जैसे हर जगह पहुँचने का रास्ता अलग होता है, वैसे ही जीवन में हर लक्ष्य को पाने का जरिया भी अलग होता है। आज भारत में एजुकेशन इंडस्ट्री इतनी तरक्की कर चुकी है कि कोर्सेज, प्रोफेशन्स की गिनती करना संभव नहीं है। ऐसे-ऐसे कोर्सेज हैं जिनके बारे में कभी सुना नहीं गया था, जैसे- स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, हॉस्पीटल मैनेजमेंट, इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स जिनके साथ 2 स्ट्रीम पढ़ी जा सकती है। ये सब सुविधाएँ बच्चों को अपने सपने को सच करने में मदद करती हैं।

कैरियर किस दिशा में बनाएं ? SWOT Analysis से खुद को जाने।

कौन कहता है, बचपन बच्चों का खेल है? कभी इम्तेहान तो कभी प्रोजेक्ट, कभी होमवर्क तो कभी क्लासवर्क तो कभी सोशल मीडिया। और इस सबके बीच एक भारी सवाल…तुम क्या बनना चाहते हो ? कौन सी स्ट्रीम, कौन सा प्रोफेशन ? जितने सवाल उससे कहीं ज्यादा जवाब। कोई कहता है साइंस लेना चाहिये, डॉक्टर, इंजीनियर्स की देश को जरूरत है। कोई कहता है, कॉमर्स लेना चाहिये। एमबीए करके विदेश में नौकरी लगेगी। कौई कहता है आर्ट्स लेकर आर्टिस्ट,टीचर, प्रोफेसर बन जाओ। कोई बॉयोटेक्नोलॉजी की तारीफ़ करता है तो कोई साइंस की, कोई एडवोकेट बनने की कहता है तो कोई सीए।

सवाल ये नहीं कि कौन सी पढ़ाई अच्छी है, और कौन सी कम अच्छी। कौन सी आसान है, कौन सी मुश्किल। किसमें एडमिशन मिलेगा, किसमें नहीं।

असली सवाल ये है कि तुम करना क्या चाहते हो ? तुम्हारा सपना क्या है. तुम्हें खुशी किस काम को करके मिलती है ? दुनियाँ में हर काम का अपना महत्व होता है। लेकिन हर इंसान हर काम को करने के लिये नहीं बना, इसलिये यह जानना बहुत जरूरी है कि तुम्हारा रूझान किस ओर है ? तुम्हारे हुनर क्या हैं ?

16 साल की उम्र में यह तय करना कि 60 साल तक क्या करना है, बहुत मुश्किल है। इसीलिये ये बहुत जरूरी है कि आप जो भी स्ट्रीम चुनें, वो ज्यादा से ज्यादा दिशाओं की ओर आपको लेकर जाए, क्योंकि यह बहुत अहम फ़ैसला है। इसलिये बहुत जरूरी है कि इसे बहुत सूझ-बूझ और चिंतन के बाद लिया जाए।

बड़े-बड़े विद्वान, काउंसलर, एडवाइजर डिसिजन मेकिंग” को “प्रोसेस”(निर्णय लेने की प्रक्रिया) समझते हैं, और तभी एक व्यवस्थित प्रक्रिया का प्रयोग करने की सलाह भी देते हैं। अपनी स्ट्रीम या कैरियर चुनने SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? से पहले कुछ समय सोचने और समझने में व्यतीत करना जरूरी है। ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करना भी बहुत अहम होता है।

बाहरी जानकारी प्राप्त करने से पहले खुद को समझना जरूरी है। आत्म अध्ययन करना सीखना चाहिये। इससे अपने बारे में बेहतर जानने का मौका मिलता है। स्वोट-SWOT(Strengths, Weaknesses, Opportunities and Threats) एनालिसिस-Analysis एक माध्यम है, जिससे खुदको बेहतर समझने में सहायता मिलती है। इसके बाद अपने रूचि के विषयों की सूचि बनाने से सोच को एक दिशा मिलती है। इस सोच को माध्यम बनाकर कोर्स के बारे में जानकारी प्राप्त करने से कोर्सेज का चयन करना आसान हो जाता है।

जैसे हर जगह पहुँचने का रास्ता अलग होता है, वैसे ही जीवन में हर लक्ष्य को पाने का जरिया भी अलग होता है। आज भारत में एजुकेशन इंडस्ट्री इतनी तरक्की कर चुकी है कि कोर्सेज, प्रोफेशन्स की गिनती करना संभव नहीं है। ऐसे-ऐसे कोर्सेज हैं जिनके बारे में कभी सुना नहीं गया था, जैसे- स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, हॉस्पीटल मैनेजमेंट, इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स जिनके साथ 2 स्ट्रीम पढ़ी जा सकती है। ये सब सुविधाएँ बच्चों को अपने सपने को सच करने में मदद करती हैं।

कहते हैं, काम वो करो जिसमें खुशी मिले, और खुशी की परिभाषा हर मनुष्य की अलग होती है। इसलिये जीवन में सवालों के जवाब बाहर नहीं अपने अंदर ढ़ूँढ़ने चाहिये, क्योंकि केवल आप जानते हैं कि आपकी असली खुशी किसमें है।

माता-पिता फैसले लेने के लिये बच्चे को प्रोत्साहित करें

माता-पिता को बच्चों को खुद फैसला लेने के लिये प्रोत्साहित करना चाहिये। उन्हें बच्चों का आत्मबल बढ़ाना चाहिये, ताकि जीवन के छोटे-बड़े फ़ैसले लेने में वो कभी असमर्थ महसूस न करें। इस आधार पर यह बहुत जरूरी है कि बच्चों को अलग-अलग विषयों की उचित जानकारी प्राप्त कराई जाए। उनके बाद नौकरियों में आने वाली कठिनाईयो के बारे में बताया जाए, ताकि वो दूरदर्शिता से फ़ैसला लेना सीखें। उनपर अपने फ़ैसले थोप देने से हम उन्हें अपना भला-बुरा सोचने के लिये कमजोर और असमर्थ बना देते हैं। जिससे उनके आने वाले जीवन में उन्हें निराशा, अफ़सोस और निर्बलता का अहसास होता है। इस कार्णवश आज बच्चों में बढ़ते हुए ब्लड प्रेशर, व्याकुलता, डिप्रेशन(अवसाद), और आत्महत्या जैसी प्रवृति देखी जा रही है।

जब परिजन बच्चों को जीवन के सही मूल्य सिखाकर अपने आप की जिम्मेदारी उठाना सिखाने की जगह उनके जीवन के हर छोटे-बड़े फैसले खुद करने की कोशिश करने लग जाते हैं, तो बच्चों को जीवन से लड़ने की सीख और शक्ति नहीं मिलती। इसी कारणवश वो आत्महत्या, अवसाद एवं बैचैनी जैसी स्थिति में आ जाते हैं। इसके विपरीत जो माता-पिता छोटी उम्र से अपने बच्चों को अपना काम खुद करने का प्रोत्साहन देते हैं, परिस्थितियों से लड़ने की हिम्मत देते हैं, उनके बच्चे आगे चलकर बेहतर जीवन व्यतीत करते हैं। वो किसी पर अपने काम और फैसलों के लिये निर्भर नहीं होते हैं। जिससे निराशा का सामना नहीं करना पड़ता है।

माता-पिता और शिक्षकों को चाहिये कि बच्चों को बजाय डॉक्टर, इंजीनियर बनाने के एक सक्षम इंसान बनाने की कोशिश करें। बेहतर इंसानों से बेहतर समाज बनता है। आजकल बच्चों में जितने भी आत्महत्या की घटनाएँ हो रही हैं, अगर गौर किया जाए तो कहीं न कहीं उनके पीछे समाज का बच्चों पर फैसले थोपने का चलन जिम्मेदार पाया जाता है। यदि हर बच्चे को सही मार्ग दिखाते हुए अपनी दिशा स्वयं चुनने का मौका दिया जाए, उसकी बैशाखी नहीं उसकी शक्ति बना जाए तो बच्चों का बेहतर विकास होगा।

बच्चों से दोस्त बनकर जाने उनके मन की बात

सोशल मीडिया के समय में बच्चों को सही गलत का परिचय कराना बहुत कठिन होता जा रहा है। बच्चों की सोच को प्रभावित करने के इतने ज्यादा माध्यम खुल चुके हैं, कि उनके मन की बात जान पाना एक चुनौती से कम नहीं है। तभी माता-पिता और शिक्षकों को कभी दोस्त बनकर प्यार से तो कभी बड़ा बनकर सख्ती से, तो कभी काउंसलर बनकर खुले दिमाग से सुनना और समझना चाहिये।

बच्चे अक्सर अपने मन की बात बताने से संकोच करते हैं। जिस कारणवश उनके व्यवहार के प्रति सचेत रहना आवश्यक है। अक्सर बुरे और अजीब व्यवहार के पीछे बच्चों की कुछ गहन समस्या पाई जाती है। यदि माता-पिता या शिक्षक केवल ऊपरी सतह से देखकर भ्रमित हो जाएँ तो बच्चों की असली परेशानी का हल नहीं निकल पाता और बाहरी प्रभाव से वह गलत रास्ते की तरफ मुड़ सकते हैं, जो कि उनके लिये कहीं ज्यादा हानिकारक हो सकती है।

तुम क्या बनना चाहते हो, इस प्रश्न की जगह बेटा अच्छा इंसान बनो” यह प्रोत्साहन बचपन से बच्चों को दिया जाए तो वो बेहतर और ज़िम्मेदार इंसान बनने की ओर बढ़ेंगे, जिसका परिणाम एक बेहतर सुलझा हुआ जीवन होगा, जो हर इसान की असली जरूरत है एक पूर्ण जीवन के अनुभव के लिये।

Swot Analysis In Hindi | स्वॉट विश्लेषण क्या है?

स्वॉट विश्लेषण याने Swot Analysis का श्रेय Albert Humphrey को जाता है, जिन्होंने 1960 और 1970 के दशक की शुरुआत में स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट (SRI) में यह दृष्टिकोण विकसित किया था। इस स्वॉट विश्लेषण का व्यक्ति, संगठन, व्यावसायिक या प्रकल्प में ताकत, कमजोरियों, अवसरों और खतरों को उजागर करने और पहचानने के लिए उपयोग किया जाता है।

What Is Swot Analysis In Hindi? - Swot Analysis क्या है?

Swot Analysis याने स्वॉट विश्लेषण यह एक तकनीक है, जिसका उपयोग व्यक्ति, संगठन, व्यावसायिक, शैक्षणिक समुदाय या प्रकल्प में प्रतिस्पर्धा या परियोजना नियोजन से संबंधित Strength(ताकत ), Weaknesses(कमजोरी), Opportunities(अवसर) और Threats(खतरा) को मूल्यांकन करने, उजागर करने और पहचानने के लिए किया जाता है।

स्वॉट विश्लेषण तकनीक से हम व्यक्ति, संगठन, व्यवसाय या किसी भी शैक्षणिक समुदाय के आंतरिक और बाहरी विचारों, घटकों या कारकों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है, जिससे उनका मूल्यांकन करने में हमें आसानी होती है। इसके अनुसार हम अपने दोष को सुधारने के लिए नए नए तंत्र और प्रक्रिया को उजागर कर सकते हैं, और आप अपने आप को आंतरिक चुनौतियों और बाहरी अवसरों के लिये तैयार करते हैं।

SWOT Analysis Full Form

Swot Full Form: Strengths, Weaknesses, Opportunities, and Threats analysis

Meaning Of Swot Analysis In Hindi - Swot Full Form In Hindi

यह SWOT शब्द चार अलग अलग अक्षर को जोड़ कर बनाया गया है, जिसका हमने निचे विश्लेषण किया है:

  • S: Strength (ताकत, सामर्थ्य)
  • W: Weaknesses (कमजोरी)
  • O: Opportunities (अवसर)
  • T: Threats (खतरा)

Swot Analysis के उद्देश्य - Internal and external factors

स्वॉट एनालिसिस याने स्वॉट विश्लेषण का उद्देश्य आंतरिक और बाह्य कारकों की पहचान करना है, जो किसी भी संस्था या संगठन को लक्ष्य प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण होता हैं। यह स्वॉट विश्लेषण संस्था, संगठन या व्यवसाय की मूल्य श्रृंखला के भीतर से आते हैं।

SWOT समूह दो मुख्य श्रेणियों में डाले जाते हैं, जो 'Internal factors(आंतरिक कारक)' और 'External SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? factors(बाह्य कारक)' है:

  • Internal factors (आंतरिक कारक): शक्तियां और कमजोरियां जो एक संगठन के लिए आंतरिक है।
  • External factors (बाह्य कारक): बाहरी वातावरण द्वारा प्रस्तुत अवसर, चुनौतियाँ और खतरे।

संस्था, संगठन, व्यावसायिक, शैक्षणिक समुदाय या प्रकल्प के उद्देश्यों और उनके प्रभाव के आधार पर आंतरिक कारकों को शक्ति या कमजोरियों के रूप में देखा जा सकता है। इन कारकों में कर्मचारी वर्ग, वित्तीय, विनिर्माण क्षमताएं और कई अन्य भी शामिल हो सकते हैं। बाह्य कारकों में सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन, व्यापक आर्थिक मामले, तकनीकी बदलाव, विधान के साथ ही साथ बाजार एवं प्रतियोगी स्थिति में परिवर्तन शामिल हो सकते हैं।

Swot Analysis के फायदे, लाभ - Importance Of Swot Analysis In Hindi

  • Swot Analysis से हम अपनी ताकत, कमजोरी, अवसरों और चुनातियों को पहचानने में मदद कर सकते है।
  • स्वॉट विश्लेषण तकनीक से अपने या संगठन के आंतरिक और बाहरी घटकों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है।
  • यह कमजोरी को बताता है, जिससे हमें अपनी कमजोरी को पहचानने और उसे तुरंत सुधारने में मदद होती है।
  • नए नए चुनौतियों को सामने रखता है, जिससे हम अपने आप को तैयार करके नए तकनीक और प्रक्रिया को अपनाते हैं।
  • Swot Analysis Technique यह किसी संगठन, संस्था या ग्रुप को प्रभावी बनाने में काफी मदद करता हैं, जो की किसी भी स्टार्टअप बिज़नेस के लिए काफी उपयोगी होता हैं।

SWOT Anyalsis कैसे लागु करे?

  • SWOT विश्लेषण के उद्देश्य पर निर्णय लें।
  • अपने संस्था के लिए जोखिम प्रबंधन योजना तैयार करने का तरीका जानें।
  • अपने संगठन, व्यवसाय, उद्योग और बाजार पर शोध करें।
  • व्यवसाय की खूबियों को सूचीबद्ध करें।
  • अपने संगठन, व्यवसाय, उद्योग की कमजोरियों को सूचीबद्ध करें।
  • संभावित अवसरों की सूची बनाएं।
  • संभावित खतरों की सूची बनाएं।
  • SWOT में मुद्दों को हल करने के लिए एक रणनीति विकसित करें।

Swot Analysis याने स्वॉट विश्लेषण यह संस्था, संगठन, व्यावसायिक, शैक्षणिक समुदाय या प्रकल्प को अपने लक्ष्यों को हासिल करने में और योग्य बनाने के लिए, रणनीति और योजनाओं को विकसित करने के एक हिस्से के रूप में काम करता है और यह तकनीक पर्यावरण और व्यापार कारकों को विश्लेषण और मूल्यांकन के लिए एक आधार के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

Swot Analysis के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न - FAQ

1. स्वॉट विश्लेषण क्या है?
Swot analysis या स्वॉट विश्लेषण एक रणनितिक योजना है जो व्यवसाय और संगठन के विपणन और प्रबंधन के लिए काफी उपयोगी होती है।

2. स्वॉट विश्लेषण का क्या उपयोग है?
स्वॉट विश्लेषण (SWOT Analysis) का उपयोग किसी भी प्रकार के संगठन के सामर्थ्य, कमजोरियों, अवसरों और खतरों का मूल्यांकन करने, प्रकाश डालने और पहचान करने के लिए किया जाता है।

3. Swot का क्या अर्थ है?
Swot का अर्थ S: Strength (ताकत, सामर्थ्य), W: Weaknesses (कमजोरी), O: Opportunities (अवसर), T: Threats (खतरा) होता है, और यह SWOT Analysis शब्द 1960 के दशक में अल्बर्ट हम्फ्री द्वारा गढ़ा गया था।

4. स्वॉट विश्लेषण को कैसे लागु करे?
स्वॉट विश्लेषण के उद्देश्य पर निर्णय लें, संगठन, व्यवसाय, उद्योग और बाजार पर शोध करें, व्यवसाय की खूबियों और कमजोरियों को सूचीबद्ध करें, संभावित अवसरों और खतरों की सूची बनाएं और Swot तकनीक में इन मुद्दों को हल करने के लिए एक रणनीति बनाये।

5. Swot Analysis का क्या महत्व है?
Swot Analysis से किसी भी संगठन की शक्ति, कमजोरी, अवसरों और चुनातियों को पहचानने में काफी मदद कर सकती है और हमें अपनी कमजोरी को पहचानने और उसे तुरंत सुधार में मदद होती है।

तो दोस्तों यह थी Swot Analysis in Hindi, स्वॉट विश्लेषण क्या है? swot analysis full form, SWOT के उपयोग और फायदे लाभ, इत्यादी की जानकारी। आपको यह जानकारी कैसी लगी यह हमें कॉमेंट्स करके बताये और यह पोस्ट अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।

एक स्वोट विश्लेषण आपके व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण है

एक स्वोट विश्लेषण आपके व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण है

आपकी योजना आपकी ताकत की पहचान करेगी ताकि आप उन्हें बेहतर बना सकें, आपकी कमजोरियां इतनी हैं कि आप उनके लिए और नए अवसरों को बना सकते हैं, इसलिए आप जानते हैं कि जब एक दरवाजा (या SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? खिड़की) खुला होता है, साथ ही साथ कोई बाधा या खतरा नहीं होता है। जिस तरह से साथ।

विकास क्षेत्रों को पहचानो

जब आप अपने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अपना SWOT करते हैं, तो आपको आंतरिक और बाहरी चीजों की खोज होगी जो आपकी सफलता को रोक रही हैं।

उदाहरण के लिए, आप यह विश्वास रख सकते हैं कि आपके पास भविष्य के लिए बचाने के लिए पर्याप्त धन नहीं होगा। उसके कारण, जब आप "अतिरिक्त" पैसा प्राप्त करते हैं, तो आप इसे उन सभी चीजों पर तुरंत उड़ा देते हैं जो आपको लगता है कि आप पहले से चूक गए थे।

यह पैसे के बारे में सीमित धारणा है जो बहुत से लोगों के पास है क्योंकि ज्यादातर लोग सोचते हैं कि पैसा एक सीमित संसाधन है जब यह नहीं है। यह मानव निर्मित है। इसलिए, हम और अधिक बना सकते हैं।

अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में अपने जीवन के लिए स्मार्ट लक्ष्यों को विकसित करना उस स्पष्टता को विकसित करने का एक तरीका है। एक बार आपके पास होने के बाद आप वहां पहुंचने के लिए सही कदम उठाने पर अधिक से अधिक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं कि आप प्रत्येक सफलता को साकार करने में भी अधिक प्रभावी हो जाएंगे।

एक व्यक्तिगत विकास योजना बनाने के लिए अपने SWOT विश्लेषण का उपयोग करें

एक बार जब आप अपने जीवन को बदलने का निर्णय ले लेते हैं, तो आपको इसकी आवश्यकता होगी कार्य योजना या पीडीपी बनाएं।

सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक जो एक SWOT विश्लेषण का उपयोग करने से लाभान्वित होगा, कैरियर विकास योजना है। पेशेवर साक्षात्कार और कैरियर कोच डॉन मॉस सहमत हैं कि यदि आप वास्तव में निरंतर विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं तो एक SWOT विश्लेषण आपके लिए एक आदर्श उपकरण है।

यह व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है कि यदि आपके पास कोई योजना है तो आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? की अधिक संभावना रखते हैं। यदि आप अपने इच्छित लक्ष्य तक पहुँचने के लिए आवश्यक कदमों को रिकॉर्ड करते हैं, तो आपकी सफलता की संभावना और भी अधिक होती है।

एक स्वोट विश्लेषण पूरा करके, आपने कई सवालों के जवाब दिए होंगे और तैयार होंगे अपनी व्यक्तिगत विकास योजना बनाएं.

SWOT Analysis क्या है?

SWOT का पूरा नाम Strengths, Weaknesses, Opportunities, and Threats होता है, SWOT Analysis क्या है, यह Business संबंधित शब्द है, उपयोगी जानकारी और परिभाषाएँ जिनका उपयोग हम दैनिक जीवन में करते हैं लेकिन उनका पूरा नाम नहीं जानते हैं।

TermFull Form
SWOTStrengths, Weaknesses, Opportunities, and Threats
CategoryMarketing
RegionWorldwide

SWOT Analysis क्या है?

SWOT का फुल फॉर्म Strengths, Weaknesses, Opportunities, and Threats होता है, SWOT का हिंदी में स्वोट का मतलब ताकत, कमजोरियाँ / सीमाएँ, अवसर और खतरे है।

SWOT Analysis आपके व्यवसाय के इन चार पहलुओं का आकलन करने की एक तकनीक है – SWOT Analysis एक सरल उपकरण है जो आपकी कंपनी द्वारा अभी सबसे अच्छा काम करने का विश्लेषण करने और भविष्य के लिए एक सफल रणनीति तैयार करने में आपकी मदद कर सकता है।

Swot Examples

SWOT का उपयोग क्या है?

SWOT Analysis स्टार्टअप और व्यवसाय के लिए बहुत उपयोगी है। किसी भी संगठन के अंदर क्या चल रहा है। इसके लिए हमें ताकत और कमजोरियों पर ध्यान देना होगा। और संगठन के बाहर जो हो रहा है, उसके लिए हमें अवसरों और चुनौतियों पर ध्यान देना होगा।

यह आपके प्रतिस्पर्धियों की कमजोरियों को समझने में बहुत मदद करता है SWOT विश्लेषण की तैयारी कैसे करें? जिससे आप अपने संगठन को बेहतर बना सकते हैं।

Strengths, Weaknesses, Opportunities, and Threats analysis

मान लीजिए आपका टास्क “Swot Analysis Of A Company” है तो आपके लिए SWOT के बारे में जानना जरूरी है। SWOT का उपयोग Economics, Management और Marketing में किया जाता है।

  • Strengths
  • Weaknesses
  • Opportunities
  • Threats analysis

SWOT analysis एक रणनीतिक योजना और रणनीतिक प्रबंधन तकनीक है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति या संगठन को Business Competition से संबंधित Strengths, Weaknesses, Opportunities और Threats की पहचान करने में मदद करने के लिए किया जाता है।

SWOT Analysis आपकी शीर्ष शक्तियों, कमजोरियों, अवसरों और अवसरों और आगामी खतरों को एक संगठित सूची में व्यवस्थित करता है और PPT को आमतौर पर एक साधारण दो-दो ग्रिड में प्रस्तुत किया जाता है।

SWOT Analysis in Hindi

किसी Product या Business का विश्लेषण करके आप यह जानना चाहते हैं कि यह व्यवसाय या उत्पाद बाजार में कितना चलेगा या इसकी गुणवत्ता क्या है, क्या कमी है, क्या चुनौती होगी, इस प्रकिर्या को SWOT विश्लेषण कहा जाता हैं।

इसके लिए आपके पास मार्केटिंग की जानकारी होनी चाहिए तभी आप विश्लेषण कर पाएंगे। वर्तमान में हम Swot Full Form in Hindi को समझते हैं, फिर हम इसे विस्तार से समझेंगे।

तो अगर आप स्वॉट के बारे में भी जानना चाहते हैं, तो यहाँ SWOT का Full Form क्या है, SWOT का क्या मतलब है इसकी पूरी जानकारी हिंदी में दी जा रही है।

List of Similar Full Forms

SWOT का फुल फॉर्म क्या होता है, Strengths, Weaknesses, Opportunities, and Threats की हिन्दी में जानकारी, अगर आपका इससे जुड़ा कोई सवाल और जवाब है तो अपने विचार हमें कमेंट में बताएं।

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SWOT Analysis क्या है?

SWOT विश्लेषण क्या है? हिंदी में [What is SWOT Analysis? In Hindi]

SWOT विश्लेषण 1970 के दशक में स्टैनफोर्ड में विकसित एक तकनीक है, जिसे अक्सर रणनीतिक योजना में उपयोग किया जाता है। SWOT strengths, weaknesses, opportunities और threats के लिए एक संक्षिप्त शब्द है और एक संरचित योजना पद्धति है जो किसी संगठन, परियोजना या व्यावसायिक उद्यम के उन चार तत्वों का मूल्यांकन करती है। एक SWOT विश्लेषण संगठन की ताकत का लाभ उठाने, कमजोरियों में सुधार, खतरों को कम करने और अवसरों का सबसे बड़ा संभावित लाभ लेने के लिए एक सरल, लेकिन शक्तिशाली ढांचा है।

SWOT विश्लेषण एक ऐसी प्रक्रिया है जहां प्रबंधन टीम कंपनी के भविष्य के प्रदर्शन को प्रभावित करने वाले आंतरिक और बाहरी कारकों की पहचान करती है। यह हमें आंतरिक और बाहरी रूप से क्या हो रहा है, इसकी पहचान करने में मदद करता है, ताकि आप अपने व्यवसाय की योजना और प्रबंधन सबसे प्रभावी और कुशल तरीके से कर सकें।

SWOT विश्लेषण कैसे लिखें [How to write SWOT Analysis? In Hindi]

SWOT विश्लेषण में सूचियाँ बनाना शामिल है - लेकिन और भी बहुत कुछ! जब आप एक सूची (जैसे, ताकत) लिखना शुरू करते हैं, तो आप जिस विचार प्रक्रिया और शोध से गुजरेंगे, वह अन्य सूचियों (कमजोरियों, अवसरों या खतरों) के लिए विचारों को प्रेरित करेगा। और यदि आप इन सूचियों की साथ-साथ तुलना करते हैं, तो आप संभवतः कनेक्शन और अंतर्विरोधों को नोटिस करेंगे, जिन्हें आप हाइलाइट और एक्सप्लोर करना चाहेंगे।

आप खुद को अपनी सूचियों के बीच बार-बार आगे-पीछे करते हुए पाएंगे। इसलिए, अपनी चार सूचियों को एक साथ एक दृश्य में व्यवस्थित करके कार्य को आसान और अधिक प्रभावी बनाएं। Stratified Sampling क्या है? हिंदी में

SWOT दो भागों से बना है: Strengths और Weakness एक कंपनी के आंतरिक को संदर्भित करती हैं जबकि Opportunity और Threats कंपनी के लिए बाहरी होते हैं और पर्यावरण में मौजूद होते हैं।

एक कंपनी की ताकत ब्रांडिंग प्रक्रिया को जल्दी और व्यापक रूप से प्रबंधित करने में हो सकती है। इसकी कमजोरियां उत्पादों के वितरण, या भुगतान में देरी में निहित हो सकती हैं। ये आंतरिक समस्याएं/मुद्दे हैं और इन्हें समझना होगा और निरंतर आधार पर इनसे निपटना होगा। अक्सर इन दो पहलुओं का आकलन करने के लिए सलाहकारों को इस विश्वास पर बुलाया जाता है कि कोई बाहरी व्यक्ति कंपनी में अधिक अंतर्दृष्टि दे सकता है।

दो बाहरी कारक, अवसर और खतरे, कंपनी के नियंत्रण में नहीं हैं। सामाजिक, आर्थिक, कानूनी, नियामक, राष्ट्रीय और यहां तक ​​कि अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से बना पर्यावरण, इन्हें ट्रैक करने के लिए लगातार स्कैन किया जाना है।

उदाहरण के लिए, एक रेफ्रिजरेटर कंपनी के लिए एक अवसर आइसक्रीम के लिए फ्रीजर में हो सकता है; खतरे आयात या पैसे और विशेषज्ञता के साथ नए खिलाड़ियों का प्रवेश हो सकता है। वैश्वीकरण की दुनिया में, अवसर कहीं भी, कभी भी उभर सकते हैं, जैसे वैश्विक उद्योग के किसी भी हिस्से या खंड से खतरे आ सकते हैं।

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