क्रिप्टोकरेंसी पर बैन नहीं लगाएगी सरकार, टेरर फंडिंग और 'हवाला' रोकने के लिए क्रिप्टो रेगुलेट करने की तैयारी: सूत्र

सूत्रों के मुताबिक, सरकार क्रिप्टोकरेंसी बिल से ये तय करना चाहती है कि इसका इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में ना हो

केंद्र सरकार शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी रेगुलेट करने के लिए बिल लाने की तैयारी में है। जब से यह खबर आई है लोग यह अंदाजा लगा रहे हैं कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की तैयारी में है। इन खबरों की वजह से Bitcoin का भाव गिरकर एक महीने के निचले स्तर पर आ गया है।

मार्केट्स और एक्सपर्ट्स सरकार के इस कदम के असर का अनुमान लगा रहे हैं। लेकिन सूत्रों ने CNCB-TV18 को बताया है कि सरकार जिस तरह के रेगुलेशन की बात कर रही है उससे क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह बैन नहीं लगेगा।

सूत्र ने कहा, "रेगुलेशन मैकेनिज्म तय होने के बाद क्रिप्टोकरेंसी का गलत इस्तेमाल नहीं हो पाएगा। सरकार को इस बात की फिक्र है कि क्रिप्टो का इस्तेमाल हवाला या टेरर फंडिंग में ना किया जाए।"

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सूत्रों ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी को वैध करेंसी की मान्यता नहीं दी जाएगी क्योंकि यह असल करेंसी और देश के टैक्स सिस्टम के लिए खतरा है। उन्होंने आगे कहा, "क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक सख्त मैकेनिज्म तैयार किया जाएगा ताकि लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियां यह पता लगा सकें कि क्रिप्टोकरेंसी का ट्रांजैक्शन कहां से शुरू हुआ है और इसका इस्तेमाल किसी राष्ट्रविरोधी या अवैध काम में तो नहीं हो रहा है।"

क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 (The Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021) उन 26 बिल में शामिल है जिन्हें शीतकालीन सत्र में संसद में पेश किया जाएगा। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होगा।

इससे पहले BJP नेता जयंत सिन्हा की अध्यक्षता में संसदीय समिति की एक बैठक हुई थी। इस बैठक में क्रिप्टोकरेंसी फाइनेंस और इसके शेयरहोल्डर्स से जुड़े मामलों पर चर्चा हुई है। इसके बाद यह फैसला लिया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह पाबंदी नहीं लगाई जाएगी बल्कि उसे रेगुलेट किया जाएगा।

Cryptocurrency News: सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा- बिटकॉइन वैध है या नहीं?

टाइम्स नाउ डिजिटल

Cryptocurrency News: पिछले 24 घंटों में क्रिप्टो बाजार की कुल वॉल्यूम (कारोबार किए गए सिक्कों की कुल राशि) में 3.83 फीसदी की गिरावट आई और यह 117.08 अरब डॉलर रही।

Supreme Court asks Centre government that Bitcoin is legal or not?

  • बिटकॉइन अभी भी 40,000 डॉलर के निशान से नीचे है।
  • वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप 10.36 फीसदी बढ़कर 1.74 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया।
  • गुरुवार को बिटकॉइन की कीमत धड़ाम हो गई थी।

Cryptocurrency News: शुक्रवार को बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin price) में उछाल आया। खबर लिखने के समय तक CoinMarketCap के अनुसार, ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हरे रंग में कारोबार कर रही थीं। भले ही यूक्रेन पर रूस का आक्रमण वैश्विक सुर्खियों में बना हुआ हो, लेकिन आज शेयर बाजार और क्रिप्टो बाजार में उछाल है।

इतनी है बिटकॉइन की कीमत
शाम 5.58 बजे दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन 10 फीसदी से ज्यादा उछलकर 38,8854.99 पर थी। BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है वहीं इस दौरान इथेरियम की कीमत 12.44 फीसदी बढ़ी और इसका दाम 2,667.59 डॉलर पर पहुंच गया।

बिटकॉइन पर अपना रुख स्पष्ट करे सरकार: SC
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने केंद्र सरकार से शुक्रवार को कहा कि वह बिटकॉइन पर अपना रुख स्पष्ट करे कि यह वैध या अवैध। मौजूदा समय में देश में क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर कोई प्रतिबंध नहीं है और न ही इनका कोई नियमन है।

जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्य कांत की दो सदस्यीय खंडपीठ ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्य भाटी को कहा,' 'आपको अपना रुख स्पष्ट करना होगा।' खंडपीठ केंद्र सरकार के खिलाफ अजय भारद्वाज द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। वकील शोएब आलम ने भारद्वाज की मंजूर की गयी जमानत याचिका खारिज करने की मांग की।

87,000 बिटकॉइन से जुड़ा है मामला
ऐश्वर्य भाटी ने खंडपीठ को बताया था कि यह मामला 87,000 बिटकॉइन से जुड़ा है और आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है और उसे कई समन भेजे गये हैं। मामले की सुनवाई कर रहे जजों ने आरोपी को जांच अधिकारी से मुलाकात करने का निर्देश दिया और जांच में सहयोग करने के लिये कहा।

सुनवाई अगले चार सप्ताह के लिये स्थगित
इस पर खंडपीठ ने कहा कि यह अवैध है या नहीं। खंडपीठ ने साथ ही कहा कि प्रवत्र्तन निदेशालय ने गत साल जुलाई में स्थिति रिपोर्ट पेश की थी। खंडपीठ ने कहा कि जांच अधिकारी आरोपी के जांच में सहयोग करने के संबंध में स्थिति रिपोर्ट पेश करेंगे। मामले की सुनवाई अगले चार सप्ताह के लिये स्थगित कर दी गयी है।

खंडपीठ ने साथ ही कहा कि आरोपी के गिरफ्तार न करने का अंतरिम आदेश अगली सुनवाई तक मान्य रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी के संदर्भ में भारतीय रिजर्व बैंक के आदेश को मार्च 2020 में पलटा गया था।
(इनपुट एजेंसी- आईएएनएस)

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Explained: आ गई RBI की वर्चुअल करेंसी, 1 नवंबर से चलेगा Digital RUPEE, नोटों की तरह होगा, बिना इंटरनेट भी होगा पेमेंट

RBI Digital Rupee: रिजर्व बैंक ने 1 नवंबर से बड़े ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले डिजिटल रुपी के लिए कुल 9 बैंकों का चयन किया है. डिजिटल रुपी (Digital Rupee) का इस्तेमाल बड़े पेमेंट और सेटलमेंट के लिए किया जाएगा.

डिजिटल रुपी मौजूदा करेंसी नोट की व्यवस्था को खत्म करने के लिए नहीं आ रहा है. बल्कि लोगों को लेनदेन में एक और ऑप्शन देगा. (Photo: Zeebiz)

Digital Rupee: आखिरकार अपनी डिजिटल करेंसी यानि वर्चुअल करेंसी Digital RUPEE की शुरुआत हो गई है. 1 नवंबर 2022 से होल्सेल ट्रांजैक्शन में इसका इस्तेमाल होगा. हालांकि, अभी इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है. डिजिटल रूपी की शुरुआत होने के साथ ही हमें भी यह समझना जरूरी है कि ये क्या है और कैसे काम करेगा? Digital Rupee अब आपकी पॉकेट में नहीं होगा. लेकिन, वर्चुअल वर्ल्ड में इसका इस्तेमाल आपके जरिए ही होगा. ये नोट की तरह जेब में रखने के लिए नहीं मिलेगा. प्रिंट भी नहीं होगा. बल्कि टेक्नोलॉजी के जरिए आपके काम आएगा. जैसे- क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) का इस्तेमाल होता है. सरकार इसे पूरी तरह से लीगल टेंडर बनाएगी और मानेगी भी. इसमें निवेश भी आसान होगा. अच्छी बात ये है कि इसे हमारी सरकार, RBI रेगुलेट करेगा. इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा.

कब तक आएगा डिजिटल Rupee?

रिजर्व बैंक ने 1 नवंबर से बड़े ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले डिजिटल रुपी के लिए कुल 9 बैंकों का चयन किया है. डिजिटल रुपी (Digital Rupee) का इस्तेमाल बड़े पेमेंट और सेटलमेंट के लिए किया जाएगा. रिजर्व बैंक के मुताबिक, इसका इस्तेमाल सरकारी सिक्योरिटीज यानि सरकारी बॉन्ड की खरीद बिक्री पर होने वाले निपटारे की रकम के तौर पर होगा. रिजर्व बैंक ने ये भी कहा है कि महीने भर के भीतर रिटेल ट्रांजैक्शन के लिए भी इसको इस्तेमाल लाया जाएगा.

सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) है नाम

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के जाल से बचाने के लिए सेंट्रल बैंक (RBI) ने अपनी डिजिटल करेंसी इंट्रोड्यूस की है. इसका नाम CBDC- सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है. डिजिटल करेंसी का फायदा ये होगा कि अब नकदी का सर्कुलेशन कम होगा और वर्चुअली ट्रांजैक्शन पूरे होंगे. इससे ट्रांजैक्शन कॉस्ट में कमी आएगी. डिजिटल रुपी में फिजिकल नोट वाले सारे फीचर होंगे. लोगों को डिजिटल रुपी को फिजिकल में बदलने की सुविधा होगी. अभी तक की योजना के मुताबिक, डिजिटल करेंसी के लिए अलग से बैंक खाता खुलवाने की जरूरत नहीं होगी.

कैसे काम करेगा Digital Rupee?

डिजिटल रूप में जैसे हम अपने बैंक अकाउंट में कैश देखते हैं, वॉलेट में अपना बैलेंस चेक करते हैं. कुछ ऐसे ही इसे भी देख और रख सकेंगे. डिजिटल रूपी को दो तरह से लॉन्च किया जाएगा. पहला होलसेल ट्रांजैक्शन यानि बड़े ट्रांजैक्शन के लिए, जिसकी शुरुआत 1 नवंबर से होगी. वहीं, दूसरा रिटेल में आम पब्लिक के लिए होगा. CBDC ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा. पेपर करेंसी की तरह इसका लीगल टेंडर होगा. आप जिसे पेमेंट करना चाहेंगे उसे इससे पेमेंट कर सकेंगे और उसके अकाउंट में ये पहुंच जाएगी. CBDC इलेक्ट्रॉनिक रूप में अकाउंट में दिखाई देगा. CBDC को पेपर नोट के साथ बदला जा सकेगा. कैश के मुकाबले ट्रांजैक्शन आसान और सुरक्षित होगा. ये बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, लेकिन टेक्नोलॉजी के जरिए ट्रांजैक्शन पूरा होगा. एक तरह से इसे इलेक्ट्रॉनिक कैश कह सकते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग होगी?

क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से प्राइवेट है. इसे कोई मॉनिटर नहीं करता और किसी सरकार या सेंट्रल बैंक का कंट्रोल नहीं होता. ऐसी करेंसी गैरकानूनी होती हैं. लेकिन, RBI की डिजिटल करेंसी पूरी तरह से रेगुलेटेड है. सरकार की मंजूरी होगी. डिजिटल रुपी की क्वांटिटी की भी कोई सीमा नहीं होगी. जैसे बिटकॉइन की होती है. सबसे खास बात है RBI का रेगुलेशन होने से मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग, फ्रॉड की आशंका नहीं होगी. जिस तरह क्रिप्टो में करेंसी का भाव घटता-बढ़ता है, डिजिटल रुपी में ऐसा कुछ नहीं होगा. फिजिकल नोट वाले सारे फीचर डिजिटल रुपी में भी होंगे. लोगों को डिजिटल रुपी को फिजिकल में बदलने की सुविधा होगी.

सभी को मिलेगा डिजिटल रूपी

डिजिटल रुपी दो तरह का होगा. एक बड़ी रकम के लेनदेन के लिए होगा जिसका नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी होलसेल होगा. इसका इस्तेमाल बड़े वित्तीय संस्थान जिसमें बैंक, बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां और दूसरे बड़े सौदे करने वाले संस्थान करेंगे. इसके अलावा रिटेल के लिए सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी रिटेल भी आएगा. इसका इस्तेमाल लोग रोजमर्रा के लेनदेन के लिए कर सकेंगे. ये भी पहले चुनिंदा जगहों और बैंकों के साथ शुरू होगा. रिटेल प्रोजेक्ट में सभी आयुवर्ग के लोगों को शामिल किया जाएगा. फिर उनके अनुभवों के आधार पर जरूरत पड़ने पर फीचर्स में बदलाव होगा.

नोटों की तरह होगा डिजिटल रुपी

डिजिटल रुपी को डिजिटल पेमेंट सिस्टम की अहम कड़ी UPI से भी जोड़ा जाएगा. इससे लोग Paytm, PhonePe जैसे दूसरे अहम वॉलेट से लेन देन कर सकें. जिस तरह 10, 20, 50, 100, 500 वाले नोट होते हैं. उसी वैल्यू (डिनॉमिनेशन) वाला डिजिटल रुपी भी आएगा. हालांकि, कोई व्यक्ति कितना डिजिटल रुपी रख सकेगा, इसकी सीमा भी तय की जा BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है सकती है. डिजिटल करेंसी से पेमेंट पर गोपनीयता बनाए रखने की कोशिश की जाएगी. मुमकिन है कि चुनिंदा सरकारी एजेंसियों को छोड़कर बाकी किसी को डिजिटल रुपी से हुए BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है सौदों की पूरी सटीक जानकारी नहीं दी जाए.

डिजिटल RUPEE की खासियत

- CBDC देश का डिजिटल टोकन होगा.
- बिजनेस में पैसों के लेनदेन का काम हो जाएगा आसान.
- चेक, बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन का झंझट नहीं रहेगा.
- मोबाइल से कुछ सेकेंड में पैसे ट्रांसफर होंगे.
- नकली करेंसी की समस्या से छुटकारा मिलेगा.
- पेपर नोट की प्रिटिंग का खर्च बचेगा.
- डिजिटल करेंसी जारी होने के बाद हमेशा बनी रहेगी.
- CBDC को डैमेज नहीं किया जा सकेगा.

करेंसी नोट खत्म नहीं होंगे

डिजिटल रुपी मौजूदा करेंसी नोट की व्यवस्था को खत्म करने के लिए नहीं आ रहा है. बल्कि लोगों को लेनदेन में एक और ऑप्शन देगा. करेंसी नोट वाली व्यवस्था और डिजिटल रुपी वाली व्यवस्था दोनों चलेंगी. इससे कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा मिलेगा. डिजिटल रुपी कुछ इस तरह से लाया जाएगा कि बिना इंटरनेट के भी इसका पेमेंट किया जा सकेगा. मकसद ये भी होगा कि ऐसे लोग जिनके पास बैंक खाता नहीं है वो भी इसका इस्तेमाल कर सकें.

देखते ही देखते धराशाई हुआ क्रिप्टोकरेंसी मार्केट, चीन बना बड़ा विलेन, जानिए अब आगे क्या होगा?

Cryptocurrency: कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट आई है. देखते ही देखते Bitcoin समेत कई क्रिप्टो में 10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है.

देखते ही देखते धराशाई हुआ क्रिप्टोकरेंसी मार्केट, चीन बना बड़ा विलेन, जानिए अब आगे क्या होगा?

चीन के सेंट्रल बैंक पीबीओसी -पब्लिक बैंक ऑफ चाइना (PBoC-People’s Bank of China) ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा ऐलान किया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, चीनी सेंट्रल बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस खबर के बाद दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भारी गिरावट आई है. कॉइनमार्केट (coinmarketcap) एक्सचेंज के मुताबिक, Bitcoin में 2000 डॉलर (1.5 लाख रुपये) की गिरावट आई है. वहीं, इथेरियम 17 फीसदी, Binance Coin 15 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गया है.

चीन में ऐसा क्या हुआ?

पब्लिक बैंक ऑफ चाइना (PBoC-People’s Bank of China) ने क्रिप्टोकरेंसी पर बड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि चीन में सभी क्रिप्टोकरेंसी गैरकानूनी है. इससे जुड़े सभी गतिविधियां भी गैरकानूनी है.

पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, ऑर्डर मैचिंग, टोकन जारी करना और क्रिप्टो के लिए डेरिवेटिव सेवाएं देना गैरकानूनी है. बैंक ने कहा है कि चीन में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा कोई काम नहीं किया जा सकता है.

फाइनेंशियल इंसीट्यूशन और नॉन बैंकिंग पेमेंट इंसीट्यूट क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी किसी भी काम को नहीं करेंगे. अगर ऐसा करता हुआ कोई पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी. चीन के सेंट्रल बैंक ने BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है अपनी वेबसाइट पर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े सभी सवालों के जवाब दिए है.

धराशाई हुआ क्रिप्टोकरेंसी मार्केट

शाम 5 बजे तक दुनिया की सबसे बड़ी 10 क्रिप्टोकरेंसी के रेट्स (ये आंकड़े coinmarketcap.com से लिए गए है)

Bitcoin: यह 11 फीसदी लुढ़ककर $42498 पर है. Ethereum: यह 18 फीसदी लुढ़ककर $2884 पर है. Cardano: यह 9 फीसदी लुढ़ककर $2.16 पर है. Binance Coin: यह 16 फीसदी लुढ़ककर $349 पर है. Dogecoin: यह 18 फीसदी लुढ़ककर$0.20 पर है. XRP: यह 14 फीसदी लुढ़ककर $0.9152 पर है.

क्या है एक्सपर्ट्स की राय

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में गिरावट को लेकर जानकारों का कहना है कि ग्लोबल इक्विटी मार्केट पर दबाव है जिसके कारण इसकी कीमत पर दबाव दिख रहा है. वहीं, चीन की खबरें का असर अगले कुछ दिन और दिख सकता है.

कुछ जानकारों का कहना है कि अभी इसमें और करेक्शन आएगा और वे क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में गिरावट का अनुमान लगा रहा है. दूसरी तरफ कुछ एक्सपर्ट्स ऐसे भी हैं जिनका मानना है कि इस गिरावट पर रिटेल इन्वेस्टर्स खरीदारी करेंगे और फिर से तेजी आएगी.

क्या करें निवेशक

जानकार निवेशकों को यह भी सलाह दे रहे हैं को वे वैल्यु वाली करेंसी में निवेश करें. किसी भी डिजिटल करेंसी में BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है निवेश करना काफी रिस्की है, क्योंकि इसकी कीमत में बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव रहता है. इस समय ऑल्टरनेटिव क्वॉइन में काफी तेजी आ चुकी है. ऐसे में संभल कर किसी ऑल्ट क्वॉइन में निवेश करने की सलाह दी गई है.

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सरकार क्रिप्टोकरेंसियों में प्रयुक्त ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना चाहती है.

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बिटकॉइन लगातार खबरों में बना हुआ है. डिजिटल करेंसी में एक तरफ हर दिन नए शिखर बन रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर सरकार की तरफ से क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी को लेकर भी खबरों का बाजार गर्म है. अब न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारत में बिटकॉइन समेत सारी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध की तैयारी पूरी हो चुकी है.

क्या है खबर?

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने 15 मार्च को क्रिप्टोकरेंसी पर बन रहे नए कानून से जुड़ी खबर रखने वाले करीबी सूत्र के हवाले से बताया कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को रखने, जारी करने, माइन करने, इसमें व्यापार तथा इसके हस्तांतरण को क्रिमिनल गतिविधि बनाने के लिए कानून लाने वाली है. खबर के मुताबिक यह प्रक्रिया अपने आखिरी चरण में है. अगर ऐसा कानून आता है तो बिटकॉइन और बाकी क्रिप्टो निवेशकों को कानून में तय की जाने वाली सजा हो सकती है.

सरकार की तरफ से क्या हैं संकेत?

बिटकॉइन और इस तरह की अन्य डिजिटल करेंसी पर प्रतिबंध लगाए जाने की निवेशकों को पहले से आशंका थी. हालांकि, हाल में सरकार की तरफ से दिए गए बयानों से इन्वेस्टर्स को थोड़ी राहत भी मिली.

सरकार क्रिप्टोकरेंसी, ब्लॉकचेन या फिनटेक के लिए सारे रास्ते नहीं बंद कर रही है. सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बात की है. RBI अपनी तरफ से ऑफिशियल डिजिटल करेंसी पर विचार कर सकता है. हमारी तरफ से यह स्पष्ट है कि हम सारे रास्ते नहीं बंद कर रहे.

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी ने 6 मार्च को क्रिप्टोकरेंसी पर कहा था कि 'हमें नए आइडिया को खुले दिमाग से बढ़ावा देना चाहिए.'

निर्मला सीतारमण ने CNBC-TV18 से बातचीत में यह भी कहा कि सरकार डिजिटल वर्ल्ड और क्रिप्टोकरेंसी में संभव प्रयोग के विकल्पों को भी देख रही है.

RBI समेत विश्व के कई केंद्रीय बैंकों ने अपनी डिजिटल करेंसी लाने के संकेत दिए हैं. ऐसी मुद्राओं को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) कहा जा रहा है.

वर्तमान निवेशकों पर क्या पड़ेगा असर?

अनुमान के मुताबिक वर्तमान में भारत में करीब 80 लाख लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. निवेश की कुल वैल्यू 100 अरब रुपये के करीब हो सकती है. खबर के मुताबिक ऐसे निवेशकों को प्रतिबंध के बाद क्रिप्टोकरेंसी निवेश से निकलने के लिए 6 महीनों का समय दिया जा सकता है. इससे पहले ब्लूमबर्ग क्विंट ने भी अपनी फरवरी की रिपोर्ट में इसका जिक्र किया था. इस समय सीमा में निवेश से नहीं निकलने पर इन्वेस्टर्स पर जुर्माना लगाया जाएगा.

2018 में RBI के बैंकों को निर्देश से भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश लगभग रुक गया था. हालांकि सर्वोच्च न्यायालय ने मार्च 2020 में RBI के सर्कुलर को खारिज कर दिया जिससे निवेशकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का रास्ता फिर खुल गया.

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