उन्होंने कहा कि व्यापार बंद करने का विषय नहीं है बल्कि जो नये-नये तरीके खोजे जाते हैं उनसे निपटना होगा।
अशोक लीलेंड अपना कंस्ट्रक्शन एक्विपमेंट बिजनेस बंद करने की तैयारी में
चेन्नई स्थित भारतीय ऑटोमोबाइल प्रमुख अशोक लीलेंड कंस्ट्रक्शन इक्यूमेंट बिजनेस से बाहर होने के बारे में विचार कर रही है । कंपनी का यह कदम फर्म को अपना कर्ज कम करने में मदद करेगा, साथ ही कंपनी का युनाइटेड स्टेट्स (यू.एस) की हैवी एक्विपमेंट मॅन्युफक्चरर जॉन डीरे के साथ छः साल व्यापार बंद करो से ज्यादा लंबे समय का ज्वॉइट वेंचर भी खत्म कर देगा । फर्म अब अपना ध्यान कोर क्षेत्रों जैसे कि ट्रक्स, बसेस, इंजन और फायनेंस आदि में लगाना चाहती है।
सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय नॉन-कोर संपत्तियों को कम करने और कर्ज को कम करने के लिए लिया गया है। अशोक लीलैंड के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री मनोज देसारी ने कहा “हम डिफेंस बिजनेस में और ग्रोथ देखते हैं जो कि इस समय इस सेक्टर में बहुत तेजी से बढ़ रहा है।”
साल 2009 में अशोक व्यापार बंद करो लीलैंड एक ज्वॉइंड वेंचर के तहत जॉन डीरे के साथ मिलकर अर्थ मूविंग एक्विपमेंट व्यापार बंद करो के बिज़नेस में पदार्पण किया था। इस 50:50 ज्वॉइंट वेंचर के तहत साल 2011 में पहला प्रोडक्ट लॉन्च किया गया था। हालांकि, इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री में मंदी आने के कारण और सुप्रीम कोर्ट के माइनिंग सेक्टर में बेन के बाद यह पार्टनरशिप कभी भी अपना ऑपरेशन बढ़ाने में कामयाब नहीं हो पाई।
कोरोना काल में 20 हजार व्यवसाय बंद, बिजली कनेक्शन कटवाए, वापस शुरू करने पर 25 फीसदी छूट
इंदौर। कोरोना काल (corona period) में जो मुफलिसी का दौर शुरू हुआ उसका असर आज तक दिख रहा है। दो साल कोरोना से व्यवसाय पर प्रतिकूल असर आया था। कई दुकान और अन्य व्यवसाय करने वाले किराया व बिजली का बिल तक जमा नहीं कर पाए। कंपनी ने ऐसे व्यावसायिक कनेक्शनों को फिर से चालू करने के लिए नई योजना शुरू की है। इसमें बंद पड़े कनेक्शनों को शुरू करने के लिए 25 फीसदी छूट दी जाएगी।
इंदौर बिजली कंपनी क्षेत्र (Indore Electricity Company Sector) के 15 जिलों में तकरीबन 20 हजार से ज्यादा व्यावसायिक कनेक्शन कोरोना काल (business connection corona period) के दौरान बंद हो गए थे, जो अब तक शुरू नहीं हो पाए और इन लोगों पर बिजली कंपनी को करोड़ों रुपए की राशि बकाया हो गई है। ऐसे दुकानदार और अन्य व्यावसायिक उपभोक्ता जो अपने बिजली कनेक्शन को फिर से शुरू करना चाहते हैं, उन्हें कंपनी सहमति पत्र लेकर 25 फीसदी राशि छूट देकर 6 समान किस्तों में शेष राशि जमा करने के लिए योजना लाई है। इंदौर जैसे बड़े शहर में भी तकरीबन 6 हजार कनेक्शन बंद तो हुए, लेकिन फिर से शुरू नहीं हो पाए।
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कंपनी चाहती है बिना झंझट बकाया राशि मिले
जो व्यावसायिक कनेक्शन अभी तक बंद हैं उन पर बिजली कंपनी को बकाया दो करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि लेना है। कंपनी चाहती है कि ऐसे उपभोक्ता को राहत देकर बिना झंझट के बकाया राशि वसूली जाए और उपभोक्ता भी आसान किस्तों में बिजली बिल जमा कर सके।
इस प्रकार ले सकते हैं छुट का लाभ
स्थाई रूप से विच्छेदित उच्चदाब, एल.वी.-2 एवं एल.वी.-4 श्रेणी के उपभोक्ता जिनकी प्रारंभिक अनुबंध अवधि विच्छेदन की तिथि को या पहले समाप्त हो गई है एवं कनेक्शन पुन: संयोजित कराना चाहते है, ऐसे उपभोक्ताओं को स्थाई विच्छेदन के व्यापार बंद करो दिनांक पर देय कुल बकाया राशि का 25 प्रतिशत भुगतान विद्युत संयोजन के पूर्व व्यापार बंद करो देना होगा। शेष राशि का भुगतान अधिकतम 6 समान किश्तों में संयोजन के बाद प्रतिमाह विद्युत देयकों के साथ देना होगा। पुनर्संयोजित होने के लिए उपभोक्ताओं को नवीन अनुबंध करना होगा। साथ ही नियामक आयोग द्वारा जारी आदेशानुसार सप्लाई अफोर्डिंग चार्जेस भी देना होगा। अगर उपभोक्ता की अमानत राशि का समायोजन बकाया राशि में कर लिया गया हो तो उसे नवीन अमानत राशि नियमानुसार जमा करनी होगी।
Lok Sabha बोले अमित शाह; मादक पदार्थ अपराध की कोई सीमा नहीं
by Mahesh Kumar Shiva
Lok Sabha: नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मादक पदार्थो के कारोबार को ‘सीमा रहित अपराध’ करार देते हुए बुधवार को कहा कि सरकार की नशीली दवाओं के कारोबार व्यापार बंद करो और इस से होने वाली कमाई के खिलाफ ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति है तथा इस लड़ाई को केंद्र और राज्य सहित सभी को मिलकर लड़ना होगा।
Lok व्यापार बंद करो Sabham News
शाह ने कहा, ‘‘नशा मुक्त भारत के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यह लड़ाई केंद्र या राज्य की नहीं बल्कि हम सभी की है और इसके वांछित परिणाम के लिए बहु-आयामी प्रयास आवश्यक हैं।’’ लोकसभा में नियम 193 के तहत ‘‘देश में मादक पदार्थ दुरुपयोग की समस्या और इस संबंध में सरकार द्वारा उठाये गये कदम’’ विषय पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए शाह ने कहा, ‘‘यह सीमा रहित अपराध है। इस अपराध की कोई सीमा नहीं है। कोई भी कहीं से बैठकर मादक पदार्थ भेज देता है और इसमें हमारे बच्चे फंसते है एवं नस्लें बर्बाद होती हैं।’’
उन्होंने कहा कि सरकार की ड्रग्स के कारोबार और इस से होने वाली कमाई के खिलाफ ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति है और इसे तीन हिस्सों में बांट कर लड़ा जा रहा है।
गृह मंत्री ने कहा कि इसमें पहली संस्थागत मजबूती एवं सतत निगरानी, दूसरा एजेंसियों का सशक्तीकरण एवं समन्वय तथा तीसरा विस्तृत जागरूकता एवं पुनर्वास अभियान शामिल है।
VIDEO: बंद करो शिक्षा का व्यापार! कलेक्ट्रेट का घेराव करने निकले प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने सड़क पर घसीटा, निजी स्कूलों की मनमानी से हैं परेशान
सत्यपाल सिंह,रायपुर। शिक्षा विभाग की खामोशी और निजी स्कूलों की मनमानी से परेशान होकर बच्चे और पालकों ने आज विरोध प्रदर्शन किया. स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर रायपुर जिला कलेक्ट्रेट के लिए निकल थे. पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी पालकों को खदेड़ते हुए अंबेडकर चौक पर रोका लिया. इस व्यापार बंद करो दौरान स्कूल से परेशान बच्चों ने जमकर नारेबाजी करते हुए सरकार से गुहार लगाई. प्रदर्शन के दौरान पालकों और पुलिस के बीच जमकर झूमाझटकी भी हुई. जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शकारियों को पुलिस ने सड़क पर घसीटते हुए अगुवाई कर रहे लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
महिलाओं पर पुलिस का बल प्रयोग
पालक संध्या उपाध्याय ने कहा कि स्कूल वाले ऑनलाइन क्लास हफ्ते में एक दो दिन लेते हैं, लेकिन फीस व्यापार बंद करो के लिए रोज मैसेज और फोन करते हैं. बच्चों को परेशान किया जा रहा है. ग्रुपों से रिमूव कर दिया जा रहा है. पुलिस पालकों पर डंडा चलाकर सड़कों पर घसीट रही हैं. इन पर तो एफआईआर होना चाहिए. जेंट्स पुलिस ने महिलाओं और बच्चों पर बल प्रयोग किया है, जो इनका अधिकार नहीं है.
मोबाइल खरीदे या बंद स्कूल का पूरा फीस भरें ?
पालक निशा शर्मा ने बताया कि फीस नहीं दे रहे हैं, ऐसी बात नहीं है. हम फीस देने के लिए तैयार है. आदेश के अनुसार फीस दे रहे हैं, लेकिन स्कूल वाले शासन और कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे है. लॉकडॉउन ने हालात खराब कर दिया है. चार बच्चे है, तो चार बच्चों के लिए मोबाइल लें या उस फीस को भरे, जहां बच्चे स्कूल गए ही नहीं है.
बच्चों का कहना है कि ऑनलाइन क्लास से कुछ समझ में नहीं आता, ऊपर घर में एक मोबाइल और तीन बहन है. एक पढ़ती है, तो दो लोगों की क्लास छूट जाती है. आंख खराब हो रही और आंख में चश्मा लग गया है. ऑनलाइन क्लास में सबके सामने शिक्षक चेतावनी देते है कि फीस जमा करने को कहो, नहीं तो ऑनलाइन क्लास से हटा दिया जाएगा. ऐसे में बहुत बुरा लगता है.
बता दें कि राजधानी के एमजीएम स्कूल, होली क्रास कापा, बैरन बजार स्कूल, आदर्श मोवा, देवेंद्र नगर स्कूल, बालाजी देवेंद्र नगर स्कूल, द्रोणाचार्य स्कूल अमलीडीह, भारतमाता टाटी बंद, डीपीएस स्कूल, केपीएस स्कूल के मनमानी से निजात दिलाने की मांग को लेकर सैकड़ों पालक सड़क पर उतरे थे.
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