कमोडिटी फ्यूचर्स पर CFDs
कुछ नजदीकी पर CFDs प्रत्येक कमोडिटी पर प्रदान की जा रही हैं .इसके अतिरिक्त , प्रत्येक भविष्य पर ट्रेडिंग के अंत और वर्तमान स्थिति संकेत कर रहे हैं . तीन स्थिति मान उपलब्ध हैं :
- ट्रेडिंग - (कारोबारी सत्रों के दौरान) किसी भी सीमाओं के बिना सौदों और सेट के आदेश बनाने के लिए एक अवसर .
- केवल बंद होने के – बंद करने के पहले खोला पदों की केवल (कुछ दिन पहले ट्रेडिंग के अंत दिनांक सेट है) .
- ट्रेडिंग बंद हो चुका है - ट्रेडिंग के अंत आ गई है, ,लेकिन फ्यूचर ट्रेडिंग के इतिहास का विश्लेषण के दौरान निर्दिष्टीकरण तालिका में कई बार के लिए ग्राहकों की सुविधा के लिए (30 दिनों के लिए) छोड़ दिया जाता है . बाद में साधन टेबल से हटा दिया जाता है .
इस तरह एक CFD ट्रेडिंग फ्यूचर्स की ट्रेडिंग सत्र के दौरान प्रदर्शन किया है. प्रत्येक CFD की कारोबार के अंत की तारीख भविष्य की समाप्ति से पहले भविष्य और प्रसव अवधि की शुरुआत की तरलता के आधार पर सेट है . इस समूह के उपकरणों के टिकर के साथ शुरू “#F-“.
सर्च इंस्ट्रूमेंट, नाम या प्रकार
कृपया, metatrader 4 और metatrader 5 खाता प्रकार चुनें
* # F-BRN ..के लिए . और # F-CL . 10 लॉट या उससे अधिक की खुली स्थितियों की कुल मात्रा वाले उपकरण, अधिकतम खाता लाभ 1:4 तक कम किया जा सकता है; खुले पदों की अधिकतम स्वीकार्य मात्रा 75 लॉट है।
तुम व्यापार और मार्जिन लाभ/हानि कैलकुलेटर और मार्जिन कैलकुलेटर का उपयोग कर के परिणाम की गणना कर सकते हैं। आप नियमित रूप से कंपनी की आय विज्ञप्ति में कंपनी की आय कैलेंडर के दिनांक देख सकते हैं.
10 मिनट में जानिए कमोडिटी ट्रेडिंग कर कैसे कमा सकते हैं मुनाफा
कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा. इस अकाउंट के जरिये ही आप किसी सौदे की ख़रीद या बिक्री कर सकते हैं.
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए ये हैं जरूरी कागजात
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना जरूरी है. जब आप किसी ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो यह ब्रोकर आपको एक अकाउंट की आईडी मुहैया कराता . इस आईडी के जरिये आप खुद भी ट्रेड कर सकते हैं . इसके लिए आपके मोबाइल, पीसी, टेबलेट में इंटरनेट की सुविधा होनी जरूरी है. इस अकाउंट के जरिये ब्रोकर को निश्चित शुल्क चुकाना होता है. अगर आप खुद से सौदे नहीं करना चाहते तो आप अपने ब्रोकर को फोन के जरिये सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं.
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक कमोडिटी ट्रेडिंग में खुद सौदे करने से पहले ब्रोकर के माध्यम से सौदे करने से जोखिम घटता है. अगर खुद सौदे करना चाहते हैं तो पहले कुछ दिन मॉक ट्रेडिंग कर सकते हैं. एमसीएक्स में ज्यादातर नॉन एग्री और एनसीडीईएक्स पर एग्री कमोडिटी में कारोबार होता है. कमोडिटी मार्केट में निवेश करने से पहले ये भी जानना जरूरी है किस एक्सचेंज किन-किन कमोडिटीज का कारोबार होता है. मसलन देश के सबसे बड़े नॉन एग्री कमोडिटी एक्सचेंज में बुलियन, क्रूड, बेस मेटल्स का कारोबार होता है.
इसके अलावा कुछ एग्री कमोडिटीज जैसे मेंथा तेल, क्रूड पाम तेल (सीपीओ) की ट्रेडिंग होती है. इसी तरह एनसीडीईएक्स पर ज्यादाातर एग्री कमोडिटीज का वायदा कारोबार होता है. एनसीडीईएक्स पर ग्वार, चना, जौ, गेहूं, सोयाबीन, धनिया, कैस्टर, जीरा, हल्दी समेत अन्य कमोडिटीज का वायदा कारोबार होता है.
कमोडिटी वायदा बाजार में जानें क्या है मार्जिन ?
हाजिर बाज़ार में किसी जिंस को खरीदते हैं तो एक साथ पूरा भुगतान करना पड़ता है लेकिन कमोडिटी वायदा बाजार में कुछ रकम देकर भी ट्रेडिंग संभव है और इस रकम को मार्जिन कहा जाता है. हर कमोडिटी को खरीदने या बेचने के लिए एक निश्चित मार्जिन पहले से तय होता है . सामान्यतया यह मार्जिन मनी 3-5 फीसदी के बीच होती है. लेकिन कभी भारी उतार-चढ़ाव की स्थिति में एक्सचेंज अतिरिक्त या स्पेशल मार्जिन भी लगाते हैं.
कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग से पहले ये हैं 10 जरूरी बातें
1-कमोडिटी ट्रेडिंग करते समय आप स्टापलॉस का ध्यान जरूर रखें, इससे आपका जोखिम कम होता है. स्टॉपलॉस लगाने से उस निश्चित भाव पर सौदा खुद ही कट जाता है इससे नुकसान होने की संभावना कम रहती है.
2- वायदा बाजार में ट्रेडिंग करने में कम मार्जिन मनी देकर सौदे का विकल्प मिलता है, इसलिए ज्यादा सौदे करने से मुनाफा ज्यादा होगा इस लालच में न फंसे . मतलब यह आप कई लॉट्स में सौदे न करके अपनी आय के अनुसार की ट्रेडिंग करें
3-कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है.
4-शुरूआत में छोटे सौदे (मिनी लॉट) में कारोबार करने से मुनाफा कमाने की संभावना ज्यादा रहती है. जब आप कमोडिटी मार्केट से पूरी तरह से वाकिफ हो जाये तभी बड़े लॉट्स में कारोबार कर सकते हैं.
5-बाजार के ट्रेंड (रुख) के हिसाब से चलें यानी अगर किसी खास कमोडिटी में लगातार गिरावट का रुख है तो उसी तरह के सौदे डालें.
6- कमोडिटी मार्केट्स में शेयर बाज़ार की तरह ही ग्लोबल स्तर पर जारी होने वाले आंकड़ों का बड़ा असर होता है खासतौर से अमेरिका और चीन के बाज़ारों की खबरें बाज़ार में काफी हलचल लाती हैं इसलिए इन देशों में जारी होने वाले इवेंट्स और आर्थिक आंकड़ों का ध्यान रखें.
7-लिक्विड सौदे में कारोबार करने से फायदेमंद होता है . उदाहरण के तौर पर बुलियन, कच्चा तेल और बेस मेटल्स में कारोबार करने से जोखिम कम होता है और बाज़ार से हमेशा बाहर निकलने का मौका बना रहा है.
8- शेयर बाजार में कमोडिटी मार्केट की तरह डिवीडेंड, बोनस नहीं मिलता है. इसमें सौदा बिकने के बाद ही फायदा या नुकसान होता है.
9-दुनियाभर के केन्द्रीय बैंक की पॉलिसी का भी कमोडिटी मार्केट पर खासा असर होता है खासतौर से बुलियन कारोबार, कच्चा तेल और बेस मेटल्स की कीमतों में इन केन्द्रीय की पॉलिसी का असर दिखता है. इन बैंकों में फेडरल रिजर्व बैंक, बैंक ऑफ इंग्लैड का असर दिखता है.
10- हाजिर बाजार में सप्लाई-डिमांड का भी ध्यान रखें . खासकर एग्री कमोडिटी में कारोबार करते समय मंडियों में किसी फसल की आवक कैसी है और आगे उत्पादन कैसा रहेगा.
फोरेक्स ट्रेडिंग ऑनलाइन
एक बाजार जो दैनिक मात्रा में लगभग $ 5.2 ट्रिलियन को आकर्षित करता है, जिसे दुनिया के सबसे बड़े बाजार के रूप में मान्यता प्राप्त है, जो विश्व स्तर पर 24 घंटे उपलब्ध है - बिल्कुल यही मुद्रा बाज़ार होता है। छोटी मार्जिन आवश्यकताओं और कम प्रवेश बाधाओं का लाभ इसे खुदरा निवेशक के पोर्टफोलियो का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है।
- फ्यूचर्स, ऑप्शन में ट्रेड
- छोटी मार्जिन आवश्यकताएँ
- नियंत्रित विनियमन
- पोर्टफोलियो का विविधीकरण
- जोखिम फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है से बचाव
- निवेश, व्यापार, बचाव, अनुमान लगाना
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ब्लॉग्स
8 Important Components Of Currency Trading
Currency Trading A Way To Make A Living From Anywhere In The World
8 Key Elements Of फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है Currency Trading
मुद्रा संबंधी एफ.ए.क्यू
व्यापार डेरिवेटिव के लिए न्यूनतम निवेश कितना है?
यह कदम तब आया जब बाज़ार नियामक सेबी ने छोटे निवेशकों को उच्च जोखिम वाले उत्पादों से बचाने के प्रयास में वर्तमान में किसी भी इक्विटी डेरिवेटिव उत्पाद के लिए न्यूनतम निवेश आकार में 2 लाख रुपए से 5 लाख रुपए तक की बढ़ोतरी की।
करेंसी ट्रेडिंग इन इंडिया क्या है और मैं मुद्रा व्यापार कैसे शुरु करूँ?
विदेशी मुद्रा व्यापार, एक मुद्रा का दूसरे में रूपांतरण है। यह दुनिया के सबसे सक्रिय रूप से कारोबार किए जाने वाले बाज़ारों में से एक है, जिसमें औसत दैनिक व्यापार की मात्रा 5 ट्रिलियन डॉलर है।
मैं ऑनलाइन फोरेक्स ट्रेडिंग कैसे कर सकता हूँ?
सभी मुद्रा व्यापार जोड़े में किया जाता है। शेयर बाज़ार के विपरीत, जहाँ आप एकल स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं, आपको एक मुद्रा खरीदनी होगी और दूसरी मुद्रा को विदेशी मुद्रा बाज़ार में बेचना होगा। इसके बाद, लगभग सभी मुद्राओं का मूल्य चौथे दशमलव बिंदु तक होगा। बिंदु में प्रतिशत व्यापार की सबसे छोटी वृद्धि है।
भारत में मुद्रा का व्यापार कैसे कर सकता हूँ?
सभी मुद्रा व्यापार जोड़े में किया जाता है। शेयर बाज़ार के विपरीत, जहाँ आप एकल स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं, आपको एक मुद्रा खरीदनी होगी और दूसरी मुद्रा को विदेशी मुद्रा बाज़ार में बेचना होगा। इसके बाद, लगभग सभी मुद्राओं का मूल्य चौथे दशमलव बिंदु तक होगा। बिंदु में प्रतिशत व्यापार की सबसे छोटी वृद्धि है।
विदेशी मुद्रा व्यापार से लाभ प्राप्त कैसे करें?
विदेशी मुद्रा व्यापार आपको मुनाफ़ा दे सकती है यदि आप असामान्य रूप से कुशल मुद्रा व्यापारी के साथ धनराशि को छुपा कर रखते हैं। हालांकि इसका अर्थ यह लगाया जा सकता है कि मुद्राओं में व्यापार करते समय तीन में से एक व्यापारी का पैसा नहीं डूबता, लेकिन यह समृद्ध व्यापार विदेशी मुद्रा प्राप्त करने के समान नहीं है।
क्या विदेशी मुद्रा व्यापार में कोई जोखिम कारक शामिल है?
विदेशी मुद्रा व्यापार में मुद्रा जोड़े का व्यापार शामिल है। कोई भी निवेश जो संभावित लाभ प्रदान करने का प्रस्ताव रखता है उसमें भी मार्जिन पर व्यापार करते समय अपने लेनदेन के मूल्य से बहुत अधिक खोने के बिंदु तक डाउनसाइड जोखिम होता है।
भारतीय विदेशी मुद्रा क्या है?
भारत के आर्थिक सर्वेक्षण 2014-15 में कहा गया कि भारत 750 बिलियन यू.एस डॉलर से फ्यूचर्स ट्रेडिंग कैसे किया जाता है 1 ट्रिलियन डॉलर तक के विदेशी मुद्रा भंडार को लक्षित कर सकता है। दिसंबर 2019 तक, भारत के विदेशी मुद्रा भंडार मुख्य रूप से यू.एस सरकारी बॉन्ड और संस्थागत बॉन्ड के रूप में यू.एस डॉलर के साथ सोने में लगभग 6% विदेशी संचय से बने हैं ।
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सोने की ट्रेडिंग, सोने में निवेश कैसे करे, सोने का व्यापार
- Post author
कमोडिटी मार्किट में सोने को खरीदने और बेचने का तरीका, Gold trading in hindi
How to trade in Gold contracts, Commodity Market in Hindi
अगर आप सोने (Gold) की ट्रेडिंग करके करोडपति बनना चाहते है, लेकिन इसके लिए आपके पास उचित पूँजी नहीं है तो आप सोने के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स (Gold futures/Gold contracts) खरीद या बेच कर भी यह काम कर सकते है. इसमें सोने के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ख़रीदे और बेचे जाते है. फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट क्या होता है ? और इसे कैसे ख़रीदा या बेचा जाता है ? यह जानने के लिए इस वेबसाइट पर पोस्ट लिखी गयी है.
सोने के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स डिलीवरी के द्वारा पूरे किये जाते है जिसमे की वास्तविक सोने का आदान-प्रदान किया जाता है. इसलिए यदि आप वास्तविक या असली सोने को खरीदना या बेचना नहीं चाहते है तो फ्यूचर की अंतिम तारीख से एक हफ़्ता पहले उस फ्यूचर में काम न करे. सोने के फ्यूचर को बाज़ार की भाषा में गोल्ड फ्यूचर (Gold future) भी कहा जाता है. इसकी ट्रेडिंग MCX में सुबह दस बजे से शुरू होकर रात में साढ़े ग्यारह बजे तक होती है. (नवम्बर से मार्च तक रात में ११ बजकर ५५ मिनट तक होती है). इसमें ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त कमोडिटी ट्रेडिंग कंपनी के यहाँ अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा.
सोने के ट्रेडिंग करने के लिए सोने के फ्यूचर अलग अलग प्रकार के होते है. यह सोने के वज़न के अनुसार होते है, प्रमुख फ्यूचर है GOLD, GOLDM (इसे गोल्ड मिनी भी कहा जाता है), GOLDPETAL, GOLDGUINEA.
सोने के फ्यूचर में ट्रेडिंग करने के लिए कई बड़ी-बड़ी ब्रोकर कंपनियां आपको मार्जिन (margin) देती है. इनको खरीदने और बेचने के लिए आपको मार्जिन मनी (margin money) जो की कॉन्ट्रैक्ट की रक़म का कुछ हिस्सा होता है, वह देना होता है. इसके साथ ही आपको पर्याप्त पैसा मार्क टू मार्का के लिए अपने ट्रेडिंग अकाउंट में रखना होता है. सोने की ट्रेडिंग में आप चाहे तो पहले फ्यूचर को बेच भी सकते हैं. इसके लिए आपके पास पहले से ही सोना (Gold) हो यह जरूरी नहीं है, लेकिन ऐसी स्तिथि में आपको कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति के कुछ समय पहले ही अपना बेचा हुआ फ्यूचर वापस खरीदना पड़ेगा. इस सम्बन्ध में आप अपने ब्रोकर से अधिक जानकारी हासिल कर सकते है.
सोने के कॉन्ट्रैक्ट्स में मार्क टू मार्का के अनुसार आपके किये हुए ट्रेड का फायदा या नुक्सान आपके ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ा जाता है. इसमें जैसे जैसे सोने का भाव चढ़ता या उतरता रहता है, वैसे ही आपके ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे उसी समय कम या ज्यादा होते रहते है. मार्क टू मार्का के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर लिखी हुई पोस्ट पढ़े.
आप सोने के कॉन्ट्रैक्ट्स को कम मार्जिन पर इंट्रा डे में भी खरीद सकते है. इंट्राडे ट्रेडिंग मे यदि आपने पहले सोने के फ्यूचर को खरीदा है या बेचा है, तो आपको उसी दिन बाजार बंद होने से एक निश्चित समय पहले अपने द्वारा किए हुए सौदे या ट्रेड (trade) को काटना होता है. इसका अर्थ यह है कि यदि आपने पहले सोने के फ्यूचर को इंट्रा डे (intra day) पर खरीदा है, तो आपको उसे उसी दिन वापस बेच कर अपनी पोजीशन जीरो या शून्य करनी होती है. इसी प्रकार यदि आपने इंट्राडे में पहले सोने के फ्यूचर को बेचा है, तो उसे उसी दिन वापस खरीद कर अपनी पोजीशन जीरो या शून्य करनी होती है.
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