ट्रेडिंग के फायदे
सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप खुद अपने मालिक होते हैं, किसी और के लिए काम करना जरूरी नहीं है.
सही नॉलेज और स्ट्रेटजी के साथ मार्केट से अच्छी-खासी कमाई की जा सकती है.
आप अच्छी ग्रोथ करने के साथ ही कैश मार्केट से डेरिवेटिव मार्केट तक बढ़ सकते हैं और लीवरेज को फ्रेंड बना सकते हैं.
इसमें सेबी रजिस्टर्ड निवेश एडवाइजर या सेबी रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट बन सकतें है और कंसल्टिंग कर सकते हैं.

Technical Analysis क्या होता हे ?

आज का हमारा आर्टिकल Technical Analysis के ऊपर है। आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि इंवेस्टिंग क्या होता है, ट्रेडिंग क्या होता है, Technical Analysis क्या होता है, हम Technical Analysis को कैसे इस्तेमाल करते है और Technical Analysis की क्या लिमिटेशन है।

जब हम शेयर मार्किट में किसी भी कंपनी के शेयर खरीदते है तो हम दो तरीको से उन कंपनी में निवेश करते है एक इन्वेस्टिंग और दूसरा ट्रेडिंग।

इंवेस्टिंग

इंवेस्टिंग में हम किसी कंपनी के शेयर खरीदते है और उसे ज्यादा समय के लिए टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है होल्ड कर के रख देते है। इंवेस्टिंग आप 4 -5 साल तक भी कर सकते है। इंवेस्टिंग आप तब करते है जब आप से पास शेयर मार्केट के लिए ज्यादा समय नहीं होता है क्योंकि इस में आप अपने शेयरों को जल्द नहीं बेचते। इस में हमे ज्यादा पैसे कमाने के लिए इंतजार करना पड़ता है।

ट्रेडिंग में हम किसी कंपनी के शेयर खरीदते है और जैसे ही उस का प्राइस बढ़ जाता है हम उसे बेच देते है। ट्रेडिंग हम एक दिन, एक हफ्ता या फिर तीन महीने तक कर सकते है। इस में हम तीन महीने तक अपने शेयरों को होल्ड कर के रख सकते है। ट्रेडिंग कई प्रकार की होती है जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, scalping,
डे- ट्रेडिंग। ट्रेडिंग में हम कम समय में भी ज्यादा टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है पैसे कमा सकते है।

Technical Analysis

ट्रेडिंग और इन्वेस्ट करने से पहले हमे कंपनी के फण्डामेंटल चेक करने पड़ते है और भी कंपनी की बहुत सारी चीजों को देखना होता है। इसी को ही Technical Analysis कहा जाता है। अगर हम Technical Analysis किए बिना ही किसी कंपनी में निवेश करते है तो इस से हमे नुकसान भी हो सकता है।

Technical Analysis की सहायता से हम हम यह देख सकते है कि फ्यूचर में किसी कंपनी के शेयर का प्राइस बढ़ेगा या नहीं। जो लोग Technical Analysis का इस्तेमाल कर के शेयर मार्किट में प्रवेश करते है उन्हें शेयर मार्केट से अधिक लाभ होता है। Technical Analysis का इस्तेमाल कर के हम देख सकते है कि कंपनी टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है आगे जा कर क्या पर्फ़ोम करने वाली है।

Technical Analysis से हम सिर्फ अंदाजा लगा सकते है क्योंकि शेयर मार्किट में यह कोई भी नहीं बता सकता कि आगे जा कर मार्केट कैसा रहेगा। Technical Analysis किसी कंपनी के शेयर के प्राइस को एक टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है मूवमेंट में फॉलो करता है जैसे कि वह एक ट्रेंड में रहता है। शेयर मार्किट में शेयरों के ट्रेंड तीन प्रकार के होते है जैसे up trend, down trend, टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है sideways trend आदि।

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Stock Market Tips: किसी शेयर में निवेश से पहले आप खुद भी करें रिसर्च, जानें फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस का फर्क और अहमियत

Stock Market Tips: किसी शेयर में निवेश से पहले आप खुद भी करें रिसर्च, जानें फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस का फर्क और अहमियत

फंडामेंटल तौर पर मजबूत स्टॉक की पहचान काफी आसान होता है क्योंकि आप इसे लंबे समय में करते हैं. वहीं टेक्निकल एनालिसिस में एकाएक उतार-चढ़ाव को एनालिसिस करना होता है. (Image- Pixabay)

Stock Market Tips: स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए बेहतरीन शेयरों का चयन करना पहला स्टेप होता है. इसके लिए मुख्य रूप से दो तरीकों से एनालिसिस किया जाता है जैसे कि फंडामेंटल एनालिसिस या टेक्निकल एनालिसिस. हालांकि कभी-कभी कंफ्यूजन होती है कि इन दोनों ही एनालिसिस के जरिए शेयरों का चयन किया जाए या किसी एक एनालिसिस के सहारे स्टॉक मार्केट से मुनाफे की रणनीति अपनाई जाए.

Fundamental Analysis

इसमें कंपनी के फाइनेंशियल्स और P/E Ratio और P/B Ratio जैसे रेशियो को देखते हैं. इसके अलावा और भी रेशियो को एनालाइज करते हैं. अब अगर जैसे पीई रेशियो की बात करें तो इसकी वैल्यू अगर कम है तो इसका मतलब है कि इसमें ग्रोथ की काफी गुंजाइश है जब पीबी रेशियो कम है तो इसका मतलब हुआ कि स्टॉक अंडरवैल्यूड है. इसके अलावा फंडामेंटल एनालिसिस में बीटा को भी देखते हैं जो अगर एक से अधिक है तो इसका मतलब हुआ कि मार्केट की तुलना में यह अधिक वोलेटाइल है. जो कंपनियां हाई डिविडेंड यील्ड वाली हैं और कर्ज मुक्त हैं, वे फंडामेंटली रूप से बहुत मजबूत हैं.

टेक्निकल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस की तुलना में थोड़ा अधिक कांप्लेक्स है. इसके तहत रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), बोलिंजर बैंड्स (Bollinger Bands) जैसे 30-40 टेक्निकल इंडिकेटर्स का एनालिसिस किया जा सकता है. इस एनालिसिस में स्टॉक की मजबूती और रूझानों का अनुमान लगाया जाता है.

Fundamental vs Technical Analysis

फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस को कुछ फैक्टर पर किया जााता है जैसे कि समय, रिस्क और ट्रैकिंग.

  • समय- फंडामेंटल एनालिसिस आमतौर पर ऐसे समय में किया जाता है जब आपको लंबे समय के लिए किसी स्टॉक को होल्ड करना है. इसके तहत ऐसे स्टॉक की पहचान की जाती है जो समय के साथ और मजबूत होंगे. इसके विपरीत टेक्निकल टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है एनालिसिस को शॉर्ट टर्म में किसी स्टॉक में पैसे लगाने के लिए किया जाता है. इसमें बुलिश स्टॉक की पहचान की जाती है.
  • रिस्क- फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयरों में निवेश पर रिस्क कम होता है जबकि टेक्निकल वैरिएबल्स में ऐसा दावा नहीं किया जा सकता है.
  • ट्रैकिंग- फंडामेंटल तौर पर मजबूत स्टॉक की पहचान काफी आसान होता है क्योंकि आप इसे लंबे समय में करते हैं. वहीं टेक्निकल एनालिसिस में एकाएक उतार-चढ़ाव को एनालिसिस करना होता है.
  • वैल्यू: फंडामेंटल एनालिसिस में टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है किसी कंपनी के कारोबार, इंडस्ट्री और मार्केट के साथ घरेलू व अंतरराष्ट्रीय माहौल का आकलन करते हुए फेयर वैल्यू डेवलप करते हैं. वहीं टेक्निकल में हिस्टोरिकल रिटर्न और भाव में बदलाव के जरिए आगे कीमतों में उतार-चढ़ाव का आकलन किया जाता है.

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What Is Technical Analysis In Hindi

Technical Analysis Of Stock Course

टेक्निकल एनालिसिस मतलब किसी शेयर के पास्ट परफॉर्मेंस को देख कर Short Future का अंदाज़ा/अनुमान लगाना.लेकिन दोस्तो एक बात को याद रखो इस मेे काफी Risk होता है.ये तरीका उन्हीं लोगों के लिए बेस्ट है जिनका मकसद सिर्फ प्रॉफिट कमाना और अगर लॉस होता है,तो उसे झेलने की तकाद भी उस के अंदर हो,वहीं लोग इसे फॉलो करते है.

Technical Analysis का उपयोग कब करना चाहिए ?

टेक्निकल एनालिसिस का यूज Intraday Trading,Short Term Trading और Swing Trading के लिए किया जाता है,क्युकी टेक्निकल एनालिसिस बना ही उन चीजों के लिए है.आप टेक्निकल एनालिसिस की हेल्प से Long Term Trading नहीं कर सकते उस के लिए फंडामेंटल एनालिसिस है.

इसलिए हमेशा याद रखें जब भी आप Intraday Trading,Short Term Trading या Swing Trading कर रहे हो तो उस स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस जरूर करे.

Technical Analysis Fail Kyu Ho Jata Hai ?

कई बार आप किसी स्टॉक की अच्छी रिसर्च करते हो और उसका टेक्निकल एनालिसिस करके उस के शेयर खरीद लेते हो,लेकिन उस टाइम चीज़े आपके मुताबिक नहीं चलती और शेयर के प्राइस टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है डाउन हो जाते है.ऐसा ज्यादा तर तब होता है,जब उस शेयर के बारे में झूठी अफवाह मार्केट में फैलाई जाए.

दोस्तो याद रखे ये जरूरी नहीं कि टेक्निकल एनालिसिस करके अपको हर बार सही रिजल्ट ही मिले.अगर दस मेे से सात बार अपने टेक्निकल एनालिसिस करके प्रॉफिट कमाया है,तो तीन बार लॉस को भी झेल ने के लिए तैयार रहो.

आखरी शब्द

होप दोस्तो आपको आज की पोस्ट पढ़के Technical Analysis of Stock ये कंसेप्ट समझ आ गया होगा. यहां हमारा फोकस अपको सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस ऑफ स्टॉक को समझना था.इस टॉपिक के उपर और भी कई सारी चीजें हैं जो हम अगले आने वाले आर्टिकल में समझेंगे.

अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तो के साथ शेयर करे.हमारा आज का आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे नीचे कमेंट करके या फिर ईमेल करके बताए.

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