डीमैट अकाउंट खोलने से पहले जाने कितना देना होता है चार्ज
डीमैट खाता (Demat Account) क्या होता है. इसे कैसे आप डीमैट खाता (Demat Account) खोल सकते हैं और स्टॉक मार्केट में निवेश कर सकते हैं.
- Money9 Hindi
- Publish Date - March 7, 2021 / 04:08 PM IST
डीमैट खाता (Demat Account) क्या होता है. इसे कैसे आप डीमैट खाता (Demat Account) खोल सकते हैं और स्टॉक मार्केट में निवेश कर सकते हैं. ये सभी हमने आपको अपनी पिछली वीडियो में बताया था. आज हम आपको बताएंगे डीमैट खाते (Demat Account) के चार्ज के बारे में. डीमैट अकाउंट खोलने से पहले आपको कुछ चार्ज के बारे में पता करना चाहिए. जिससे ओपनिंग और मेंटेनेंस चार्ज आपसे कितने लिए जाएंगे और आपको कौन-कौन चार्जेस देने पड़ सकते हैं. आईये इसके बारे में जान लेते हैं –
सबसे पहले ओपनिंग चार्ज के बारे में जान लेते हैं. शुरुआत में बैंक 700 से 900 रुपये तक ओपनिंग चार्जेस लेते थे, लेकिन अब डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट बहुत ही नॉमिनल फीस चार्ज करते हैं या फिर मुफ्त में भी सुविधा देते हैं. इस कदम ने नए निवेशकों के लिए स्टॉक मार्केट में निवेश करना काफी आसान बना दिया है.
अब जानते हैं डीमेट अकाउंट कसटोडियन फी के बारे में, ज्यादातर डिपॉजिटरी पॉर्टिसिपेंट कसटोडियन फी एक वन टाइम चार्ज की डिपॉजिटरी को देते हैं या इनवेस्टर से मंथली लिया जाता है. हालांकि कई डिपॉजिटरी ये फीस इनवेस्टर से नहीं भी लेते हैं. ये चार्जेस डिपेंड करते हैं नंबर ऑफ सिक्योरिटीज पर जो आपके डीमेट अकाउंट (Demat Account) में है. यह चार्ज नॉर्मली 50 पैसे से 1 रुपये के बीच लिए जाते हैं. हर आईएसआईएस यानी इंटरनेशनल सिक्योरिटी इंटीग्रेशन नंबर के लिए डीमेट अकाउंट पर एनुअल मेंटेनेंस चार्ज भी लगता है. किसी फोलियो मेंटेनेंस चार्ज की तरह भी देखा जाता है इंचार्जेस को एडवांस में दिया जाता है और यह 300 से 900 रुपये के बीच होता है.
कुछ डीपीएस क्वार्टरली फीस लेते हैं और कई लाइफटाइम चार्ज भी लेते हैं. क्योंकि कंपटीशन बहुत है इसलिए कई डिपॉजिटरी पॉर्टिसिपेंट फर्स्ट ईयर के लिए यह चार्ज माफ कर देते हैं और सेकेंड ईयर से बिलिंग स्टार्ट करते हैं. आप ईमेल अकाउंट ट्रांजैक्शन चार्ज भी होता है जो भी ट्रांजैक्शन आपके डीमैट अकाउंट (Demat Account) में हो रहा है उसके लिए भी कुछ नॉर्मल चार्ज देना पड़ता है यह चार्जर्स हर ट्रांजैक्शन पर लगता है और मंथली लिया जाता है.
Demat Account कैसे खोले ? 2022
Demat account के जरिये आप share market में शेयर खरीद या बेच सकते है। पुराने जमाने में जब भी आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते, तो कंपनी आपको उसके रिलेटेड कुछ documents भेजती थी। वो documents इस बात का सबूत था की आपने उस कंपनी में अपने पैसे invest किये है।
कुछ सालों बाद अगर आपको वो shares बेचने है, तो आपको वो documents कंपनी को भेजने पड़ते है। फिर कंपनी check करती है की आपने शेयर कब कितने price में ख़रीदा है और आज इसकी क्या price है। उसके मुताबिक आपको पैसा मिलता था। इस प्रक्रिया को बहोत time लगता था, इसलिए लोग शेयर मार्केट में पैसे नही invest करते थे।
लेकिन आज के समय में आप अपने mobile या computer से शेयर खरीद या बेच सकते है। ख़रीदे हुए शेयर्स कुछ ही समय में आपके account में आ जाते है। और अगर आप शेयर्स बेचते है, वो उसके पैसे भी कुछ ही समय में आपको दिए जाते है। इसके लिए आपके पास demat account होना जरुरी है। तो आइये सबसे पहले जानते है की ये demat account क्या होता है?
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Demat Account kya hai ?
दोस्तों, demat account का use शेयर्स को खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है। जिस तरह आप अपने पैसे bank account में रखते है, उसी तरह आप अपने ख़रीदे हुए शेयर्स को डीमैट अकाउंट में रख सकते है।
ये shares डिजिटल फॉर्म में रखे जाते है। demat का फुल फॉर्म Dematerialize है। शेयरों को digitally यानि की Electronic रूप से रखने की सुविधा को demat कहा जाता है।
दोस्तों, जब हम demat account ओपन करते है तब हमारे bank account को डीमैट अकाउंट से जोड़ दिया जाता है। इससे हम अपने बैंक अकाउंट से demat account में पैसे डाल सकते है और किसी भी कंपनी के शेयर्स खरीद सकते है।
Demat account कैसे खोले?
दोस्तों, जैसा की हमने आपको पहले ही बताया की शेयर खरीदने और उसे इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखने के लिए demat account जरुरी होता है।
बहोत सारे लोगों के मन में ये सवाल आता है की demat account कहा खोले। India में SEBI द्वारा बनायी गयी guidelines के फॉलो करके demat account की service दो संस्थाओ द्वारा दी जाती है।
-
( National Securities Depository Limited) (Central Depository Services Limited)
Demat account ओपन करने के लिए आपको directly NSDL या CDSL के पास जाने की जरुरत नही है। आप demat account किसी मुख्य bank या Stock broker के पास खुलवा सकते है।
सभी प्रमुख स्टॉक ब्रोकर आपको trading account और demat account दोनों खोलने की सुविधा देते है। हम यहाँ कुछ Stock broker की लिस्ट बता रहे है जहा आप दोनों अकाउंट ओपन कर सकते है।
- State bank of India
- HDFC Securities Ltd
- Axis Securities Ltd
- Kotak Securities Ltd
- Angel Broking Pvt Ltd
- Sharekhan Ltd
दोस्तों, आप घर बैठे अपने mobile या computer से बहोत ही आसानी से Demat account ओपन कर सकते है।
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Share market में Account कैसे खोले 2022 । ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें
1. Demat Account ओपन करने के लिए जरुरी Documents
दोस्तों, एक बार आपका ये decide हो जाता है की आपको कोन से स्टॉक ब्रोकर के साथ आगे बढ़ना है, तो आप ऑनलाइन उनके website पर जाकर Apply कर सकते है।
सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा। उसके बाद आपको कुछ documents attach करने होंगे जैसे
- Pancard
- ID Proof ( Aadhar Card, Voter Id, Passport, Driving License )
- पिछले 6 महीनों का Bank Statement
2. Demat Account खोलने के लिए कितने पैसे लगते है?
दोस्तों, demat account खोलने के लिए आपको ज्यादा कुछ खर्चा नही आता है। इसकी सामान्य fees 300 to 700 के बिच में होती है। कुछ स्टॉक ब्रोकर आपको फ्री में demat account ओपन करके देते है।
लेकिन demat account खोलने के बाद आपको और भी कई सारे charges देने पड़ते है। जैसे Annual Maintenance fees ये आपका अकाउंट साल भर manage डीमेट अकाउंट कैसे खोले? करने के लिए ली जाती है।
Transaction fees ये आपके डीमैट अकाउंट पर होने वाले transaction के उपर ली जाती है। ये आपके शेयर के नंबर और कीमत पर depend रहती है।
3. Demat Account के फायदे क्या है?
1. दोस्तों, demat account का सबसे बड़ा फायदा ये है की इसे ओपन करने के लिए हमें कोई भी कागजी कार्यवाही नही करनी पड़ती है।
2. Demat account में आपके ख़रीदे हुए शेयर्स इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म मे रखे जाते है इस वजह से शेयरों की चोरी होने या आपके साथ धोखा होने के chances न के बराबर है। इसमें risk कम होने की वजह से ये secure है।
3. दोस्तों, पुराने समय में शेयर्स को transfer करने के लिए काफी time लग जाता था। लेकिन अब आप कुछ ही समय में शेयर्स को ट्रान्सफर कर सकते है। transfer करने के कुछ देर बाद ही उसके अकाउंट में शेयर्स दिखने लगते है।
4. Shares को बेचना भी पुराने समय में बहोत मुश्किल काम था। आज आप कुछ मिनट में ही शेयर्स को बेच सकते हो। पहले आपको एक group में शेयर्स बेचने होते है और आप विषम संख्या में शेयर्स नही बेच सकते थे। लेकिन अब ऐसा कुछ नही है।
5. अब demat account के ओनर की death के बाद इसको ट्रान्सफर करने की सुविधा भी इसमें अवेलेबल है।
दोस्तों, अगर आप Shares खरीदना और बेचना चाहते है, तो सिर्फ demat account खुलवाने से कुछ नही होगा। इसके लिए आपको trading account भी ओपन करना होगा। बिना ट्रेडिंग अकाउंट के आप स्टॉक एक्सचेंज में शेयर खरीद भी नही सकते और बेच भी नही सकते ।
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Conclusion:
दोस्तों, demat account ओपन करने से पहले आपको एक अच्छे स्टॉक ब्रोकर को select करना चाहिए। और सबसे जरुरी बात आपको बिना share market के नॉलेज के demat account नही ओपन करना चाहिए।
अगर आपको हमारा ये आर्टिकल Demat account kaise khole अच्छा लगा हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे।
डीमैट अकाउंट क्या होता है ?
यदि आपने शेयर मार्किट (Stock Market) की दुनिया में बिलकुल अभी कदम रखा है, तो आपने डीमैट अकाउंट (Demat Account) का नाम तो जरूर सुना होगा जिसके जरिये कोई शेयर ख़रीदा व बेचा जाता है | डीमैट अकाउंट का क्या मतलब (Meaning of demat account) होता है और यह शेयर मार्किट के लिए क्यूँ जरूरी है और आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोले सकते है, इन सभी विषयों पर गहन रूप से जानकारी आपको हमारी टीम द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी |
डीमैट अकाउंट खुलवाने (Opening a demat account) के बहुत फ्यादे है जिसके बारे में आपको आगे इस लेख के माध्यम से पता चलेगा | शेयर मार्किट में डीमैट अकाउंट का होना ऐसे है जैसे शरीर में आत्मा का निवास | आपको पता चलेगा कैसे शेयर मार्किट में शेयर खरीदने के बाद किस अवस्था में सुरक्षित रखे जाते है और साथ ही डीमैट खाता इन प्रक्रिया के संचालन में किस प्रकार आपकी सहायता करता है |
क्या होता है डीमैट अकाउंट ?
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डीमैट अकाउंट एक वॉलेट की तरह होता है जिसमे आप शेयर मार्किट से ख़रीदे गए शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रख सकते है और साथ जब कभी भी आपको शेयर बेचना होता है तो उसी डीमैट अकाउंट के द्वारा वो शेयर मार्किट में बेच दिए जाते है | डीमैट अकाउंट का मतलब “Dematerialization” होता है जिसकी उत्पत्ति 90 के दशक के बाद हुई | उन दिनों शेयर खरीदने पर आपको एक कागज़ का प्रमाण पत्र दे दिया जाता था लेकिन आईटी के विस्तार के बाद कागज़ या मटेरियल प्रमाण पत्रों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदल दिया गया, जिसे ‘डिमटेरियलाइज़ेशन’ और जिस खाते में शेयर को इलेक्ट्रॉनिक अवस्था में रखा गया उसे डीमैट अकाउंट कहा गया |
डीमैट अकाउंट के भाग (Parts of Demat Account)
किसी भी डीमैट खाते में चार प्रकार के प्रतिभाग होते है
- निवेशक (Investor) : यह डीमैट अकाउंट में स्टोर सभी शेयर का मालिक होता है, यह कोई कंपनी या व्यक्ति हो सकता है |
- डिपॉजिटरी (Depository) : भारत में 2 डिपॉजिटरी है जिसमे NSDL व CDSL जिनका कार्य आपके शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रखना होता है | यह निवेशक व सूचीबद्द कंपनी के बीच सम्पर्क का कार्य करते है, जिसके लिए यह निवेशक से शुल्क भी लेते है |
- शेयर ब्रोकर (Share Broker) : यह सेबी द्वारा रजिस्टर्ड ब्रोकर होते है जिनका कार्य निवेशक को शेयर मार्किट के जरिये शेयर, बांड आदि खरीदने व बेचने में सहायता करना होता है | जैसे भारत में Zerodha, Groww, IND Money, One Angle, ShareKhan जैसे शेयर ब्रोकर प्लेटफार्म है जो भारत सरकार की संस्था SEBI द्वारा पंजीकृत है |
- सिक्यूरिटी जारीकर्ता (Security Issuer) : यह एक कंपनी होती है जो अपने ऑपरेशन के लिए बाज़ार से पैसे उठाती है जिसके बदले यह कंपनी शेयर, कमर्शियल पेपर, बांड आदि जारी करती है | यह कंपनी डिपॉजिटरी में कई नियमो व कानूनों के बाद शामिल की जाती है |
डीमैट अकाउंट के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
मात्र कुछ ही कागज़ के साथ आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन चंद मिनटों में खोल सकते है, इसके लिए इन 2 डॉक्यूमेंट की जरुरत पड़ेगी :
डीमैट अकाउंट कैसे खोले ? How to Open a Demat Account?
यदि शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना व बेचना चाहते है तो इसके लिए आपको सेबी रजिस्टर्ड किसी भी प्लेटफार्म पर आवेदन करना होगा | इस लेख के माध्यम से हम Zerodha Platform पर ऑनलाइन अकाउंट कैसे ओपन करते है, Step by Step आपको बताया जा रहा है : –
- सबसे पहले https://zerodha.com/ पर विजिट करे |
- इसके बाद आपको ‘Sign up Now‘ पर क्लिक करना होगा |
- इसके बाद आपको अपने मोबाइल नम्बर (जो आपके बैंक खाते व आधार में एक जैसा हो) डालकर प्रक्रिया को शुरू करना होगा |
- आपके दिए गये नम्बर पर आपको ओटीपी भेजा जाएगा जिसे आपको अगले चरण में दर्ज करना है |
- अब अगले चरण में आपको पैन कार्ड दर्ज करना होगा |
- अब आपको अपने ट्रेड डीमेट अकाउंट कैसे खोले? के अनुसार प्लान चुनकर पेमेंट करना होगा |
- भुगतान करने के बाद अब आपको zerodha अकाउंट के द्वारा आधार कार्ड को Digilocker से कनेक्ट करना होगा |
- आधार रजिस्टर्ड नम्बर का उपयोग digilocker में करे व OTP दर्ज करे |
- सिक्यूरिटी पिन सेट करे व zerodha को आपके डॉक्यूमेंट digilocker के माध्यम से एक्सेस करने का परमिशन दे |
- इसके बाद digilocker के जरिये आधार की कॉपी शेयर करे व रजिस्ट्रेशन में डीमेट अकाउंट कैसे खोले? जरूरी जानकारी भरकर फॉर्म जमा करे |
- अब आपको वेबकैम द्वारा विडियो वेरिफिकेशन करना होगा जिसमे आपको अपने हाथ में एक ए4 साइज़ के कागज़ पर दिया गया कोड प्रिंट करके वेबकैम से फोटो कैप्चर करनी होगी |
- अब अगले चरण में e sign के जरिये आधार व पैन कार्ड की कॉपी ऑनलाइन अपलोड करे |
- प्रक्रिया को आगे पूरा करने के लिए zerodha द्वारा भेजे गए मेल पर आया OTP दर्ज करे |
- अब प्रक्रिया के अंतिम चरण में एनएसडीएल द्वारा OTP से वेरिफिकेशन करे व फॉर्म को जमा करे |
- इस प्रकार Zerodha Platform पर आप अपना ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते है |
निष्कर्ष
निसंदेह आप उपरोक्त चरणों का उपयोग करके अपना डीमेट अकाउंट बेहद ही आसानी से खोल सकते है लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि शेयर मार्किट में निवेश करने से पहले सही जानकारी प्राप्त करे व तभी निवेश करे | यह सीधा और सरल वित्त जोखिम भी है यदि इसे बिना सलाह के किया गया तो आपके पैसे ख़राब हो सकते है | इसके अतिरिक्त आपको कोई और समस्या आ रही है तो आप हमे अपना सवाल कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते है |
डीमैट अकाउंट क्या है? और कैसे खोले? और इसके क्या फायदे है?
क्या आप जानते है की डीमैट अकाउंट क्या है? अगर आप नहीं जानते है तो आज में इसके बारे में पूरे डिटेल में बताने वाला हु। डीमैट अकाउंट कैसे खोल सकते है? और इसमें बैलेंस रखना सेफ है या नहीं? और इसके क्या फायदे है?
डीमैट अकाउंट क्या है?
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डीमैट अकाउंट शेयर मार्केट का शेयर खरीदने और बेचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जैसे आप अपने बैंक अकाउंट में अपने पैसे रखते है उसी तरह शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करके डीमैट अकाउंट में शेयर रखा जाता है।
आपको तो पता ही होगा की पुराने समय में जब भी आप कोई शेयर खरीदते थे तो कंपनी वाले आपको उससे जुड़े दस्तावेज भेजता था, जिससे ये साबित होता था, की अपने उस कंपनी का शेयर लिया है। वही जब आप कोई शेयर बेच देते थे तो सबसे पहले वो दस्तावेज कंपनी के दफ्तर में जाता था। उसके बाद कंपनी वाले आपके खरीदने के टाइम का भाव और बेचने के टाइम का भाव देख कर उसी के मुताबिक आपको प्रॉफिट देते थे। इस प्रक्रिया में कभी टाइम लग जाता था और ये बहुत जटिल भी होता था। इसलिए पहले लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से डरते थे।
इसी समस्या को देखते हुए Demat को लाया गया ताकि शेयर मार्केट में सभी इन्वेस्ट कर सके। शेयर को डिजिटल रूप से अकाउंट में रखने को ही ‘demat’ कहते है। Demat का पूरा नाम “dematerialize” है।
डीमैट अकाउंट कैसे खोले?
अगर आप डीमैट अकाउंट खोलना चाहते है तो डीमैट अकाउंट खोलने के दो तरीके है ऑफलाइन और ऑनलाइन । यदि आप ऑफलाइन डीमैट अकाउंट खुलवाने जाते है तो आपको ज्यादा चार्ज देना पड़ जायेगा। बैंक भी आपका डीमैट अकाउंट खोलते है जो आपको ज्यादा चार्ज कर सकते है।
यदि आप ऑनलाइन Demat अकाउंट खुलवाना चाहते है तो आपको बहुत से एसे ऐप और वेबसाइट मिल जायेगी जिसपे आप जाकर खुद से अकाउंट खोल सकते है। ऐप और वेबसाइट जैसे- Grow, upstox, zerodha, Paytm money, motilal Oswal, sher khan, 5paisa, Bajaj brokrage, etc.
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन – कौन से दस्तावेज चाहिए
Demat account खुलवाने के लिए ये दस्तावेज जरूर रखे:-
- आधार कार्ड (Aadhar card)
- पैन कार्ड (PAN card)
- बैंक पासबुक (Bank passbook)
- कैंसिल चेक (cancelled cheque)
- 2 पासपोर्ट साइज फोटो (2 passport size photo)
डीमैट अकाउंट फ्री खुलता है या चार्ज भी लेता है
अकाउंट खुलवाने से पहले बहुत से लोगो का ये सवाल जरूर होता है की डीमैट अकाउंट खोलवाना फ्री है या चार्ज लगता है। में आपको बताना चाहता हु। सभी कंपनी आपको 300 से 700 तक चार्ज करते है।
आपको कोई कंपनिया monthly चार्ज करती है और कोई कंपनी आपको yearly चार्ज करती है। सिर्फ एक ही कंपनी है जो आपको फ्री डीमैट अकाउंट खोलने की सुविधा देती है। उस का नाम – Upstox है। ये ऐप बहुत ही सेफ और सिक्योर है।
डीमैट अकाउंट के फायदे:-
वैसे तो डीमैट अकाउंट के कई सारे फायदे है, पर चलिए जानते है कुछ प्रमुख फायदे:-
- इस अकाउंट को आप बिना ब्रोकर के ऑनलाइन भी खोल सकते है।
- पहले शेयर बचने पर आपको बहुत दिन बाद प्रॉफिट मिलता था। लेकिन जब से डीमैट अकाउंट आया तब से आप आसानी से शेयर बच सकते है। प्रॉफिट अमाउंट आपके अकाउंट में 24 घंटे में आया जायेगे।
- पहले आप सिर्फ समूह में ही शेयर बेच सकते थे। लेकिन अब आप 1 शेयर भी बेच और खरीद सकते है।
- लोगों को पहले काफी डर लगा रहता था की आपके बेचे हुए शेयर का काग़ज़ खो गाया तो आपको कोई प्रॉफिट नहीं मिलेगा। डीमैट अकाउंट डिजिटल माध्यम से होता है जो आपके बेचे और खरीदे हुए शेयर को सिक्योर रखता है।
- इस अकाउंट की मदत से आप आसानी से शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट कर सकते है अपको कही जाने की जरूरत नहीं पड़ेग।
उम्मीद है आपको मेरी इस आर्टिकल से काफी जानकारी मिली होगी। अगर आपको इस आर्टिकल से कोई भी सवाल है तो आप मुझे कॉमेंट करके पूछ सकते है।
निवेश के मंत्र 73: जानिए आपके लिए क्यों जरूरी है डीमैट अकाउंट और घर बैठे इसे खोलने की प्रक्रिया
पिछले कुछ वर्षों में निवेश की प्रक्रिया में भारी बदलाव देखा गया है। नई तकनीक के साथ चीजें अधिक गतिशील हो गई हैं। आज, ई-कॉमर्स धीरे-धीरे पसंदीदा विकल्प बन रहा है और स्टॉक मार्केट के लिए भी ऐसा ही है। आप हर दिन जो काम करते हैं, उन्हें देखते हुए इक्विटी या डेट जैसे फाइनेंस को मैनेज करना परेशानियों से भरा हो सकता है। शुक्र है, डिपॉजिटरी एक्ट 1996 ने सभी के लिए अपनी फाइनेंशियल सेक्योरिटीज का मैनेजमेंट केवल कुछ क्लिक जितना आसान बना दिया है।
शेयरों या अन्य सेक्योरिटीज की फिजिकल कॉपी प्राप्त करने के बजाय, एक डीमैट अकाउंट आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने में मदद करता है, जहां आप एक स्टैंडर्डाइज्ड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर अपने फाइनेंशियल सेक्योरिटी रखते हैं।
डीमैट अकाउंट क्या है?
डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है। अंतर सिर्फ इतना है कि यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में नकदी के बजाय स्टॉक से जुड़ा है। डीमैट खाता अपने ऑपरेटिव फंक्शन के लिए डीमैट रियलाइजेशन के कंसेप्ट का उपयोग करता है। डीमैट रियलाइजेशन वह प्रक्रिया है जिसमें फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। डीमैट खाता एक छत के नीचे निवेशक के सभी शेयरों को संग्रहित करने के लिए तकनीक का उपयोग करता है: इनमें सरकारी सेक्योरिटी, म्यूचुअल फंड्स, शेयर, बॉन्ड आदि शामिल हैं।
- अपने पसंदीदा डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (ब्रोकर) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- सरल लीड फॉर्म भरें, जिसमें पूछे गए सवालों के अनुसार अपना नाम, फोन नंबर और निवास स्थान की जानकारी दें। फिर आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा।
- अगले फॉर्म को पाने के लिए ओटीपी दर्ज करें। अपने केवाईसी डिटेल्स जैसे जन्म तिथि, पैन कार्ड डिटेल्स, कॉन्टेक्ट डिटेल्स, बैंक अकाउंट डिटेल्स आदि भरें।
- अब आपका डीमैट अकाउंट खुल गया है। आपको अपने ईमेल और मोबाइल पर डीमैट अकाउंट नंबर जैसे डिटेल्स प्राप्त होंगे।
एक निवेशक के कई डीमैट खाते हो सकते हैं। यह एक ही डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (डीपी), या अलग-अलग डीपी के साथ हो सकते हैं। जब तक निवेशक सभी एप्लिकेशंस के लिए आवश्यक केवाईसी डिटेल्स प्रदान कर सकता है, तब तक वह आवेदक कई डीमैट अकाउंट संचालित कर सकता है।
स्रोतः एंजेल ब्रोकिंग
पिछले कुछ वर्षों में निवेश की प्रक्रिया में भारी बदलाव देखा गया है। नई तकनीक के साथ चीजें अधिक गतिशील हो गई हैं। आज, ई-कॉमर्स धीरे-धीरे पसंदीदा विकल्प बन रहा है और स्टॉक मार्केट के लिए भी ऐसा ही है। आप हर दिन जो काम करते हैं, उन्हें देखते हुए इक्विटी या डेट जैसे फाइनेंस को मैनेज करना परेशानियों से भरा हो सकता है। शुक्र है, डिपॉजिटरी एक्ट 1996 ने सभी के लिए अपनी फाइनेंशियल सेक्योरिटीज का मैनेजमेंट केवल कुछ क्लिक जितना आसान बना दिया है।
शेयरों या अन्य सेक्योरिटीज की फिजिकल कॉपी प्राप्त करने के बजाय, एक डीमैट अकाउंट आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने में मदद करता है, जहां आप एक स्टैंडर्डाइज्ड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर अपने फाइनेंशियल सेक्योरिटी रखते हैं।
डीमैट अकाउंट क्या है?
डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है। अंतर सिर्फ इतना है कि यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में नकदी के बजाय स्टॉक से जुड़ा है। डीमैट खाता अपने ऑपरेटिव फंक्शन के लिए डीमैट रियलाइजेशन के कंसेप्ट का उपयोग करता है। डीमैट रियलाइजेशन वह प्रक्रिया है जिसमें फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। डीमैट खाता एक छत के नीचे निवेशक के सभी शेयरों को संग्रहित करने के लिए तकनीक का उपयोग करता है: इनमें सरकारी सेक्योरिटी, म्यूचुअल फंड्स, शेयर, बॉन्ड आदि शामिल हैं।
- अपने पसंदीदा डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (ब्रोकर) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- सरल लीड फॉर्म भरें, जिसमें पूछे गए सवालों के अनुसार अपना नाम, फोन नंबर और निवास स्थान की जानकारी दें। फिर आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा।
- अगले फॉर्म को पाने के लिए ओटीपी दर्ज करें। अपने केवाईसी डिटेल्स जैसे जन्म तिथि, पैन कार्ड डिटेल्स, कॉन्टेक्ट डिटेल्स, बैंक अकाउंट डिटेल्स आदि भरें।
- अब आपका डीमैट अकाउंट खुल गया है। आपको अपने ईमेल और मोबाइल पर डीमैट अकाउंट नंबर जैसे डिटेल्स प्राप्त होंगे।
एक निवेशक के कई डीमैट खाते हो सकते हैं। यह डीमेट अकाउंट कैसे खोले? एक ही डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (डीपी), या अलग-अलग डीपी के साथ हो सकते हैं। जब तक निवेशक सभी एप्लिकेशंस के लिए आवश्यक केवाईसी डिटेल्स प्रदान कर सकता है, तब तक वह आवेदक कई डीमैट अकाउंट संचालित कर सकता है।
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मतदाताओं की संख्या: 470