यह विश्व एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) दिवस के अवसर पर घोषित किया गया था। Oyo ने घोषणा की है कि छोटे और मध्यम व्यवसायों वाले व्यक्तियों को 27 जून से 3 जुलाई, 2022 तक होटल में ठहरने पर 60 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
राशिफल: आज का दिन आपके छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी लिए प्रसन्नता दिलाने वाला रहेगा, जानिए अपना आज का राशिफल
मेष
आज का दिन आपके लिए प्रसन्नता दिलाने वाला रहेगा। आप परिवार में यदि किसी सदस्य के छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी विवाह में कोई बाधा आ रही थी, तो वह दूर होगी और परिवार में माहौल खुशनुमा रहेगा। नौकरी में कार्यरत लोगों को अपने ऑफिस में अपने बॉस की बातों में हां में हां मिलनी होगी, लेकिन यदि कोई बात गलत हो, तो आपको उसमें हां करने से बचना होगा। कार्यक्षेत्र में आज आप अच्छा प्रदर्शन करके लोगों का दिल जीतने में कामयाब रहेंगे, लेकिन बिजनेस में कोई उधारी का सौदा ना करें, नहीं तो समस्या हो सकती है।
वृष
आज का दिन आपके लिए आर्थिक समस्याएं लेकर आएगा। आपको अपनी फिजूलखर्ची पर रोक लगानी होगी, नहीं तो बाद में आपको धन की कमी का सामना करना पड़ सकता है और आपका किसी महिला मित्र से वाद-विवाद हो सकता है, जो लंबा चल सकता है। कार्यक्षेत्र में आपकी लापरवाही के चलते अधिकारियों से आपको डांट खानी पड़ सकती हैं और यदि आपको कुछ जिम्मेदारी सौंपी गई थी, तो वह वापस ले सकते हैं।
सरकार की तरफ से राशन कार्ड धारकों के लिए खुशियों के लिए सौगात, अब पाएं LPG सिलेंडर बिल्कुल मुफ्त
ये खुशखबरी विशेषकर राशन कार्ड धारकों के लिए है। सरकार ने राशन कार्ड धारकों को बड़ी राहत प्रदान की है ये घोषणा करके कि उन्हें हर वर्ष मुफ्त LPG सिलेंडर प्रदान किया जाएगा। ज्ञात हो कि आम जनता की राहत के लिए सरकार की तरफ से नई- नई योजनाएं समय पर समय पर लाई जाती हैं।
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क्या है सरकार की तरफ से उठाए गए इस कदम का उद्देश्य?
सरकार ने इस तरह की घोषणा इसलिए की, कि लोगों के रसोई का बजट कम हो सके। पिछले कुछ समय से सिलेंडर छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी की बढ़ती कीमतों के कारण लोगो का बजट बिगड़ा हुआ है। जो व्यक्ति योजना के पात्र होंगे उन्हें 1 साल में तीन LPG सिलेंडर मुफ्त में प्रदान किए जाएंगे।
उत्तराखंड सरकार की तरफ से ये फैसला किया गया था कि मुफ्त LPG गैस योजना के तहत अंत्योदय कार्ड धारकों को साल में तीन मुफ्त LPG सिलेंडर प्रदान किए जाएंगे जिसका सारा खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। इस योजना में कुल 55 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
OYO Hotel में रुकने वालो के लिए बड़ी खुशखबरी,कमरा बुक करने से पहले ये बाते जरूर जान ले
जी हां, भारत की मशहूर ऑनलाइन होटल बुकिंग साइट और प्लेटफॉर्म OYO वर्ल्ड एमएसएमई डे के मौके पर एक बेहतरीन स्कीम लेकर आई है।
इस योजना के तहत, ओयो ग्राहकों को सस्ती कीमतों पर ओयो रूम बुक करने का अवसर प्रदान कर रहा है। OYO द्वारा पेश की गई इस योजना के तहत ग्राहक 60% तक की छूट के साथ होटल के कमरे बुक कर सकते हैं। OYO की ओर से छोटे कारोबारियों को 60 फीसदी तक की छूट दी जा रही है.
ऑनलाइन होटल बुकिंग साइट और प्लेटफॉर्म Oyo ने कहा है कि छोटे कारोबार वाले लोगों को इससे जुड़े होटल में सीमित समय तक ठहरने के लिए 60 फीसदी तक की छूट मिलेगी.
OYO Hotel -अगर आपकी दिनचर्या सामने के दरवाजे से यात्रा करते समय ओयो होटल या ओयो रूम में है, तो आपको यह खबर पढ़कर खुशी होगी।
जी हां, OYO Hotel भारत की मशहूर ऑनलाइन होटल बुकिंग साइट और प्लेटफॉर्म OYO वर्ल्ड छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी एमएसएमई डे के मौके पर एक बेहतरीन स्कीम लेकर आई है।
इस योजना के तहत, OYO Hotel ओयो ग्राहकों को सस्ती कीमतों पर ओयो रूम बुक करने का अवसर प्रदान कर रहा है। OYO द्वारा पेश की गई इस योजना के तहत ग्राहक 60% तक की छूट के साथ होटल के कमरे बुक कर सकते हैं। OYO की ओर से छोटे कारोबारियों को 60 फीसदी तक की छूट दी जा रही है.
ऑनलाइन होटल बुकिंग साइट और प्लेटफॉर्म Oyo ने कहा है कि छोटे कारोबार वाले लोगों को इससे जुड़े होटल में सीमित समय तक ठहरने के लिए 60 फीसदी तक की छूट मिलेगी.
छोटे और मझोले व्यापारियों के लिए छूट कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यह ऑफर छोटे और मझोले व्यापारियों के लिए है.
2014 से 2022 तक प्रति वर्ष नौकरियों की संख्या के आंकड़े || आइए जाने पूरी जानकारी हिदी मे ||
इस पोस्ट में हम आपको 2014 से 2022 तक प्रति वर्ष नौकरियों की संख्या के आंकड़े || के बारे में जानकारी देंगे, क्युकी इस टॉपिक के बारे मे पता होना चाहिए आप को , दोस्तों अगर आपको छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी इसकी पीडीऍफ़ चाहिये तो कमेंट के माध्यम से जरुर बताये| आप हमारी बेबसाइट को रेगुलर बिजिट करते रहिये, ताकि आपको हमारी डेली की पोस्ट मिलती रहे |
2014 से 2022 तक प्रति वर्ष नौकरियों की संख्या के आंकड़े
Government Jobs: केंद्र सरकार ने पिछले आठ साल में कितने लोगों को सरकारी नौकरी के लिए बढ़ाया गया है, सरकार ने बुधवार को लोकसभा में इसकी जानकारी दी. केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा को बताया कि 2014 से 2022 के दौरान केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए 22.05 करोड़ से अधिक एप्लिकेशन आए थे, जिसमें से विभिन्न एजेंसियों ने 7.22 लाख से अधिक लोगों को नौकरी पर रखा गया. उन्होंने एक लिखित उत्तर में बताया कि छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी 2014-15 से लेकर 2021-22 तक केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा कुल 22,05,99,238 एप्लिकेशन में से 7,22,311 कैंडीडेट्स की भर्ती की गई.
- 2014-15 – 1,30,423
- 2015-16 – 1,11,807
- 2016-17 – 1,01,333
- 2017-18 – 76,147
- 2018-19 – 38,100
- 2019-20 – 1,47,096
- 2020-21 – 78,555
- 2021-22 – 38,850
किस साल आए कितने आवेदन
- 2014-15 – 2,32,22,083
- 2015-16 – 2,95,51,844
- 2016-17 – 2,28,99,612
- 2017-18 – 3,94,76,878
- 2018-19 – 5,09,36,479
- 2019-20 – 1,78,39,752
- 2020-21 – 1,80,01,469
- 2021-22 – 1,86,71,121
सिंह ने लोकसभा को बताया कि रोजगार देने के साथ ही रोजगार की क्षमता में सुधार लाना भी सरकारी की प्राथमिकता है. इसे देखते हुए भारत सरकार ने रोजगार पैदा करने के लिए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि बजट 2022 में सरकार ने 2021-22 से शुरू होने वाले 5 साल की छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी अवधि के लिए 1.97 लाख करोड़ रुपये के आउटले के साथ प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजनाएं शुरू कीं. सरकार द्वारा शुरू की गई इस PLI स्कीम से 60 लाख नए जॉब्स पैदा होंगे.
उन्होंने कहा कि PLI योजना संबंधित मंत्रालयों और विभागों द्वारा फाइनेंशियल लिमिट के भीटर संचालित की जाती है. इसके लिए संबंधित मंत्रालयों और विभागों द्वारा गाइडलाइंस जारी किए जाते हैं.
छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी
- बिहार के मखाना का सालाना एक हजार करोड़ रुपये का है कारोबार
- कीमत 600 रुपये प्रति किलो, सालाना 40 हजार टन होता है उत्पादन
नई दिल्ली, 21 अगस्त (हि.स)। बिहार में मखाना की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है। केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास से मिथिलांचल के मखाना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल गई है। मखाना को भौगौलिक संकेतक (जीआई) टैग मिलने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मखाने के साथ बिहार और मिथिलांचल का नाम जुड़ गया है।
मिथिलांचल के मखाना को जीआई टैग मिलने के बाद इसके सालाना कारोबार में 10 गुना तक की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जिसके बाद मखाने का कारोबार 10 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए साल 2002 छोटे व्यापारियों के लिए खुशखबरी में दरभंगा में राष्ट्रीय मखाना शोध केंद्र की स्थापना की गई है। बिहार के दरभंगा में स्थित यह अनुसंधान केंद्र भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत कार्य करता है। देश में करीब 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मखाने की खेती होती है, जिसमें 80 से 90 फीसदी उत्पादन अकेले बिहार में होती है।
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