डीएम ने कहा कि फिलहाल पाइपलाइन से पानी रोक दिया गया है, नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. पानी के दूषित होने के स्रोत का पता नहीं लगा है.
राजस्थान: दूषित पानी पीने से बच्चे समेत दो लोगों आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक की मौत, सैकड़ों मरीज़ अस्पताल में भर्ती
जयपुर: राजस्थान के करौली जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में दूषित पानी के सेवन के बाद उल्टी दस्त के कारण आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक 12 साल के एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य लोग बीमार हो गए.
बीबीसी के मुताबिक, पीड़ितों की संख्या 146 पहुंच गई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, लोगों को उल्टी और दस्त के कारण अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है. दूषित पानी की आपूर्ति सरकार द्वारा संचालित पीएचईडी पाइपलाइनों से की गई थी.
पिछले तीन दिनों से प्रभावित शाहगंज क्षेत्र से मरीज हिंडौन, करौली और जयपुर के अस्पतालों में पहुंच रहे हैं, इनमें बच्चे भी शामिल हैं. वहीं, मंगलवार सुबह एक बच्चे आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक की घर पर ही मौत हो गई.
बढ़ती आबादी, गहराता खाद्य संकट
सांकेतिक फोटो।
रवि शंकर
भले हम विकास का दम भरते रहें, पर सच यह है कि दुनिया भर में भुखमरी का गंभीर संकट मंडरा रहा है। अर्थशास्त्री आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक अमर्त्य सेन का कहना है कि खाद्य समस्या का मुख्य कारण सिर्फ खाद्य पदार्थों का अभाव नहीं, बल्कि लोगों की क्रयशक्ति में कमी है।
दुनिया की आबादी आठ अरब आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक को पार कर चुकी है। मात्र तेईस साल की अवधि में दुनिया की आबादी दो अरब बढ़ गई। आने वाले दशकों में क्षेत्रीय असमानताओं के साथ जनसंख्या बढ़ती रहेगी। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 2030 तक यह आबादी साढ़े आठ अरब, 2050 तक 9.7 अरब और 2100 तक 10.4 अरब तक पहुंच सकती है। आबादी के मामले में भारत अगले साल तक चीन को पीछे छोड़ देगा।
बिजली की आंख मिचौली का मामला पहुंचा HC, जानें किसने खटखटाया अदालत का दरवाजा
Ranchi : राज्य में आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक पावर कट का मामला झारखंड हाईकोर्ट की चौखट तक पहुंच गया है. राजधानी समेत झारखंड के अलग- अलग जिलों में बिजली की अव्यवस्था के खिलाफ HC में PIL दाखिल की गई है. प्रार्थी सुनील कुमार महतो ने जनहित याचिका दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि बिजली विभाग में हजारों करोड़ रुपये से ज़्यादा का भ्रष्टाचार हुआ है जिसकी जांच होनी चाहिए. याचिका में यह भी आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक कहा गया है कि सेवानिवृत्त अधिकारियों के हाथ से विभाग की कमान वापस लेने की भी मांग की गई है. याचिका में कहा गया है कि ₹12 आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक प्रति यूनिट बिजली खरीद कर ₹6 में बेचने का आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक गोरखधंधा चल रहा है. इसलिए इसकी जांच होनी चाहिए. जनहित आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक याचिका में ACB के साथ साथ केंद्र सरकार , राज्य सरकार, विद्युत नियामक आपूर्ति और मांग क्षेत्र संकेतक आयोग,संचरण एवं वितरण कंपनियों को प्रतिवादी बनाया गया है.
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