Arpita Mukherjee and Partha Mukherjee
SSC Scam: कौन है TMC के नेता पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी, जिसके घर से ED को बरामद हुए 20 करोड़ कैश
Arpita Mukherjee and Partha Mukherjee
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 26 जुलाई 2022,
- (Updated 26 जुलाई 2022, 1:48 PM IST)
र्पिता ने साल 2004 में मॉडलिंग से करियर शुरू किया
पश्चिम बंगाल के विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से पिछले हफ्ते 21.2 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए, जिसके बाद से वो बराबर सुर्खियों में बनीं हुई हैं. इसके एक दिन बाद दोनों को बंगाल में स्कूल नौकरी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया था. इस वजह से ममता बनर्जी की सरकार ED के निशाने पर आ गई है. अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के घर से 21.2 करोड़ रुपये नकद, 79 लाख रुपये के सोने के आभूषण और 54 लाख विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल रुपये के विदेशी मुद्रा के साथ 22 मोबाइल मिले. आइए जानते हैं कौन है अर्पिता मुखर्जी और कैसे बनी मंत्री की करीबी.
कौन है अर्पिता मुखर्जी?
अर्पिता मुखर्जी 2008 और 2014 के बीच बंगाली और उड़िया फिल्म उद्योगों में सक्रिय थीं. वह एक मॉडल भी हैं.वह कोलकाता के उत्तरी उपनगर बेलघोरिया में एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं और कॉलेज के दिनों से ही मॉडलिंग कर रही हैं.अपने पिता की मृत्यु के बाद, उनकी शादी झारग्राम के एक व्यवसायी से हुई थी, लेकिन शादी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है क्योंकि वह कोलकाता लौट आई थी. उन्होंने 2008 में जीत के साथ फिल्म "पार्टनर" में अभिनय किया और 2009 में बंगाली सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी के साथ "मामा भगने" में अभिनय किया.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मामूली सुधार, 79.57 पर बंद हुआ
घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख और विदेशी कोषों की आवक के बीच रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे बढ़कर 79.57 (अंतिम) पर बंद हुआ.अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 79.66 पर खुला. दिन के कारोबार में रुपये ने 79.47 का ऊपरी और 79.66 का निचला स्तर देखा. अंत में यह डॉलर के मुकाबले 79.57 पर बंद हुआ. यह पिछले बंद भाव के मुकाबले 12 पैसे अधिक है. रुपया बृहस्पतिवार को 79.69 पर बंद हुआ था.
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इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.98 प्रतिशत गिरकर 108.63 पर आ गया. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.72 प्रतिशत बढ़कर 90.68 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था. विशेषज्ञों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों में तेजी और विदेश में डॉलर के कमजोर होने से रुपया मजबूत हुआ.बीएनपी परिबा में अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के ब्याज दर में 0.75 प्रतिशत की अभूतपूर्व बढ़ोतरी के चलते डॉलर पर दबाव बना.
उन्होंने कहा कि वैश्विक मुद्रास्फीति के कारण भी जोखिम वाली संपत्तियों पर दबाव देखने को मिल सकता है. हालांकि, डॉलर में कमजोरी और वैश्विक बाजारों में सकारात्मक संकेतों से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल मिल सकता है.चौधरी ने कहा कि अगले कुछ सत्रों में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 79-80.30 के दायरे में रह सकता है. शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 2,913.09 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
रसगुल्ले की हक की लड़ाई में पश्चिम बंगाल की जीत, मिला GI दर्जा
जीआई टैग मिलने से पश्चिम बंगाल के रसगुल्ला बनाने वालों को काफी फायदा होने की विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल उम्मीद है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसे वैश्चिक स्तर पर राज्य के प्रतिनिधि के रूप में पेश करना चाहती हैं. इसके लिए वह काफी प्रयास कर रही थीं.
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच इस बात को लेकर कई साल से खींचतान चल रही थी कि आखिर रसगुल्ले का ईजाद कहां हुआ? इसी सिलसिले में जुलाई 2015 में अोडिशा सरकार ने रसगुल्ला दिवस मनाकर इसी लड़ाई को विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल बढ़ा दिया था.पश्चिम बंगाल सरकार का कहना था कि रसगुल्ले का ईजाद उनके राज्य में हुआ है जबकि ओडिशा ने इसे अपना बताया था. पश्चिम बंगाल के खाद्य प्रसंस्करण मंत्री अब्दुर्रज्जाक मोल्ला का कहना था कि बंगाल रसगुल्ले का आविष्कारक है.
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