पिछले सात दिनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 14 प्रतिशत बढ़ी है.

स्पॉट ट्रेडिंग और फ्यूचर्स ट्रेडिंग के बीच अंतर क्या हैं

क्रिप्टो फ्यूचर्स अनुबंध हैं जो एक विशिष्ट क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) के मूल्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब आप भविष्य अनुबंध खरीदते/खरीदती हैं तो आपके पास अंतर्निहित क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) नहीं होती है। इसके बजाय, आपके पास एक अनुबंध है जिसके तहत आप बाद की तारीख में एक विशिष्ट क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) खरीदने या बेचने के लिए सहमत होते/होती हैं।

क्रिप्टो स्पॉट ट्रेडिंग क्या है?

स्पॉट मार्केट में, आप तत्काल डिलेवरी के लिए बिटकॉइन और इथेरियम जैसी क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) खरीदते/खरीदती और बेचते/बेचती हैं। दूसरे शब्दों में, क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) को सीधे बाजार सहभागियों (खरीदारों और विक्रेताओं) के बीच अंतरित किया जाता बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है है। स्पॉट मार्केट में, आपके पास क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) का प्रत्यक्ष स्वामित्व है और आप आर्थिक लाभों के हकदार हैं, जैसे कि प्रमुख फोर्क्स के लिए मतदान या स्टेकिंग भागीदारी।

क्रिप्टो बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है स्पॉट ट्रेडिंग और क्रिप्टो फ्यूचर्स ट्रेडिंग के बीच क्या अंतर हैं?

1. लेवरिज - लेवरिज वायदा कारोबार को अत्यधिक पूंजी-कुशल बनाता है। भविष्य अनुबंध के साथ, आप 1 BTC फ्यूचर्स पोजीशन को उसके बाजार मूल्य के एक अंश पर खोल सकते/सकती हैं। दूसरी ओर, स्पॉट ट्रेडिंग लेवरिज प्रदान नहीं करती है। उदाहरण के लिए, स्पॉट मार्केट में 1 BTC खरीदने के लिए, आपको हजारों डॉलर की आवश्यकता होगी। मान लें कि आपके पास केवल 10,000 USDT उपलब्ध है, आप इस मामले में केवल 10,000 USDT मूल्य का बिटकॉइन खरीद सकते/सकती हैं।

2. लॉन्ग या शार्ट के लिए लचीलापन- यदि आप स्पॉट मार्केट में क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) रखते/रखती हैं, तो समय के साथ आपकी क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) का मूल्य बढ़ने पर आपको पूंजी वृद्धि से लाभ हो सकता है। दूसरी ओर, भविष्य अनुबंध, आपको किसी भी दिशा में अल्पकालिक मूल्य आंदोलनों से लाभ प्राप्त करने की अनुमति देता है। बिटकॉइन की कीमत भले ही गिर जाए,आप डाउनट्रेंड और लाभ में भाग ले सकते/सकती हैं क्योंकि मूल्य कम होती रहती हैं। भविष्य अनुबंध का उपयोग अप्रत्याशित जोखिमों और अत्यधिक मूल्य अस्थिरता से बचाने के लिए भी किया जा सकता है, जो उन्हें माइनर और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए आदर्श बनाता है।

3. तरलता - मासिक मात्रा में खरबों डॉलर के साथ, क्रिप्टो फ्यूचर्स मार्केट गहरी तरलता प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, बिटकॉइन फ्यूचर्स मार्केट का औसत मासिक कारोबार $ 2 ट्रिलियन है, जो बिटकॉइन स्पॉट मार्केट में ट्रेडिंग मात्रा को पार करता है। इसकी मजबूत तरलता मूल्य की खोज को बढ़ावा देती है और व्यापारियों को बाजार में जल्दी और कुशलता से लेनदेन करने की अनुमति देती है।

4. फ्यूचर्स बनाम स्पॉट मूल्य - बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) की मूल्य खरीदारों और विक्रेताओं द्वारा आपूर्ति और मांग की आर्थिक प्रक्रिया के माध्यम से निर्धारित की जाती हैं। स्पॉट मूल्य स्पॉट मार्केट में सभी लेनदेन के लिए विनिर्णय मूल्य है। दूसरी ओर, वायदा मूल्य, मौजूदा स्पॉट मूल्य और फ्यूचर्स प्रीमियम पर आधारित होती है। फ्यूचर्स प्रीमियम या तो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकता है। एक सकारात्मक प्रीमियम बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है इंगित करता है कि फ्यूचर्स मूल्य स्पॉट मूल्य से अधिक है; इसके विपरीत, एक नकारात्मक प्रीमियम इंगित करता है कि वायदा मूल्य स्पॉट मूल्य से कम है। आपूर्ति और मांग में बदलाव के कारण भविष्य के प्रीमियम में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

Cryptocurrency Rate Today 7 November: क्रिप्टोकरेंसी के दाम गिरे, बिटकॉइन 21,000 डॉलर से नीचे फिसली, इथेरियम भी टूटी

Cryptocurrency Rate Today 7 November: सप्ताह के अंत में दिखी तेजी के दम पर क्रिप्टोकेरेंसी के बाजार का मार्केट कैप 1 खरब डॉलर से ऊपर ही बना हुआ है लेकिन आज क्रिप्टो बाजार में लाल निशान ही छाया हुआ है.

By: ABP Live | Updated at : 07 Nov 2022 03:30 PM (IST)

Edited By: Meenakshi

क्रिप्टोकेरेंसी (फाइल फोटो)

Cryptocurrency Rate Today 7 November: क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में आज ज्यादा उत्साह नहीं देखा जा रहा है और सप्ताह के आखिर में दिखी तेजी आज गायब हो गई है. एशियाई बाजारों में क्रिप्टो की गिरावट से समूचा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट आज लाल निशान में नजर आ रहा है. हालांकि सप्ताह के अंत में दिखी तेजी के दम पर क्रिप्टोकेरेंसी के बाजार का मार्केट कैप 1 खरब डॉलर से ऊपर ही बना हुआ है. आज शुरुआती कारोबार में ही बिटकॉइन 21,000 डॉलर के नीचे फिसल गई थी और इथेरियम भी अपना 1600 डॉलर का स्तर बरकरार नहीं रख पाया था.

बिटकॉइन के दाम जानें
आज बिटकॉइन के दाम 20,748.26 डॉलर पर हैं और इसमें 2.51 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है. वहीं इसका मार्केट कैप 398,381,552,535 डॉलर पर बना हुआ है.

इथेरियम का क्या है हाल
इथेरियम में 1,570.79 डॉलर के रेट देखे जा रहे हैं और ये 1.18 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. इसका मार्केट कैप 192,417,528,314 डॉलर पर आ गया है.

BNB
BNB का रेट 331.08 डॉलर पर है और ये 2.04 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रही है.

Dogecoin
Dogecoin के रेट में भी आज बड़ी गिरावट देखी जा रही है और ये 4.73 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ 0.1149 डॉलर पर बनी हुई है.

News Reels

Solana
Solana के दाम आज 31.33 डॉलर पर हैं और इसमें भी 7.42 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है.

Polygon
Polygon 1.19 डॉलर पर ट्रेड कर रही है और इसमें 29.52 फीसदी की जबरदस्त उछाल के साथ ट्रेड हो रहा है.

Polkadot
Polkadot में आज 6.77 डॉलर का रेट देखा जा रहा है और ये 0.04 फीसदी की मामूली गिरावट पर बनी हुई है.

क्रिप्टोकरेंसी बाजार पर क्या डाल रहा है असर
बिटकॉइन, इथेरियम और अन्य करेंसीज में आज सोमवार को घाटा देखा जा रहा है. 70.1 अरब डॉलर के वॉल्यूम के साथ ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट 1 खरब डॉलर के ऊपर तो बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है है पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरें बढ़ाने के फैसले का असर डॉलर के ऊपर देखा जा रहा है जिससे क्रिप्टोकरेंसी के बाजार पर भी प्रतिकूल असर आ रहा है.

ये भी पढ़ें

Published at : 07 Nov 2022 03:24 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Rate Cryptocurrency Rates Today Cryptocurrency News Crypto News हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Bitcoin Price : रूस-यूक्रेन युद्ध से क्रिप्टो में उछाल, क्या 50 हजार डॉलर तक पहुंचेगी बिटक्वॉइन की कीमत?

Bitcoin Price : एक्सपर्ट्स का मानना है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है बीच बिटकॉइन मार्च 2022 में नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है.

Bitcoin Price : रूस-यूक्रेन युद्ध से क्रिप्टो में उछाल, क्या 50 हजार डॉलर तक पहुंचेगी बिटक्वॉइन की कीमत?

पिछले सात दिनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 14 प्रतिशत बढ़ी है.

Bitcoin Price : पिछले सात दिनों में बिटकॉइन बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है की कीमत लगभग 14 प्रतिशत बढ़ी है. आज 2 मार्च को इस रिपोर्ट को लिखे जाने के समय यह लगभग 44,000 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में 24 फरवरी को लगभग 34,900 डॉलर तक की गिरावट हुई थी, लेकिन अब इसने 23 फीसदी की बढ़त के साथ वापसी कर ली है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच बिटकॉइन मार्च 2022 में नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. बिटकॉइन का मूल्य रूसी फिएट करेंसी रूबल के मूल्य से भी ज्यादा हो गया है.

निवेशकों को बिटकॉइन में तेजी की उम्मीद

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते शेयर बाजारों में गिरावट आई है, लेकिन इस बीच क्रेप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों को बिटकॉइन में तेजी की उम्मीद है. निवेशकों का मानना है कि पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन जल्द ही अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छू सकता है. निवेशकों को उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक बिटकॉइन 50,000 डॉलर के स्तर तक पहुंच सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई ऐसे कारण हैं जिनके चलते इस महीने बिटकॉइन की कीमत नई ऊंचाई पर पहुंच सकती है. आइए जानते हैं कि वे कौन से कारण हैं.

Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 में से 9 कपनियों बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है का मार्केट कैप 2.12 लाख करोड़ बढ़ा, HDFC बैंक को सबसे ज्यादा फायदा

Keystone Realtors IPO: कल खुलेगा कीस्टोन रियल्टर्स का आईपीओ, दांव लगाने से पहले जान लें तमाम जरूरी बातें

Upcoming IPO: अगले हफ्ते Global Health और Fusion Micro Finance समेत 4 कंपनियों का आ रहा है आईपीओ, लगभग 4,500 करोड़ जुटाने का इरादा

Stock Market: ऑटो शेयरों ने संभाला बाजार, सेंसेक्‍स 203 अंक बढ़कर बंद, निफटी 17787 पर, MARUTI टॉप गेनर

बिटकॉइन की कीमतों में इसलिए आ सकती है तेजी

EarthID के VP (रिसर्च एंड स्ट्रैटेजी) शरत चंद्र ने FE ऑनलाइन को बताया, “बिटकॉइन ने खुद को इक्विटी मार्केट से अलग कर लिया है. जब बिटकॉइन की कीमतें बढ़ीं, तो ऐसे समय में तेल की बढ़ती कीमतों की चिंताओं के बीच S&P इंडेक्स में गिरावट आई. यूक्रेन और रूस के बीच की लड़ाई लंबे समय तक चल सकती है, इसलिए बिटकॉइन में भी तेजी की उम्मीद है और यह नई ऊंचाई पर पहुंच सकता बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है है. मंदी की आशंकाओं को देखते हुए, 2022 में फेड रेट हाइक की संख्या कम होने की उम्मीद है. ये सभी फैक्टर्स मार्च में बिटकॉइन की कीमतों को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं.”

रूस-यूक्रेन युद्ध क्रिप्टो के लिए टर्निंग पॉइंट

एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ है. थिंकचैन के फाउंडर और CEO दिलीप सीनबर्ग ने कहा, “रूस-यूक्रेन युद्ध क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक टर्निंग पॉइंट हो सकता है. अगर क्रिप्टो के माध्यम से नेशनल ट्रेड किया जा सकता है, तो यह निश्चित रूप से प्राइसिंग को प्रभावित करने वाला है.” उन्होंने आगे कहा कि बिटकॉइन एकमात्र डी-सेंट्रलाइज करेंसी है, जो अन्य altcoins के विपरीत कई देशों के लिए लीगल टेंडर बन सकती है, जो ज्यादातर लोगों या संगठनों के स्वामित्व वाली सेंट्रलाइज्ड एजेंसी के तहत काम करती है.

हालांकि, सीनबर्ग को नहीं लगता कि बिटकॉइन एक महीने के भीतर 50,000 डॉलर तक पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा, “हालांकि, एक महीने के भीतर यह फिर से 50,000 डॉलर के स्तर तक नहीं पहुंचेगा. 50,000 डॉलर तक पहुंचने में इसे 21-25 दिनों का और समय लग सकता है.” इस बीच, Ether, Solana, Binance Coin जैसी अन्य क्रिप्टो एसेट्स की कीमतें भी रिकवर होती दिख रही हैं.

(आर्टिकल- राजीव कुमार)

(बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट, ब्रोकरेज फर्म या फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

क्रिप्टो करेंसी पर बढ़ती चिंता: दो हफ्ते में बिटकॉइन की कीमत 20% गिरी, 57 हजार डॉलर के नीचे पहुंची

बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट से यह साबित होता है कि अब भी क्रिप्टो में निवेश की पहचान ज्यादा अस्थिरता वाली ही बनी हुई है। फिर भी बिटकॉइन की दुनिया में लोकप्रियता बरकरार है। दूसरे ट्रेडिशनल मार्केट में जब भी कोई उतार-चढ़ाव होता है तो अलार्म की घंटी बज जाती है और निवेशक सचेत हो जाते हैं।

लगातार 6 दिन से गिर रही हैं कीमतें

बिटकॉइन की कीमतों में लगातार 6 दिन से गिरावट है। शुक्रवार को लंदन के शुरुआती कारोबार में सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 0.5% गिरकर लगभग 56,280 डॉलर हो गई। ओंडा के सीनियर मार्केट विश्लेषक क्रेग एर्लाम ने लिखा, "बिटकॉइन में करेक्शन कोई बड़ी डील नहीं है। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि अक्टूबर में कीमतों में 40% की बढ़ोतरी के बाद तेज गिरावट सामान्य है। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।

एक एजेंसी ने बताया कि चीन के क्रिप्टो पर क्रैकडाउन और नए अमेरिकी टैक्स-रिपोर्टिंग प्रावधानों को क्रिप्टो निवेशकों के लिए नकारात्मक रूप में देखा जा रहा है। इससे इसकी लोकप्रियता में थोड़ा बट्टा जरूर लग रहा है।

2016-17 में तेजी से बढ़ रही थी क्रिप्टो करेंसी

हैरिस फाइनेंशियल ग्रुप के वित्तीय सलाहकार जेमी कॉक्स ने कहा कि 2016-17 के दौरान, जब ब्याज दरें बढ़ रही थीं और सिस्टम से लिक्विडिटी गायब हो रही थी, उस समय क्रिप्टो करेंसी तेजी से आगे बढ़ रही थी। क्रिप्टोकरेंसी में 20% या उससे अधिक कीमत में उतार-चढ़ाव असामान्य नहीं है। अप्रैल की शुरुआत में लगभग 65,000 डॉलर के रिकॉर्ड को छूने के बाद, बिटकॉइन का भाव जून के अंत तक 50% से अधिक गिर गया था।

सितंबर में 53 हजार डॉलर थी बिटकॉइन की कीमत

सितंबर की शुरुआत में लगभग बिटकॉइन 53,000 डॉलर तक पहुंच गई थी। असल में पिछले 24 घंटों के भीतर भी बिटकॉइन का भाव लगभग 3% गिरा है। 10 नवंबर, को 68,789.63 डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद, इसमें ये गिरावट आनी शुरू हुई। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बिटकॉइन में गिरावट ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली की वजह से देखी गई है।

एथर की कीमतें 4,314 डॉलर पर

दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एथर की कीमतें ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई हैं। यह 4,314 डॉलर पर कारोबार कर रही है। डागकॉइन की कीमतें 7% बढ़कर 0.23 डॉलर पर पहुंच गई हैं। शिबा इनू भी 15% बढ़कर $0.000049 पर पहुंच गई है। दूसरी तरफ, भारत अब क्रिप्टो कानून पर विचार कर रहा है, जिसे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किया जा सकता है। वहीं, इस सेक्टर में कई अहम भारतीय एक्सचेंज ने अपने पब्लिक-आउटरीच ऑपरेशंस पर रोक लगाने का फैसला किया है।

ऐसी अटकलें हैं कि क्रिप्टो को एक असेट क्लास के रूप में रेगुलेट किया जाएगा और ऐसा मना जा रहा है कि इसे लेनदेन के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति शायद ही मिलेगी। क्रिप्टोकरेंसी का टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.7 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है।

स्टॉक मार्केट से कितना अलग है Cryptocurrency का बाजार, कम पैसे में कहां मिल रहा ज्यादा रिटर्न

क्रिप्टो जब चढ़ता है तो लगातार उसके भाव चढ़ते हैं और जब गिरता है तो लगातार दाम गिरते हैं. स्टॉक से इसका सीधा संबंध नहीं है. इसलिए जब भी अपना पोर्टफोलिया बनाएं, यह सोच कर बनाएं बिटकॉइन मूल्य अंतर क्या है कि क्रिप्टो में निवेश कर रहे हैं तो भारी उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए.

स्टॉक मार्केट से कितना अलग है Cryptocurrency का बाजार, कम पैसे में कहां मिल रहा ज्यादा रिटर्न

यह सवाल आज हर उस आदमी के मन में उठ रहा है जो बिटकॉइन (Bitcoin), इथीरियम (Ethereum) और डोजकॉइन (Dogecoin) जैसी क्रिप्टोकरंसी (Cryptocurrency) में निवेश कर रहे हैं. लोग अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में क्रिप्टोकरंसी को शामिल करना चाहते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि दोनों का अस्तित्व अलग है और बाजार भी. खरीदने-बेचने का तरीका भी एक दूसरे से भिन्न है. दोनों का एसेट क्लास भी अलग है और बाजार में इनका बर्ताव देखें तो दोनों के बीच 36 का आंकड़ा होता है. ऐसे में स्टॉक में क्रिप्टोकरंसी को शामिल करना कितना जायज है?

एक्सपर्ट की मानें तो दोनों को एक साथ आना भी नहीं चाहिए. इससे निवेशक को फायदा होगा. क्रिप्टो और स्टॉक में अंतर है, तो यह निवेश के लिए सही है. दरअसल, स्टॉक किसी कंपनी में इक्विटी होता है. जब आप किसी कंपनी में शेयर खरीदते हैं तो उस कंपनी का कुछ हिस्सा आपके नाम हो जाता है. कंपनी की कुछ प्रोपर्टी आपके खाते में चली जाती है. क्रिप्टोकरंसी के साथ ऐसा नहीं है.

दोनों को समझना जरूरी

स्टॉक और क्रिप्टोकरंसी में निवेश के लिए दोनों को समझना जरूरी है. स्टॉक के जरिये किसी कंपनी में शेयर खरीदने के साथ ही कुछ अधिकार आपके हाथ में आ जाता है. हो सकता है कि कंपनी के ऑपरेशन पर आपका हक नहीं है, लेकिन उस कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में कौन बैठेगा, इसके लिए जब वोटिंग होगी तो आप उसमें हिस्सा ले सकते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कंपनी की प्रोपर्टी के आप भी हकदार हैं. जैसे ही कोई और व्यक्ति उस कंपनी का सामान खरीदता है, आपके शेयर में कुछ और प्रोपर्टी जुड़ जाती है. स्टॉक का सारा खेल इसी आधार पर चलता है.

शेयर खरीदने का फायदा

कोई कॉरपोरेशन स्टॉक बेचता है और कंपनी का कुछ कंट्रोल दूसरे को दे देता है ताकि फंड जुटाया जा सके. इस फंड से कंपनी का बिजनेस बढ़ता है. कंपनी बिकती है तो कर्मचारी भी बाहर हो सकते हैं. इन कर्मचारियों को कंपनी की तरफ से कुछ शेयर दिए जा सकते हैं. कैश दिए जाने से बचा जाता है क्योंकि वह कैश कंपनी के बिजनेस में इस्तेमाल हो सकता है. कोई कंपनी पब्लिक स्टॉक ऑफरिंग लाती है ताकि और फंड जुटाया जा सके. कभी-कभी ऐसा भी होता है कि कंपनी अपने पुराने शेयरहोल्डर्स को शेयर बेचती है और उसके बदले कैश लेती है.

क्रिप्टो का बाजार क्या है

क्रिप्टोकरंसी में ऐसी बात नहीं होती. क्रिप्टोकरंसी का सीधा मतलब है डिजिटल करंसी. यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है. यह टेक्नोलॉजी खरीदारों को सिक्योर पेमेंट की सुविधा देती है. क्रिप्टोकरंसी कभी भी सेंट्रल बैंक के सहारे नहीं चलती बल्कि इसका धंधा कंप्यूटर के नेटवर्क के जरिये चलता है और उसी के माध्यम से ट्रांजेक्शन होता है. आप जो भी ब्लॉकचेन इस्तेमाल करेंगे, उससे क्रिप्टोकरंसी खरीद सकते हैं.

उदाहरण के लिए बिटकॉइन का ब्लॉकचेन कुछ सिक्के खरीदारों के लिए जारी करता है. ब्लॉकचेन पर ये सिक्के एक ही बार में जारी नहीं होते बल्कि कुछ-कुछ की मात्रा में एक खास ब्लॉक में जारी किया जाता है. जब उस ब्लॉक के सिक्के की बिक्री हो जाती है तो दूसरे ब्लॉक में सिक्के उतारे जाते हैं. ब्लॉकचेन पर क्रिप्टो की खरीदारी के लिए ट्रांजेक्शन के रूप में क्रिप्टोकरंसी ही दी जाती है. इथीरियम क्रिप्टोकरंसी इथीरियम ब्लॉकचेन पर चलती है. लेकिन इस ब्लॉकचेन का अन्य क्रिप्टो कॉइन भी इस्तेमाल करती हैं. यूनीस्वैप (uniswap) नाम का प्रोजेक्ट इथीरियम ब्लॉकचेन पर चलता है. इसका अपना कोई एक्सचेंज नहीं है, इसलिए यह इथीरियम के ब्लॉकचेन का उपयोग करता है.

टोकन में भी लगा सकते हैं पैसा

इसका मतलब यह हुआ कि यूनिस्वैप यूजर को इथीरियम के ब्लॉकचेन के अंतर्गत ही खरीदारी करनी होगी. आप चाहें तो क्रिप्टोकरंसी के टोकन डायरेक्ट खरीद सकते हैं. यूनीस्वैप की तरह डेफी प्रोजेक्ट के टोकन भी बेचे जाते हैं जो यूटिलिटी टोकन होते हैं. इसी तरह कुछ गवर्नेंस टोकन भी होते हैं. यूनीस्वैप पूरी तरह से गवर्नेंस टोकन है. अब आप जब भी निवेश करने चलें तो ध्यान दें कि स्टॉक में या क्रिप्टो में पैसा लगाने जा रहे हैं. आप टोकन में भी लगा सकते हैं, लेकिन सबका प्रोफिट देने का तरीका अलग-अलग होता है.

सोच-समझ कर बनाएं पोर्टफोलियो

सवाल ये भी उठते हैं कि क्या क्रिप्टो और स्टॉक में कोई सीधा संबंध है? जानकार बताते हैं कि सीधा संबंध नहीं है बल्कि ऐसा देखा जाता है कि जब क्रिप्टो का बाजार गिरता है तो स्टॉक चढ़ता है. यह भी जानना होगा कि स्टॉक की तुलना में क्रिप्टो के बाजार में ज्यादा उथल-पुथल होती है. क्रिप्टो जब चढ़ता है तो लगातार उसके भाव चढ़ते हैं और जब गिरता है तो लगातार दाम गिरते हैं. स्टॉक से इसका सीधा संबंध नहीं है. इसलिए जब भी अपना पोर्टफोलिया बनाएं, यह सोच कर बनाएं कि क्रिप्टो में निवेश कर रहे हैं तो भारी उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए.

रेटिंग: 4.20
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 824