क्या 2030 तक क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में आएगा 100 गुना उछाल और निवेशकों की होगी बल्ले-बल्ले, जानिए एक्सपर्ट की राय
Cryptocurrency Outlook: पिछले दो सालों से क्रिप्टोकरेंसी की चर्चा चारों तरफ हो रही है. इसका कारण ये है कि इसने निवेशकों को महज कुछ महीने में मल्टी बैगर रिटर्न दिया है. कोरोना के कारण दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों ने खूब पैसा छापा और यह पैसा डिजिटल करेंसी में निवेश किया गया. हालांकि, इस साल क्रिप्टोकरेंसी में करेक्शन का दौर दिख रहा है.
इकोनॉमिक दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं टाइम्स में छपी रिपोर्ट में रियल विजन के सीईओ और दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं गोल्डमैन सैक्श के पूर्व एंप्लॉयी राउल पॉल ने कहा कि 2030 तक क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप वर्तमान के मुकाबले 100 गुना ज्यादा हो जाएगा. वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी का टोटल मार्केट कैप 2 ट्रिलियन डॉलर से थोड़ा ज्यादा है. उनका कहना है कि 2030 तक यह 250 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच जाएगा. इस हिसाब से क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी असेट क्लास होगी जिसमें सबसे ज्यादा ग्रोथ होगा. वर्तमान में दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं ग्लोबल इक्विटी मार्केट, बॉन्ड मार्केट, रियल एस्टेट का टोटल मार्केट कैप करीब 250-350 ट्रिलियन डॉलर के बीच है.
350 करोड़ का यूजर बेस होना जरूरी
अपनी संभावनाओं पर बात करते हुए पॉल ने कहा कि अगर 2030 तक ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी यूजर्स की संख्या 3.5 बिलियन यानी 350 करोड़ तक पहुंच जाती है तो मार्केट कैप हर हाल में 250 ट्रिलियन डॉलर के पार होगा. इस संभावना को लेकर Giottus Cryptocurrency Exchange के को-फाउंडर और सीईओ विक्रम सबबूरज ने कहा कि यह तभी संभव है जब दुनिया की सरकारों और इंस्टिट्यूशन्स से क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता मिले.
मार्केट के जानकारों का यह भी कहना कि वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में 25-30 फीसदी का करेक्शन आया है. यह अभी 2 ट्रिलियन डॉलर के करीब है. चारों तरफ से जिस तरह की खबरें आ रही हैं, उससे इस दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं बात की पूरी संभावना है कि आने वाले दिनों में क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकार्यता बहुत ज्यादा बढ़ेगी. अगले 10 सालों में यह एक टॉप असेट क्लास होगा. निवेशकों को यहां जितना रिटर्न मिलेगा, उतना रिटर्न गोल्ड या इक्विटी में नहीं दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं मिलेगा.
42 हजार डॉलर के करीब बिटक्वॉइन
इस समय बिटक्वॉइन 42 हजार डॉलर के करीब है. जनवरी महीने में अब तक बिटक्वॉइन के मार्केट कैप में 80 बिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट आई है. ऐसे में बिटक्वॉइन के 1 लाख डॉलर तक पहुंचने की संभावना पर बादल मंडराने लगे हैं. क्रिप्टो बाजार के जानकारों का कहना है कि यह अपने लक्ष्य तक जरूर पहुंचेगा, हालांकि इसमें देर होगी.
कोरोना काल में बिटक्वॉइन 65 हजार डॉलर के पार तक पहुंचा था जो अब तक का रिकॉर्ड हाई है. वर्तमान स्तर से 1 लाख डॉलर तक पहुंचने में बिटक्वॉइन में 130 फीसदी से ज्यादा का उछाल जरूरी है. गोल्डमैन सैक्श के ऐनालिस्ट Zach Pandl ने पिछले सप्ताह कहा था कि अगर क्रिप्टोकरेंसी इसी तरह गोल्ड मार्केट में दखल बढ़ाता रहेगा तो बिटक्वॉइन 1 लाख डॉलर का आंकड़ा आसानी से पार कर जाएगा.
विकासशील देशों में डिजिटल मुद्रा – cryptocurrency पर रोक लगाने की पुकार
संयुक्त राष्ट्र के व्यापर और विकास संगठन – UNCTAD ने बुधवार को प्रकाशित तीन नीति पत्रों में, विकासशील देशों में डिजिटल मुद्रा – क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर रोक लगाने के लिये कार्रवाई किये जाने की पुकार लगाई है.
यूएन एजेंसी ने आगाह किया है कि अलबत्ता व्यक्तिगत डिजिटल मुद्राओं ने कुछ व्यक्तियों और संस्थानों को लाभान्वित किया है, मगर वो एक ऐसी अस्थिर वित्तीय सम्पदा हैं जो सामाजिक जोखिम और लागतें उत्पन्न कर सकती हैं.
अंकटाड ने कहा है कि कुछ लोगों या संस्थानों को डिजिटल मुद्रा के लाभ, वित्तीय स्थिरता, घरेलू संसाधन सक्रियता, और मुद्रा प्रणालियों की सुरक्षा के लिये उत्पन्न उनके दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं जोखिमों के साए में दब जाते हैं.
क्रिप्टो मुद्रा में उछाल
क्रिप्टो करेंसी भुगतान का एक वैकल्पिक रूप हैं. इनके मामलों में वित्तीय भुगतान गुप्त व सुरक्षित टैक्नॉलॉजी के ज़रिये डिजिटल माध्यमों से किया जाता है जिन्हें ब्लॉकचेन कहा जाता है.
क्रिप्टो करेंसी कोविड-19 महामारी के दौरान, दुनिया भर में बहुत तेज़ी से बढ़ी, जिससे पहले से ही मौजूद दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं चलन और भी ज़्यादा मज़बूत हो गया. इस समय दुनिया दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं भर में लगभग 19 हज़ार क्रिप्टो करेंसी मौजूद हैं.
वर्ष 2021 में क्रिप्टो करेंसी रखने वाली आबादी के मामले में, शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं वाले 20 देशों में से, 15 देश विकासशील देश थे.
इस सूची में 12.7 प्रतिशत के साथ यूक्रेन सबसे ऊपर था, उसके बाद रूस 11.9 प्रतिशत और वेनेज़ुएला 10.3 प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर थे.
उतना स्वर्णिम नहीं
अंकटाड का कहना है कि बाज़ार में हाल के समय में डिजिटल मुद्रा को लगे झटकों से झलकता है कि क्रिप्टो करेंसी रखने के निजी जोखिम तो हैं ही, मगर केन्द्रीय बैंक, वित्तीय स्थिरता की हिफ़ाज़त करने के लिये हस्तक्षेप करते हैं तो ये समस्या सार्वजनिक बन जाती है.
उससे भी ज़्यादा, अगर क्रिप्टो करेंसी भुगतान के एक माध्यम के रूप में विकसित होना जारी रखती है, और यहाँ तक कि अनौपचारिक रूप में घरेलू मुद्राओं की जगह भी ले लेती है, तो भी देशों की वित्तीय सम्प्रभुता ख़तरे में पड़ सकती है.
कर चोरी का भय
अंकटाड के एक नीति पत्र में बताया गया है कि क्रिप्टो करेंसी विकासशील देशों दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं में किस तरह से घरेलू संसाधन सक्रियता को कमज़ोर करने का एक नया चैनल बन गई है, और साथ ही दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं इस बारे में, बहुत कम कार्रवाई और उसमें भी देरी करने के जोखिमों के बारे में भी आगाह किया गया है.
अंकटाड ने आगाह किया है कि क्रिप्टो करेंसी से वैसे तो विदेशों से अपने मूल स्थानों को रक़म भेजना आसान होता है, मगर उनसे कर चोरी व अवैध वित्तीय लेनदेन के ज़रिये टैक्स से बचाना भी शामिल हो सकता है. बिल्कुल टैक्स स्वर्ग कहे जाने वाले स्थानों की तरह, जहाँ धन का स्वामित्व स्पष्ट नहीं होता है.
एजेंसी ने कहा है कि इस तरह से, क्रिप्टो करेंसी मुद्रा नियंत्रणों की प्रभावशीलता को भी कमज़ोर कर सकती है, जोकि विकासशील देशों को उनके नीतिगत स्थान और छोटे पैमाने पर आर्थिक स्थिरता के लिये एक अहम उपकरण है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 704