Investment in Hindi
Investment in Hindi इन्वेस्टमेंट के तरीके. इन्वेस्टमेंट और सेविंग यानि बचत और निवेश तथा इन्वेस्टमेंट के तरीके पर हिंदी में लेख. निवेश कोई पेचीदा विषय नहीं है. थोड़ी बहुत निवेश के बारे में जानकारी हर किसी को होनी चाहिए. शेयर बाजार, म्यूच्यूअल फण्ड, सिप यानी SIP. ईटीएफ ETF, डाक घर बचत योजनायें, बैंक एफडी, Retirement Solutions, साधारण जमा, पोस्ट ऑफिस बचत खाते, recurring deposit रिकरिंग डिपाजिट तथा अन्य प्रकार के निवेश तथा इन्वेस्टमेंट के तरीके के बारे में लेख आसान हिंदी में यहाँ हैं.
learn investment and saving for good returns and how to invest in Share Bazar, Mutual Funds, SIP, ETF, Post Office and Saving Accounts in Hindi. Your guide to Investment in Hindi at शेयर बाजार – Share Markets in Hindi.
Fixed Deposit in Hindi फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है
Fixed Deposit in Hindi फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश का आसान और सुरक्षित तरीका. फिक्स्ड डिपॉजिट क्या है इसके बारे में विस्तार से बताएँगे. क्या होते हैं फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे और नुकसान. फिक्स्ड डिपॉजिट पर कैसे लगता है इनकम टैक्स और किसे करवाना चाहिए फिक्स्ड डिपॉजिट और म्यूच्यूअल फण्ड लें, SIP करवाएं या फिक्स्ड डिपॉजिट.
SIP Meaning in Hindi एसआईपी क्या है
SIP Meaning In Hindi एसआईपी क्या है और इसमें निवेश के क्या फायदे और नुकसान हैं यहाँ आपको समझा रहे हैं हिंदी में। कैसे यह कम जोखिम के साथ अनुशासित … Read more
म्यूचुअल फंड क्या है और कैसे काम करता है
Mutual Fund in Hindi म्यूचुअल फंड क्या है, कैसे काम करता है और क्या हैं इसके फायदे आइये और नुकसान हिंदी में जानते हैं.
म्यूचुअल फंड और SIP में अंतर
म्यूचुअल फंड और SIP में अंतर क्या होता है। म्यूचुअल फंड क्या है और SIP क्या है तथा दोनों में क्या अंतर इसे आसान भाषा में समझते हैं।
Warren Buffett Tips in Hindi
Warren Buffett Tips in Hindi वॉरेन बफे के निवेश टिप्स जिन्हें आप अपना लेंगे तो निवेश में अपने रिस्क को एकदम कम कर लेंगे और लाभ कमायेंगे।
Post Office Fixed Deposit in Hindi
Post Office Fixed Deposit in Hindi पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट के नियम, ब्याज दर और अन्य जानकारी हिंदी में विस्तार से।
ICICI Prudential Fund in Hindi
आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में और इसकी योजनाओं की जानकारी आसान हिंदी में। Details about ICICI Prudential Asset Management Company Ltd in Hindi.
FD या Life Insurance क्या लें
FD या जीवन बीमा क्या लें या किसमें निवेश करें इसे विस्तार से समझते हैं कि किसको जीवन बीमा लेना चाहिये और किसे फिक्स्ड डिपॉजिट करवाना चाहिये और दोनों में से किस में अधिक फायदा होता है।
निवेश क्या है
निवेश क्या है, निवेश कितने प्रकार के हो सकते हैं और निवेश का सिद्धांत क्या है। किस प्रकार का निवेश मॉडल आपके लिये सही रहेगा। इस सब की जानकारी लेते हैं हिंदी में विस्तार से।
SIP में निवेश कैसे करें
SIP में निवेश कैसे करें जानिये कैसे आसान तरीके से आप घर बैठे ऑनलाइन एसआईपी में अपना निवेश शुरू कर सकते हैं कुछ आसान कदमों में।
Types of Investment In Hindi | इन्वेस्टमेंट क्या है? निवेश के प्रकार, निवेश कहा करे
हम म्यूच्यूअल फंड, शेयर बाजार में इन्वेस्ट तो करते है लेकिन इनके अलावा भी निवेश करने के बहुत से तरीके है जैसे की, bond, gold, घर, दुकान, जमीन जैसे चीजों इन्वेस्टमेंट क्या होता है में भी हम इन्वेस्ट या निवेश कर सकते है और अच्छा लाभ पा सकते है। तो दोस्तों हमने निचे इनसे जुडी बहुत महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है जिससे आपको investment प्रति काफी इनफार्मेशन मिल सकती है।
Table of Contents
What Is Investment in Hindi – इन्वेस्टमेंट क्या है?
Investment, निवेश या विनियोग का मतलब है, कि एक परिसंपत्ति खरीदी जाती है या उस पैसे को बैंक में भविष्य में ब्याज प्राप्त करने के लिए रखा जाता है। निवेश/विनियोग एक कंपनी के शेयरों को खरीदने में शेयरधारक द्वारा खर्च की गई कुल राशि भी हो सकती है, याने प्रबंधन विज्ञान में इन्वेस्टमेंट का मतलब लंबी अवधि की बचत है।
इन्वेस्टमेंट में हम अपने पैसे को ऐसी जगह पर लगाते है, जिससे हमें भविष्य में जितने पैसे निवेश किये हैं उससे ज्यादा पैसा मिल सके। इसलिए हमने आपके लिए इन्वेस्टमेंट के बारे कुछ जानकारी, ideas और tips दी है।
Types Of Investment In Hindi – निवेश के प्रकार
1. Real Estate
इन्वेस्टमेंट के लिए Real Estate यह भी एक बहुत अच्छा पर्याय है, जहा निवेश करके आप अच्छा return पा सकते है। रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट में रिस्क बहुत कम होता है और आप इसमे निवेश करके बहुत अच्छा फायदा भी उठा सकते है।
आज घर, जमीन, बंगला, प्लाट या कोई प्रोपर्टी जैसे चीजों की कीमत बढ़ रही है, अगर हम इन चीजों में इन्वेस्ट इन्वेस्टमेंट क्या होता है करना चाहते है तो हमे अच्छे return की उम्मीद भी ज्यादा होती है।
2. Share Market
आप शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट में निवेश तो कर सकते है, लेकिन आपको इसमे बहुत रिस्क इन्वेस्टमेंट क्या होता है भी उठानी पडती है क्योंकि इसमे फायदा और नुकसान कुछ भी हो सकता है।
अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते है तो आपको उस कंपनी का भागीदार माना जाता है। अगर कोई कंपनी फायदे में होती है तो उस कंपनी के शेयर के दर भी बढ़ते है और वही कंपनी घाटे में आती है तो उस कंपनी के शेयर दर भी कम होते है।
इसलिए दोस्तों आप किसी कंपनी के शेयर खरीदना चाहते है, तो उस कंपनी के बारे में पूरी और सही जानकारी लेने के बाद ही शेयर ख़रीदे। अगर आप जल्दबाजी में कोई फैसला लेते है तो आपको बहुत बड़ी कीमत चुकानी पडती है।
अगर आपको शेयर बाजार में निवेश करना ही है तो सबसे पहले शेयर बाजार के बारे में पूरी और सही जानकारी होना बहुत जरूरी है।
3. Gold (सोना)
आप तो जानते ही है की, समय के साथ साथ सोने के रेट कम-ज्यादा होता है। Gold के इन्वेस्ट में रिस्क कम होती है और इसमें इन्वेस्ट करने पर एक फायदा यह होता है जैसे की, आपको चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर यानि CAGR 9% तक मिलता है।
दोस्तों पैसा इन्वेस्ट करने के लिए गोल्ड यानि सोना यह भी एक बहुत अच्छा ऑप्शन है, जहा आप निवेश करके अच्छे लाभ पा सकते है।
4. Bond
इन्वेस्टमेंट के लिए Bond यह एक ऐसा ऑप्शन है, जहा छोटा-बड़ा कोई भी आम आदमी निवेश कर सकता है। जितने ज्यादा कालावधि तक आप bonds में इन्वेस्ट करेंगे उतना ही ज्यादा अच्छा return पा सकते है। इसलिए यह bonds एक भरोसेमंद, अच्छा और फ़ायदेमंद इन्वेस्टमेंट का प्रकार है।
5. Mutual Fund
Mutual Fund में आम आदमी से लेकर बड़े आदमी तक हर कोई निवेश कर सकता है। आप म्यूच्यूअल फंड में 500/- की राशी से भी निवेश की शुरुवात कर सकते है और अच्छा लाभ पा सकते है।
दोस्तों अगर कोई व्यक्ति म्यूच्यूअल फंड में पहली बार निवेश कर रहा है, तो उस निवेशक को अपनी आवश्यकताओं और निवेश की अवधि के अनुसार स्कीम में पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए।
म्यूच्यूअल फंड यह उन लोगो के लिए बहुत फ़ायदेमंद रहता है, जिन्हें हर महीने की तनखा मिलती है। म्यूच्यूअल फंड में निवेश करके आप जितने ज्यादा समय तक निवेश को रखेंगे उतना ही अच्छा return मिलेगा।
आप Equity fund, Debt fund और Liquid fund जैसे म्यूच्यूअल फंड में पैसा इन्वेस्ट करके अच्छे return की उम्मीद कर सकते है।
FAQs For Investment In Hindi
लोग इन्वेस्टमेंट याने निवेश इसलिए करते है, क्योकि यह इन्वेस्टमेंट पैसे को काम पर लगाने और संभावित रूप से धन की अधिक वृद्धि इन्वेस्टमेंट क्या होता है करने का एक प्रभावी तरीका है।
बचत निश्चित रूप से सुरक्षित है, परन्तु बचत की तुलना में कुछ ऐसे निवेश उत्पाद है जिसमे बहुत अधिक रिटर्न मिल सकता है, जैसे की Gold, Property, Bonds, Mutual Funds, Shares, इत्यादी।
टैक्स सेविंग के लिए इन्वेस्टमेंट यह अच्छा विकल्प है, जिसमे PPF, Fixed Deposits, ULIPs, ELSS, Life insurance plans, Bonds इत्यादी, यह टैक्स सेविंग के लिए सबसे अच्छे विकल्प हो सकते है।
हाँ, शेयर या स्टॉक में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, परन्तु यह जोखिम के साथ उच्च रिटर्न निवेश विकल्प भी हैं। याने इसमे निवेश करते समय आप जो जोखिम उठाते हैं, उसके लिए आपको अधिक रिटर्न मिलता है।
तो आशा करते है की आपको, Investment in hindi, Types of investment in hindi, इन्वेस्टमेंट क्या है, इन्वेस्टमेंट के प्रकार, निवेश कहा करे, Investment tips, इत्यादी जानकारी अच्छी लगी होंगी। यदि आपको यह पोस्ट सही लगी तो हमें कॉमेंट्स करके बताये और अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।
काम की खबर: नजारा का IPO तो खुला, लेकिन जानिए कैसे करें IPO में निवेश, डीमैट अकाउंट है जरूरी
हमारे देश में बचत के पैसे लगाने यानी निवेश करने के कई तरीके हैं। इन्ही में से एक है 'इनीशियल पब्लिक ऑफर' यानि IPO। निवेश का ये तरीका आज कल ट्रेंड में है। अगर आप भी IPO में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं या करना चाहते हैं तो सबसे पहले ये समझ लीजिए कि IPO क्या होता है? दरअसल, जब कोई कंपनी अपने स्टॉक या शेयर्स छोटे-बड़े निवेशकों के लिए जारी करती है तो उसका जरिया IPO होता है। इसके बाद कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होती है।
IPO होता क्या है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपनी कंपनी के शेयर्स को लोगों को ऑफर करती है तो इसे IPO कहते हैं। कंपनियों द्वारा ये IPO इसलिए जारी किया जाता है जिससे वह शेयर बाजार में आ सके। शेयर बाजार में उतरने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीदारी और बिकवाली शेयर बाजार में हो सकेगी। यदि एक बार कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग की इजाजत मिल जाए तो फिर इन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है। इन्वेस्टमेंट क्या होता है इसके बाद शेयर को खरीदने और बेचने से होने वाले फायदे और नुकसान में भागीदारी निवेशकों की होती है।
कंपनी IPO क्यों जारी करती है?
जब किसी कंपनी को अपना काम बढ़ाने के लिए पैसों की जरूरत होती है तो वह IPO जारी करती है। ये IPO कंपनी उस वक्त भी जारी कर सकती है जब उसके पास धन की कमी हो वह बाजार से कर्ज लेने के बजाय IPO से पैसा जुटाना चाहती हैं। शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद कंपनी अपने शेयरों को बेचकर पैसा जुटाती है। बदले में IPO खरीदने वाले लोगों को कंपनी में हिस्सेदारी मिल जाती है। मतलब जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के खरीदे गए हिस्से के मालिक होते हैं।
क्या इसमें निवेश करने में रिस्क हो सकता है?
इसमें कंपनी के शेयरों की परफॉर्मेंस के बारे में कोई आंकड़े या जानकारी लोगों के पास नहीं होती है, इसलिए इसे थोड़ा रिस्की तो माना ही जाता है। लेकिन जो व्यक्ति पहली बार शेयर बाजार में निवेश करता है उसके लिए IPO बेहतर विकल्प है।
IPO में निवेश कैसे करें?
अगर आप IPO में इन्वेस्ट करना चाहते है तो उसके लिए आपको डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होता है। ये अकाउंट एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट और एक्सिस डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है। इसके बाद आपको जिस कंपनी में निवेश करना है उसमें आवेदन करें। निवेश के लिए जरूरी रकम आपके डीमैड एकाउंट से लिंक्ड एकाउंट में होनी चाहिए। निवेश की रकम तब तक आपके एकाउंट से नहीं कटती जब तक आपको शेयर अलॉट नहीं हो जाता।
जब भी कोई कंपनी IPO निकालती है उससे पहले इसका एक समय किया जाता है जो 3-5 दिन का होता है। उसी समय में उस कंपनी का IPO ओपन रहता है। जैसे शेयर मार्केट से हम एक, दो या अपने चुनाव से शेयर खरीदते है यहां ऐसा नहीं होता। यहां आपको कंपनी द्वारा तय किए गए लॉट में शेयर खरीदना होता है। ये शेयर की कीमत के हिसाब से 10, 20, 50, 100, 150, 200 या अधिक भी हो सकता है। वहां आपको 1 शेयर की कीमत भी दिखाई देती है।
IPO की कीमत कैसे तय होती है?
IPO की कीमत दो तरह से तय होती है। इसमें पहला होता है प्राइस बैंड और दूसरा फिक्स्ड प्राइस इश्यू ।
प्राइस बैंड कैसे?
शेयर की कीमत को फेस वैल्यू कहा जाता है। जिन कंपनियों को आईपीओ लाने की इजाजत होती है वे अपने शेयर्स की कीमत तय कर सकती हैं। लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य क्षेत्रों की कंपनियों को सेबी और बैंकों को रिजर्व बैंक से अनुमति लेनी होती है। कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बुक-रनर के साथ मिलकर प्राइस बैंड तय करता है। भारत में 20% प्राइस बैंड की इजाजत है। इसका मतलब है कि बैंड की अधिकतम सीमा फ्लोर प्राइस से 20% से ज्यादा नहीं हो सकती है। फ्लोर प्राइस वह न्यूनतम कीमत है, जिस पर बोली लगाई जा सकती है। प्राइस बैंड उस दायरे को कहते हैं जिसके अंदर शेयर जारी किए जाते हैं। मान लीजिए प्राइस बैंड 100 से 105 का है और इश्यू बंद होने पर शेयर की कीमत 105 तय होती है तो 105 रुपए को कट ऑफ प्राइस कहा जाता है। अमूमन प्राइस बैंड की ऊपरी कीमत ही कट ऑफ होती है।
आखिरी कीमत
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट अविनाश गोरक्षकर के अनुसार बैंड प्राइस तय होने के बाद निवेशक किसी भी कीमत के लिए बोली लगा सकता है। बोली लगाने वाला कटऑफ बोली भी लगा सकता है। इसका मतलब है कि अंतिम रूप से कोई भी कीमत तय हो, वह उस पर इतने शेयर खरीदेगा। बोली के बाद कंपनी ऐसी कीमत तय करती है, जहां उसे लगता है कि उसके सारे शेयर बिक जाएंगे।
अगर IPO में कंपनी के शेयर नहीं बिकते हैं तो क्या होगा?
अगर कोई कंपनी अपना IPO लाती है और निवेशक शेयर नहीं खरीदता है तो कंपनी अपना IPO वापस ले सकती है। हालांकि कितने प्रतिशत शेयर बिकने चाहिए इसको लेकर कोई अलग नियम नहीं है।
ज्यादा मांग आने पर क्या होगा?
मान लीजिए कोई कंपनी IPO में अपने 100 शेयर लेकर आई है लेकिन 200 शेयरों की मांग आ जाती है तो कंपनी सेबी द्वारा तय फॉर्मूले के हिसाब से शेयर अलॉट होते हैं। कंप्यूटराइज्ड लॉटरी के जरिए आई हुई अर्जियों का चयन होता है। इसके अनुसार जैसे किसी निवेशक ने 10 शेयर मांगे हैं तो उस 5 शेयर भी मिल सकते हैं या किसी निवेशक को शेयर नहीं मिलना भी संभव होता है।
Types of Investment In Hindi | इन्वेस्टमेंट क्या है? निवेश के प्रकार, निवेश कहा करे
हम म्यूच्यूअल फंड, शेयर बाजार में इन्वेस्ट तो करते है लेकिन इनके अलावा भी निवेश करने के बहुत से तरीके है जैसे की, bond, gold, घर, दुकान, जमीन जैसे चीजों में भी हम इन्वेस्ट या निवेश कर सकते है और अच्छा लाभ पा सकते है। तो दोस्तों हमने निचे इनसे जुडी बहुत महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है जिससे आपको investment प्रति काफी इनफार्मेशन मिल सकती है।
Table of Contents
What Is Investment in Hindi – इन्वेस्टमेंट क्या है?
Investment, निवेश या विनियोग का मतलब है, कि एक परिसंपत्ति खरीदी जाती है इन्वेस्टमेंट क्या होता है या उस पैसे को बैंक में भविष्य में ब्याज प्राप्त करने के लिए रखा जाता है। निवेश/विनियोग एक कंपनी के शेयरों को खरीदने में शेयरधारक द्वारा खर्च की गई कुल राशि भी हो सकती है, याने प्रबंधन विज्ञान में इन्वेस्टमेंट का मतलब लंबी अवधि की बचत है।
इन्वेस्टमेंट में हम अपने पैसे को ऐसी जगह पर लगाते है, जिससे हमें भविष्य में जितने पैसे निवेश किये हैं उससे ज्यादा पैसा मिल सके। इसलिए हमने आपके लिए इन्वेस्टमेंट के बारे कुछ जानकारी, ideas और tips दी है।
Types Of Investment In Hindi – निवेश के प्रकार
1. Real Estate
इन्वेस्टमेंट के लिए Real Estate यह भी एक बहुत अच्छा पर्याय है, जहा निवेश करके आप अच्छा return पा सकते है। रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट में रिस्क बहुत कम होता है और आप इसमे निवेश करके बहुत अच्छा फायदा भी उठा सकते है।
आज घर, जमीन, बंगला, प्लाट या कोई प्रोपर्टी जैसे चीजों की कीमत बढ़ रही है, अगर हम इन चीजों में इन्वेस्ट करना चाहते है तो हमे अच्छे return की उम्मीद भी ज्यादा होती है।
2. Share Market
आप शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट में निवेश तो कर सकते है, लेकिन आपको इसमे इन्वेस्टमेंट क्या होता है बहुत रिस्क भी उठानी पडती है क्योंकि इसमे फायदा और नुकसान कुछ भी हो सकता है।
अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते है तो आपको उस कंपनी का भागीदार माना जाता है। अगर कोई कंपनी फायदे में होती है तो उस कंपनी के शेयर के दर भी बढ़ते है और वही कंपनी घाटे में आती है तो उस कंपनी के शेयर दर भी कम होते है।
इसलिए दोस्तों आप किसी कंपनी के शेयर खरीदना चाहते है, तो उस कंपनी के बारे में पूरी और सही जानकारी लेने के बाद ही शेयर ख़रीदे। अगर आप जल्दबाजी में कोई फैसला लेते है तो आपको बहुत बड़ी कीमत चुकानी पडती है।
अगर आपको शेयर बाजार में निवेश करना ही है तो सबसे पहले शेयर बाजार के बारे में पूरी और सही जानकारी होना बहुत जरूरी है।
3. Gold (सोना)
आप तो जानते ही है की, समय के साथ साथ सोने के रेट कम-ज्यादा होता है। Gold के इन्वेस्ट में रिस्क कम होती है और इसमें इन्वेस्ट करने पर एक फायदा यह होता है जैसे की, आपको चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर यानि CAGR 9% तक मिलता है।
दोस्तों पैसा इन्वेस्ट करने के लिए गोल्ड यानि सोना यह भी एक बहुत अच्छा ऑप्शन है, जहा आप निवेश करके अच्छे लाभ पा सकते है।
4. Bond
इन्वेस्टमेंट के लिए Bond यह एक ऐसा ऑप्शन है, जहा छोटा-बड़ा कोई भी आम आदमी निवेश कर सकता है। जितने ज्यादा कालावधि तक आप bonds में इन्वेस्ट करेंगे उतना ही ज्यादा अच्छा return पा सकते है। इसलिए यह bonds एक भरोसेमंद, अच्छा और फ़ायदेमंद इन्वेस्टमेंट का प्रकार है।
5. Mutual Fund
Mutual Fund में आम आदमी से लेकर बड़े आदमी तक हर कोई निवेश कर सकता है। आप म्यूच्यूअल फंड में 500/- की राशी से भी निवेश की शुरुवात कर सकते है और अच्छा लाभ पा सकते है।
दोस्तों अगर कोई व्यक्ति म्यूच्यूअल फंड में पहली बार निवेश कर रहा है, तो उस निवेशक को अपनी आवश्यकताओं और निवेश की अवधि के अनुसार स्कीम में पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए।
म्यूच्यूअल फंड यह उन लोगो के लिए बहुत फ़ायदेमंद रहता है, जिन्हें हर महीने की तनखा मिलती है। म्यूच्यूअल फंड में निवेश करके आप जितने ज्यादा समय तक निवेश को रखेंगे उतना ही अच्छा return मिलेगा।
आप Equity fund, Debt fund और Liquid fund जैसे म्यूच्यूअल फंड में पैसा इन्वेस्ट करके अच्छे return की उम्मीद कर सकते है।
FAQs For Investment In Hindi
लोग इन्वेस्टमेंट याने निवेश इसलिए करते है, क्योकि यह इन्वेस्टमेंट पैसे को काम पर लगाने और संभावित रूप से धन की अधिक वृद्धि करने का एक प्रभावी तरीका है।
बचत निश्चित रूप से सुरक्षित है, परन्तु बचत की तुलना में कुछ ऐसे निवेश उत्पाद है जिसमे बहुत अधिक रिटर्न मिल सकता है, इन्वेस्टमेंट क्या होता है जैसे की Gold, Property, Bonds, Mutual Funds, Shares, इत्यादी।
टैक्स सेविंग के लिए इन्वेस्टमेंट यह अच्छा विकल्प है, जिसमे PPF, Fixed Deposits, ULIPs, ELSS, Life insurance plans, Bonds इत्यादी, यह टैक्स सेविंग के लिए सबसे अच्छे विकल्प हो सकते है।
हाँ, शेयर या स्टॉक में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, परन्तु यह जोखिम के साथ उच्च रिटर्न निवेश विकल्प भी हैं। याने इसमे निवेश करते समय आप जो जोखिम उठाते हैं, उसके लिए आपको अधिक रिटर्न मिलता है।
तो आशा करते है की आपको, Investment in hindi, Types of investment in hindi, इन्वेस्टमेंट क्या है, इन्वेस्टमेंट के प्रकार, निवेश कहा करे, Investment tips, इत्यादी जानकारी अच्छी लगी होंगी। यदि आपको यह पोस्ट सही लगी तो हमें कॉमेंट्स करके बताये और अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।
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