यह फीचर स्ट्रेटेजी क्रिएटर्स को अपनी रणनीतियों को ऑटोमैटिक तरीके से एग्जीक्यूट करने और उन्हें दुनिया भर के निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए उपलब्ध कराने की अनुमति देकर सशक्त बनाता है. इसके तहत, यूजर्स को कोड लिखने की जरूरत नहीं है और फिर भी ऑटोमैटिक तरीके से ट्रेडिंग करने के लिए एक एल्गोरिदम क्रिएट सकते हैं.

Binance Futures Launches Volume Participation Trading Algorithm on API

Binance Futures has launched the Volume Participation (VP) trading algorithm at 2022-04-13 06:00 AM (UTC)एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है for API users on USDⓈ-M futures contracts. Part of the Binance Futures Execution Algorithm API solutions, VP trading algorithm allows users to programmatically leverage Binance’s in-house algorithmic trading capability, to automate their order execution strategies, improve execution transparency and gain smart access to the available market liquidity.

VP trading algorithm is an opportunistic algorithm for the execution of large orders with specified urgency level. It aims to execute a trade approximately in proportion to the real-time market volume by respecting the targeted volume participation level. The VP trading algorithm is recommended for users who wish to limit the market’s impact on orders, while targeting the average market trading price over the execution period.

उत्कृष्ट ट्रेडिंग नियम

हमारे द्वारा शुरू किए गए फ्लोटिंग लिवरेज सिस्टम में, लिवरेज 1:1000 की ऊंचाई तक पहुंच जाती है, इसका मतलब है हमारे ट्रेडर अपनी खरीदने की पॉवर 1000 गुणा तक बढ़ा सकते हैं। उच्च लिवरेज से हमारे ट्रेडरों को ऐसे अवसर मिलते हैं जिनकी उन्होंने कभी् कल्पना भी नहीं की होती; कम अनुपात में फंड डिपॉजिट की क्षमता लेकिन फि‍र भी बड़े वॉल्यूम में ट्रेड करना। हमेशा ध्यान रहे कि लिवरेज से हानि की संभावना भी बनी रहती है।.

टाइट स्प्रैड्स एक फॉरेक्स ब्रोकर का चयन करते समय एक प्रमुख शर्त है| ट्रेडिंग की वह प्रारंभिक लागत कम या अधिक की पेशकश स्प्रैड्स कैसे रहे हैं पर निर्भर करता है, हम 0.1* पिप्स से शुरू टाइट स्प्रैड्स को प्रदान करते हैं और यहां तक स्प्रैड्स तथ्य यह है कि शुरू से ही यह लाभ देता है |
*खाता प्रकार एवं बाजारी स्थितियों पर निर्भर करता है

जल्द निष्पादन

ForexTime (FXTM) पर आपके सौदों पर तुरंत कार्यान्वयन किया जाता हैं, तथा यह सुनिश्चित किया जाता हैं कि आपको सबसे अच्छी कीमत मिले और कोई देरी आपकी ट्रेडिंग गतिविधियों के साथ हस्तक्षेप न करें।

NDD प्रौद्योगिकी हमें क्रम में कई तरलता प्रदाताओं के साथ काम करने के लिए सबसे अच्छा बोली एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है के साथ उपलब्ध कराने और कीमतों में पूछने की अनुमति देता है| इस तकनीक के माध्यम से हम गहरे अंतर बैंक तरलता प्रदान करते हैं और आप तुरंत क्रियान्वित किये जा सकते हैं कि दरों के लिए सीधी पहुँच दे*|
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स्वचालित ट्रेडिंग

स्वचालित ट्रेडिंग स्वचालित ट्रेडिंग के साथ, अन्यथा, एल्गोरिथम ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है| एक ट्रेडर एक ट्रेडिंग रणनीति विकसित करता है या किसी और की ट्रेडिंग रणनीति लागू करता है और यह तब विशेषज्ञ सलाहकार की तरह एक स्वचालित ट्रेडिंग प्रणाली द्वारा अपनाया जाता है| इस प्रणाली को स्वचालित रूप से अपने ट्रेडार्स गतिविधियों को स्वचालित बनाने के लिए , पहले से ही लागू रणनीति के अनुसार आप के लिए ट्रेडिंग करने के लिए शुरू होता है| इस प्रणाली का सबसे बड़ा एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है लाभ ट्रेडार्स को मिलता है और उनको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है| आप जब सो जाते हैं तब भी आप लाभ पा सकते हैं, क्योंकि आपने इस सिस्टम में अपने ट्रेडिंग एल्गोरिथ्म शामिल कर लिया है| यह दिमाग में रखना ज़रूरी है की सिर्फ परंपरागत ट्रेडिंग के साथ ही, नुकसान भी स्वचालित ट्रेडिंग के साथ अनुभव किया जा सकता है|

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Automated Trading in Crypto: Bitbns ने क्रिप्टो निवेशकों के लिए पेश किया ऑटोमेटेड ट्रेडिंग फीचर, जानिए इसमें क्या है खास

Automated Trading in Crypto: Bitbns ने क्रिप्टो निवेशकों के लिए पेश किया ऑटोमेटेड ट्रेडिंग फीचर, जानिए इसमें क्या है खास

भारत की लीडिंग क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Bitbns ने अपने ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के लिए ऑटोमेटेड ट्रेडिंग फीचर पेश किया है.

Automated Trading in Crypto: भारत की लीडिंग क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Bitbns ने अपने ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के लिए ऑटोमेटेड ट्रेडिंग फीचर पेश किया है. इस फीचर की खास बात यह है कि इसके ज़रिए ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स ऑटोमैटिक तरीके से ट्रेडिंग कर सकेंगे. Bitbns ने इसके लिए देश में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जाने वाले एल्गोरिदम ऑटोमेशन प्लेटफॉर्म Tradetron के साथ पार्टनरशिप की है. इस पार्टनरशिप के तहत, Bitbns का मकसद अपने यूजर्स को डिजिटल एसेट क्लास में बिना किसी दिक्कत के ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट की सुविधा प्रदान करना है. यह फीचर Tradetron और बिटबन्स प्लेटफॉर्म पर लाइव है और मौजूदा व नए यूजर्स के लिए उपलब्ध है.

जानिए इस फीचर की खासियत

ऑटोमेटेड ट्रेडिंग को Algo ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है. ऑटोमेटेड ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यूजर्स एक पर्टिकुलर क्रिप्टो ट्रेडिंग ट्रांजेक्शन को कई इंडिकेटर्स पर एग्जीक्यूट कर सकते हैं. ऑटोमेटेड ट्रेडिंग इक्विटी ट्रेडर्स के बीच काफी लोकप्रिय तरीका रहा है. यह अब धीरे-धीरे दुनिया भर के क्रिप्टो ट्रेडर्स के बीच भी एक लोकप्रिय विकल्प बनता जा रहा है.

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जानिए Tradetron के बारे में

Tradetron एक मल्टी-एसेट, मल्टी-करेंसी, मल्टी-एक्सचेंज है जो स्ट्रेटेजी क्रिएटर्स को वेब-बेस्ड स्ट्रेटेजी बिल्डर का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग एल्गोरिदम बनाने की अनुमति देता है. एक बार जब यूजर एल्गोरिदम बना लेते हैं, तो इसे एक्सचेंज में लिस्ट किया जा सकता है, जहां निवेशक इसे सब्सक्राइब कर सकते हैं और उन ट्रेड्स को अपने मौजूदा ब्रोकरेज अकाउंट्स में ले सकते हैं. Bitbns के अनुसार, Tradetron देश में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाने वाला ट्रेडेड ऑटोमेशन प्लेटफॉर्म है.

बिटबन्स के फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर गौरव दहाके ने कहा, “प्राइस, क्वांटिटी और टाइमिंग से संबंधित निर्देशों के एक निर्धारित सेट को फॉलो करके इस ट्रेडिंग मैकेनिज़्म में अधिक डिसिप्लिन बनाने की क्षमता है. इसके अलावा, प्लेटफॉर्म रिटेल इन्वेस्टर्स के बीच अधिक भरोसा कायम करने में मदद करेगा जो अब एक कंप्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से बेहतर काम करने वाली रणनीति का चयन करते हुए स्मार्ट ट्रेडिंग का आनंद ले सकते हैं.”

शेयर बाजार : भारतीय घरेलू शेयर बाजार के लिए नई है Algo Trading, एक्सपर्ट्स का है हाई रिटर्न का दावा

शेयर बाजार एक जोखिम और अनिश्चितता से भरा हुआ सेक्टर है। कई बार शेयर बाजार में आश्चर्यजनक परिवर्तन देखने को मिलता रहता है। कई बार जानीमानी और प्रतिष्ठित कंपनियां भी अपने निवेशकों को निराशा की गर्त में धकेल देती हैं, वहीं कई बार कुछ नई और गुमनाम कंपनियां भी अपने निवेशकों को उम्मीद से कहीं ज्यादा रिटर्न देने वाली साबित होती हैं। इस अनिश्चितता को लेकर अब नए ट्रेडिंग सिस्टम विकसित हो रहे हैं।

एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) पर है एक्सपर्ट्स का भरोसा

एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) सिस्टम भारत में नया जरूर है, परन्तु वर्तमान में देखा जाए तो भारतीय घरेलू शेयर बाजार में एक बड़ा कारोबार एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है एल्गो ट्रेडिंग (Algo Trading) के आधार पर हो रहा है। शेयर बाजार की रिपोर्ट्स के अनुसार एल्गो ट्रेडिंग ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE ) के कारोबार पर 40 प्रतिशत तक अधिकार कर लिया है। भारतीय घरेलू शेयर बाजार में यह नया ट्रेडिंग सिस्टम तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। ऐसे में एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है शेयर बाजार के अनुभवी जानकार इसे ग्यारन्टीड रिटर्न देने वाला ट्रेडिंग सिस्टम मान रहे हैं।

जानकारी के अनुसार एल्गो ट्रेडिंग को ऑटोमेटेड ट्रेडिंग, प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग या ब्लैक बॉक्स ट्रेडिंग भी कहा जाता है । एल्गो नाम की उत्पत्ति एल्गोरिदम (Algorithm) शब्द से होती है । यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम पर आधारित होती है जिसमें ट्रेड करने के लिए तय निर्देशों (एक एल्गोरिदम) को फॉलो करता है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसमें काफी तेजी से और अधिक बार रिटर्न प्राप्त होता है ।

ब्लैक बॉक्स मॉडल बिजनेस क्या है? क्यों इसके खिलाफ है सेबी?

ब्लैक बॉक्स मॉडल बिजनेस क्या है? क्यों इसके खिलाफ है सेबी?

भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) की चेयरमैन माधवी पुरी बुच ने बुधवार को कहा कि कोई भी ऐसा तरीका जो ‘ब्लैक बॉक्स’ पर आधारित है और जिसका न तो लेखा परीक्षण किया जा सकता है और न ही सत्यापन किया जा सके, उसकी इजाजत नहीं दी जाएगी.

भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) की चेयरमैन माधवी पुरी बुच ने बुधवार को कहा कि कारोबार करने का कोई भी ऐसा तरीका जो ‘ब्लैक बॉक्स’ पर आधारित है और जिसका न तो लेखा परीक्षण किया जा सकता है और न ही सत्यापन किया जा सके, उसकी इजाजत नहीं दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है ‘डेटा’ पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर है और इसे अपने अधिकार में लेने का किसी भी निजी इकाई या व्यक्ति का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

क्या है ‘ब्लैक बॉक्स’?

‘ब्लैक बॉक्स’ एक उपकरण या प्रणाली है, जो अपने आतंरिक कामकाज के बारे में कोई खुलासा किए बिना उपयोगी जानकारी देता है. इसके निष्कर्षों के लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं रहता है.

एल्गो ट्रेडिंग में एल्गोरिद्म के आधार पर शेयरों की खरीद या बिक्री का ऑर्डर अपने-आप सक्रिय हो जाता है। इस प्रणाली में शेयरों के एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है भाव पर स्वचालित ढंग से नजर रखी जाती है और पहले से तय मानक पूरा होने पर एक ऑर्डर सक्रिय हो जाता है। इस प्रणाली के होने पर शेयर कारोबारी चढ़ते-उतरते भाव पर एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है लगातार नजर रखने से मुक्त रहता है.

सेबी ने जारी किए थे दिशानिर्देश

इस महीने की शुरुआत में पूंजी बाजार नियामक सेबी ने निवेशकों को एल्गो ट्रेडिंग से संबंधित सेवाएं देने वाले ब्रोकरों के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे. दरअसल, सेबी ने पाया था कि कुछ शेयर ब्रोकर नियमन के एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है दायरे से बाहर मंचों के जरिये एल्गोरिदम (एल्गो) आधारित कारोबार की सुविधा निवेशकों को दे रहे एल्गोरिथम ट्रेडिंग क्या है हैं.

सेबी ने एक सर्कुलर में कहा था कि ये मंच निवेशकों को कारोबार के स्वचालित निष्पादन के लिए एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं या रणनीति उपलब्ध करा रहे हैं. ऐसी सेवाओं और रणनीतियों का निवेश पर उच्च रिटर्न के ‘दावों’ के साथ विपणन किया जा रहा है. इसको देखते हुए सेबी ने ऐसे शेयर ब्रोकरों के लिए कुछ जिम्मेदारी तय की है.

एल्गोरिदम ट्रेडिंग सेवाएं देने वाले ब्रोकरों को पूर्व के या भविष्य के रिटर्न को लेकर कोई भी संदर्भ देने से मना किया गया है. साथ ही ऐसे किसी भी मंच से संबद्ध होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है जो एल्गोरिदम के पहले के या भविष्य के लाभ के बारे में कोई संदर्भ देता है.

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