हाइब्रिड म्यूचुअल फंड एक अच्‍छा ऑप्‍शन है

दो छोटे आईपीओ पर एचएनआई ने लगाए हैं बड़े दांव

बाजार में आए दो छोटी कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (आईपीओ) पर करीब 90,000 करोड़ रुपये दांव पर लगे हैं। हैप्पिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज और रूट मोबाइल के आईपीओ इसी सप्प्ताह बाजार में आए हैं और एंकर निवेशकों के निवेश को छोटे निवेशकों के लिए बाजार में अच्छा मौका छोड़ दें तो इन दोनों निर्गमों का संयुक्त आकार महज 806 करोड़ रुपये ही था। इस तरह, दोनों आईपीओ के तहत जितने शेयरों की पेशकश की गई थी उसके मुकाबले आवेदन 111 गुना दांव लगे हैं।

विशेषज्ञों ने कहा कि शानदार शुरुआत की भविष्यवाणी और पहले इनसे पहले सूचीबद्ध हुईं कंपनियों को मिली सफलता से अधिक से अधिक निवेशक कतार में खड़े हो गए। कुछ दिनों पहले रसायन कंपनी रोसारी बायोटेक का आईपीओ बाजार में आया था और सूचीबद्ध होने के समय शेयर लगभग दोगुना उछल गया। इससे कई धनाढ्य निवेशकों (एचएनआई) को जबरदस्त मुनाफा कमाने का मौका मिल गया। कारोबारियों का कहना है कि हैपिएस्ट माइंड्स और रूट मोबाइल दोनों के शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद 50 प्रतिशत से अधिक उछल सकते हंै। शुक्रवार को बंद हुए रूट मोबाइल के आईपीओ को 74 गुना आवेदन मिला था। दूसरी तरफ हैपिएस्ट माइंड्स का आईपीओ बुधवार को बंद हुआ और इसे 151 गुना आवेदन मिले।

कारोबारियों का कहना है कि इन दोनों आईपीओ को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि शेयर बाजार में दिखी तेजी अब प्राथमिक बाजारों तक भी पहुंच सकती है। इस बारे में वेलेंटिस एडवाइजर्स के मुख्य कार्याधिकारी ज्योतिवद्र्धन जयपुरिया ने कहा, 'पिछले कई महीनों में बाजार में ज्यादा आईपीओ नहीं आए थे। इस समय बाजार वाकई उत्साह से लबरेज दिख रहा है। जब भी बाजार में माहौल खुशनुमा रहता है तब निवेशक जमकर दांव लगाते हैं।'

इन दोनों आईपीओ में में अधिक से अधिक बोलियां धनाढ्य निवेशकों ने लगाई हैं। ये निवेशक आईपीओ में आवेदन करने के लिए गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) से अल्प अवधि का ऋण लेते हैं। इससे उनके न नफा न नुकसान में रहने का जोखिम भी बढ़ जाता है। हालांकि शेयर खासी बढ़त के साथ बंद होते हैं तो उस स्थिति में वे मुनाफा कमा ले जाते हैं। बाजार की चाल पर नजर रखने वाले अरुण केजरीवाल ने कहा, 'अगर रकम उपलब्ध होती है तो धनाढ्य निवेशक बोली लगाने से पीछे नहीं रहते हैं। निर्गम अच्छा है या कमजोर है इससे उन्हें कोई फ र्क नहीं पड़ता है। उनके लिए बस यह बात मायने रखती है कि रकम सस्ती दरों पर मिल जाए और उन्हें थोड़ा बहुत भी मुनाफा मिल जाए।'

ज्यादातर मामलों में कुशल धनाढ्य निवेशक ही आईपीओ पर दांव लगाते हैं। अगर आईपीओ के बंद होने और इसके सूचीबद्ध होने के बीच कोई बड़ा उलटफेर नहीं होता है तो उनके कारोबार का गणित सटीक बैठता है। आम तौर पर आईपीओ बंद होने और शेयर सूचीबद्ध होने में छह से आठ दिनों का फासला रहता है।

हैपिएस्ट माइंड्स आईपीओ के लिए करीब 20 लाख खुदरा आवेदन आए, जबकि रूट मोबाइल के मामले में यह तादाद 15 लाख रही। विशेषज्ञों ने कहा कि नए खुदरा निवेशकों के बाजार में कदम रखने से इन दोनों आईपीओ के लिए इतने खुदरा आवेदन आए हैं। अप्रैल से अब तक 40 लाख नए डीमैट खाते खुले हैं। घर से काम करने का चलन और डीमैट खाता खोलने की शर्तों में ढील से यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। हालांकि इन दोनों आईपीओ की सफलता को कम कर के आंकना जल्दबाजी होगी, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि बुनियादी रूप से कमजोर आईपीओ के लिए निवेशक आईपीओ बाजार पर नजर रख सकते हैं।

LIC आईपीओ में निवेश से पहले कुछ बारिकियों को जान लीजिए

IPO में 50 फीसद हिस्सेदारी संस्थागत निवेशकों के लिए रखी गई है. जबकि 15 फीसद हिस्सेदारी बड़े गैर संस्थागत निवेशकों यानि HNI के लिए है.

  • Money9 Hindi
  • Updated On - July 22, 2022 / 01:44 PM IST

LIC आईपीओ में निवेश से पहले कुछ बारिकियों को जान लीजिए

LIC के शेयर बाजार में लिस्ट होने का लंबा इंतजार अब खत्म हो गया है. इस बड़े आईपीओ को शेयर बाजार में जोर शोर से लिस्ट कराने की पूरी तैयारी है. बाजार के विशेषज्ञ मान रहे हैं कि LIC की वैल्युएशन काफी आकर्षक है और इस IPO को निवेशक जमकर दांव लगाएंगे. अनुमान यहां तक हैं कि इस कंपनी में निवेशकों के पैसे दोगुने करने का माद्दा भी है. अगर आप भी LIC में निवेश करने की तैयारी कर रहे हैं तो इससे जुड़ी कुछ बारिकियों को जान लीजिए.

LIC का आईपीओ 4 मई को खुलकर 9 मई को बंद होगा. रिटेल निवेशकों के लिए सामान्य तौर पर IPO 3 दिन सब्सक्रिप्शन के लिए खुलता है. लेकिन LIC को 4 कारोबारी सत्र मिलेंगे. एक अतिरिक्त दिन बाजार में उतार चढ़ाव और एलआईसी के बड़े आकार को देखकर रखा गया है.
मिलेगा डिस्‍काउंट
IPO का प्राइसबैंड 902 से 949 रुपए तय किया गया है, लेकिन अगर आप रिटेल निवेशक या LIC के कर्मचारी है तो 45 रुपए का अतिरिक्त डिस्काउंट मिलेगा. पॉलिसी होल्डर्स को इससे ज्यादा 60 रुपए डिस्काउंट दिया जा रहा है. IPO में पैसा लगाने के लिए लॉट साइज 15 शेयरों का रखा गया है. यानी अपर प्राइस बैंड को आधार मानें तो 14235 रुपए में एक लॉट मिलेगा. छोटे निवेशक ज्यादा से ज्यादा 14 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं.
निवेशकों को मिलेगी इतनी हिस्‍सेदारी
IPO में 50 फीसद हिस्सेदारी संस्थागत निवेशकों के लिए रखी गई है, जबकि 15 फीसद हिस्सेदारी बड़े गैर संस्थागत निवेशकों यानि HNI के लिए है. रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसद हिस्सेदारी रखी गई है.हालांकि 30 करोड़ पॉलिसीधारकों को दोनों श्रेणी में 10 फीसद तथा कर्मचारियों के लिए 0.7 फीसद हिस्सा रखा गया है.

LIC में सरकार अपनी 3.5 फीसद हिस्सेदारी बेचेगी, जिसके लिए कुल 22 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे. इस बिक्री के जरिए सरकार को करीब 21000 करोड़ रुपए की कमाई होगी. कंपनी अगर अपर प्राइस बैंड यानि 949 रुपए या उससे ऊपर लिस्ट होती है उसकी कुल मार्केट वैल्यू 6 लाख करोड़ रुपए के करीब पहुंच सकती है.
क्‍या लगाना चाहिए पैसा
IPO की लिस्टिंग 17 मई को होने की संभावना जताई जा रही है. अब सबसे बड़ा सवाल उठता है कि क्या LIC की लिस्टिंग प्रीमियम पर होगी? और क्या इसमें पैसा लगाना बनता है?

ब्रोकिंग कंपनी के आर चोकसी के मैनेजिंग डायरेक्टर देवेन चोकसी का मानना है कि LIC की वैल्युएशन सरकार ने काफी आकर्षक रखी है. ये बाजार की अन्य कंपनियों की तुलना में सस्ती है. चोकसी का मानना है कि LIC की एसेट अंडर मैनेजमेंट अगले 10 से 12 साल में कई गुना बढ़ने की संभावना है. ऐसे में लंबी अवधि के लिए किया गया निवेश मोटा पैसा बना सकता है.

एलआईसी की वैल्युएशन को आकर्षक इसलिए माना जा रहा है क्योंकि बाजार में लिस्ट अन्य कंपनियां अपनी एम्बेडेड वैल्यु की तुलना में 3 से 4 गुना पर कारोबार कर रही हैं.. ऐसे में एलआईसी का 1.1 गुने पर IPO आना वैल्युएशन के लिहाज से काफी आकर्षक है.
क्‍या है मनी9 की सलाह
मनी 9 की सलाह है कि पहले एक या दो दिन में आवेदन करने की जल्‍दबाजी न करें. 8 मई तक इंतजार करें और यह देखें कि आईपीओ को कैसा रिस्‍पांस मिल रहा है, उसके बाद ही निर्णय लें. अगर आप लॉन्‍ग टर्म के निवेशक हैं तो आईपीओ में शेयर न मिलने से बिल्‍कुल निराश नहीं होना है, इस इश्‍यू के लिए हो-हल्‍ला शांत होने के बाद आप आराम से बाजार से शेयरों की खरीद कर आगे पैसा बना सकते हैं. यह लॉन्‍ग टर्म के निवेशकों को अच्‍छा फायदा दे सकता है.

कब है? Muhurat Trading time 2022: बम्पर कमाई का मौका, क्‍या है महत्‍व और शुभ समय

Muhurat Trading time 2022 Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली का त्योहार शेयर बाजार और निवेशकों के लिए बेहद खास रहता है. वैसे तो दिवाली के दिन शेयर बाजार पूरे दिन बंद रहता है, लेकिन शाम को देवी लक्ष्मी की पूजा के बाद बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए 1 घंटे खुलता है.

इस मौके पर बाजार में निवेश करना शुभ माना जाता है. बड़े और छोटे हर तरह के निवेशक मुहूर्त ट्रेडिंग पर ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं. आखिर शेयर बाजार के लिए इसका क्‍या महत्‍व है और 24 अक्‍टूबर को इसके लिए कौन सा समय शुभ है.

क्‍या है मुहूर्त ट्रेडिंग ? Muhurat Trading time 2022

हर साल दिवाली पर हिंदू कैलेंडर वर्ष के अनुसार नए संवत की शुरूआत होती है. इस साल भी 24 अक्‍टूबर को मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ संवत 2079 शुरू हो जाएगा.

माना जाता है कि इस मौके पर ट्रेडिंग घर में समृद्धि लाती है. शेयर बाजार में दिवाली पर सालों से मुहूर्त ट्रेडिंग का रिवाज चला आ रहा है. दिवाली पर निवेश को बेहद शुभ माना जाता है.

कब होगा मुहूर्त ट्रेडिंग का समय

इस बार 24 अक्टूबर 2022 को दिवाली के दिन NSE और BSE पर शाम 6:15 से 7:15 मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. ब्लॉक डील शाम 5.45 बजे से शाम 6 बजे तक होगी. स्‍टॉक एक्सचेंज के मुताबिक, दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 6:00 से 6:08 बजे प्री ओपन ट्रेडिंग सेशन होगा.

  • ब्लॉक डील सेशन: शाम 5.45 से 6.00
  • प्री ओपन छोटे निवेशकों के लिए बाजार में अच्छा मौका ट्रेडिंग सेशन: शाम 6.00 से 6.08
  • नॉर्मल मार्केट: शाम 6.15 से 7.15
  • कॉल ऑक्शन सेशन: शाम 6.20 से 7.05
  • क्लोजिंग सेशन: शाम 7.15 से 7.25

पिछले साल का प्रदर्शन कैसा था एक नजर

पिछले साल दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली थी. सेंसेक्स में 300 अंकों से ज्यादा तेजी रही तो निफ्टी भी 17900 के पार निकलकर बंद हुआ था.

सेंसेक्स में 307 अंकों की तेजी रही और यह 60079 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी भी 88 अंकों की तेजी के साथ 17917 के स्तर पर बंद हुआ. बैंक, आटो , फाइनेंशियल, एफएमसीजी, आईटी और रियल्टी शेयरों में अच्‍छी खरीदारी रही थी. मुहूर्त ट्रेडिंग पर M&M, ITC, BAJAJ-AUTO, LT, KOTAKBANK में सबसे ज्‍यादा तेजी रही.

Stock Market : इस साल इन 4 सेक्‍टर में बरसेगा पैसा, निवेश करने वाला होगा मालामाल!

कोरोना महामारी के दौरान पिछले करीब डेढ़ साल में स्‍टॉक मार्केट (Stock Market) ने जबरदस्‍त र‍िटर्न दिया है. शेयर बाजार के दमदार र‍िटर्न की बदौलत कई छोटे न‍िवेशक करोड़पत‍ि बन गए हैं. लेकिन समय के साथ निवेश के व‍िकल्‍प भी बदलते रहते हैं.

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Stock Market : इस साल इन 4 सेक्‍टर में बरसेगा पैसा, निवेश करने वाला होगा मालामाल!

नई द‍िल्‍ली : कोरोना महामारी के दौरान पिछले करीब डेढ़ साल में स्‍टॉक मार्केट (Stock Market) ने जबरदस्‍त र‍िटर्न दिया है. शेयर बाजार के दमदार र‍िटर्न की बदौलत कई छोटे न‍िवेशक करोड़पत‍ि बन गए हैं. लेकिन समय के साथ निवेश के व‍िकल्‍प भी बदलते रहते हैं. 2021 में फॉर्मा और आईटी सेक्‍टर के स्‍टॉक्‍स ने न‍िवेशकों को बंपर र‍िटर्न दिया. पहले कंज्‍यूमर गुड्स, गैस और एनर्जी के स्‍टॉक्‍स में ज्‍यादा निवेश किया जाता था.

निवेश पर मिल सकता है अच्‍छा रिटर्न

अब समय बदलने के साथ ड‍िज‍िटल, इलेक्ट्रिक व्‍हीकल, टेक्‍नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सेक्‍टर बेहतर न‍िवेश व‍िकल्‍प के रूप में उभरे हैं. यहां हम आपको कुछ ऐसे सेक्‍टर के बारे में जानकारी देंगे, ज‍िनमें इस साल निवेश करने पर आप अच्‍छा रिटर्न पा सकते हैं. इन सभी सेक्‍टर की जानकारी आपको फिलहाल के ट्रेंड को ध्‍यान में रखकर दी जा रही है.

आर्टिफ‍िशियल इंटेलीजेंस

आज के दौर में आर्टिफ‍िशियल इंटेलीजेंस सेक्‍टर में काफी ग्रोथ देखने को मिल रही है. फिलहाल इस बाजार का आकार इतनी तेजी के साथ बढ़ रहा है क‍ि इसका आंकलन मुश्किल है. इस सेक्‍टर में टाटा इलेक्‍सी, पर्सिस्‍टेंट, बॉश, ओरेकल, हैप्‍पीएस्‍ट माइंड्स जैसी कंपनियों में निवेश करना अच्‍छा विकल्‍प हो सकता है.

5जी

जी का लोगों को लगातार इंतजार है. इसे आने में कुछ और समय लग सकता है. देश के कई प्रमुख शहरों में 5जी तकनीक के 2022 में शुरू होने की उम्‍मीद है. यह सेक्‍टर आने वाले समय में न‍िवेश के लिए बेहतर विकल्‍प हो सकता है. कई 5जी फर्म अभी प्‍लानिंग फेज में हैं. ऐसे में इन कंपनियों पर नजर रखने का समय है. आपको ऐसी कंपनी में निवेश करना चाहिए ज‍िसका ट्रैक र‍िकार्ड अच्‍छा रहा हो.

इलेक्‍ट्र‍िक व्‍हीकल

लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच सरकार इलेक्‍ट्र‍िक व्‍हीकल को लगातार प्रमोट कर रही है. इतना ही नहीं सरकार की तरफ से इलेक्‍ट्र‍िक व्‍हीकल लेने पर सब्सिडी भी दी जा रही है. कई राज्‍य सरकारें घरेलू और अंतरराष्‍ट्रीय सप्‍लायर्स से इलेक्‍ट्र‍िक बसें खरीद रही हैं. बड़े-बड़े शहरों में भी इलेक्‍ट्र‍िक टू-व्‍हीलर छोटे निवेशकों के लिए बाजार में अच्छा मौका और फोर-व्‍हीलर सड़कों पर द‍िखाई देने लगे हैं. ऐसे में यह सेक्‍टर आने वाले समय में बूम करेगा. इस सेक्‍टर के लिए आप टाटा मोटर्स, हीरो मोटाकॉर्प, टीवीएस, महिंद्रा छोटे निवेशकों के लिए बाजार में अच्छा मौका जैसी कंपन‍ियों के स्‍टॉक्‍स खरीद सकते हैं.

डिजिटल

मोदी सरकार के 'डिजिटल इंडिया' मिशन के तहत इस सेक्‍टर में तेजी से काम हो रहा है. भारत में 50 करोड़ से ज्‍यादा इंटरनेट यूजर्स से इस सेक्‍टर को भविष्‍य में और धार मिलने की उम्‍मीद है. डिजिटल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर में निवेश से जीडीपी में चार गुना तक वृद्धि होने की उम्‍मीद है. इस सेक्‍टर में आप आईआरसीटीसी, सीडीएसएल और इन्‍फोएज में न‍िवेश कर सकते हैं.

डिस्कलेमर : किसी भी तरह का निवेश करने से पहले एक्सपर्ट से जानकारी कर लें. जी न्यूज किसी भी तरह के निवेश के लिए आपको सलाह नहीं देता.

Best Hybrid Mutual Funds in 2022: 2022 के लिए बेस्ट हैं ये म्यूचुअल फंड स्कीम, बिना किसी झंझट के दे सकते हैं अच्छा रिटर्न

बाजार में कोई भी गिरावट न ही स्थाई होती है और नही लंबी होती. बाजार की मौजूदा स्थिती सुधरते ही हालात रिकवर होने लगते हैं . इस तरह की गिरावट छोटे समय के लिए नुकसानदायक हो सकती है लेकिन लंबे समय के लिए खरीदारी और निवेश का एक सुनहरा मौका होती है.

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड एक अच्‍छा ऑप्‍शन है

हाइब्रिड म्यूचुअल फंड एक अच्‍छा ऑप्‍शन है

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2022,
  • (Updated 11 जनवरी 2022, 7:20 PM IST)

हाइब्रिड म्‍यूचुअल फंड बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में बेहतर रहते हैं.

हाइ‍ब्रिड म्‍यूचुअल फंड्स में भी अलग-अलग कैटेगरी है

देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में सबसे जरूरी है हमारी सुरक्षा. चाहे वो सेहत को लेकर हो या फिर फाइनेंशियली. पिछले साल जिन लोगों ने शेयर बाजार में पैसा लगाया था आज उनको बढ़िया मुनाफा मिल रहा है. इनमें हाइब्रिड म्‍यूचुअल फंड्स (Hybrid Mutual Funds) में इंवेस्ट करने वालों को खूब फायदा मिला है. हाइब्रिड म्‍यूचुअल फंड्स म्‍यूचुअल फंड्स का ही एक रूप है. वैसे तो म्‍यूचुअल फंड्स की कई कैटेगरी हैं, और हर कैटेगरी में रिस्‍क और रिटर्न को लेकर अलग-अलग कैलकुलेशन है. इन्‍हीं में से एक कैटेगरी हाइब्रिड म्‍यूचुअल फंड्स (Hybrid Mutual Funds) की है. हाइब्रिड म्‍यूचुअल फंड बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में बेहतर रहते हैं.

Hybrid Mutual Funds: रिटर्न समझिए

हाइ‍ब्रिड म्‍यूचुअल फंड्स में भी अलग-अलग छोटे निवेशकों के लिए बाजार में अच्छा मौका कैटेगरी है. इनमें एग्रेसिव हाइब्रिड, कंजर्वेटिव हाइब्रिड, बैलेंस्ड हाइब्रिड, डायनेमिक एसेट एलोकेशन या बैलेंस्ड एडवांटेज, मल्टी एसेट एलोकेशन, आर्बिट्राज और इक्विटी सेविंग स्कीम्‍स शामिल हैं. इनमें हम सिर्फ एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स की बात करें, तो बीते 5 साल में टॉप 5 स्‍कीम्‍स का रिटर्न सालाना 17 फीसदी से 21 फीसदी के बीच रहा है. इनमें निवेशकों के पैसा आराम से 5 साल में डबल हो गया. यानी, अगर किसी ने 5 साल पहले 1 लाख रुपये इन स्‍कीम्‍स में निवेश किया है, तो आज की उसकी वैल्‍यू 2 लाख रुपये से ज्‍यादा है. इसी तरह, अलग कैटेगरी के हाइब्रिड फंड्स का रिटर्न अलग-अलग है.

हम यहां आपके लिए 2022 से निवेश की शुरुआत करने के लिए बेस्ट 5 लार्ज कैप म्यूचुअल फंड स्कीमों की डिटेल बता रहे हैं. इन सभी फंड्स ने 2021 में भी अच्छा रिटर्न दिया है.

2022 से शुरुआत करने छोटे निवेशकों के लिए बाजार में अच्छा मौका के लिए बेस्ट 5 लार्ज कैप म्यूचुअल फंड और उनका 5 साल का सालाना औसतन रिटर्न

कोटक ब्लूचिप फंड – डायरेक्ट प्लान : 17.1 फीसदी
इनवेस्को लार्ज कैप फंड – डायरेक्ट प्लान : 17.3 फीसदी
मिरे एसेट लार्ज कैप फंड – डायरेक्ट प्लान 18 फीसदी
बीएनपी परिबा लार्ज कैप फंड – डायरेक्ट प्लान : 18.2 फीसदी
एक्सिस ब्लूचिप फंड – डायरेक्ट प्लान : 21 फीसदी

कोटक ब्लूचिप फंड – डायरेक्ट प्लान कोटक ब्लूचिप फंड – डायरेक्ट प्लान सबसे शानदार बेस्ट फंड में से छोटे निवेशकों के लिए बाजार में अच्छा मौका एक माना जाता है. इस फंड का सालाना औसत रिटर्न करीब 15.1 फीसदी रहा है. वहीं बीते एक साल में भी यह करीब 26 फीसदी रिटर्न दे चुका है. इसका 3 साल का सालाना एवरेज रिटर्न 18.7 फीसदी रहा है.

बीएनपी परिबा लार्ज कैप फंड – डायरेक्ट प्लान बीएनपी परिबा लार्ज कैप फंड – डायरेक्ट प्लान भी एक दमदार लार्ज कैप फंड है. ये अपनी शुरुआत से हर साल करीब 15.7 फीसदी का रिटर्न देता रहा है. वहीं इसका 1 साल का रिटर्न 21 फीसदी और 3 साल का सालाना एवरेज रिटर्न 18.2 फीसदी रहा है.

एक्सिस ब्लूचिप फंड – डायरेक्ट प्लान एक्सिस ब्लूचिप फंड – डायरेक्ट प्लान भी एक अच्छा लार्ज कैप फंड है. ये अपनी शुरुआत से हर साल करीब 16.8 फीसदी का रिटर्न देता रहा है. वहीं इसका 1 साल का रिटर्न 19.5 फीसदी और 3 साल का सालाना एवरेज रिटर्न 19.1 फीसदी रहा है.

इनवेस्को लार्ज कैप फंड – डायरेक्ट प्लान इनवेस्को लार्ज कैप फंड – लॉन्च गोने के बाद हर साल करीब 15.8 फीसदी औसत रिटर्न देता रहा है. इसका तीन साल का सालाना औसत रिटर्न 18 फीसदी और 1 साल का रिटर्न करीब 30.5 फीसदी रहा है.

मिरे एसेट लार्ज कैप फंड – डायरेक्ट प्लान मिरे एसेट लार्ज कैप फंड – ये एक टॉप लार्ज कैप फंड है. ये शुरुआत से हर साल करीब 17.7 फीसदी का रिटर्न देता रहा है. ये फंड 1 साल का रिटर्न 24.2 फीसदी और 3 साल का सालाना एवरेज रिटर्न 17 फीसदी रहा है.

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