दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में नेस्ले इंडिया, टाइटन, सन फार्मा, डॉ. रेड्डीज, इंडसइंड बैंक और आईटीसी शामिल हैं।

आज का राशिफल 9 दिसंबर, 2022- सभी मूलांक वालों के लिए कैसा रहेगा

आईटी शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स 390 अंक टूटा

मुंबई, नौ दिसंबर (भाषा) घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स करीब 390 अंक नुकसान में रहा। वैश्विक शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख चार प्रकार की निवेश रणनीतियाँ क्या हैं? के बावजूद सूचना प्रौद्योगिकी, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया।

इसके अलावा, कच्चे तेल के दाम में तेजी और लगातार पूंजी निकासी से भी धारणा प्रभावित हुई।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स की शुरुआत अच्छी रही। लेकिन बाद में बिकवाली दबाव से यह 389.01 अंक यानी 0.62 प्रतिशत टूटकर 62,181.67 अंक पर बंद हुआ।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 112.75 अंक यानी 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,496.60 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक सबसे ज्यादा 6.72 प्रतिशत चार प्रकार की निवेश रणनीतियाँ क्या हैं? नीचे आया। इसके अलावा टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, विप्रो, टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी गिरावट रही।

Auto Sales Data : कहां है मंदी? नवंबर में गाड़ियों की रेकॉर्ड सेल, रूरल डिमांड की जोरदार वापसी, बिक गए 18 लाख टू-व्हीलर

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नवभारत चार प्रकार की निवेश रणनीतियाँ क्या हैं? टाइम्स 7 घंटे पहले

नई दिल्ली :

दुनियाभर में मंदी (Global Recession) को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। कोई कह रहा है मंदी की शुरुआत हो चुकी है, तो कोई अगले साल तक मंदी आने का अनुमान लगा रहा है। लेकिन आप भारत में ऑटो सेल्स (Auto Sales) के आंकड़े देखेंगे, तो आपको दूर-दूर तक कोई मंदी नजर नहीं आएगी। पिछले महीने यानी नवंबर में भारत में गाड़ियों की रेकॉर्ड बिक्री हुई है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की रिपोर्ट से यह सामने आया है। फाडा ने शुक्रवार को गाड़ियों की खुदरा बिक्री के आंकड़े जारी किये हैं। इन आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने देश में साढ़े 18 लाख टू-व्हीलर बिके हैं। इससे चार प्रकार की निवेश रणनीतियाँ क्या हैं? पता चलता है कि रूरल डिमांड धमाकेदार तरीके से वापस आई है।

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में कनाडा-भारत साथ, कनाडाई सिखों को सता रही इस बात की चिंता

इंटरनेशनल डेस्क: कनाडा ने अपनी नई हिंद-प्रशांत रणनीति दस्तावेज में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की योजना पर सबसे ज्यादा जोर दिया है। जिसमें भारत के साथ एक नए व्यापार समझौते की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता शामिल है, रणनीतिक, जनसांख्यिकीय क्षेत्र, आर्थिक क्षेत्र में नई दिल्ली के बढ़ते महत्व को दिखाता है। 26 पन्नों के इस दस्तावेज में चीन के दखल पर भारत का साथ देने की बात कही गई है। वहीं कनाडा के विश्व सिख संगठन ने कनाडा सरकार द्वारा अपनी इंडो-पैसिफिक रणनीति के लॉन्च के मद्देनजर भारत द्वारा विदेशी हस्तक्षेप और दबाव बढ़ने की आशंका जताई है।

हिंद-प्रशांत रणनीति

कनाडा ने पिछले महीने (27 नवंबर) को हिंद-प्रशांत रणनीति शुरू की थी। कनाडा की हिंद-प्रशांत रणनीति के तहत भारत को एक 'महत्वपूर्ण भागीदार' करार दिया गया। कनाडा का प्रमुख जोर लोगों से लोगों के बीच संबंध बनाने, नई दिल्ली और चंडीगढ़ में वीजा-प्रसंस्करण क्षमता को मजबूत करने के साथ-साथ भारत के साथ शैक्षणिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, युवा और अनुसंधान आदान-प्रदान में अधिक निवेश करने पर है। इसमें अगले पांच वर्षों में 2.3 बिलियन डॉलर का निवेश शामिल है। इससे पहले कनाडा ने भारत के साथ एक विस्तारित हवाई परिवहन समझौते की घोषणा की, जिससे निर्दिष्ट एयरलाइनों को दोनों देशों के बीच असीमित संख्या में उड़ानें संचालित करने की अनुमति मिली।

कनाडा में सिखों को हाशिए पर रखने और चुप कराने के उद्देश्य से भारत द्वारा बढ़ते हस्तक्षेप पर फिलहाल सिख समुदाय अभी शांत है। वहीं कनाडा की इंडो-पैसिफिक रणनीति की घोषणा के तुरंत बाद, कनाडा में भारत के नवनियुक्त उच्चायुक्त, संजय कुमार वर्मा ने कहा कि कनाडा को "कनाडा में सिख समुदाय के उन हिस्सों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जो अलगाववादियों को समर्थन और पंडिंग की पेशकश कर रहे हैं और पंजाब को भारत से अलग करना चाहते हैं। हालांकि वर्मा ने अपने आरोप को साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं किया कि इस तरह की फंडिंग वास्तव में हो रही है।

भारत ने बनाया कनाडा पर दवाब

भारत ने बार-बार सिख वकालत को चुप कराने के लिए कनाडा पर दबाव डालने की कोशिश की है और संयुक्त चार प्रकार की निवेश रणनीतियाँ क्या हैं? राज्य अमेरिका, फ्रांस और जैसे अन्य देशों के लिए ई-वीजा प्रणाली उपलब्ध होने के बावजूद भारत आने के इच्छुक कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा के निरंतर निलंबन जैसी रणनीति का इस्तेमाल किया है। भारतीय वीजा के लिए आवेदन करने वाले कनाडाई नागरिकों के लिए प्रतीक्षा समय वर्तमान में चार से छह सप्ताह है। अधिकांश अन्य देशों के नागरिकों के लिए बहाल किए जाने के बावजूद कनाडा के नागरिकों को पूर्व में जारी किए गए दस-वर्षीय वीजा भी निलंबित रहेंगे।

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Winter Session of Parliament :

प्रधानमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से हुई चर्चा का उल्लेख करते हुए कहा कि यह बहुत ही अनुकूल माहौल में हुई। उन्होंने उम्मीद जताई कि सत्र के दौरान इसका प्रतिबिंब देखने को मिलेगा। मोदी ने कहा कि सभी दलों के सांसद, खासकर युवा सांसद अक्सर उनसे मिलते हैं तो बताते हैं कि सदन में व्यवधान के कारण उनका बहुत नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि ये युवा सांसद चाहते हैं कि वे लोकतंत्र के इस विश्वविद्यालय से सीखें।

उन्होंने कहा, ‘‘जो विपक्ष के सांसद हैं, उनका भी यही कहना है कि उन्हें संसद में बोलने का अवसर नहीं मिलता है क्योंकि हंगामे के कारण सदन स्थगित हो जाता है। इसके कारण उनका बहुत नुकसान होता है।’’ प्रधानमंत्री ने सभी दलों के नेताओं से ऐसे सांसदों की ‘‘वेदना’’ को समझने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘देश के विकास में उनके (युवा सांसदों) सामर्थ्य को जोड़ने के लिए, उनके उत्साह व उमंग का लाभ देश को मिले… यह लोकतंत्र के लिए बहुत आवश्यक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत ही आग्रह के साथ सभी दलों से… सभी सांसदों से सत्र को अधिक सार्थक बनाने की दिशा में सामूहिक प्रयास करने का आग्रह करता हूं।’’

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