अधिकांश निवेशकों के लिए अपनी दीर्घकालिक आवश्यकताएं पूरी करने हेतु डायवर्सिफायड म्युचुअल फंड बेहतर विकल्प होते हैं. अधिकतर निवेशकों को सेक्टर फंड का उपयोग लंबी अवधि के निवेश के अवसरों के रूप में करने से पूर्व पुन: विचार करना चाहिए क्योंकि उनमें जोखिम अधिक होता है.
मल्टीबैगर और पेनी स्टॉक से आपको भी कमाने हैं लाखों, जानिए अपनानी होगी कौन सी रणनीति
पिछले कुछ समय से आप सुन रहे होंगे कि कैसे बेहद सस्ते शेयर्स ने एक साल के भीतर निवेशकों को लाखों रुपए का रिटर्न दिया. एक लाख रुपए से 50 -60 लाख रुपए से भी ज़्यादा का रिटर्न मिला है। सोचा है ऐसे स्टॉक्स को लोग कैसे खोजते होंगे? आइए हम अप्पको बताते हैं कंपनी कि कौन सी बातें को देखकर बड़े निवेशक पैसा लगने के बारे में सोचते हैं। उनमेंसे ही कुछ स्टॉक उनको बड़ा प्रॉफिट दिलाते हैं। आप स्टॉक खरीदने के लिए सही कीमत को कैसे पहचानते हैं? ये ऐसे सवाल हैं जिनसे निवेशक अक्सर हैरान होते हैं, समझने कि कोशिश करते हैं-
87 में से केवल 9 सेक्टोरल/थीमैटिक फंड लगातार लार्ज कैप इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन करने में रहे सफल
- Vijay Parmar
- Publish Date - November 16, 2021 / 05:20 PM IST
Why Thematic/Sectoral Investment is not Good: आजकल सेक्टोरल या थीम आधारित फंड लोकप्रिय होते जा रहे हैं. कोरोना महामारी के बाद हेल्थकेयर फंड का बोलबाला बढ़ा है. वहीं अब टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रिक व्हिकल आधारित फंड के लिए निवेशकों में उत्साह देखने को मिल रहा है, लेकिन सेक्टोरल या थीमैटिक फंड में सिस्टैमेटिकली इंवेस्ट करना स्मॉल कैप फंड की स्थिति के समान एक महंगी गलती हो सकती है.
सेक्टोरल या विशिष्ट निवेश जोखिम थीम आधारित फंड क्या हैं
थीम आधारित या सेक्टोरल फंड ऐसे म्युचुअल फंड/ ETF हैं जो किसी विशेष सेक्टर या थीम के लिए निवेश जोखिम प्रदान करते हैं. वे मूल रूप से निवेशकों के लिए खरीदने के लिए किसी विशिष्ट शेयर चयन करने के स्थान पर, जोखिम प्रवृत्तियों के आधार पर विशेष सेक्टर या थीम में निवेश करने के लिए विकसित किए गए हैं.
सेक्टर या थीम बेस्ड फंड अधिक अस्थिर और जोखिम भरे होते हैं. सेक्टर फंड डायवर्सिफायड इक्विटी फंडों की तुलना में बहुत अधिक अस्थिर होते हैं. डायवर्सिफायड फंडों में कई सेक्टर शामिल होते हैं जहां उनके बीच होने वाली गतिविधियां एक दूसरे को प्रति संतुलित करती हैं. सेक्टर फंडों में, अंतर्निहित स्टॉक एक साथ चलते हैं – इस प्रकार अस्थिरता की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है.
सावधान रहना हैं जरूरी
सेक्टरों और थीम में खरीदारी करने से पहले निवेशकों को सावधान रहना चाहिए. वे अधिक अस्थिर होते हैं और पोर्टफोलियो में उनकी प्रभावशीलता को अधिकतम करने के लिए बाजार में सही समय पर निवेश करने की कुछ सूझबूझ की जरूरत होती है.
सेक्टर फंड में निवेश के लिए सेक्टोरल साइकिल की समझ होना जरूरी है. इसलिए एक्सपर्ट्स नए निवेशकों को इससे दूर रहने की सलाह देते हैं. सेक्टर और थीमैटिक फंड में निवेश के लिए एंट्री और एग्जिट दोनों के लिए थोड़ी बहुत टाइमिंग स्ट्रैटेजी जरूरी होती है. इसलिए ये माहिर इनवेस्टर्स के लिए सही होते हैं. सेक्टर प्रोफेशनल्स को बेहतर नॉलेज के चलते बढ़त हासिल होती है, लेकिन पूर्वाग्रह पर काबू नहीं रखने के चलते ये भी फंस जाते हैं.
ज़्यादा जोखिम वाले जनसमूहों के लिये जल्द से जल्द टीकाकरण की अपील
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने कहा है कि कोविड-19 विशिष्ट निवेश जोखिम संक्रमण का जोखिम झेल रहे स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चों पर जुटे अन्य लोगों को अगले 100 दिनों के भीतर टीका लगाये जाने के लिये सामूहिक संकल्प की आवश्यकता है.
यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के प्रवक्ता ने सोमवार को जिनीवा में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है. ठीक एक वर्ष पहले कोरोनावायरस संक्रमण के कारण पहले मरीज़ की मौत की पुष्टि हुई थी.
'वन हेल्थ' सम्मेलन
सोमवार को वन हेल्थ सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए महानिदेशक घेबेरेयसस ने कहा कि हाल के सालों में जिन बीमारियों के बारे में पता चला है, उनमें 70 फ़ीसदी से ज़्यादा के लिये पशुओं से मनुष्यों में होने वाला संक्रमण है.
उन्होंने बताया कि ‘वन हेल्थ’ को बढ़ावा देने के लिये यूएन एजेंसी तीन क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित कर रही है.
मज़बूत नीति – पिछले वर्ष मई महीने में स्वास्थ्य एजेंसी ने स्वस्थ व हरित पुनर्बहाली के लिये एक घोषणा-पत्र प्रकाशित किया .
इस घोषणा-पत्र में प्रकृति की रक्षा करने, जल, साफ़-सफ़ाई और स्वच्छता में निवेश करने, टिकाऊ खाद्य प्रणालियों को बढ़ावा देने, स्वस्थ्य शहरों का निर्माण करने और प्रदूषण के लिये ज़िम्मेदार गतिविधियों को घटाने के लिये छह नीतिगत उपायों और 80 विशिष्ट कार्रवाई बिन्दुओं को पेश किया गया.
मज़बूत दृष्टिकोण – 150 देशीय कार्यालयों के ज़रिये देशों के स्तर पर ‘वन हेल्थ’ सुनिश्चित करने के प्रयासों पर काम जारी है और उपयुक्त ढाँचों व क्षमताओं को तैयार किया जा रहा है.
Maradona Brand: ‘मैराडोना’ ब्रांड भारत में कदम रखने को तैयार, प्रशंसकों के लिए बाजार में आएंगे ये प्रोडक्ट
Football World Cup: अर्जेंटीना की जीत के बाद भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर है.
Maradona Brand to Enter India: विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट में 36 साल बाद अर्जेंटीना की जीत के बाद अब भारतीय प्रशंप्रशंसकों के लिए अच्छी खबर आ रही है. अर्जेंटीना की विश्व कप में मिली जीत का जश्न मनाने के साथ ही, एक लाइसेंस समझौते के तहत, फुटबॉल जगत की दिग्गज हस्ती, डिएगो मैराडोना के नाम पर एक ब्रॉन्ड भारत में एंट्री करने जा रहा है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. इस ब्रॉन्ड के तहत फैशन, स्पोर्ट, लाइफ स्टाइल, कंज्यूमर के साथ कुछ अन्य सेग्मेंट के प्रोडक्ट मार्केट में उताो जाने की संभावना है.
इन कैटेगिरी में बिकेंगे प्रोडक्ट
रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि यह गठबंधन ‘मैराडोना’ ब्रॉन्ड को, कंपनियों के साथ स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के जरिए, विभिन्न प्रोडक्ट कैटेगिरी में प्रवेश करने की स्थिति में लाएगा. ब्रैडफोर्ड लाइसेंस इंडिया के कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सचिन गोयल ने कहा कि ‘मैराडोना’ ब्रॉन्ड के मालिक सात्विका एसए ने हमें अपना विशिष्ट भारतीय पार्टनर नियुक्त किया है. ब्रैडफोर्ड लाइसेंस इंडिया को प्राधिकार प्रमाणपत्र पिछले महीने जारी किया गया था. यह कंपनी, फैशन, लाइफ स्टाइल, कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, स्पोर्ट और अन्य उद्योगों में 60 से अधिक वैश्विक ब्रांडों का प्रबंधन करती है.
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ब्रॉन्ड नाम से जल्द बाजार में आएंगे प्रोडक्ट
गोयल ने कहा कि हम बड़ी फैशन कंपनियों और ई-कॉमर्स रिटेल विक्रेताओं के साथ मैराडोना मर्चेंडाइज की संभावित साझेदारी के लिए चर्चा कर रहे हैं. इन प्रोडक्ट को, साझेदारी पेशकश योजनाओं के अनुसार, उपलब्ध कराया जाएगा. अधिकारी ने विशिष्ट निवेश जोखिम कहा कि हमारी नजर कोई क्षेत्र विशेष या राज्य विशेष नहीं है, बल्कि युवा और स्पोर्ट पसंद करने वाले हमारे टारगेटेड कंज्यूमर्स होंगे. उन्होंने कहा कि मैराडोना ग्रॉन्ड की वस्तुओं को बाजार में उपलब्ध होने में 3-4 महीने लगेंगे और भारत में यह अभियान लंबी अवधि का होगा. हालांकि इस पर कमेंट के लिए सात्विका एसए से संपर्क नहीं हो पाया है.
भारत में ब्रॉन्ड की संभावनाओं के बारे में अर्जेंटीना के फैबियन ओलेमबर्ग ने कहा कि मैराडोना खेल विशिष्ट निवेश जोखिम जगत के एक आइकॉन थे. सिर्फ उनका नाम ही उनके चाहने वालों में तमाम आकांक्षायें पैदा करता है. इसके सभी कैटेगिरी में अच्छा प्रदर्शन करने की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं. फैबियन ओलेमबर्ग को ब्रैडफोर्ड लाइसेंस इंडिया के साथ यहां मैराडोना ब्रॉन्ड के लिए एक एजेंट के रूप में अधिकृत किया गया है.
Cyber Insurance: क्या है साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी, फ्रॉड होने पर कैसे मिलता है बेनिफिट
साइबर इंश्योरेंस विशिष्ट निवेश जोखिम आपको न सिर्फ साइबर खतरों से होने वाले किसी भी वित्तीय नुकसान से कवर देगा बल्कि डाटा बहाली, किसी रेगुलेटरी एक्शन या मुकदमेबाजी से होने वाले अन्य संबंधित खर्चों को भी कवर करेगा। आज के दौर में साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आए दिन ऑनलाइन ठगी की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि सुरक्षा के लिए ‘साइबर इंश्योरेंस’ कराएं। साइबर इंश्योरेंस आपको न सिर्फ साइबर खतरों से होने वाले किसी भी वित्तीय नुकसान से कवर देगा बल्कि डाटा बहाली, किसी रेगुलेटरी एक्शन या मुकदमेबाजी से विशिष्ट निवेश जोखिम होने वाले अन्य संबंधित खर्चों को भी कवर करेगा। इस बारे में हमने विशिष्ट निवेश जोखिम ICICI Lombard GIC के चीफ अंडरराइटिंग, रीइंश्योरेंस एंड क्लेम्स, संजय दत्ता से बातचीत की है।
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