कुछ विद्वानों की माने तो का फ्यूचर काफी अच्छा बताया जा रहा है। ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है की इस की वर्तमान की रेट में 50 से 80 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। अगर आप इसमें आज निवेश करते है तो यह आपके लिए एक शानदार मौका हो सकता है और यह क्रिप्टोकरेंसी आपको भविष्य में एक अच्छी कमाई कर के दे सकता है।
भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है | Future of Bitcoin in India in Hindi
इस आर्टिकल हम जानेगे की bitcoin या यु कहो की क्रिप्टो करेंसी का भारत में क्या भविष्य है और भारत सरकार ,इस क्रिप्टो करेंसी को कब लागु करेगी तो क्या bitcoin सुरक्षित है क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए इन तमाम सवालो के जवाब हमने इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है तो आइये जानते है भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है.
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भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है (Future of Bitcoin in India in Hindi)
दोस्तों भारत में अभी पूरी तरह क्रिप्टो को रेगुलेट नहीं किया गया है जब तक सरकार क्रिप्टो को लेकर कोई बिल पास नहीं करेगी और क्रिप्टो को लेकर कोई कानून नहीं बनाएगी तब तक bitcoin जैसे अन्य क्रिप्टो करेंसी भारत में लागु नहीं हो सकती है ,भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी समय से विचार विमर्श कर रही है विशेषज्ञ की माने तो क्रिप्टो निवेश की द्रष्टि से इन्वेस्टर को फ़ायदा का सौदा साबित हो सकता है और अभी भारत में क्रिप्टो इन्वेस्टर की संख्या करोड़ो में है चुकी पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी यानि की bitcoin को Transaction और अन्य कामो के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
भारत सरकार जब तक Bitcoin का मालिक कौन है? क्रिप्टो पर कोई कानून नहीं लती तब तक क्रिप्टो करेंसी भारत में लागु नहीं हो सकती क्योकि क्रिप्टो decentralize करेंसी है और इस करेंसी पर सरकार का कोई कण्ट्रोल नही होता है इस पर सरकार क्रिप्टो को लाने के पहले इसके भविष्य में होने वाले इस्तेमाल को लेकर विचार विमर्श करेगी तभी इसे पूरी तरह लागु करेगी.
आखिरकार भारत समेत दुनियाभर को क्यों इतना पसंद आ रहा है Bitcoin, आज जान लीजिए ये राज़ की बातें
Bitcoin News: साल 2015 में अगर किसी ने एक बिटकॉइन को 24 हजार रुपये में खरीदा होता तो आज उन्हें कुछ हजार नहीं बल्कि 50 लाख रुपये उसे बेचकर मिल जाते. ये सब सुनकर आपको अचंभा हो रहा है तो अब आपको इसकी पूरी जानकारी देते है. कहा तो ये जाता है कि साल 2008 के फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद लोगों का भरोसा बैंकों और अन्य फाइनेंशियल इंसीट्यूशन से उठ गया था. क्योंकि रातोंरात अमेरिका के कभी ने डूबने वाले बैंक बंद हो गए थे. शेयर बाजार में भूचाल आ गया था. अमेरिका और जापान के साथ-साथ भारत जैसे देशों में भी बैंक और कई बड़ी कंपनियां डूबने की कगार पर पहुंच गई. लोगों की नौकरियां जाने लगी. क्योंकि बैंक ने आम लोगों से पैसा लेकर बैंक ज्यादा कमाई के लिए उसे बड़ी-बड़ी कंपनियों को बिना सोचे समझें लोन पर देते चले गए और वो कर्ज डूब गया. तभी Satoshi Nakamoto ने नए जमाने की करेंसी को लाने की सोची.
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी क्या है, कीमत, कैसे खरीदें | Dogecoin Cryptocurrency in Hindi, Price, India, Buy
आपने कई क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सुना होगा जैसे Bitcoin, Polka-Dot, Setllar इत्यादि। Bitcoin का मालिक कौन है? ऐसी ही एक क्रिप्टोकरेंसी Dogecoin भी है। Dogecoin भी अन्य दूसरी क्रिप्ट्रोकरैन्सी की तरह ही एक Bitcoin का मालिक कौन है? डिजिटल करेंसी है जिसमें आप ट्रेड कर सकते है। जिस तरह से जमाना क्रिप्टोकरेंसी की और बढ रहा है वैसे ही आपको रोजाना कोई न कोई नयी करेंसी के बारे में सुनने को मिलता है। आपने सुना होगा की Bitcoin ने पिछले 1 साल में 300 गुना ज्यादा का रिटर्न दिया है। इसी के साथ Dogecoin भी काफी तेजी से बढ़ता दिखाई दे रहा है। वर्तमान आंकड़ो पर नजर डाले तो bitcoin से भी ज्यादा Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी में लोगो की रूची काफी बढी है। हाल के समय में यह Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी काफी चर्चाओं में भी है क्योंकि इस करेंसी का price इसके पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए काफी तेजी से Upper circuit को क्रॉस कर रहा है।
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी क्या है
यह एक क्रिप्टोकरेंसी है। इस करेंसी को डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है। इस करेंसी को आप छू नही सकते है पर फिर भी आप इसमें ट्रेड कर सकते है।
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी का मालिक कौन है
दुनिया में बिटकॉइन के बाद सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी के रूप में Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी को ही जाना जाता है। इस Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी को 2013 में अमेरिका के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बिली मार्कस औन जैक्सन पालमर ने मजाक मजाक में ही बना लिया था।
Dogecoin क्रिप्टोकरेंसी को बनाने के पीछे भी एक हास्यप्रद कहानी है जो की एक कुत्ते के मीम से संबंधित है और इसी प्रेरणा से प्रेरित होकर इस कॉइन को बनाया था। जब Bitcoin का मालिक कौन है? इसे बनाया गया था तो इसके बाद काफी समय के बाद भी इसका ज्यादा फायदा नहीं हुआ था पर वर्तमान में यह करेंसी चर्चाओं में आसमान छू रही है।
Faq
Ans : भारत के Bitcoin का मालिक कौन है? साथ पूरे विश्व में जानी जाने वाली यह करेंसी एक क्रिप्टोकरेंसी है जिसमें आप आसानी से ट्रेड कर सकते है।
Ans : करेंसी को अमेरिका के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बिल्ली मार्कस ने बनाया है।
Ans : Dogecoin को आज से 7 साल पहले 2013 में लांच किया गया था।
Ans : इस Bitcoin का मालिक कौन है? करेंसी को बनाने के लिए C++ लैंग्वेज का उपयोग किया गया है।
बिटकॉइन क्या होता है? बिटकॉइन कैसे बनता है? बिटकॉइन कैसे खरीदें ?
Bitcoin Kya hai ? What is Bitcoin in Hindi –
बिटकॉइन क्या है ? (bitcoin kya hai) बिटकॉइन का प्राइस क्या ? बिटकॉइन कैसे ख़रीदे? बिटकॉइन क्या होता है ? बिटकॉइन कैसे बनता है ? बिटकॉइन अकाउंट ? बिटकॉइन रेट क्या है ?
बिटकॉइन से जुड़े हुए ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनके बारे में हर कोई जानना चाहता है. बिटकॉइन की कीमत के बारे में बात करें तो यह 28,91,153.04 भारतीय रुपया है. काफी टाइम से बिटकॉइन के प्राइस में कभी उतार तो उछाल देखने को मिल रहा है. वहीं अगर डॉलर में बिटकॉइन की कीमत बताएं तो यह 39,529.00 United States Dollar है.
कई बार ऐसा भी समय आया जब यह कहा जाने लगा कि दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत एक करोड़ रुपए तक पहुँच सकती है. देखने को मिला था कि क्रिप्टोकरेंसी भुगतान पर पूर्ण प्रतिबंध हटाने के आरबीआई के आदेश के बाद बड़ी संख्या में भारतीय निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी की तरफ अपना रुख किया था. चलिए जानते हैं बिटकॉइन से जुड़े कुछ सवालों के जवाब :-
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बिटकॉइन कैसे बनता है? (How Bitcoin is made)
बिटकॉइन का आविष्कार साल 2009 में सतोषी नाकामोटो ने किया था.
बिटकॉइन का मालिक कौन है? (Bitcoin का मालिक कौन है? Who owns bitcoin)
Bitcoin का इस्तेमाल कोई भी कर सकता है. Bitcoin भी internet की तरह है. यानी Bitcoin एक decentralized currency है. इसे कोई भी control नहीं करता है. कोई भी bank या authority या सरकार यानि की कोई इसका मालिक नहीं है.
बिटकॉइन कैसे काम करता Bitcoin का मालिक कौन है? है? (How does bitcoin work)
बता दे कि बिटकॉइन का इस्तेमाल online payment करने के लिए किया जाता है. बिटकॉइन peer to peer network पर काम करता है. इसमें दो व्यक्ति बिना किसी bank, credit card या company के माध्यम से transactions कर सकते है. बिटकॉइन एक पर्सनल e- wallet से दूसरे पर्सनल e- wallet में ट्रांसफर किए जाते हैं. ये e- wallets आपका निजी डेटाबेस होते हैं, जिसे आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या किसी ई-क्लाउड पर स्टोर करते हैं.Bitcoin का मालिक कौन है?
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2. दूसरा तरीका यह है कि अगर आप अपनी कोई चीज ऑनलाइन बेच रहे हो और सामने वाले व्यक्ति के पास bitcoin है तो आप अपनी चीज के बदले उससे bitcoin भी Bitcoin का मालिक कौन है? ले सकते है. इस bitcoin को आप अपने bitcoin wallet में store करके रख सकते है. बाद आप bitcoin को बेचकर आए रुपयों को अपने bank में transfer कर सकते है.
3. तीसरा तरीका यह है कि अगर आपके पास High speed processor वाला computer है तो आप bitcoin mining का काम भी कर सकते है. Bitcoin miner का काम होता है कि वह bitcoin में होने वाले transjaction को verify करने का काम करता है. इसके बदले उन्हें कुछ Bitcoin इनाम के तौर पर मिलते है. इससे मार्किट में नए Bitcoin आते हैं.
बाजार में कितने बिटकॉइन है? (How many bitcoins are in the market)
बता दे कि जिस तरह हर देश में currency छापने की एक सीमा होती है, उसी तरह bitcoin की भी एक सीमा है. दरअसल मार्किट में कभी भी 21 million से ज्यादा bitcoins नहीं आ सकते है. इस समय मार्केट में 13 million bitcoins है. बाकी bitcoins mining के जरिए मार्किट में आएंगे.
क्रिप्टो टोकन रिलीज कैसे किए जाते हैं?
जिस तरह शेयर मार्केट में IPO यानी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग खुलते हैं, वैसे ही टोकन्स को इनीशियल कॉइन्स ऑफरिंग (ICO) के जरिए रिलीज किया जाता है. टोकन को क्राउडसेल्स के जरिए इंट्रोड्यूस किया जाता हैै. निवेशक ICO खत्म हो जाने के बाद भी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध Bitcoin का मालिक कौन है? टोकन खरीद सकते हैं. अगर कोई नया टोकन बनाना है तो यह क्राउडसेल्स पर बनेगा और इन्हें कोई भी बना सकता है. जिनकी दिलचस्पी होगी, वो टोकन में निवेश करेंगे या फिर उस टोकन को पहले से मौजूद कॉइन्स के जरिए फंड करेंगे. हालांकि, यह एक जोखिम भरा कदम हो सकता है, क्योंकि टोकन वाला निवेशक पैसे लेकर भाग सकता है.
आमतौर पर धारणा यह है कि अपना क्रिप्टो टोकन बनाना बहुत ही जटिल और लंबी प्रक्रिया है और इसके लिए बहुत ही बारीक तकनीकी जानकारियां और कोडिंग आनी चाहिए. हालांकि, अब यह बात बहुत सही नहीं है. अब ऐसे बहुत से प्लेटफॉर्म हैं, जहां लोग अपना खुद का टोकन बना सकते हैं. उदाहरण के लिए- एक यूजर-फ्रैंडली ऐप्लीकेशन, CoinTool, है जो लोगों को अपना खुद का क्रिप्टो कॉइन बनाने का मौका देता है. इस ऐप पर आप अपने टोकन का नाम और सिंबल चूज़ कर सकते हैं.
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