Briefing Note: AIIB’s Investment in the NIIF: Why is it a Risky Venture?
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With large infrastructure projects at the core of its investment support strategy, it is essential for the AIIB to ensure that their funds are directed to sustainable investments. In a country like India, where land remains the main source of livelihood for the majority of the population, it is incumbent upon AIIB to ensure that its investments, and the project supported by its FI clients, meet its environmental and social framework stringently.
मेटा ने यूरोप में फेसबुक और इंस्टाग्राम बंद करने की धमकी दी; क्या है वजह?
मेटा की ओर से इसकी लोकप्रिय सोशल मीडिया सेवाओं फेसबुक और इंस्टाग्राम को यूरोप में बंद करने की बात कही गई है। कंपनी ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें साफ तौर पर फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? कहा गया है कि मेटा को इसके प्रोडक्ट्स और सेवाएं बंद करनी पड़ सकती हैं। दरअसल, मेटा चाहती है कि यूरोप की ओर से डाटा ट्रांसफर से जुड़ा नया फ्रेमवर्क अपनाया जाए, जिसके साथ इसका रेवन्यू मॉडल बेहतर ढंग से काम करता है।
यूरोप के सर्वर पर डाटा फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? जुटाने की बाध्यता
नए यूरोपियन यूनियन (EU) कानून के हिसाब से फेसबुक जैसी कंपनियों के सामने यूजर्स का डाटा यूनियन के अंदर ही जुटाने और प्रोसेस करने की बाध्यता है। यानी कि कंपनियां यूजर्स का डाटा यूरोप के सर्वर से बाहर नहीं ले जा सकतीं। वहीं, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सेवाएं यूजर्स का डाटा अमेरिका और यूरोप दोनों के सर्वर्स पर प्रोसेसर करते हैं। कंपनी का कहना है कि ऐसा ऐड टारगेट करने और इसके बिजनेस के लिए जरूरी है।
नियम ना मानने पर होगी कार्रवाई
अगर सोशल मीडिया कंपनी यूरोप के नए नियमों और कानून का पालन नहीं करती तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। मेटा का कहना है कि अगर डाटा-शेयरिंग से जुड़ा उसका फ्रेमवर्क यूरोप नहीं अपनाता तो उसे अपनी लोकप्रिय सेवाएं बंद करनी पड़ेंगी। इन सेवाओं में करोड़ों यूजर्स वाली इंस्टाग्राम और फेसबुक भी शामिल हैं। ये सेवाएं यूजर्स डाटा की मदद से उन्हें पर्सनलाइज्ड ऐड दिखाती हैं और कमाई करती हैं।
नए नियमों पर मेटा ने क्या कहा?
मेटा ने कहा, "अगर यूरोप में नया ट्रांसैटलैंटिक डाटा ट्रांसफर फ्रेमवर्क नहीं अपनाया जाता और हम पहले की तरह SCCs का इस्तेमाल करते हुए यूरोप से अमेरिका डाटा ट्रांसफर के विकल्प नहीं इस्तेमाल कर सकते, तो हम अपने बड़े प्रोडक्ट्स और सेवाएं यूरोप में नहीं दे पाएंगे।" कंपनी के मुताबिक, "यूरोप में फेसबुक और इंस्टाग्राम बंद करने का असर हमारे बिजनेस, कमाई और काम करने के तरीकों पर पड़ सकता है।"
बढ़ सकती है मेटा की परेशानी
मेटा के VP ऑफ ग्लोबल अफेयर्स निक क्लेग ने लंदन के CityAM न्यूजपेपर से कहा कि EU के नए कानून और नियमों के साथ यूरोप में ढेरों बिजनेस प्रभावित होंगे, जो सेवाएं देने और विज्ञापन दिखाने के लिए फेसबुक की मदद लेते हैं। मेटा और फेसबुक के लिए यह बदलाव परेशानियां बढ़ा सकता है क्योंकि हाल ही में पहली बार इसके डेली ऐक्टिव यूजर्स (DAUs) कम होने की बात सामने आई है।
कई बदलावों से प्रभावित हुए मेटा की कमाई
2021 की आखिरी तिमाही में DAUs कम होने की बात सामने आने के बाद कंपनी के शेयर 25 प्रतिशत क्रैश हो गए। सोशल मीडिया कंपनी ने बताया कि इसकी कमाई कई बदलावों के चलते प्रभावित हुई। इनमें ऐपल की ओर से iOS 14.5 में दिया गया प्राइवेसी अपडेट भी शामिल है। ऐपल अप्रैल, 2021 में ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपैरेंसी (ATT) फीचर लेकर आई है, जिसके साथ कोई ऐप बिना यूजर की अनुमति लिए उसे अन्य सेवाओं पर ट्रैक नहीं कर सकती।
न्यूजबाइट्स प्लस
मेटा ने पिछले साल अपने फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? रिएलिटी लैब्स वेंचर में भी बड़ा निवेश किया है, जो ऑगमेंटेड और वर्चुअल रिएलिटी से जुड़े कंज्यूमर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और कंटेंट ऑपरेशंस का काम करती है। इस कोशिश के साथ कंपनी मेटावर्स तैयार करना चाहती है।
मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण
हाल ही में, केंद्र सरकार द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक की ‘मौद्रिक नीति समिति’ हेतु आगामी पांच वर्षों के लिए +/- 2 प्रतिशत अंकों की गुंजाइश सीमा के साथ 4 प्रतिशत मुद्रास्फीति लक्ष्य बनाए रखने का निर्णय लिया गया है।
‘मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण’ क्या है?
- यह एक निर्दिष्ट वार्षिक मुद्रास्फीति दर प्राप्त करने हेतु मौद्रिक नीति के संयोजन पर आधारित केंद्रीय बैंक की एक नीति होती है।
- मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण (Inflation Targeting) का सिद्धांत इस विश्वास पर आधारित होता है कि दीर्घकालीन आर्थिक वृद्धि, सर्वोत्तम रूप से, कीमतों की स्थिरता बनाए रखने के माध्यम से हासिल की जा सकती है तथा ‘कीमतों की स्थिरता’, मुद्रास्फीति नियंत्रित करके हासिल की जा सकती है।
मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण फ्रेमवर्क:
वर्ष 2016 में, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अधिनियम, 1934 में संशोधन के बाद से भारत में एक ‘लचीला मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण फ्रेमवर्क’ (Flexible Inflation Targeting Framework) लागू है।
भारत में मुद्रास्फीति लक्ष्य कौन निर्धारित करता है?
संशोधित भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, भारत सरकार, प्रत्येक पाँच वर्ष में एक बार, रिजर्व बैंक के परामर्श से मुद्रास्फीति लक्ष्य निर्धारित करती है।
वर्तमान मुद्रास्फीति लक्ष्य:
केंद्र सरकार द्वारा, 5 अगस्त, 2016 से 31 मार्च, 2021 की अवधि के लिए 4 प्रतिशत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति को अधिसूचित किया गया है। इसके साथ ही, 6 प्रतिशत की ऊपरी गुंजाइश सीमा तथा 2 प्रतिशत की निचली गुंजाइश सीमा निर्धारित की गयी है।
इंटरनेशनल इंश्योरेंस सॉल्यूशन पॉलिसी
चूंकि फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? भारतीय कंपनियां विदेशी बाजारों को आक्रामक रूप से टार्गेट करती हैं, इसलिए गतिशील ग्लोबल वातावरण में उनके जोखिम में काफी वृद्धि हुई है. एक मजबूत जोखिम, अनुपालन और गवर्नेंस फ्रेमवर्क, ब्रांड की विश्वसनीयता और क्रेडिट योग्यता के बारे में कस्टमर्स, निवेशकों और नियामकों को आश्वासित कर सकता फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? है और इसे उनके लिए बेहतरीन लाभ पैदा करने की स्थिति में ला सकता है. इंटरनेशनल इंश्योरेंस एक टूल है जो बिज़नेस को जोखिम से बचाने और पूरे आत्मविश्वास के साथ दीर्घकालिक, रणनीतिक बिज़नेस निर्णय लेने में मदद करता है.
Whether you run a business that is an integral part of a global supply chain, an Original Equipment Manufacturer (OEM), offshore services provider or joint venture partner, an integrated risk management strategy is a core business imperative for you. If entering global markets is a part of your vision for your company, risk management should form a fundamental pillar of it.
इनोवेशन के क्षेत्र में सबसे आगे रहने के लिए, उद्यमियों और इनोवेटर्स को वेंचर कैपिटल और स्ट्रेटेजिक पार्टनर्स का एक्सेस चाहिए. प्रॉडक्ट को मार्केट में लाने के लिए व्यापक कानूनी, तकनीकी और नियामक फ्रेमवर्क के अनुपालन की आवश्यकता होती है जो ग्रोथ को प्रभावित कर सकते हैं. दूसरे शब्दों में, अवसरों को अधिकतम करने और जोखिमों को कम करने के लिए, लॉन्ग-टर्म में जोखिम कम करने का दृष्टिकोण आवश्यक है.
कंपनियां, मार्केट की मौजूदा स्थितियों और समग्र आर्थिक दृष्टिकोण के आधार पर विशिष्ट देशों में बिज़नेस के अवसरों का मूल्यांकन करती हैं. 'द ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस इंडेक्स' मार्केट की क्षमता के कई संकेतकों में से एक है. मार्केट के बाहरी कारकों पर विचार करने वाले मार्केट एनालिसिस के अलावा, एक कम्प्रीहेंसिव आंतरिक क्षमता मूल्यांकन की आवश्यकता होती है ताकि बिज़नेस संचालनों की स्थापना और स्केलिंग में किसी भी संभावित बाधा की जल्द से जल्द पहचान सुनिश्चित की जा सके. इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने में लगने वाले बड़े इन्वेस्टमेंट को ध्यान में रखते हुए, ऐसा न करने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
The headwinds of change may alter the course of established markets overnight. Changing consumer preferences, environmental sustainability issues, disruptive new technologies, Intellectual Property Rights (IPR) violations and preferential trade related government policies can affect the viability of your business.
बजाज आलियांज़ इंटरनेशनल इंश्योरेंस सर्विसेज़ का विकल्प क्यों चुनें
बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस ग्लोबल रिस्क डिविज़न, कंपनियों को फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? संभावित बिज़नेस जोखिम की पहचान करने और अपने संचालनों में लचीलापन लाने में मदद करती है. स्ट्रेटेजिक प्लानिंग, संगठनों को संसाधनों का बेहतर आवंटन फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? करने में मदद करती है; सप्लायर्स और कस्टमर्स के साथ लॉन्ग-टर्म बिज़नेस रिलेशन विकसित करती है तथा साख बनाती है. हमारे इंटरनेशनल इंश्योरेंस प्लान विदेशी मार्केट में आपके बिज़नेस की गतिशील आवश्यकताओं के अनुरूप कस्टमाइज़ किए जाते हैं.
चाहे आप पहली बार नए बाजार में प्रवेश कर रहे हों या कुछ समय तक इसमें काम कर रहे हों, बजाज आलियांज आपके साथ अंतर्राष्ट्रीय इंश्योरेंस समाधानों का आकलन करने और विकसित करने के लिए भागीदारी करता है जो सकारात्मक बिज़नेस परिणामों को सुविधाजनक बनाता है. आलियांज़ ग्लोबल कॉर्पोरेट स्पेशलिटी के साथ मिलकर, हमारे अंतर्राष्ट्रीय इंश्योरेंस सॉल्यूशन, बिज़नेस को चुनौतियों का सामना करने और उन्हें अपने संचालन वाले समुदायों को बेहतर सेवा प्रदान करने में मदद करते हैं.
हमारी इंटरनेशनल इंश्योरेंस सर्विसेज़ की मदद से, आप अपनी कंपनी को संभावित देयताओं से इंसुलेट कर सकते हैं और राजस्व, मार्केट स्टैंडिंग को सुरक्षित कर सकते हैं और इन्वेस्टर का आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं. एक्जीक्यूशन स्ट्रेटिजी के साथ इंटरैक्शन अवसर द्वारा प्राप्त यह पुश, आपके बिज़नेस की ग्रोथ को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है. 160 से अधिक देशों में फैले ग्लोबल नेटवर्क के साथ, बजाज आलियांज़ इंटरनेशनल इंश्योरेंस सर्विसेज़, भारतीय मल्टी-नेशनल्स को कम्प्रीहेंसिव समाधान प्रदान करती है जो स्थानीय डिलीवरी लाभों के साथ वैश्विक सुरक्षा भी प्रदान करती है.
हमारी व्यापक रूप से प्रबंधित इंटरनेशनल इंश्योरेंस सर्विसेज़ आपके बिज़नेस के मौजूदा जोखिम और अनुपालन प्रक्रियाओं के साथ बिना किसी परेशानी के एकीकृत होती है. हमारे प्रमाणित विशेषज्ञता के साथ, आप अपने मौजूदा कॉर्पोरेट गवर्नेंस फ्रेमवर्क के विभिन्न तत्वों का समन्वय कर सकते हैं. इससे मजबूत और सुसंगत, एंटरप्राइज़-व्यापी इंटरनेशनल इंश्योरेंस समाधान सक्षम हो सकते हैं जो बदलाव के लिए अनुकूलित होते हैं. अगर आपके दुनिया भर में फैले ऑफशोर डिलीवरी सेंटर हैं, तो हमारे इंटरनेशनल इंश्योरेंस सॉल्यूशन आपको समग्र बिज़नेस रणनीति के हिस्से के रूप में एकीकृत तरीके से कानूनी और ऑपरेशनल बिज़नेस जोखिमों को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं.
अन्य एजेंसियों के संबंधित योजनाएं
बागवानी में एकीकृत विकास को बढावा देना , उत्पादन के समन्वयन, प्रोत्साहन और पौष्टिकता बनाए रखने तथा फलों और सब्जियों के प्रसंस्करण में सहायता प्रदान करना और, नुकसानों को कम करने के लिए फसल-कटाई उपरांत प्रबंधन पर ध्यान केन्द्रित करते हुए उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन के क्षेत्र में सुद्रढ़ बुनियादी ढांचा स्थापित करना(विवरण के लिए क्लिक करें)
प्रचालन दिशा - निर्देश राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड की योजनाए
राष्ट्रीय बागवानी मिशन(एन.एच.एम)
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के क्षेत्रिय भेदभाव रणनीतियों आधारित एक क्षेत्र के माध्यम से बागवानी क्षेत्र के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए एक केन्द्र प्रायोजित योजना के रूप में 2005-06 में शुरू किया गया था। योजना 2014-15 के दौरान बागवानी (एम.आई.डी.एच) की एकता विकास के लिए मिशन के एक भाग के रूप में सम्मिलित किया गया है। (विवरण के लिए क्लिक करें)
बागवानी की एकता के विकास के लिए परिचालन दिशानिर्देश (एम.आई.डी.एच)
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा)
ए.पी.डा की स्थापना दिसंबर, 1985 मेंसंसद द्वारा पारित कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण अधिनियमके अंतर्गत भारत फ्रेमवर्क वेंचर क्या है? सरकार द्वारा की गई। इस अधिनियम (1986 का 2) को गजट असाधारण भाग –II (खण्ड 3 (II) में 13.02.1986 से लागू किया गया। प्राधिकरण ने संसाधित खाद्य निर्यातप्रोत्साहन परिषद का स्थान लिया। (विवरण के लिए क्लिक करें)
कृषि विपणन सूचना नेटवर्क (एगमार्कनेट)
एगमार्कनेट कृषि विपणन बुनियादी ढांचा, ग्रेडिंग और मानकीकरण योजना के लिए ऑनलाइन निगरानी प्रणाली है। कृषि विपणन सलाहकार, कृषि एवं सहकारिता विभाग (डीएसी) की अध्यक्षता में विपणन एवं निरीक्षण निदेशालय (डीएमआई) कृषि विपणन नीतियों और प्रोग्रामर 'भारत सरकार के लागू करता है। (विवरण के लिए क्लिक करें)
विकास आयुक्त (एमएसएमई) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम:
लघु और मध्यम क्षेत्र समस्त विश्व में तेज़ी से विकसित हो रहे क्षेत्रों में से एक है। विश्व के अनेक देशों ने इस क्षेत्र के विकास के संदर्भ में समन्वय करने तथा समस्त सरकारी हस्तक्षेपों की निगरानी के लिए एक नोडल एजेंसी के रूप में लघु और मध्यम उद्यम विकास एजेंसी (एसएमईडीऐ) की स्थापना की है। भारत के मामले में, यद्यपि एक पृथक मध्यम क्षेत्र को परिभाषित नहीं किया गया है, विकास आयुक्त (सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम) का कार्यालय के नाम से भी जाना जाता है, लघु उद्योगों के लिए नोडल विकास एजेंसी के रूप में कार्यरत है। सीडो लघु उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत है। (विवरण के लिए क्लिक करें)
सीएलसीएसएस योजना सूक्ष्म और लघु उद्यमों विनिर्माण (एमएसई) के लिए एक प्रोत्साहन के रूप में सब्सिडी प्रदान करता है। सब्सिडी संयंत्र और मशीन में निवेश का 15% की दर से उपलब्ध कराया जाता है। (विवरण के लिए क्लिक करें)
छोटे किसानों के कृषि व्यापार संघ (एस.एफ.ए.सी)
एस.एफ.ए.सी देश के सभी किसानों के सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए संस्थागत और निजी क्षेत्र के निवेश और लिंकेज को बढ़ावा देकर कृषि व्यापार को बढ़ावा देना, यह भी योजनाओं और भारत के विभिन्न सरकार के कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के ऊपर ले जाता है (भारत सरकार) एक सेवा शुल्क के आधार पर मंत्रालयों और विभागों और अन्य वित्तीय संस्थानों और बैंकों। (विवरण के लिए क्लिक करें)
एग्रीबिजनेस विकास के लिए एस.एफ.ए.सी वेंचर कैपिटल स्कीम - बारहवीं योजना 2012-2017- विवरणिका।
एग्रीबिजनेस विकास के वेंचर कैपिटल स्कीम के लिए परिचालन दिशानिर्देश-बारहवीं योजना 2012-2017
कोल्ड चेन के विकास के लिए राष्ट्रीय केन्द्र (एन.सी.सी.डी)
कोल्ड चैन विकास के लिए राष्ट्रीय केन्द्र (एन.सी.सी.डी) को बढ़ावा देने और विनाशशील कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से जल्दी खराब सहित बागवानी उत्पादों के लिए भारत में एकीकृत कोल्ड चेन विकसित करने के लिए स्थापित किया गया है। केंद्र का मुख्य उद्देश्य, कोल्ड चेन बुनियादी सुविधाओं के लिए मानकों और प्रोटोकॉल की सिफारिश मानव संसाधन विकास के लिए दिशा निर्देशों का सुझाव और कोल्ड चेन के विकास के लिए उचित नीति फ्रेम काम की सिफारिश करने के लिए कर रहे हैं। (विवरण के लिए क्लिक करें)
परिचालन दिशानिर्देश -बागवानी की एकता के विकास के लिए मिशन (एम.आई.डी.एच)।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई)
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) एक नए, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) की परिणाम आधारित कौशल प्रशिक्षण की एक प्रमुख स्कीम है । इस कौशल प्रमाणन एवं पारितोषिक स्कीम का उद्देश्य परिणाम आधरित कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए भारतीय युवाओं को भारी संख्या में योग्य बनाना तथा प्रेरित करना है ताकि वे रोजगार प्राप्त करने लायक बन सकें और अपना जीविकोपार्जन करें । स्कीम के अंतर्गत उन प्रशिक्षुओं को वित्तीय पारितोषिक प्रदान किया जाएगा जो सम्बद्ध प्रशिक्षण प्रदाताओं द्वारा चलाए जा रहे कौशल पाठ्यक्रमों में सफलता पूर्वक प्रशिक्षित, मूल्यांकित एवं प्रमाणित होंगे । इस स्कीम का कार्यान्वयन राष्ट्रीय दक्षता विकास परिषद (एनएसडीसी) के माध्यम से किया जाएगा।
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