क्रिप्टोकरेंसी का मायाजाल, लोग हो रहे रातों रात कंगाल: 75 प्रतिशत निवेशकों को नुकसान ही नुकसान
दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है। बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।
बिटकॉइन में निवेश करने वाले लगभग 75 प्रतिशत लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है. एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने 95 देशों में सात साल में हुए निवेश के बाद यह नतीजा निकाला है.
क्रिप्टोकरंसी ‘बिटकॉइन’ में निवेश करने वाले हर चार में तीन लोगों ने घाटा उठाया है. सोमवार को प्रकाशित हुए एक नए अध्ययन में 2015 से 2022 के बीच 95 देशों में बिटकॉइन निवेशकों से बातचीत के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया है.
पिछले कुछ समय में एक के बाद एक कई बड़ी क्रिप्टोकरंसी और उनसे जुड़ीं कंपनियां मुंह के बल गिरी हैं जिसके बाद क्रिप्टो-निवेशकों में हड़कंप मचा हुआ है. हाल ही में एफटीएक्स नामक क्रिप्टो कंपनी के दीवालिया हो जाने से इस निवेश क्षेत्र में लोगों के भरोसे की चूलें हिल गई हैं.
बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स, जिसे दुनिया के केंद्रीय बैंक का केंद्रीय बैंक भी कहा जाता है, कहता है कि बीते सात साल में बिटकॉइन के निवेशकों ने भारी नुकसान झेला है. अपने अध्ययन में उसने कहा, “कुल मिलाकर देखा जाए तो बिटकॉइन के तीन चौथाई निवेशकों ने अपना धन खोया है.”
यह अध्ययन जिस दौर के निवेशकों पर किया गया है, उस दौरान यानी अगस्त 2015 में बिटकॉइन की कीमत 250 डॉलर से बढ़कर अपने सर्वोच्च स्तर पर यानी नवंबर 2021 में 69,000 क्रिप्टोकरंसी के नुकसान डॉलर पर पहुंचीथी. फिलहाल की इस क्रिप्टो करंसी की कीमत 16,500 है.
युवाओं में ज्यादा रुझान
इस अध्ययन का एक निष्कर्ष यह भी है कि स्मार्टफोन ऐप के जरिए निवेश ने बड़ी संख्या में लोगों को इस मुद्रा में धन लगाने के लिए आकर्षित किया. 2015 में स्मार्टफोन से निवेश करने वालों की संख्या 1,19,000 थी जो 2022 में बढ़कर 3.25 करोड़ पर पहुंच गई.
इस बारे में शोधकर्ताओं ने लिखा, “हमारा विश्लेषण दिखाता है कि दुनियाभर में बिटकॉइन की कीमत का संबंध छोटे निवेशकों के इसमें निवेश से है.” साथ ही उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे कीमत बढ़ती जा रही थी और छोटे निवेशक बिटकॉइन खरीद रहे थे, “सबसे बड़े निवेशक इसे बेच रहे थे और छोटे निवेशकों के दम पर मुनाफा कमा रहे थे.”
शोधकर्ताओं के पास हर निवेशक के नफे-नुकसान के आंकड़े तो नहीं थे लेकिन वे नए निवेशकों द्वारा खासतौर पर स्मार्टफोन ऐप से निवेश करने से लेकर पिछले महीने तक के बिटकॉइन की कीमत का विश्लेषण कर इन नतीजों पर पहुंचे हैं. उन्होंने यह भी पाया कि क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने वालों में सबसे बड़ी संख्या, लगभग 40 प्रतिशत लोग 35 वर्ष से कम आयु के पुरुष थे, जिसे आबादी का “सबसे ज्यादा जोखिम उठाने वाले” हिस्से के रूप में देखा जाता है.
शोधकर्ता कहते हैं कि ज्यादातर क्रिप्टो-निवेशक इसे सट्टेबाजी के रूप में ही देख रहे थे. उन्होंने कहा युवा निवेशक उन महीनों में ज्यादा सक्रिय थे, जिससे पिछले महीने में कीमत बढ़ी हो. यानी जब-जब बिटकॉइन की कीमत बढ़ती, उसके अगले महीने निवेश करने वाले युवा बढ़ जाते. शोधकर्ताओं ने निवेशकों के इस व्यवहार को लेकर चिंता जताई है और कहा है कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा किए जाने की जरूरत है.
भारत में भी बढ़े निवेशक
पिछले कुछ सालों में भारत में भी क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. अगस्त में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में क्रिप्टोकरंसी के 11.5 करोड़ से ज्यादा निवेशक हैं. ऐसा तब है जबकि भारत सरकार और रिजर्व बैंक इस तरह के निवेश को लेकर लगातार आगाह करते रहे हैं.
वैश्विक क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज कूकॉइन द्वारा जारी किया गया डाटा बताता है कि भारत में “लंबी अवधि में मुनाफा पाने की” भावना से निवेश करने वाले ज्यादा हैं. भारत में 11.5 करोड़ क्रिप्टो निवेशक हैं, यानी 18 से 60 वर्ष की आयु वाले लोगों में लगभग 15 फीसदी ने क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया है.
यह रिपोर्ट 18 से 60 वर्ष की आयु वर्ग के 2042 लोगों के बीच किए गए एक सर्वेक्षण पर आधारित है. इन निवेशकों में 40 प्रतिशत से ज्यादा लोग 30 से कम आयु के हैं और मानते हैं कि भविष्य में क्रिप्टोकरंसी मुनाफे का सौदा साबित होगी. 54 प्रतिशत निवेशकों को उम्मीद है कि उन्हें मुनाफा होगा. 56 प्रतिशत मानते हैं कि क्रिप्टोकरंसी ही भविष्य की मुद्रा है.
cryptocurrency की जानकारी 2022
cryptocurrency की जानकारी 2022,आज से सालों पहले जब लोगों को किसी भी सामान की जरूरत होती थी वे आपस में सामानों की अदला बदली कर अपनी जरूरत है पूरा करते थे जैसे किसी के पास मक्का है और उसे गेहूं की जरूरत है तो वह मक्के वाले आदमी के पास जाकर गेहूं के लिए मक्का देते थे धीरे धीरे लेन देन को आसान बनाने के लिए सिक्कों का प्रचलन शुरू किया गया यह सिक्के तांबे लोहे पीतल चमड़े इत्यादि के होते थे इससे आगे बढ़ते हुए लोगों ने कागज का उपयोग मुद्रा के रूप में करने लगे परंतु अलग-अलग देशों में उनके मुद्रा का मूल्यांकन उस देश के प्रगति के अनुसार होने लगा जिस तरह भारत में मुद्रा के रूप में रुपया उपयोग किया जाता है उसी तरह अमेरिका में डॉलर ,दुबई में दिनार उनके मुद्रा का नाम है जैसे-जैसे लोगों ने तरक्की की उनके लेनदेन के तरीके भी बदलने लगे टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अब डिजिटल करेंसी का महत्व आने लगा है आज के दौर में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग जोरो से किया जा रहा है
क्रिप्टो करेंसी क्या है?
क्रिप्टो का मतलब छिपा हुआ अर्थात गोपनीय तथा करेंसी का मतलब मुद्रा होता है इसे छुपी हुई मुद्रा के तौर पर भी कह सकते हैं क्रिप्टो करेंसी बहुत ही जटिल कंप्यूटर के एल्गोरिथम तथा ब्लॉकचेन की तकनीक से बनती है यह मुद्रा पूरी तरह आभासी होता है इससे आप डिजिटली तरीके से किसी भी वस्तु की खरीद कर सकते हैं
क्रिप्टो करेंसी को कैसे मैनेज किया जाता है?
कोई भी क्रिप्टोकरंसी को मैनेज करने के लिए कंप्यूटर के एल्गोरिथ्म ब्लॉकचेन तकनीक तथा कंप्यूटर के डिसेंट्रलाइजेशन के माध्यम से मैनेज किया जाता है
क्रिप्टोकरंसी काम कैसे करता है?
क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन के माध्यम से काम करते हैं जब भी किसी क्रिप्टो करेंसी के खरीद या बिक्री होती है उसका पूरा रिकॉर्ड रखने के लिए बहुत सारे कंप्यूटर एक जटिल प्रक्रिया में भाग लेते हैं जिस तरह डाटा स्टोर करने के लिए सर्वर रूम की आवश्यकता होती है उसी तरह क्रिप्टोकरंसी के लिए बहुत सारे पावरफुल कंप्यूटर मिलकर क्रिप्टो करेंसी के खरीद बिक्री का पूरा रिकॉर्ड रखते हैं इस प्रक्रिया को क्रिप्टो करेंसी माइनिंग भी कहा जाता है इन प्रक्रियाओं में जितने भी लोगों की आवश्यकता होती है उन्हें रिवॉर्ड के तौर पर क्रिप्टोकरंसी का कुछ हिस्सा दिया जाता है
क्रिप्टो करेंसी मार्केट क्या है?
क्रिप्टो करेंसी मार्केट का मतलब जहाँ लोग इनकी खरीद बिक्री कर सके क्रिप्टो करेंसी के मार्केट को कई नामों से जाना जाता है क्रिप्टो मार्केट क्रिप्टो करेंसी, एक्सचेंज डिजिटल करेंसी, एक्सचेंज कॉइन मार्केट इत्यादि के नाम से जाना जाता है इन मार्केट में आप कोई भी क्रिप्टो करेंसी की खरीद कर सकते हैं जैसे
- एथेरियम (ETH)
- लिटकोइन (LTC)
- डॉगकॉइन (Dogecoin)
- पीरकॉइन (PPC)
- बिटकॉइन (BIT )
- मोनेरो
- ईथरम और भी बहुत सारे कॉइन है जिसकी खरीदारी कर सकते हैं
क्रिप्टो करेंसी की खरीद कैसे करें
क्रिप्टोकरंसी की खरीद अधिकतर डिजिटल माध्यम से कर सकते हैं क्रिप्टो करेंसी के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज पर आप डिजिटल तरीके से यानी कि क्रेडिट कार्ड बैलेंस, वैलेट ट्रांसफर ,पेयपल तथा अन्य डिजिटल तरीके से खरीद सकते हैं क्रिप्टो एक्सचेंज स्टोर पर आप हार्ड कैश जमा कर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं या क्रिप्टो करेंसी बेचकर हार्ड केस प्राप्त कर सकते हैं
भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी कैसे खरीदें।
भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी की खरीद के लिए बहुत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहाँ आप आसानी के इनकी खरीद कर सकते हैं खरीद करने के लिए डॉक्युमनेट के तौर पर पैन कार्ड ,मोबाइल नंबर , ईमेल आदि की जरुरत होगी। भारत में अभी ये प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO , Coinbase ,Binance के नाम शामिल हैं. इन प्लेटफॉर्म पर आप सभी तरह की कॉइन खरीद की जा सकती है।
क्या भारत में क्रिप्टोकर्रेंसी वैध है।
भारत में क्रिप्टोकर्रेंसी की खरीदारी पिछले कई सालों से बंद थी। फिर कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इसे लागु किया गया।
क्रिप्टोकरंसी के क्या फायदे हैं?
- क्रिप्टोकररेंसी पर किसी देश या राज्य का प्रभाव नहीं होता है इसीलिए इसका मूल्य हर जगह एक सामान होता है जैसे आप को फोन भारत में खरीदते हैं तो उसकी कीमत 12000 है तो उसी फोन की कीमत अमेरिका में 10000 भी हो सकता है। परंतु क्रिप्टोकोर्रेंसी के मामले में ऐसा नहीं होता है इसका मूल्य हर जगह एक सामान होता है।
- यह डिजिटल करेंसी है इसलिए इसको रखने के लिए किसी बैंक की जरूरत नहीं होती है। यह हर समय इंटरनेट पर उपलब्ध रहता है
- इसको खरीदना और बेचना या इसमें इन्वेस्ट करना बहुत ही आसान है।
- क्रिप्टो करेंसी बहुत ही सिक्योर होता है इसकी डुप्लीकेट नहीं बनाया जा सकता है
क्रिप्टोकरंसी के क्या नुकसान हैं?
जिस तरह हर सिक्के के दो पहलु होते है इसी तरह क्रिप्टोकोर्रेंसी के नुकसान भी है
क्रिप्टो करेंसी क्या है
प्रत्येक देश की अपनी एक करेंसी अर्थात मुद्रा होती हैं और उसका एक निश्चित नाम भी होता है, जैसे कि भारत में रूपया, अमेरिका में डालर, अरब का रियाल आदि | किसी भी देश की करेंसी के माध्यम से उस देश की अर्थव्यवस्था संचालित होती है |
इन सभी करेंसी को आप देख सकते है, अपनें पास एकत्र कर सकते है परन्तु आज की इस डिजिटल दुनिया में एक नई तरह की करेंसी आ गयी है, जिसे न ही हम देख सकते है और ना ही हम छू सकते है, क्योंकि यह डिजिटल फॉर्म में होती हैं | इस डिजिटल करेंसी का नाम क्रिप्टोकरेंसी है | क्रिप्टो करेंसी क्या है, क्रिप्टो करेंसी के प्रकार व नाम के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी विधिवत रूप से दे रहे है |
क्रिप्टो करेंसी का क्या मतलब होता है ?
Table of Contents
क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है, जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है | यह एक ऐसी मुद्रा है, जिसे किसी भी देश की सरकार लागू नहीं करती है | इस मुद्रा पर किसी देश, राज्य या किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं होता है अर्थात यह एक स्वतंत्र मुद्रा है, जो डिजिटल रूप में होती है इसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। क्रिप्टो करेंसी द्वारा आप किसी भी तरह की वस्तु या सेवाएं खरीद या बेच सकते हैं।
क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत सबसे पहले जापान के सतोषी नाकमोतो नामक इंजीनियर नें वर्ष 2009 में की थी और पहली क्रिप्टो करेंसी का नाम क्रिप्टोकरंसी के नुकसान बिटकॉइन है | हालाँकि शुरुआत में इसे कोई खास सफलता नहीं मिली परन्तु कुछ समय बाद यह काफी प्रचलित हुई और इसकी कीमत आसमान छूने लगी और धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में फ़ैल गयी |
क्रिप्टो करेंसी के प्रकार (Types Of Crypto Currency)
वर्तमान समय में लगभग 1 हजार से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उपलब्ध हैं, परन्तु इनमें से कुछ क्रिप्टो करेंसी ऐसी है, जिनका उपयोग सबसे अधिक किया जा रहा है, इनके नाम इस प्रकार है-
बिटकाइन (Bitcoin)
बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है, मुख्य रूप से इसका उपयोग बड़े-बड़े सौदो में किया जाता है|
सिया कॉइन (Sia Coin)
सिया कॉइन को एससी के नाम से भी जाना जाता है, ग्रोथ करने के मामले में बिटकॉइन के बाद सियाकॉइन का नंबर आता है |
लाइटकॉइन (Lite Coin)
लाइटकॉइन का अविष्कार वर्ष 2011 में चार्ल्स ली द्वारा किया गया था, यह क्रिप्टोकरेंसी भी बिटकॉइन की तरह ही हैं, जोकि डीसेंट्रलाइज्ड भी हैं और साथ ही पीर टू पीर टेक्नोलॉजी के तहत कार्य करती हैं |
डैश (Dash)
यह दो शब्दों डिजिटल और कैश को मिलकर बनाया गया है | इस क्रिप्टोकरेंसी को बिटकॉइन की तुलना में अधिक विशेषताओं के साथ शुरू किया गया है | अन्य क्रिप्टोकरेंसी की अपेक्षा इसमें सुरक्षा को अधिक महत्व दिया जाता है | इसमें एक विशेष प्रकार की एल्गोरिथम और टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है |
रेड कॉइन (Red Coin)
रेड कॉइन एक ऐसी क्रिप्टो करेंसी हैं, जिसका उपयोग विशेष अवसरों पर लोगों को टिप देने के लिए किया जाता है।
एसवाईएस कॉइन (SYS Coin)
एसवाईएस कॉइन एक ऐसी क्रिप्टो करेंसी हैं, जो अन्य क्रिप्टो करेंसी की अपेक्षा बहुत ही तेज गति से कार्य करती है | मुख्य रूप से इसका प्रयोग पैसों के लेनदेन में जैसे संपत्ति को खरीदने या बेचने आदि में किया जाता है | एसवाईएस कॉइन, बिटकॉइन का एक भाग है जो डीप वेब में कार्य करता है।
ईथर और ईथरम (Ether Or Etherm)
इस करेंसी का प्रयोग इंटरचेंज करेंसी के रूप में किया जाता है | यह प्रकार का टोकन होता है, जिसका प्रयोग ईथरम ब्लाक चैन के अंतर्गत लेन-देन के लिए किया जाता है |
मोनेरो (Monero)
मोनेरो एक अलग तरह की क्रिप्टोकरेंसी है, जिसमें एक विशेष प्रकार की सिक्यूरिटी का प्रयोग किया जाता है, जिसे रिंग सिग्नेचर का नाम दिया गया है | इसका सबसे अधिक प्रयोग डार्क वेब और ब्लॉक मार्केट में किया जाता है | इस करेंसी की सहायता से स्मगलिंग, ब्लैक मार्केटिंग आदि की जाती है |
cryptocurrency की जानकारी 2022
cryptocurrency की जानकारी 2022,आज से सालों पहले जब लोगों को किसी भी सामान की जरूरत होती थी वे आपस में सामानों की अदला बदली कर अपनी जरूरत है पूरा करते थे जैसे किसी के पास मक्का है और उसे गेहूं की जरूरत है तो वह मक्के वाले आदमी के पास जाकर गेहूं के लिए मक्का देते थे धीरे धीरे लेन देन को आसान बनाने के लिए सिक्कों का प्रचलन शुरू किया गया यह सिक्के तांबे लोहे पीतल चमड़े इत्यादि के होते थे इससे आगे बढ़ते हुए लोगों ने कागज का उपयोग मुद्रा के रूप में करने लगे परंतु अलग-अलग देशों में उनके मुद्रा का मूल्यांकन उस देश के प्रगति के अनुसार होने लगा जिस तरह भारत में मुद्रा के रूप में रुपया उपयोग किया जाता है उसी तरह अमेरिका में डॉलर ,दुबई में दिनार उनके मुद्रा का नाम है जैसे-जैसे लोगों ने तरक्की की उनके लेनदेन के तरीके भी बदलने लगे टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अब डिजिटल करेंसी का महत्व आने लगा है आज के दौर में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग जोरो से किया जा रहा है
क्रिप्टो करेंसी क्या है?
क्रिप्टो का मतलब छिपा हुआ अर्थात गोपनीय तथा करेंसी का मतलब मुद्रा होता है इसे छुपी हुई मुद्रा के तौर पर भी कह सकते हैं क्रिप्टो करेंसी बहुत ही जटिल कंप्यूटर के एल्गोरिथम तथा ब्लॉकचेन की तकनीक से बनती है यह मुद्रा पूरी तरह आभासी होता है इससे आप डिजिटली तरीके से किसी भी वस्तु की खरीद कर सकते हैं
क्रिप्टो करेंसी को कैसे मैनेज किया जाता है?
कोई भी क्रिप्टोकरंसी को मैनेज करने के लिए कंप्यूटर के एल्गोरिथ्म ब्लॉकचेन तकनीक तथा कंप्यूटर के डिसेंट्रलाइजेशन के माध्यम से मैनेज किया जाता है
क्रिप्टोकरंसी काम कैसे करता है?
क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन के माध्यम से काम करते हैं जब भी किसी क्रिप्टो करेंसी के खरीद या बिक्री होती है उसका पूरा रिकॉर्ड रखने के लिए बहुत सारे कंप्यूटर एक जटिल प्रक्रिया में भाग लेते हैं जिस तरह डाटा स्टोर करने के लिए सर्वर रूम की आवश्यकता होती है उसी तरह क्रिप्टोकरंसी के लिए बहुत सारे पावरफुल कंप्यूटर मिलकर क्रिप्टो करेंसी के खरीद बिक्री का पूरा रिकॉर्ड रखते हैं इस प्रक्रिया को क्रिप्टो करेंसी माइनिंग भी कहा जाता है इन प्रक्रियाओं में जितने भी लोगों की आवश्यकता होती है उन्हें रिवॉर्ड के तौर पर क्रिप्टोकरंसी का कुछ हिस्सा दिया जाता है
क्रिप्टो करेंसी मार्केट क्या है?
क्रिप्टो करेंसी मार्केट का मतलब जहाँ लोग इनकी खरीद बिक्री कर सके क्रिप्टो करेंसी के मार्केट को कई नामों से जाना जाता है क्रिप्टो मार्केट क्रिप्टो करेंसी, एक्सचेंज डिजिटल करेंसी, एक्सचेंज कॉइन मार्केट इत्यादि के नाम से जाना जाता है इन मार्केट में आप कोई भी क्रिप्टो करेंसी की खरीद कर सकते हैं जैसे
- एथेरियम (ETH)
- लिटकोइन (LTC)
- डॉगकॉइन (Dogecoin)
- पीरकॉइन (PPC)
- बिटकॉइन (BIT )
- मोनेरो
- ईथरम और भी बहुत सारे कॉइन है जिसकी खरीदारी कर सकते हैं
क्रिप्टो करेंसी की खरीद कैसे करें
क्रिप्टोकरंसी की खरीद अधिकतर डिजिटल माध्यम से कर सकते हैं क्रिप्टो करेंसी के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज पर आप डिजिटल तरीके से यानी कि क्रेडिट कार्ड बैलेंस, वैलेट ट्रांसफर ,पेयपल तथा अन्य डिजिटल तरीके से खरीद सकते हैं क्रिप्टो एक्सचेंज स्टोर पर आप हार्ड कैश जमा कर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं या क्रिप्टो करेंसी बेचकर हार्ड केस प्राप्त कर सकते हैं
भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी कैसे खरीदें।
भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी की खरीद के लिए बहुत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहाँ आप आसानी के इनकी खरीद कर सकते हैं खरीद करने के लिए डॉक्युमनेट के तौर पर पैन कार्ड ,मोबाइल नंबर , ईमेल आदि की जरुरत होगी। भारत में अभी ये प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO , Coinbase ,Binance के नाम शामिल हैं. इन प्लेटफॉर्म पर आप सभी क्रिप्टोकरंसी के नुकसान तरह की कॉइन खरीद की जा सकती है।
क्या भारत में क्रिप्टोकर्रेंसी वैध है।
भारत में क्रिप्टोकर्रेंसी की खरीदारी पिछले कई सालों से बंद थी। फिर कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इसे लागु किया गया।
क्रिप्टोकरंसी के क्या फायदे हैं?
- क्रिप्टोकररेंसी पर किसी देश या राज्य का प्रभाव नहीं होता है इसीलिए इसका मूल्य हर जगह एक सामान होता है जैसे आप को फोन भारत में खरीदते हैं तो उसकी कीमत 12000 है तो उसी फोन की कीमत अमेरिका में 10000 भी हो सकता है। परंतु क्रिप्टोकोर्रेंसी के मामले में ऐसा नहीं होता है इसका मूल्य हर जगह एक सामान होता है।
- यह डिजिटल करेंसी है इसलिए इसको रखने के लिए किसी बैंक की जरूरत नहीं होती है। यह हर समय इंटरनेट पर उपलब्ध रहता है
- इसको खरीदना और बेचना या इसमें इन्वेस्ट करना बहुत ही आसान है।
- क्रिप्टो करेंसी बहुत ही सिक्योर होता है इसकी डुप्लीकेट नहीं बनाया जा सकता है
क्रिप्टोकरंसी के क्या नुकसान हैं?
जिस तरह हर सिक्के के दो पहलु होते है इसी तरह क्रिप्टोकोर्रेंसी के नुकसान भी है
क्रिप्टोकरेंसी से करते हैं कमाई तो हो जाएं सावधान, ऐसे हुआ करोड़ों का नुकसान
यूटिलिटी न्यूज डेस्क . भले ही आज क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार में तेजी है, लेकिन पिछले कुछ दिन क्रिप्टो बाजार के लिए अच्छे नहीं रहे हैं। एफटीएक्स का मामला सामने आने के बाद से बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है। पिछले सप्ताह के दौरान, दुनिया की शीर्ष 50 क्रिप्टोकरेंसी में से 8 में 10 प्रतिशत या उससे अधिक की गिरावट देखी गई है। इस लिस्ट में Polkadot, Uniswap और Solana जैसे टोकन का भी नाम है। हालांकि, आज क्रिप्टो बाजार में 4 फीसदी से ज्यादा और बिटकॉइन, एथेरियम बीएनबी जैसी वर्चुअल करेंसी में 5 फीसदी से ज्यादा के उछाल के साथ कारोबार हो रहा है।
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी का राज्य
अगर दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की बात करें क्रिप्टोकरंसी के नुकसान तो बिटकॉइन की कीमत में आज करीब 5 फीसदी की तेजी देखी जा रही है, जिससे कीमत गिरकर 16,480 डॉलर पर आ गई है. जबकि पिछले एक हफ्ते में 2.07 फीसदी टूटा है. एथेरियम की कीमत में भी 6 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन एक हफ्ते में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है. पिछले एक सप्ताह में बीएचबी फाइनेंस में 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और मुद्रा में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट आई है।
डॉगकोइन उज्ज्वल दिख रहा है और 8 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ $ 0.08137 पर कारोबार कर रहा है। हालांकि एक हफ्ते में 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है. लिटकॉइन ने अन्य टोकनों की तुलना में बेहतर वापसी की है। आज इस करेंसी में 28.32 फीसदी की तेजी आई है और पिछले एक हफ्ते में इसमें 33.55 फीसदी की तेजी देखने को मिली है.
क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार में 4.60 प्रतिशत की बढ़त
वैश्विक क्रिप्टोकरंसी बाजार की बात करें तो इसमें पिछले 24 घंटों में 4.60 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। जिससे ग्लोबल क्रिप्टोकरंसी मार्केट कैप 820.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। कुछ ही दिनों में, वैश्विक क्रिप्टो बाजार में बड़ी गिरावट आई है और यह आंकड़ा घटकर एक ट्रिलियन डॉलर रह गया है। जबकि एक साल पहले ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 2 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया था।
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