Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: September 13, 2022 मुद्रा का व्यापारी कौन है? 16:12 IST
मुद्रा लोन में कितना सब्सिडी मिलता है
मुद्रा लोन में कितना सब्सिडी मिलता है : आप सभी जानते हैं कि सरकार देश के नागरिकों को लाभ पहुंचाने के लिए कई प्रकार की योजना चला रहे हैं। सरकार जो छोटे व्यापारी होते हैं उनको अपना खुद का व्यवसाय करने के लिए या व्यवसाय को बढ़ाने के लिए लोन योजना चला रहे हैं। इस योजना का नाम प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना है। इस योजना के अंतर्गत लोन लेने पर सरकार उन नागरिकों को सब्सिडी प्रदान करते हैं। तो आप इस आर्टिकल से मुद्रा लोन में कितना सब्सिडी मिलता है इसकी पूरी जानकारी अवलोकन करके ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के माध्यम से सरकार व्यापारियों को लोन प्रदान करते हैं जिसमे सब्सिडी प्रदान किया जाता है। इससे जो व्यापारी होते हैं उनको व्यवसाय करने में आसानी होती है या वे अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं। मुद्रा योजना में सरकार नागरिकों को 70 से 80 फीसदी सब्सिडी प्रदान करते हैं। अगर आप मुद्रा का व्यापारी कौन है? इसका लाभ लेना चाहते हैं तो इस योजना में आवेदन करके सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन करने की प्रक्रिया नीचे दिया गया है इससे आप पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मुद्रा लोन में कितना मुद्रा का व्यापारी कौन है? सब्सिडी मिलता है ?
सरकार मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत छोटे व्यवसाय करने वाले नागरिकों को लोन देते हैं। अब इस योजना से आप 70 – 80 फीसदी सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको आवेदन करने की प्रक्रिया नीचे दिया गया है , आप इसमें आवेदन करके सब्सिडी ले सकते हैं।
- अगर आप मुद्रा योजना के तहत लोन लेना चाहते हैं तो आपको आवेदन करके लिए लिए सबसे पहले इसके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने इसका होम पेज ओपन होगा जिसमे आपको सबसे नीचे जाना है।
- उसके बाद आपको नीचे तीन विकल्प मिलेंगे Shishu , Kishor और Tarun जिसमे से आप जितंना लोन लेना चाहते हैं उसे सिलेक्ट करें।
- जैसे शिशु लोन को सिलेक्ट करते हैं तो आपके सामने अगला पेज ओपन होगा।
- उसमे आपको Application Form For Shishu के आगे दिए Download के लिंक को सिलेक्ट करें।
- अब प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का फॉर्म डाउनलोड हो जाएगा उसका आप प्रिंटआउट निकाल लें।
- उसके बाद फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी भरें और साथ ही दस्तावेजों को भी अटैच कर दें।
- अब फॉर्म को दस्तावेजों के साथ बैंक में जमा कर दें जहाँ मुद्रा लोन दिया जाता हो।
- इस प्रकार आपका आवेदन पूरा हो जायेगा और सत्यापन मुद्रा का व्यापारी कौन है? के बाद लोन मिल जायेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ( FAQ )
इस मुद्रा का व्यापारी कौन है? योजना के माध्यम से सरकार छोटे व्यवसाय शुरू करने वाले नागरिकों को लोन प्रदान करते हैं। इससे वे अपना करोबार बढ़ा सकते हैं या अपना नया बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
इस योजना के माध्यम से लोन लेने वाले नागरिकों को 70-80 फीसदी सब्सिडी सरकार द्वारा दिया जाता है।
पीएम मुद्रा योजना का फॉर्म आप इसके वेबसाइट mudra.org.in में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। इस आर्टिकल में इसकी जानकारी दिया है।
मुद्रा लोन में कितना सब्सिडी मिलता है , इसकी सभी जानकारी हमने आपको इस आर्टिकल में विस्तार से दिया है जिससे आप आसानी से लोन में सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इससे नागरिकों को बिजनेस करने में आसानी होती है तो आप भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
हमने आपको मुद्रा लोन सब्सिडी की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दे दिया है , उम्मीद है आपको सभी जानकारी अच्छे से समझ आई होगी। आपको ऐसी और भी जानकारी इस वेबसाइट से मिल जाएगी। इस आर्टिकल को अवलोकन के बाद शेयर अवश्य करें , धन्यवाद।
India रुपये का ‘बचाव’ नहीं कर रहा, हमारी मुद्रा खुद इसमें सक्षम: CEA
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: September 13, 2022 16:12 IST
Photo:FILE Indian Rupee
Highlights
- अगस्त में रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 80.15 प्रति डॉलर पर आ गया था
- विदेशी मुद्रा भंडार 26 अगस्त को घटकर 561.04 अरब डॉलर रह गया
- रिजर्व बैंक यह सुनिश्चित कर रहा है कि रुपया जिस भी दिशा में जा रहा है
India अपनी मुद्रा रुपये का ‘बचाव’ नहीं कर रहा है। हमारी मुद्रा खुद इसमें सक्षम। ये बातें मंगलवार को मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने कही। उन्होंने कहा कि भारत अपनी मुद्रा रुपये का ‘बचाव’ नहीं कर रहा है और केंद्रीय बैंक द्वारा रुपये के उतार-चढ़ाव को धीमा और बाजार रुख के अनुरूप रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। नागेश्वरन ने मंगलवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा कि रुपये का प्रबंधन जिस तरीके से किया जा रहा है वह अर्थव्यवस्था की बुनियाद को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत अपने रुपये का ‘बचाव’ नहीं कर रहा है। मुझे नहीं लगता है कि देश की बुनियाद ऐसी है जहां हमें अपनी मुद्रा का बचाव करना पड़े। रुपया इसमें खुद सक्षम है।’’
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42)
संसद इस अधिनियम जून, 2000 को केंद्र सरकार के 1 दिन अस्तित्व में आया विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम, 1973 की जगह के लिए विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 अधिनियमित किया है। उक्त अधिनियम के तहत मामलों की जांच के ऊपर लेने के उद्देश्य के लिए, निदेशक और अन्य अधिकारियों के साथ प्रवर्तन निदेशालय की स्थापना की है।
अधिनियम की वस्तु को मजबूत करने और विदेशी व्यापार और भुगतान को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य के साथ और भारत में विदेशी मुद्रा बाजार के व्यवस्थित विकास और रखरखाव को बढ़ावा देने के लिए विदेशी मुद्रा से संबंधित कानून में संशोधन करने के लिए है।
यह अधिनियम पूरे भारत में फैली हुई है और यह भी लागू होते हैं भारत में निवासी व्यक्ति के स्वामित्व या नियंत्रण भारत से बाहर सभी शाखाओं, कार्यालयों और एजेंसियों के लिए लागू होता है। यह इस अधिनियम के लागू होता है जिसे करने के लिए किसी भी व्यक्ति द्वारा भारत के बाहर प्रतिबद्ध किसी उल्लंघन के लिए भी लागू होता है।
Mudra Loan: बिना गारंटी 10 लाख तक का लोन पाने के लिए आवेदन के साथ लगने वाले ये हैं जरूरी डाक्यूमेंट्स, बैंक करे इनकार तो यहां करें कंप्लेन
अगर आपके पास है एक बिजनेस प्लान मुद्रा का व्यापारी कौन है? और नहीं है कोई पूंजी और लोन के लिए नहीं मिल रहा कोई गारंटर तो प्रधानमंत्री मुद्रा लोन आपकी सारी चिंताओं को दूर कर देगा।प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत तीन तरह आपको 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से शिशु, किशोर और तरूण लोन के तहत बैंक में आवेदन कर सकते हैं।
शिशु लोन
अगर आप अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं और आर्थिक मदद की तलाश कर रहे हैं तो इसके तहत अधिकतम 50,000 रुपये का लोन ले मुद्रा का व्यापारी कौन है? सकते हैं। 5 वर्ष की पुनर्भुगतान अवधि के साथ इसकी ब्याज दर 10% से 12% सालाना है।
600 अरब डॉलर से ज्यादा विदेशी मुद्रा रखने वाला दुनिया का 5 वां देश बना भारत, रूस से है बस इतना पीछे
कोरोना काल में बढ़ा विदेशी निवेश (Image: Pixabay)
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब डॉलर को पार करने के साथ रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया है। भारत अब उन देशों के क्लब में शामिल हो गया है जिनके पास 600 अरब डॉलर से ज्यादा फॉरेक्स रिजर्व है। वैसे भारत के मुकाबले चीन के पास 5 गुना और जापान के पास दो गुना विदेशी मुद्रा भंडार है। वहीं रूस से भारत काफी कम अंतर से पीछे है , जिसे देश काफी जल्दी पीछे छोड़ सकता है। वहीं टॉप थ्री में पहुंचने के लिए भारत को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। तीसरे पायदान पर स्विट्जरलैंड है , जिसके पास एक हजार अरब डॉलर से ज्यादा का विदेशी मुद्रा भंडार है। जानकारों की मानें तो भारत के विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने का कारण विदेशी निवेशकों का लगातार भारतीय बाजार में निवेश है।
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