क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान श्री कृष्ण ने गीता के महान उपदेश सिर्फ अर्जुन को ही क्यों दिए?

9 Main Qualities of the Negotiators | Business

This article throws light upon the nine main qualities of the negotiator. The qualities are: 1. Personality 2. Knowledge 3. Communicative 4. Leadership qualities 5. Authoritative 6. Confident 7. Ability to keep secrets 8. Hard working 9. Team man.

Negotiator: Quality # 1. Personality:

It refers to the general physical appearance, which is pleasing, encouraging, associative, open, powerful, impressive and above all very friendly.

Negotiator: Quality # 2. Knowledge:

A good negotiator generally has high IQ and broad based knowledge covering various fields including the understanding of human nature and is well read.

Negotiator: Quality # 3. Communicative:

श्रीमद्भगवद्गीता में छिपा है सफलता का रहस्य

श्रीमद्भगवद्गीता में छिपा है सफलता का रहस्य

हर इंसान में भर-भर के उत्साह होता है मगर कुछ लोग जीवन में बहुत ज्यादा सफल हो जाते हैं वहीं कुछ लोग एक बार या दो बार असफल होने के बाद कोशिश करना ही छोड़ देते हैं। उत्साह तो हम सब में है लेकिन ऐसा क्यों होता है कि कोई बहुत सफल होता है और कोई असफल। इंसान अपने उत्साह को किस दिशा में लगा रहा है, ये तय करता है कि वह कितना सफल होगा। जो इंसान सही दिशा में सही तरीके से निरंतर continuously प्रयास करता है सफलता success उसे ही मिलती है।

आज हम आपको भगवद्गीता में छिपे सफलता के रहस्य के बारे में बताएंगे, पर श्रीमद्भगवद्गीता ही क्यों?

सक्रिय बनिए

यह किसी भी वातावरण को नियंत्रित करने की क्षमता है। परिस्थिति के नियंत्रण में रहने की बजाय हमें परिस्थिति को नियंत्रित करना चाहिए। आत्म मूल्यांकन, चुनाव और एक सफल व्यवसाय के 8 रहस्य निर्णय लेने की क्षमता ही आपकी परिस्थिति को एक सफल व्यवसाय के 8 रहस्य सकारात्मक रूप में बदल सकती है।

स्टीफन कोवे इस आदत को व्यक्तिगत लीडरशिप की आदत कहते हैं, जिनमें हमारा खुद का खुद पर नियंत्रण होना चाहिए। हमें हमेशा अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए। ध्यान लगाने की इस आदत को विकसित कर हम व्याकुलता से बच सकते हैं और ज्यादा सक्रिय बन सफलता हासिल कर सकते हैं।

प्राथमिक चीजों को महत्त्व दें

  • जरूरी एक सफल व्यवसाय के 8 रहस्य और बहुत जरूरी,
  • जरूरी और बहुत जरूरी नहीं,
  • जरूरी नहीं,
  • जरूरी नहीं और बहुत जरूरी भी नहीं।

यह बहुत जरूरी है, क्योंकि आपकी उपलब्धि आपकी सोच पर निर्भर करती है। स्टीफन कोवे के अनुसार, हमें हमेशा जीत के बारे में ही सोचना चाहिए। कभी भी हार-जीत के बारे में सोचकर लड़खड़ाना नहीं चाहिए।

पहले दूसरों को समझने की कोशिश करें

कोवे की यह आदत संचार से जुड़ी हुई है और यह अति प्रभावशाली व शक्तिशाली है। यह आदत बहुत आसान तथा सबसे प्रभावशाली है और साथ ही यह सकारात्मक रिश्तों को बनाए रखने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हमेशा खुले दिमाग से लोगों की बातों को सुनना चाहिए और फिर अपने प्रभावशाली तरीके से अपने विचार को लोगों तक पहुँचाने की कोशिश करें। इससे समस्या को सुलझाने वाले एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण होगा।

एक ऐसा तत्त्व, जो हमें बताता है कि संपूर्ण हमेशा उसके छोटे-छोटे भाग से महान् और बड़ा है, इसलिए हमें हमेशा संपूर्ण लक्ष्य को पूरा करने की तरफ ध्यान देना चाहिए। साथ ही प्रदर्शन करते समय हमारे विचार और हमारी क्रिया के बीच तालमेल बैठना भी बहुत जरूरी है।

सक्सेस मंत्र: क्या है सफलता का रहस्य?

सक्सेस मंत्र: क्या है सफलता का रहस्य?

एक बार एक असफल एक सफल व्यवसाय के 8 रहस्य व्यक्ति एक सफल व्यक्ति के पास पंहुचा। उससे पूछा आपकी सफलता का रहस्य क्या है? क्योंकि मैं भी सफल होना चाहता हूं। सफल व्यक्ति बोला असफल व्यक्तियों से ही मैंने सफल होना सीखा है। असफल व्यक्ति ने कहा मुझे आपकी बात समझ नहीं आयी, कृपया अपनी बात को स्पष्ट करें। तब उस सफल व्यक्ति ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया पहले यह बताइये कि आप असफल क्यों हुए?

असफल व्यक्ति ने बताया पहले मैं एक अमीर व्यक्ति था। सफल होने के लिए मैंने एक कंपनी खोली जिसमें मैंने अपना बहुत सा पैसा लगा दिया। मैं बहुत जल्दी सफल होना चाहता था। इसीलिए मैंने उसी साल एक दूसरी कंपनी खोल ली जिसमे मैंने अपना बचा हुआ बाकी पैसा भी लगा दिया। मैंने जल्दबाजी में दो कंपनियां खोल ली और मैं अपनी किसी भी कंपनी को पूरा समय नहीं दे पाया।

मूलांक 8 के बारे में ये खास बातें जानते हैं आप

मूलांक 8 के बारे में ये खास बातें जानते हैं आप

मूलांक 8 के बारे में ये खास बातें जानते हैं आप

अंकज्योतिष शास्त्र के अनुसार अंकों का जीवन पर पूर्ण रूप से प्रभाव होता है। प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में यह अनुभव करता है कि कोई अंक उसके लिए भाग्यशाली है तो कोई दुर्भाग्यशाली है। आपको बता एक सफल व्यवसाय के 8 रहस्य दें कि व्यक्ति का मूलांक और भाग्यांक ही व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है। इन अंकों के स्वामी ग्रहों की प्रकृति व्यक्ति के व्यवहार को प्रभावित करती हैं। आइये आज जानते हैं मूलांक 8 के बारे में खास बातें…

शनि का अंक होता है 8
ज्योतिष में शनि को रहस्य का प्रतीक माना गया है। अंक ज्योतिष में इनका प्रभाव 8 अंक पर है जो व्यक्ति महीने की 8, 17 और 26 तारीख को जन्म लेते हैं उनका मूलांक 8 होता है। वहीं जिन व्यक्तियों का जन्म तारीख, महीना और वर्ष तीनों का योग 8 होता है वो इनका भाग्यांक अंक होता है।

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