Best Investment Plans In India: पोस्ट ऑफिस के सेविंग स्कीम जिनमे निवेश कर आप बैंक के F.D. और R.D. से अधिक मुनाफा कमा सकते है
अक्सर देखा गया है कि निवेश की जानकारी न होने के कारण लोग अपनी गाढ़ी कमाई को गलत जगह निवेश कर देते है, जिसके कारण जितना अधिक ब्याज अथवा रिटर्न उन्हें अपने पैसे पर कमाना चाहिए था उतना नहीं कमा पाते, जो की एक प्रकार का वित्तीय घाटा ही है।
अगर आप भी निवेश करना चाहते है और अपने पैसे पर पूरी सुरक्षा के साथ उच्च ब्याज कमाना चाहते है तो इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको 5 बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान इन इंडिया के बारे में बताएंगे जिसमें निवेश कर आप बहुत अच्छे रिटर्न कमा सकते है।
वैसे तो अधिक रिटर्न के लिए लोग अक्सर बाजार से सम्बंधित इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते है जैसे कि कंपनी के शेयर्स में , म्यूचुअल फंड में , ETF आदि में लेकिन अगर आप अपने पैसे पर किसी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहते है और चाहते है 100 % गारंटी के साथ आपको एक फिक्स्ड इनकम मिले तो पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम आपके लिए बेहतर रहेगा।
बेस्ट पोस्ट ऑफिस स्कीम 2021 इस प्रकार है :-
1.Public Provident Fund (PPF)
पीपीएफ लम्बी अवधि के लिए निवेश के हिसाब से एक बेहतर विकल्प है। यह एक सरकारी स्कीम होने के कारण रिस्क फ्री इन्वेस्टमेंट है। मिनिमम 500 रुपये के साथ आप पीपीएफ में खाता खुलवा सकते है।
पीपीएफ की मैच्योरिटी पीरियड 15 साल की होती है लेकिन कुछ महत्वपूर्ण स्थिति में पीपीएफ खाते से खाता खोलने के 5 साल बाद आंशिक क्या हमें ईआरडी में निवेश करना चाहिए? निकासी कर सकते है।
PPF की सबसे बड़ी विशेषता है की यह उच्च ब्याज दर के साथ इनकम टैक्स के सेक्शन 80c के अंतर्गत सालाना 1.5 लाख तक का टैक्स बेनिफिट भी प्रदान करता है। साथ ही PPF पर मिलने वाला ब्याज तथा मैच्योरिटी पर मिलने वाली क्या हमें ईआरडी में निवेश करना चाहिए? रकम भी टैक्स फ्री होती है।
अगर हम PPF पर मिलने वाली ब्याज दर की बात करें तो मौजूदा समय में यह 7.1% है । जानकारी के लिए बताते चले की PPF सरकारी स्कीम होने के कारण इस पर मिलने वाला ब्याज सरकार द्वारा हर तिमाही क्या हमें ईआरडी में निवेश करना चाहिए? क्या हमें ईआरडी में निवेश करना चाहिए? में घोषित की जाती है।
पीपीएफ आपको बाजार से कम दाम पर लोन की भी सुविधा प्रदान करती है। पीपीएफ खाता के खुलने के एक साल बाद और 5 साल से पहले आप लोग की सुविधा भी ले सकते है ।
2.Senior Citizen Saving Scheme (SCSS)
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) पोस्ट ऑफिस की एक शॉर्ट टर्म सेविंग स्कीम है जो मुख्य रूप से भारतीय सीनियर सिटीजन के लिए है।
SCSS में ऐसे व्यक्ति खाता खुलवा सकते है जिनकी उम्र 60 साल या उससे अधिक है। या फिर ऐसे व्यक्ति जो 55 साल या उससे अधिक के है लेकिन 60 साल से कम उम्र के है और उन्होंने VRS ले रखा है वह भी SCSS में खाता खुलवा सकते है और इस सेविंग स्कीम का फायदा उठा सकते है।
SCSS निवेशकों के बीच हमेशा से ही लोकप्रिय रहा है। इसकी मुख्य वजह यह है कि यह अच्छे रिटर्न के साथ आपके निवेश की सुरक्षा की क्या हमें ईआरडी में निवेश करना चाहिए? भी गारंटी देता है।
सीनियर सिटीजन अपने उम्र के उस पड़ाव पर होते है जहाँ वे अपने पैसे पर किसी प्रकार का रिस्क नहीं चाहते। उन्हें किसी ऐसे योजना की जरुरत होती है जहाँ से उन्हें अपने पैसे पर एक फिक्स्ड रिटर्न मिल सके। और इसलिए SCSS ऐसे लोगो के लिए निवेश के लिहाज़ से सबसे बेहतरीन विकल्प है।
SCSS की ब्याज दरें भारत सरकार द्वारा हर तिमाही में घोसित की जाती है। मौजूदा समय में SCSS पर ब्याज की दर 7.4 फ़ीसदी है । इस स्कीम की मच्योरिटी पीरियड 5 साल होती है।
इस स्कीम में एकमुश्त राशि एक बार में निवेश किया जाता है जो कि 1000 के मल्टीपल में होती है।
SCSS में निवेश की अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये है। अर्थात आप 15 लाख से अधिक का निवेश नहीं कर सकते। और यदि इस स्कीम में कोई ऐसा व्यक्ति निवेश करता है जिसने VRS ले रखी है तो निवेश की अधिकतम राशि उनके रिटायरमेंट बेनिफिट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 832