इस बीच, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, डॉलर की कमजोरी और निरंतर विदेशी फंड प्रवाह के बीच आज अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 45 पैसे की तेजी के साथ 81.47 (अनंतिम) पर बंद हुआ। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में स्थानीय इकाई डॉलर के मुकाबले 81.43 रुपये के स्तर पर खुली और सत्र के दौरान 81.23 रुपये के इंट्रा-डे हाई और 81.62 रुपये के निम्नतम स्तर के बीच कारोबार करती दिखी।

Sensex Today : शेयर बाजार की 8 दिन की बढ़त पर लगा विराम, सेंसेक्स, निफ्टी गिरकर बंद, डॉलर के मुकाबले रुपया भी 9 पैसे टूटा

Updated: December 2, 2022 4:43 PM IST

Sensex and nifty end down

Sensex Today : मुनाफावसूली और वैश्विक बाजारों से नकारात्मक संकेतों के कारण शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स आठ दिनों की बढ़त को तोड़ते हुए 415.69 अंक या 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62,868.50 पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी भी 116.4 फीसदी गिरकर 18,696.10 पर बंद हुआ. विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 9 पैसे कमजोर होकर 81.26 पर बंद हुआ.

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सत्र के दौरान सुबह के कारोबार में सेंसेक्स भी 305.61 अंक गिरकर 62,978.58 पर, जबकि निफ्टी भी 79.65 अंकों की गिरावट के साथ 18,732.85 पर बंद हुआ था. हालांकि शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे की तेजी के साथ 81.08 पर खुला था.

रुपया 9 पैसे गिरकर 81.26 पर आ गया

घरेलू शेयर बाजार के बाद शुक्रवार को रुपया भी नौ पैसे कमजोर होकर 81.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. हालांकि, सुबह के कारोबार में यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 18 पैसे की तेजी के इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार साथ 81.08 पर पहुंच गया.

इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, स्थानीय इकाई 81.11 पर खुली, लेकिन बढ़त को कम कर दिया और अपने पिछले बंद भाव से 9 पैसे की गिरावट के साथ इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार 81.35 पर बंद हुई. दिन के दौरान, स्थानीय इकाई ने 81.08 का इंट्रा डे हाई इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार और 81.35 का लो देखा. गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे की मजबूती के साथ 81.26 पर बंद हुआ.

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रुपये (₹) में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के सेटलमेंट को केंद्र की अनुमति, जानें इसके फायदे

Rupees Allowed for International Trade Settlement: केंद्र सरकार ने 9 नवंबर (बुधवार) को विदेश व्‍यापार नीति के तहत निर्यात संवर्धन योजनाओं के लिए अंतरराष्‍ट्रीय व्‍यापार निकायों को भारतीय रुपए में लेनदेन की अनुमति दे दी है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारतीय रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की रुचि में वृद्धि को देखते इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार हुए रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के निपटाने को मंजूरी देने का फैसला लिया गया है।

वाणिज्‍य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार भारतीय रुपए में अंतरराष्‍ट्रीय व्‍यापार संबंधी लेनदेन को सुगम और आसान बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसका उद्देश्य घरेलू मुद्रा में व्यापार को सुगम बनाना और बढ़ावा देना है।

डॉलर पर कम होगी निर्भरता

RBI डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए रुपये में विदेशी कारोबार को बढ़ावा देना चाहता है। पिछले महीने RBI और वित्त मंत्रालय ने बैंकों और कारोबारियों के संगठनों के प्रतिनिधियों से रूपये में आयात-निर्यात लेनदेन को बढ़ावा देने को कहा था।

RBI ने विदेशों में कारोबार संबंधी दिशा-निर्देशों की घोषणा इस साल जुलाई में की थी। इसके बाद रूस के दो बैंकों ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से अनुमति मिलने के बाद नई दिल्ली में विशेष ‘वोस्ट्रो खाते’ खोले हैं जिससे विदेश में रुपये में कारोबार संभव हो सकेगा। रूस के सबसे बड़े बैंक स्बरबैंक और दूसरे सबसे बड़े बैंक वीटीबी बैंक किसी अन्य देश के ऐसे पहले बैंक हैं जिन्हें रुपये में कारोबार करने की मंजूरी मिली है।

इससे पहले, RBI ने सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक को रूस के गैजप्रोमबैंक के साथ विशेष ‘वोस्ट्रो’ खाता खोलने की अनुमति दी थी। इस प्रकार का खाता होने से भारत तथा रूस के बीच व्यापार के लिए भुगतान रूपये में करने की सुविधा मिलेगी। इस तरह भारतीय मुद्रा में सीमापार व्यापार करना संभव हो पाएगा।

Rupees for Global Trade: केंद्र ने रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के सेटलमेंट की अनुमति दी, जानें इसके फायदे

Rupee Vs Dollar

केंद्र सरकार ने बुधवार को विदेश व्यापार नीति के तहत निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं के लिए भारतीय मुद्रा में अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौते की अनुमति दे दी है। सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत सरकार ने रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार निपटाने की अनुमति देने के इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार लिए विदेश व्यापार नीति और प्रक्रियाओं की पुस्तिका में उपयुक्त संशोधन किए हैं।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारतीय रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की रुचि में वृद्धि को देखते हुए रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के निपटाने को मंजूरी देने का फैसला लिया गया है। ऐसा अंतरराष्ट्रीय व्यापार में लेनदेन को सुविधाजनक बनाने और आसान बनाने के लिए किया गया है।’

विस्तार

केंद्र सरकार ने बुधवार को विदेश व्यापार नीति के तहत निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं के लिए भारतीय मुद्रा में अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौते की अनुमति दे दी है। सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत सरकार ने रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार निपटाने की अनुमति देने के लिए विदेश व्यापार नीति और प्रक्रियाओं की पुस्तिका में उपयुक्त संशोधन किए हैं।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारतीय रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की रुचि में वृद्धि को देखते हुए रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के निपटाने को मंजूरी देने का फैसला लिया गया है। ऐसा अंतरराष्ट्रीय व्यापार में लेनदेन को सुविधाजनक बनाने और आसान बनाने के लिए किया इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार गया है।’

मंत्रालय ने कहा कि नए बदलावों को निर्यात के लिए आयात, स्टेटस होल्डर्स के रूप में मान्यता के लिए निर्यात प्रदर्शन, अग्रिम प्राधिकरण व शुल्क मुक्त आयात प्राधिकरण योजनाओं के तहत निर्यात आय की इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार वसूली और निर्यात प्रोत्साहन पूंजीगत सामान योजना के तहत निर्यात आय की वसूली के लिए अधिसूचित किया गया है।

Rupee Vs Dollar! रुपये ने लगाई पिछले 4 साल की सबसे बड़ी छलांग, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 62 पैसे की बढ़त के साथ 80.78 पर हुआ बंद

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया में तेजी

  • भाषा
  • Last Updated : November 11, 2022, 17:33 IST

हाइलाइट्स

घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख तथा विदेशी निवेशकों के सतत निवेश के कारण भी रुपये को समर्थन मिला.
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया 80.76 पर खुला.
62 पैसे की तेजी के साथ 80.78 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

नई दिल्ली. अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़े अनुमान से कम रहने से बाजार को बल मिला है. जिसके चलते डॉलर के मुकाबले आज रुपये में एक दिन में 4 साल की सबसे बड़ी तेजी देखने को मिली. आज डॉलर के मुकाबले रुपया 80.78 के स्तर पर बंद हुआ. बता दें कि रुपया बीते 7 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच चुका है. अमेरिकी सीपीआई आंकड़ों में नरमी और डॉलर सूचकांक में गिरावट से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई, शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 62 पैसे की तेजी के साथ 80.78 (अनंतिम) पर बंद हुआ.

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती और विदेशी पूंजी के प्रवाह से बाजार धारणा और मजबूत हुई. इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया 80.76 पर खुला और 80.58 के इंट्रा-डे हाई और ग्रीनबैक के मुकाबले 80.99 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में यह 62 पैसे की तेजी के साथ 80.78 प्रति डॉलर पर बंद पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 81.40 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

Share Market Update: घरेलू इक्विटी इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार मार्केट लाल निशान पर बंद, डॉलर के मुकाबले रुपया दस पैसे टूटा

शेयर बाजार

घरेलू इक्विटी बाजार गुरुवार को लाल इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार निशान पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 69.68 अंक या 0.11 प्रतिशत गिरकर 60,836.41 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि व्यापक बेंचमार्क एनएसई निफ्टी 30.15 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,052.70 पर बंद हुआ। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार रहे, उन्होंने 1,436.30 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।

रुपया गुरुवार को डॉलर के मुकाबले दस पैसे की गिरावट के साथ 82.90 के स्तर पर बंद हुआ। रुपये में यह गिरावट यूएस फेडरल रिजर्व की ओर से कठोर रुख अपनाते हुए ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद दर्ज की गई है। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में गुरुवार को भारतीय मुद्रा 82.87 के स्तर पर खुली इसके बाद इसे 82.74 के उच्च और 82.92 के निचले स्तर को छूते देखा गया। यह अंततः अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 82.90 के स्तर पर बंद हुआ इसमें 82.80 की अपनी पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट आई।

विस्तार

घरेलू इक्विटी बाजार गुरुवार को लाल निशान पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 69.68 अंक या 0.11 प्रतिशत गिरकर 60,836.41 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि व्यापक बेंचमार्क एनएसई निफ्टी 30.15 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,052.70 पर बंद हुआ। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार रहे, उन्होंने 1,436.30 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।

Rupee Vs Dollar

रुपया गुरुवार को डॉलर के मुकाबले दस पैसे की गिरावट के साथ 82.90 के स्तर पर बंद हुआ। रुपये में यह गिरावट यूएस फेडरल रिजर्व की ओर से कठोर रुख अपनाते हुए ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद दर्ज की गई है। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में गुरुवार को भारतीय मुद्रा 82.87 के स्तर पर खुली इसके बाद इसे 82.74 के उच्च और 82.92 के निचले स्तर को छूते देखा गया। यह अंततः अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 82.90 के स्तर पर बंद हुआ इसमें 82.80 की अपनी पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट आई।

डॉलर में 1.39 प्रतिशत की मजबूती

डॉलर और यूरो

इस बीच, डॉलर इंडेक्स छह मुद्राओं के बास्केट की तुलना में हरे निशान पर कारोबार करते हुए 1.39 प्रतिशत की मजबूती के साथ 112.89 के लेवल पहुंच गया। वहीं इस दौरान वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 1.16 प्रतिशत फिसलकर 95.04 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इस बीच, रिजर्व बैंक की दर निर्धारण समिति ने गुरुवार को मुद्रस्फीति पर सरकार को दी जाने वाली एक रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए बैठक की। बता दें कि केंद्रीय बैंक इस वर्ष जनवरी से लगातार तीन तिमाहियों में खुदरा मुद्रास्फीति को छह प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे रखने में क्यों विफल रही, उसी से संंबंधित रिपोर्ट सरकार को सौंपी जानी है।

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