पिछले एक साल की कीमतों का ट्रेंड देखा जाए तो बिटकॉइन 60 फ़ीसदी, इथेरियम 65 फ़ीसदी, बीएनबी 45 फ़ीसदी, रिपल 48 फ़ीसदी, डॉजकॉइन 45 फ़ीसदी, Cardano 74 फ़ीसदी और Polygon 53 फ़ीसदी गिरा है. https://t.co/YlMPZEcIET— AajTak (@aajtak) December 19, 2022
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? जानिए इसका पूरा गणित
क्रिप्टोकरेंसी, यानी कि नए जमाने की डिजिटल करेंसी। इसका जिक्र आजकल खूब किया जा रहा है और इसे भविष्य की मुद्रा मानते हुए युवा एकदूसरे को इसमें निवेश की सलाह दे रहे हैं। हालांकि, ज्यादातर लोगों के लिए क्रिप्टोकरेंसी एक नया शब्द है और वे इसके लेनदेन के बारे में कुछ नहीं जानते। जरूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने या इसके बारे में चर्चा करने से पहले इसका मतलब समझा जाए और इसके काम करने का तरीका पता हो।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी का मतलब?
कागज या सिक्कों की मदद से तैयार किए जाने वाली मुद्रा के मुकाबले डिजिटल लेनदेन का चलन बढ़ गया है। इससे एक कदम आगे बढ़कर मुद्रा क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है की ऐसी व्यवस्था तैयार की गई है, जो पूरी तरह वर्चुअल या डिजिटल होती है। साल 2009 में बिटकॉइन के साथ इस वर्चुअल करेंसी सिस्टम की शुरुआत हुई और ढेरों नाम इस वर्चुअल करेंसी सिस्टम से जुड़ते चले गए। क्रिप्टोकरेंसी ऐसी मुद्रा है, जो दिखती नहीं और जिसका लेनदेन पूरी तरह वर्चुअल होता है।
कितनी तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी?
मार्केट रिसर्च वेबसाइट कॉइनमार्केटकैप की मानें तो अभी 10 हजार से ज्यादा तरह ही क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल पब्लिकली किया जा रहा है। अगस्त, 2021 तक इनकी कुल वैल्यू 1.9 ट्रिलियन डॉलर (करीब 1.39 लाख अरब रुपये) से ज्यादा की है। बिटकॉइन, ईथेरम और बाइनेंस कॉइन सबसे ज्यादा मार्केट कैपिटल वाली और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसीज हैं। इन करेंसीज की वैल्यू मार्केट के हिसाब से लगातार बदलती रहती है और इन्हें अलग-अलग कीमत पर खरीदा जा सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी तेजी से लोकप्रिय क्यों हो रही है?
दूसरी मुद्राओं या करेंसीज की तरह क्रिप्टोकरेंसी पुराने बैंकिंग सिस्टम को फॉलो नहीं करती और इसपर अलग-अलग देश की सरकारों का नियंत्रण नहीं होता। यानी कि बिना किसी मीडियेटर बॉडी के नियंत्रण इन्हें इस्तेमाल करने वालों के पास होता है और वे डिजिटल करेंसी से खरीददारी कर सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य की मुद्रा माना जा रहा है और लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। यही वजह है कि बीते कुछ साल में इसकी वैल्यू कई गुना बढ़ गई है।
कैसे मिल सकती है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी को आप किसी कंपनी के शेयर्स मान सकते हैं, जिन्हें खरीदने के लिए तय रकम देनी होती है। इन शेयर्स की कीमत घट या बढ़ सकती है और जरूरत पड़ने पर आप ये शेयर बेच भी सकते हैं। ठीक इसी तरह आपको क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए अपनी मुद्रा (जैसे- डॉलर या रुपये) में रकम चुकानी होती है। कुछ वक्त बीतने के बाद आपकी ओर से खरीदी गई क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू कम या ज्यादा मिल सकती है।
कैसे काम करता है क्रिप्टोकरेंसी का लेनदेन?
जाहिर सी बात है कि क्रिप्टोकरेंसी की मदद से होने वाले लेनदेन का एक डाटाबेस होना जरूरी है और यहां ब्लॉकचेन काम आती है। क्रिप्टोकरेंसी की मदद से होने वाले लेनदेन ब्लॉकचेन में क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है रिकॉर्ड होते हैं। यानी कि अगर एक यूजर ने क्रिप्टोकरेंसी की मदद से दूसरे को भुगतान किया तो यह जानकारी एक ब्लॉक में एनक्रिप्ट कर दी जाएगी और क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू एक से दूसरे यूजर के पास सुरक्षित ढंग से ट्रांसफर कर दी जाएगी।
कैसे स्टोर की जा सकती है क्रिप्टोकरेंसी?
किसी मुद्रा या क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है करेंसी को स्टोर करने के लिए एक वॉलेट की जरूरत पड़ती है। असली नोट जेब में रखे पर्स में और डिजिटल लेनदेन से जुड़ी जानकारी हम पेमेंट ऐप्स या वॉलेट में रखते हैं। क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद आपको उसे अपने डिजिटल वॉलेट में रखना होता है, जो काम क्रिप्टो ऐप्स कर देती हैं। ऐसे वॉलेट्स में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने या बेचने का विकल्प देते हुए भारत में एक दर्जन से ज्यादा क्रिप्टो एक्सचेंज मार्केट काम कर रहे हैं।
घटती या बढ़ती क्यों है क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू?
क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं बल्कि दुनिया की सभी मुद्राओं की वैल्यू घटती और बढ़ती रहती है। अगर किसी करेंसी को में ज्यादा लोग निवेश करना चाहते हैं और करेंसी सीमित है, तो उसकी कीमत बढ़ जाती है। वहीं, इस्तेमाल करने वाले ज्यादा हो जाएं और निवेश करने वाले कम तो वैल्यू कम होने लगती है। बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने वाले बढ़ गए हैं इसलिए आज एक बिटकॉइन की कीमत करीब 33 लाख रुपये के बराबर है।
क्या हैं क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के फायदे?
भारत में मार्च, 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी पर लगा बैन हटा दिया है, यानी कि इसे खरीदना या इस्तेमाल करना अवैध नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी की मदद से किए जाने वाले पेमेंट ज्यादा सुरक्षित होते हैं और इनमें मिडिलमैन ना होने के चलते ज्यादा प्रोसेसिंग फीस नहीं क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है देनी पड़ती। क्रिप्टोकरेंसी की मदद से किया जाने वाला लेनदेन गोपनीय भी होता है। साथ ही इसकी तेजी से बढ़ती वैल्यू भी इसमें किए गए निवेश को बेहतर बना सकती है।
क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए?
क्रिप्टोकरेंसी नया कॉन्सेप्ट नहीं है और अमेजन जैसे कई कंपनियां इससे भुगतान का विकल्प देती हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी पर नियंत्रण आसान नहीं है क्योंकि कोई संस्था या नियामक संगठन इसके मार्केट में फ्लो को मॉनीटर नहीं करता। यानी कि इसकी वैल्यू घटेगी या बढ़ेगी, इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता जबकि किसी करेंसी का स्थिर रहना महत्वपूर्ण होता है। क्रिप्टोकरेंसी खरीदने या इसमें निवेश करने का फैसला इससे जुड़े रिस्क को ध्यान में रखने के बाद ही किया जाना चाहिए।
Budget 2022: निर्मला सीतारमण का ऐलान- भारत में लॉन्च होगी डिजिटल करेंसी, नाम होगा Digital Rupee
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर छिड़ी बहस के बीच निर्मला सीतारमण ने बताया है कि नए वित्त वर्ष में डिजिटल करेंसी की लॉन्चिंग होगी। वित्त मंत्री ने कहा कि आरबीआई की ओर से 2022-23 से.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर छिड़ी बहस के बीच निर्मला सीतारमण ने बताया है कि नए वित्त वर्ष में डिजिटल करेंसी की लॉन्चिंग होगी। वित्त मंत्री ने कहा कि आरबीआई की ओर से 2022-23 से ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके 'डिजिटल रुपया' पेश करने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि डिजिटल करेंसी की लॉन्चिंग से डिजिटल इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा।
आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य पर देश में अलग-अलग तरह की बहस छिड़ी हुई है। सरकार की ओर से क्रिप्टो पर सख्ती के भी संकेत दिए जा चुके हैं। वहीं, रिजर्व बैंक ने भी क्रिप्टो की चिंताओं के बारे में सरकार को बताया है।
बीते साल जुलाई में केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने डिजिटल करेंसी लॉन्च करने के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि डिजिटल करेंसी लाने की तिथि बताना मुश्किल है। हम संभवत: 2021 के अंत तक इसका मॉडल ला सकते हैं। हालांकि, ऐसा नहीं हो सका। अब वित्त मंत्री ने बताया है कि नए वित्त वर्ष में आरबीआई इस करेंसी को लॉन्च कर देगा। हालांकि, ये करेंसी किस तरह काम करेगा और नकदी का क्या भविष्य होगा ये देखना अहम है।
डिजिटल करेंसी क्या है ? डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं?
आज की इस डिजिटल युग में हर एक चीज डिजिटल हो रहा हैं। दुनिया में डिजिटल करेंसी की धूम मची हैं। अबतक 9 देश डिजिटल करेंसी लॉन्च कर चुका है, और 16 ऐसे देश है जो जल्दी ही लॉन्च करने वाली है। ऐसे स्थिति में भारत सरकार द्वारा डिजिटल करेंसी का एलान करना एक प्रकार से डिजिटल क्रांति की शुरुआत है। भारत मे ब्लॉकचेन और अन्य तकनीकों का इस्तेमाल करके कानूनी रूप से डिजिटल करेंसी शुरू की जाएगी। अर्थात भारत में भी आएगी डिजिटल मुद्रा जिसका नाम होगा डिजिटल रुपया। तो आइए देखते है डिजिटल करेंसी क्या है?
रिजर्व बैंक जो डिजिटल करेंसी जारी करेगी वो ऑफिसियल लीगल टेंडर होगा। प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को सरकार लीगल टेंडर नहीं मानती, अगर उसे कोई संपत्ति के रूप में रखना चाहें तो रखते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा डिजिटल रूपए की शुरूआत से भारतीय अर्थब्यवस्था में नई उछाल आएगा। डिजिटल रुपया अधिक प्रभावी और सस्ती करेंसी प्रबंधन प्रणाली बनेगी। वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्तियों के लिए विशेष कर प्रणाली लागू होगा।
क्या है डिजिटल करेंसी ?
डिजिटल करेंसी अर्थात डिजिटल मुद्रा, इस करेंसी को भारत में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency या CBDC) का नाम दिया गया है। सीबीडीसी ऐसी करेंसी जो पूरी तरह से डिजिटल होगी, न कि नोट या सिक्के की तरह। इसे वर्चुअल करेंसी या वर्चुअल मनी कह सकते हैं। यह आपके पर्स या हाथ में नहीं दिखेगी लेकिन काम वैसा ही होगा जैसा रुपये और सिक्के से होता है। इसे आरबीआई द्वारा जारी किया जाएगा। डिजिटल करेंसी दो तरह की होती है। पहला रिटेल डिजिटल करेंसी इसे आम लोग और कंपनियों के लिए जारी किया जाता है। वहीं दूसरा होलसेल डिजिटल करेंसी इसे वित्तीय संस्थाओं द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
डिजिटल करेंसी के क्या फायदे है?
- इसे आप सॉवरेन करेंसी में बदल सकते हैं।
- डिजिटल करेंसी से भारत सरकार को लगभग 14 लाख करोड़ के फायदे का अनुमान हैं।
- 2030 तक 8 लाख रोजगार मिलने का अनुमान
- बिटकोईन और क्रिप्टो करेंसी से अलग सरकारी डिजिटान करेंसी होगी।
- देश मे नई डिजिटल करेंसी से विकास को गति मिलेगा।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- डिजिटल करेंसी की व्यवस्था एक सस्ती और कुशल करेंसी सिस्टम की ओर बढ़ेगी।
ब्लॉकचेन क्या है?
ब्लॉकचेन एक ऐसा तकनीक है जिसके जरिए करेंसी ही नहीं बल्कि किसी भी चीज को डिजिटल फॉरमेट में बदलकर स्टोर कर सकते है। 1991 में स्टुअर्ट हबर और डब्ल्यू स्कॉट स्टोर्नेटो ने ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल किया था। ये प्लेटफॉर्म एक लेजर की तरह है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये एक तरह का एक्सचेंज प्रोसेस है, जो डेटा ब्लॉक पर काम करता है। इसमें हर एक ब्लॉक एक-दूसरे से कनेक्ट होते हैं जिसे हैक नहीं किया जा सकता है। इस तकनीक का उद्देश्य डॉक्यूमेंट्स को डिजिटली सुरक्षित रखना है।
ब्लॉकचेन से होने वाले फायदे
- डेटा रहेगा पूरी तरह से सुरक्षित क्योंकि ब्लॉकचेन बेस्ड सिस्टम काफी सुरक्षित है।
- ब्लॉकचैन एंड – टू – एंड एन्क्रिप्शन के साथ लेनदेन का एक अपरिवर्तनीय रिकॉर्ड बनाती है।
- जो धोखाधड़ी और अनधिकृत गतिविधि को रोकने में मदद करती है।
- ब्लॉकचेन पर डेटा कंप्यूटर के एक नेटवर्क में संग्रहीत किया जाता हैं, जिससे इसे हैक करना लगभग असंभव हो जाता है।
- यह लेनदेन को संसाधित करने में दक्षता पैदा करता है।
- इस तकनीक से डेटा एकत्र करने और संशोधित करने के साथ – साथ रिपोर्टिंग और ऑडिटिंग प्रक्रियाओं को आसान बनाने का काम करता है।
- ब्लॉकचेन व्यवसायों को बिचौलियों – विक्रेताओं और तीसरे पक्ष के प्रदाताओं को – समाप्त करके लागत में कटौती करने में मदद करता है।
क्रिप्टो करेंसी और डिजिटल करेंसी में क्या अंतर हैं?
डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी में सबसे बड़ा अंतर यह है कि डिजिटल करेंसी को उस देश की सरकार की मान्यता हासिल होती है, जिस देश का केंद्रीय बैंक इसे जारी करता है। इसलिए इसमें जोखिम नहीं होता है। इससे जारी करने वाले देश में खरीदारी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी एक मुक्त डिजिटल एसेट है। इसे क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है कानूनी मान्यता नही हैं। इसकी सारी जिम्मेदारी निवेशकों की होती हैं। इसमें जोखिम ज्यादा होता हैं। क्योंकि यह किसी भी सरकार या संस्था द्वारा संचालित नही होता हैं।
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दोस्तों नमस्कार ! हम कोशिश करते हैं कि आप जो चाह रहे है उसे बेहतर करने में अपनी क्षमता भर योगदान दे सके। प्रेणना लेने के लिए कही दूर जाने की जरुरत नहीं हैं, जीवन के यह छोटे-छोटे सूत्र आपके सामने प्रस्तुत है.
इस बैंकिंग शेयर ने 3 महीने में दिया तगड़ा रिटर्न
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया किस शहर ने 3 महीने में निवेशकों को 80 परसेंट का रिटर्न दिया है UBI क शेयर निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ है 1 साल में इसने सौ परसेंट रिटर्न के साथ ही 1 माह में 16 परसेंट का रिटर्न दिया है
सोमवार तक यह बैंकिंग सेक्टर का स्टॉक ₹85 के स्तर पर ट्रेड करता हुआ दिखाई दिया है जिसमें से स्टॉक ने दिन का हाई प्राइस 87.05 बनाया है
जहां पिछले दिनों में बैंकिंग शेयरों में यूनियन बैंक के स्टॉक ने भी जबरदस्त रिटर्न दिखाया है और इस शेयर की थी जी आगे भी बनी रहने की उम्मीद बताई जा रही है
एक्सपर्ट का मानना है कि पोर्टफोलियो में यूनियन बैंक का शेयर फायदे का सौदा साबित होगा मोतीलाल ओसवाल की एक्सपर्ट रिपोर्ट के अनुसार शेयरों के लिए टारगेट प्राइस ₹100 माना गया है
Disclaimer: इस आर्टिकल को कुछ अनुमानों और जानकारी के आधार पर बनाया है हम फाइनेंसियल एडवाइजर नही है आप इस आर्टिकल को पढ़कर शेयर बाज़ार (Stock Market), म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund), क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) निवेश करते है तो आपके प्रॉफिट (Profit) और लोस (Loss) के हम जिम्मेदार नही है इसलिए अपनी समझ से निवेश करे और निवेश करने से पहले फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरुर ले
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Cryptocurrency क्या होती क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है है | क्रिप्टो करेंसी कैसे खरीदें और बेचें
Cryptocurrency को लेकर इन दिनों काफी चर्चा हो रही है। Bitcoin एक Crypto Currency है। इस लेख में हम आपको इस क्रिप्टोकरेंसी के बारे में विस्तार से बताएंगे। बिटकॉइन वॉलेट हमारे मोबाइल वॉलेट से काफी मिलता-जुलता है। जहां हम अपना पैसा जमा करते हैं और उससे लेनदेन करते हैं। WazirX, Unocoin, Zebpay भारतीय कंपनियां हैं जो Bitcoin के कारोबार में हैं। अगर आप नहीं जानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी क्या होती है और इसे कैसे खरीदें और बेचें? तो हम इसकी सारी जानकारी देने जा रहे हैं।
ऐसा माना जाता है कि Crypto Currency की शुरुआत सातोशी नाकामोटो ने 2009 में की थी, लेकिन ऐसा नहीं है। इससे पहले भी कई निवेशकों या देशों ने डिजिटल करेंसी पर काम किया था। अमेरिका ने 1996 में प्राइम इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बनाया, सोना जिसे रखा नहीं जा सकता था, लेकिन अन्य चीजों से खरीदा जा सकता था। हालांकि 2008 में इसे बैन कर दिया गया था।
पिछले एक साल की कीमतों का ट्रेंड देखा जाए तो बिटकॉइन 60 फ़ीसदी, इथेरियम 65 फ़ीसदी, बीएनबी 45 फ़ीसदी, रिपल 48 फ़ीसदी, डॉजकॉइन 45 फ़ीसदी, Cardano 74 क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है फ़ीसदी और Polygon 53 फ़ीसदी गिरा है. https://t.co/YlMPZEcIET
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Cryptocurrency क्या होती है
Cryptocurrency एक प्रकार का Digital Money है, जिसे आप छू नहीं सकते, लेकिन रख सकते हैं। यानी यह करेंसी का डिजिटल रूप है। यह सिक्के या नोट जैसे ठोस रूप में आपकी जेब में नहीं है। यह पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। क्रिप्टो करेंसी दो शब्दों से मिलकर बना एक शब्द है। Crypto जो एक लैटिन शब्द है जो cryptography से लिया गया है और जिसका अर्थ है छिपा हुआ। तो Cryptocurrency का मतलब छिपा हुआ पैसा या गुप्त डिजिटल रुपया है।
इसे आसान भाषा में ऐसे समझें कि हर देश की अपनी मुद्रा हो। जैसे भारत के पास रुपया है, अमेरिका के पास डॉलर है, सऊदी अरब के पास रियाल है, इंग्लैंड के पास यूरो है। हर देश की अपनी मुद्रा होती है। यानी एक ऐसी धन-व्यवस्था जो किसी देश द्वारा मान्य हो और वहां के लोग उसका उपयोग करके आवश्यक चीजें खरीद सकें। अर्थात् जिसका कोई मूल्य हो, वह मुद्रा कहलाती है।
Cryptocurrency का लेनदेन कैसे किया जाता है
जब भी Cryptocurrency में कोई लेनदेन होता है, तो उसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है, यानी उसे एक ब्लॉक में रखा जाता है। इस ब्लॉक की सुरक्षा और एन्क्रिप्शन का काम खनिकों द्वारा क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है किया जाता है। इसके लिए वे एक क्रिप्टोग्राफिक पहेली को हल करते हैं और ब्लॉक के लिए उपयुक्त हैश (एक Code) ढूंढते हैं।
जब एक माइनर एक मजबूत हैश ढूंढकर ब्लॉक को सुरक्षित करता है, तो इसे ब्लॉकचैन में जोड़ा जाता है और नेटवर्क में अन्य नोड्स द्वारा सत्यापित किया जाता है। इस प्रक्रिया को सर्वसम्मति कहा जाता है। यदि आम सहमति बन जाती है, तो ब्लॉक के सुरक्षित होने की पुष्टि हो जाती है। यदि यह सही पाया जाता है, तो इसे सुरक्षित करने वाले खनिक को Crypto coin दिया जाता है। यह एक इनाम है जिसे काम का सबूत माना जाता है।
Cryptocurrency कैसे खरीदें और बेचें
बढ़ती लोकप्रियता के कारण, अब बाजार में कई Crypto Exchange प्लेटफॉर्म हैं। ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। लोकप्रिय प्लेटफार्मों में WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO शामिल हैं। Cryptocurrency को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। आपको बस इन प्लेटफॉर्म पर साइन अप करना है। इसके बाद अपनी केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के बाद वॉलेट में पैसे ट्रांसफर करने होंगे। इसके बाद आप खरीदारी कर सकेंगे।
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