आसान होगा कॉइनस्विच कुबेर गूगल प्ले स्टोर पर अवेलेबल है और इसका आईओएस आप भी लॉन्च हो चुका है।

इसलिए आप अपने आईफोन फ्रेंड्स को भी इस ऐप के बारे बता सकते हैं और अपने फ्रेंड्स को रेफर कर के आईफोन इलेवन प्रीविट कॉइन 50 लाख रुपए तक के गिफ्ट भी पा सकते हैं।

तो दोस्तों इस अमेजिंग ऑफर के बाद यह भी जान लीजिए की क्रिप्टो करेंसी का यूज़ करते टाइम आपको यह याद रखना होगा कि आपको इसमें प्रॉफिट तो बहुत मिल सकता है। लेकिन इसमें रिस्क भी हाई होता है इसलिए कोई भी क्रिप्टो करेंसी खरीदने से पहले रिसर्च जरूर कर करें। ताकि आपको पता चल सके कि उस क्रिप्टो करेंसी की परफॉर्मेंस लास्ट हफ्ते Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है लास्ट मंथ कैसी रही

इससे आप उस करेंसी से होने वाले प्रॉफिट और उसमें होने वाले उतार-चढ़ाव का अंदाजा हो जाएगा ताकि आपके इन्वेस्टमेंट में लो रिस्क लौ और हाई प्रॉफिट हो सके फ्यूचर में क्रिप्टो करेंसी इंडिया में कितनी तेजी से पैर पसारेगी और इससे हम क्या-क्या खरीद पाएंगे। तो फ्यूचर पर ही पता चल पाएगा लेकिन आप अभी समझदारी से इसे इसका यूज कर करे तो प्रॉफिट पा सकते हैं।

CryptoCurrency क्या है? यह Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है कैसे काम करती है

आज CryptoCurrency पूरी दुनिया में चर्चित है। लेकिन ये कोई वस्तु या शेयर बाजार नही है। आज भी बहुत से लोग ऐसे है जिनको पता नही C ryptoCurrency क्या है| आप सबके मन Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है में ये बात जरूर आती होगी ।आखिर क् C ryptoCurrency क्या है and यह कैसे काम करती है तो आइए जानते हैं।

CryptoCurrency क्या है

Currency क्या है

CryptoCurrency क्या है किसी देश द्वारा मान्यता प्राप्त ऐसी मुद्रा जिसको लोग धन के रूप में इस्तेमाल करते हो | जिसके बदले लोग कुछ वस्तु खरीद सके उसे Currency कहते हैं
आप 500 रुपए के पुराने नोट से कुछ नहीं खरीद सकते क्योंकि उसकी आज कोई value नहीं है| वह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है | इसलिए वह कोई करेंसी नहीं है| सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त करेंसी को छुआ जा सकता है महसूस किया जा सकता है और उसे हम बैंक में रख सकते हैं लेकिन CryptoCurrency मैं ऐसा कुछ नहीं होता |

CryptoCurrency क्या है

इस तेजी से आगे बड़ते digital world में currency ने भी digital रूप ले लिया है। इस digital currency को ही C ryptoCurrency कहा। जाता है। जैसे bitcoin, dogecoin, litecoin etc. पहली बार C ryptoCurrency को 2009 में लॉन्च किया गया था। सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी bitcoin थी। जो आज सबसे पॉपुलर है। फिर एथेरियम आया और इसके बाद धीरे-धीरे बहुत सारी क्रिप्टोकरंसी आ गई। आज 5000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी हैं।

हर क्रिप्टोकरंसी का तरीका अलग है हर coin का लोगों अलग है।

क्रिप्टो करेंसी कोई नोट या कोई सिक्का नहीं होता and ना ही हम इसको अपने पास रख सकते हैं। हम इसको महसूस नहीं कर सकते हैं। ना ही हम इसको किसी बैंक में रख सकते हैं। हम इसको अपने Digital wallet में रख सकते हैं। हम इसे online ही लेन देन कर सकते हैं।इसलिए इसको online करेंसी भी कहा जाता है। फिर एथेरियम आया |और इसके बाद धीरे-धीरे बहुत सारी क्रिप्टोकरंसी आ गई। आज 5000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी हैं। हर क्रिप्टोकरंसी का तरीका अलग है| हर coin का लोगों अलग है।

हर देश को अपनी करंसी पर पूरा कंट्रोल होता है। क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं होता। इस पर किसी भी देश का कोई कंट्रोल नहीं होता। पहले इंडिया में क्रिप्टोकरंसी पर रोक लगा दी थी।

लेकिन March 2020 को सुप्रीम कोर्ट Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है ने इस रोक को हटा दिया था। and इंडिया में भी अब क्रिप्टोकरंसी के user बढ़ने लगे हैं।

CryptoCurrency कैसे काम करती है

यह एक blockchain के माध्यम से काम करती है| इसमें जो भी लेनदेन होता है| उसका रिकॉर्ड रखा जाता है| यहां हाइटेक कंप्यूटर द्वारा इसकी देखरेख की जाती है|

जिसे cryptocurrency mining कहते है जो mining करते हैं उनको miners कहा जाता है | जो इसकी सिक्योरिटी करते हैं उनको फीस के तौर पर कुछ coin दिए जाते हैं|

CryptoCurrency क्या है

Cryptocurrency के फायदे और नुकसान

किसी भी चीज के लोगों के लिए फायदे हैं तो नुकसान भी होते हैं।

Cryptocurrency के फायदे क्या है।

आपको पता है यह डिजिटल करंसी है और इसमें कोई भी खतरा या फ्रॉड नहीं है।

✅ इसका सबसे बड़ा फायदा है कि आप इससे किसी भी देश विदेश में लेनदेन कर सकते हैं।

✅ आप अपने देश की करेंसी से किसी भी देश में लेनदेन करते हैं तो आपको कुछ चार्ज देना पड़ता है। लेकिन CryptoCurrency में आपको कुछ नहीं देना पढ़ता।

✅ अगर आपके पास एक्स्ट्रा पैसे हैं तो आप इसमें इन्वेस्ट भी कर सकते हैं। Price बढ़ने पर एक अच्छा फायदा ले सकते हैं

✅ आप इससे किसी भी सामान की shopping कर सकते हैं।

Cryptocurrency के नुकसान क्या है।

❌ क्रिप्टो करेंसी पर किसी भी देश का नियंत्रण नहीं है। तो इसकी कीमत बढ़ती घटती रहती है।

❌ इसमें एक Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है नुकसान यह भी है अगर आप किसी को गलत transaction कर देते हैं।तो अप इसको वापिस नहीं ले सकते।

❌ इसका इस्तेमाल गलत कामों के लिए भी हो सकता है क्योंकि इसका इस्तेमाल दो लोगों के बीच ही होता है।

भारत में CryptoCurrency कैसी है | इसे कैसे खरीदा जाए

भारत में CoinSwitch, CoinDCX ,or WazirX,आदि क्रिप्टो एक्सचेंज बहुत पॉपुलर है जिसकी मदद से आप C ryptocoin खरीद सकते हैं और भारतीय रुपए में payment कर सकते है

अगर आपको क्रिप्टोकरंसी खरीदनी है तो इस लिंक पर जाएं और Sign up कर के यहां से आप CryptoCurrency खरीद सकते हैं

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भारत में आगे इसका उपयोग कैसा है।

यह एक blockchain की तकनीक से बना है। और ब्लॉकचेन आगे आने वाले समय में सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाली है। अभी भारत में इसका उपयोग कम है लेकिन जिस तरह से यह popular हो रही है तो आगे चलकर भारत में इसका अच्छा उपयोग देखा जा सकता है।

तो यह थी CryptoCurrency क्या है आशा करता हूं कि आपको यह articalअच्छा और informative लगा होगा। आपको अगर अच्छा लगा है तो आगे शेयर करिए और कमेंट करिए कैसा लगा।

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